ठोस के गैस में परिवर्तन को क्या कहते हैं? - thos ke gais mein parivartan ko kya kahate hain?

उर्ध्वपातन (sublimation) एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ अपनी ठोस अवस्था से सीधे गैस मे परिवर्तित हो जाता है । इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पदार्थ की अवस्था किसी मध्यवर्ती द्रव अवस्था मे परिवर्तित नहीं होती है। कपूर का ठोस अवस्था से सीधे वाष्प के रूप में उड़ जाना उर्ध्वपातन का एक उदाहरण है।

उर्ध्वपातन का विपरीत निक्षेपण होता है।

इसे सुनेंरोकेंउर्ध्वपातन (sublimation) एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ अपनी ठोस अवस्था से सीधे गैस मे परिवर्तित हो जाता है । इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पदार्थ की अवस्था किसी मध्यवर्ती द्रव अवस्था मे परिवर्तित नहीं होती है।

कोई ठोस पदार्थ पिघलता क्यों है?

इसे सुनेंरोकेंगलनांक- जिस तापमान पर ठोस पिघलकर द्रव बन जाता है । वह इसका गलनांक कहलात है। किसी ठोस का गलनांक उसके कणों के बीच के आकर्षण बल के सामर्थ्य को दर्षाता है । कमजोर करके पदार्थ की अवस्था को बदलने में इस ऊष्मा का उपयोग होता है ।

ठोस का आकार क्यों निश्चित होता है?

इसे सुनेंरोकेंठोस (solid) पदार्थ की एक अवस्था है, जिसकी पहचान पदार्थ की संरचनात्मक दृढ़ता और विकृति (आकार, आयतन और स्वरूप में परिवर्तन) के प्रति प्रत्यक्ष अवरोध के गुण के आधार पर की जाती है। ठोस पदार्थों में उच्च यंग मापांक और अपरूपता मापांक होते है।

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ठोस का द्रव में परिवर्तन क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंगलन : इसमें ठोस अपनी ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में परिवर्तित होते है। , बर्फ का पिघलना। हिमीकरण : इसमें द्रव अपनी द्रव अवस्था से ठोस अवस्था में परिवर्तित होते है , पानी का जमना। द्रवीकरण : वाष्प का द्रव अवस्था में परिवर्तन होना।

गलनांक और क्वथनांक में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंवह ताप जिस पर ठोस अवस्था उसकी द्रव अवस्था में परिवर्तित होती है, उसका गलनांक कहलाता है। जब एक ठोस गलनांक ताप प्राप्त कर लेता है तो ताप तब तक स्थिर रहता है जब तक कि सम्पूर्ण ठोस द्रव में परिवर्तित न हो जाए। वह ताप जिस पर एक द्रव उसकी वाष्प अवस्था में परिवर्तित होता है, उसका क्वथनांक कहलाता है।

गलनांक की क्या परिभाषा है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी ठोस पदार्थ का गलनांक (या द्रवणांक (melting point) वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्यावथा में होती हैं।

आयतन निश्चित क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंSolution. ठोस के अवयवी कणों की स्थिति नियत होती है तथा वे गति के लिए स्वतन्त्र नहीं होते हैं। इसलिए इनका आयतन निश्चित होता है।

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गैस का Solid में बदलना क्या कहलाता है?

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संलयनयह एक ठोस पदार्थ के तरल अवस्था में रूपांतरण होने की प्रक्रिया है।संघननयह एक ऐसी प्रक्रिया है जहां गैस का संघनन तरल पदार्थ में हो जाता है।

ठोस द्रव गैस में से किस अवस्था में अणुओं की ऊर्जा अधिकतम होगी और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंगैसीय अवस्था में पदार्थ की ऊर्जा अधिकतम होती है।

ठोस द्रव तथा गैस अवस्था में किस अवस्था में घनत्व सबसे अधिक होता है और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंद्रव्य तीन विभिन्न अवस्थाओं में पाया जाता है – ठोस, द्रव तथा गैस। गैस अवस्था में घनत्व अत्यंत कम होता है तथा संपीडन सामर्थ्य अत्यधिक। इसके विपरीत ठोस तथा द्रव का घनत्व अपेक्षाकृत अधिक होता है, किंतु संपीडन अत्यंत कम।

