Hi, I had my 16th week ultrasound and in the report the doctor stated anterior placenta with maturity grade 1. Is this ok?? As I have read it somewhere that maturity starts at 18 weeks Show
It is normal grading of placenta. Don’t worry. Grade 1 is immature placenta only . Grade 2 is mature. Grade 3 is hyper mature 1/2 people found this helpful Disclaimer : The content is not intended to be a substitute for professional medical advice, diagnosis, or treatment. Always seek the advice of your physician or other qualified health provider with any questions you may have regarding your medical condition. Never disregard professional medical advice or delay in seeking it because of something you have read on this website. प्लेसेंटा यानि नाल गर्भावस्था के शुरुआती हफ्तों में विकसित होती है। चपटा, पैनकेक जैसा यह अंग गर्भाशय की दीवार से जुड़ा होता है और विकासशील बच्चे को ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, साथ ही साथ गर्भनाल (अम्बिलिकल कॉर्ड) के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों को भी हटाता है। डिंब कहाँ निषेचित हुआ है, इस बात पर निर्भर करते हुए नाल की स्थिति गर्भाशय के आगे, पीछे या किनारे पर हो सकती है। एंटीरियर प्लेसेंटा अर्थात ‘अग्रभाग गर्भनाल’ तब होती है जब नाल गर्भाशय के आगे की तरफ स्थित हो जाती है। एंटीरियर प्लेसेंटा क्या होता हैआपके शिशु के रूप में विकसित होने वाला निषेचित डिंब फैलोपियन नली से गुजरकर गर्भाशय की दीवार के साथ खुद को अन्तःस्थापित करता है । जहाँ कहीं भी यह अंडा स्थापित होता है – गर्भाशय की ऊपरी सतह, किनारे या आगे और पीछे की दीवार के साथ, गर्भनाल वहीं पर बनती है। जब अंडा खुद को गर्भाशय के सामने की दीवार के साथ जोड़ता है, तो यह एक एंटीरियर प्लेसेंटा बनाता है। यदि आपका एंटीरियर प्लेसेंटा है, तो गर्भावस्था के 20वें सप्ताह के आसपास की गई अल्ट्रासाउंड जांच के दौरान आपको यह पता चल जाएगा। एक एंटीरियर प्लेसेंटा का भ्रूण किसी अन्य भ्रूण जितना ही सुरक्षित होता है क्योंकि इसका विकास किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होता है। अग्रभाग गर्भनाल गर्भावस्था आपके भ्रूण को पोषण देने का काम करती है। क्या एंटीरियर प्लेसेंटा होना एक समस्या हैगर्भाशय की दीवार के साथ-साथ सभी तरह की स्थितियां नाल के विकास के लिए सामान्य जगहें हैं। गर्भनाल सम्बन्धी स्वास्थ्य और शिशु का विकास उसकी स्थिति पर निर्भर नहीं करता है। इसलिए अग्रभाग गर्भनाल का होना कोई समस्या नहीं है।
हालांकि, यदि प्रसव के समय एंटीरियर प्लेसेंटा गर्भाशय में बहुत नीचे की तरफ है, तो यह गर्भाशय ग्रीवा यानी सर्विक्स को आंशिक या पूरी तरह से अवरुद्ध कर सकती है। इस स्थिति में सिजेरियन प्रसव आवश्यक हो जाता है। यह स्थिति, जिसे प्लेसेंटा प्रेविया कहा जाता है, एक दुर्लभ समस्या है। एंटीरियर प्लेसेंटा के लक्षण क्या हैंएंटीरियर प्लेसेंटा का कोई विशिष्ट लक्षण नहीं है। यह केवल एक निश्चित लक्षण की अनुपस्थिति से पता लगाया जाता है, जो कि भ्रूण की गतिविधि होती है।
हालांकि यदि माँ को 23वें सप्ताह तक कोई हलचल महसूस नहीं होती है, तो एक बार भ्रूण के स्वास्थ्य का आंकलन और एक अल्ट्रासाउंड एक अच्छा विचार है। एंटीरियर प्लेसेंटा के कारण होने वाली जटिलताएंएंटीरियर प्लेसेंटा सामान्य रूप से गर्भावस्था के दौरान किसी भी जटिलता को प्रकट नहीं करता है। हालांकि, अपनी स्थिति के कारण यह असुरक्षित लग सकता है और जटिलताओं की संभावना हो सकती है। तथापि यह कोई नियम नहीं है अपितु अपवाद है । नाल, चूंकि एक वाहिकीय और रक्त-समृद्ध अंग है, इसलिए किसी भी तरह से फटने, टूटने, काटने या सुई लगाने के अतिरिक्त रक्तस्राव का खतरा होता है। कुछ एंटीरियर प्लेसेंटा जन्म संबंधी जटिलताएं हैं:
प्रसव से काफी पहले इन सभी स्थितियों का निदान करने हेतु अल्ट्रासाउंड और एम.आर.आई. स्कैन का प्रयोग करके एक सुरक्षित सिजेरियन प्रसव की योजना बनाई जा सकती है। क्या सिजेरियन प्रसव एकमात्र विकल्प हैयदि किसी को एक एंटीरियर प्लेसेंटा है, तो जन्म देते समय सिजेरियन एकमात्र विकल्प नहीं है। यदि योनिद्वार बंद नहीं है, तो अग्रभाग गर्भनाल के बाद भी महिला के सामान्य प्रसव करने की पर्याप्त संभावना होती है। एंटीरियर प्लेसेंटा और शिशु की हलचलएंटीरियर प्लेसेंटा आपकी त्वचा और भ्रूण के बीच एक तकिये की तरह काम करता है, भ्रूण की गतिविधियों का पता गर्भावस्था के बाद के दिनों में लगेगा और यह नाभि के पास के बजाय पेट के नीचे और किनारों पर अधिक स्पष्ट होगा। अग्रभाग नाल वाली गर्भावस्था में पहली और दूसरी तिमाही में हाथ में पकड़े जाने वाले डॉपलर या फीटोमीटर द्वारा भ्रूण की हलचल और उसके दिल की धड़कन का पता लगाया जा सकता है। भ्रूण के अच्छे स्वास्थ्य की पुष्टि करने के लिए 23 सप्ताह के बाद अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता हो सकती है। गर्भावस्था के आगे के चरणों में भी आपके बच्चे की गतिविधियों को महसूस करना थोड़ा कठिन हो सकता है। किसी भी स्तर पर भ्रूण की हलचल में कोई भी परिवर्तन होने पर या वे अचानक रुक जाने पर जांच की जानी चाहिए। प्लेसेंटा का श्रेणीकरणगर्भावस्था में गर्भनाल कैल्सीकरण और परिपक्व होने की प्रक्रिया से गुजरती है। यह कैल्शियम के जमाव को विकसित करती है और बाद में इसके कुछ हिस्से नष्ट होना शुरू हो जाते हैं। इनकी जगह रेशेदार ऊतक ले लेते हैं। यह कैल्सीकरण गर्भनाल के श्रेणीकरण का आधार है, जो इस प्रकार है: ग्रेड 0यह गर्भावस्था की शुरुआत में होता है ग्रेड Iयह गर्भावस्था के 31 से 32 सप्ताह के आसपास होता है ग्रेड IIयह लगभग 36 से 37 सप्ताह की गर्भावस्था में होता है ग्रेड IIIयह गर्भावस्था के लगभग 38 सप्ताह पर होता है, 37 सप्ताह से पहले नहीं। ग्रेड III में, गर्भनाल बहुत अधिक कैल्सीकृत हो चुकी होती है। यह कैल्सीकरण गर्भावस्था का एक सामान्य हिस्सा माना जाता है, और किसी तरह की चिंता की वजह नहीं होता।
गर्भनाल की जटिलताएं पैदा करने वाले कारकएंटीरियर प्लेसेंटा अपने आप में जटिलता का कारण नहीं है। जटिलताएं केवल तभी होती हैं, जब इसके साथ अग्रभाग में नीचे की तरफ स्थित गर्भनाल, प्लेसेंटा प्रेविया य गर्भनाल के टूट जाने जैसी अन्य स्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं। यदि सिजेरियन की सलाह दी जाती है या यदि गर्भनाल गर्भ की दीवार से अलग हो जाती है, तो इन सभी मामलों में जटिलताएं होती हैं। एंटीरियर प्लेसेंटा होने पर सावधानियांगर्भनाल संबंधी स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के लिए स्वयं की सहायता हेतु विभिन्न वेबसाइट और किताबें गर्भवती माताओं के लिए प्रसव के दौरान चीजों को आसान बनाने के लिए तकनीक सिखाती हैं । अग्रभाग में नीचे की तरफ स्थित गर्भनाल की स्थिति में जो सावधानियां बरतनी चाहिए, वे हैं: १. अच्छी तरह से खाएंएक अच्छी तरह से पोषण प्राप्त की हुई गर्भनाल स्वस्थ होती है। २. बहुत सारे तरल पदार्थ पिएंआपके बढ़ते हुए भ्रूण के अपशिष्ट उत्पादों को संसाधित करने के लिए आपकी गर्भनाल को तरल पदार्थों की आवश्यकता होती है। ३. व्यायाम योजना बनाएंअपनी गर्भावधि में अपने लिए अदल-बदल के किये जा सकने वाले आदर्श व्यायाम और स्ट्रेचिंग के उपाय का पता लगाएं और इन्हें करने की कोशिश करें। ४. चिंता न करेंसबसे खराब स्थिति आने की बहुत अधिक संभावना नहीं है। इससे पहले कि आप सबसे खराब परिस्थिति की कल्पना कर लें, आप अपने लक्षणों को लिख लें जो इस स्थिति की तरफ इशारा करते हैं और पता लगाएं कि क्या ये लक्षण आपके डर से मेल खाते हैं। ५. अच्छी जीवन शैली अपनाएंतनाव, अधिक काम, शराब, ड्रग्स इत्यादि से और ज्यादा या कम खाना खाकर अपने शरीर के साथ दुर्व्यवहार न करें। डॉक्टर से कब परामर्श करेंजब एक बार डॉक्टर इस बात की पुष्टि कर दें कि आपको एंटीरियर प्लेसेंटा है, तो सतर्क रहना आवश्यक है। किसी भी प्रकार की जटिलता से जुड़े संकेतों और लक्षणों पर ध्यान रखें। निम्नलिखित में से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें: १. योनि से स्रावयदि आपको रक्त के धब्बे (स्पॉटिंग) या रक्तस्राव दिखाई दे तो डॉक्टर से तत्काल संपर्क करें। २. पेट में दर्दअचानक पेट में उठा कोई दर्द अथवा एक्सीडेंट या गिरने आदि से पेट पर लगी चोट को अनदेखा न करें और डॉक्टर को दिखाएं। ३. गर्भाशय में संकुचनयदि आपकी नियत तारीख से काफी पहले गर्भाशय में संकुचन महसूस हो तो इसे प्रसव पीड़ा न समझें। किसी भी प्रकार की जटिलताओं से बचने और समस्या के निदान के लिए डॉक्टर से जांच कराएं। ४. कमर में तीव्र दर्दगर्भावस्था के दौरान पीठ व कमर में दर्द होना सामान्य होता है