द्रव का ठोस में परिवर्तन क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई द्रव्य तरल (द्रव)रूप में होता है तो उसके अणुओं के मध्य कुछ खाली स्थान होता है। जब वह हिमांक पर होता है तो उसके अणुओं के मध्य आकर्षण बल अधिक होने लगता है तथा खाली स्थान भी कम होते होते वह धीरे-धीरे ठोस का रूप ले लेता है। इसे ही जमना कहते हैं।

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ठोसों की अपेक्षा द्रव में विसरण की दर अधिक क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंस्पष्टीकरण: ठोस पदार्थों की तुलना में तरल पदार्थों के प्रसार की दर अधिक होती है क्योंकि तरल पदार्थों में ठोस पदार्थों की तुलना में अधिक अंतर-कण स्थान होता है.

गैस पदार्थ का घनत्व सबसे कम होता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंगैसों में आमतौर पर कम घनत्व होता है क्योंकि मुख्य रूप से आकर्षण का अंतर-आणविक बल बेहतर होता है, गैस के अणु बहुत छोटे होते हैं।

200 की अपेक्षा द्रवों में मिश्रण की दर अधिक क्यों होती है?

जल का वाष्प में बदलना कौन सा परिवर्तन कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंजल को गर्म करने पर वह जल वाष्प में परिवर्तित हो जाता है। इस क्रिया को . वाष्पन. कहते हैं।

ठोस पदार्थ की आकृति और आयतन निश्चित क्यों होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंठोस पदार्थ की आकृति और उसके आयतन निश्चित होते हैं क्योंकि ठोस पदार्थों के कण न तो एक-दूसरे के निकट आ सकते हैं और न दूर ही जा सकते हैं। अत: ठोस पदार्थ की आकृति कायम रहती है और इसी कारण उसका आयतन भी स्थिर रहता है। Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams.

Explanation : गैस का सीधे ठोस में परिवर्तन ऊर्ध्वपातन कहलाता है। सामान्यतः ठोस पदार्थों को गर्म करने पर वह द्रव अवस्था में परिवर्तित होता है और उसके पश्चात् गैसीय अवस्था में, लेकिन कुछ ठोस पदार्थ ऐसे होते हैं जिन्हें गर्म किये जाने पर वे द्रव अवस्था में आने के बदले सीधे भाप में बदल जाते हैं और भाप को ठंडा किये जाने पर पुनः ठोस अवस्था में हो जाते हैं। ऐसे पदार्थों को उर्ध्वपातज कहा जाता है व इस प्रकार की क्रिया उर्ध्वपातन कहलाती है। जैसे- कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम क्लोराइड, एंथ्रासीन आदि। ....अगला सवाल पढ़े

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ठोस से गैस में परिवर्तन को क्या कहते हैं?

सही उत्तर उर्ध्वपातन है। ठोस-से-गैस परिवर्तन को उर्ध्वपातन कहा जाता है, जबकि व्युत्क्रम प्रक्रिया को निक्षेप कहा जाता है।

द्रव को गैस में बदलना क्या कहलाता है?

वाष्पीकरण: जब कोई द्रव्य अपने फेज को द्रव से गैस में बदलता है तो वाष्पीकरण के रूप में जाना जाता है।

ठोस अवस्था का द्रव अवस्था में परिवर्तन क्या कहलाता है?

ठोस अवस्था का द्रव अवस्था में रूपांतरण गलन कहलाता है।

ठोस में गैस का उदाहरण कौन सा है?

ठोस माध्यम में परिक्षिप्त गैस गैस परिक्षिप्त अवस्था है और ठोस परिक्षिप्त माध्यम है। इसलिए, दिए गए यौगिकों में से ठोस में परिक्षिप्त गैस का एक उदाहरण झांवा है।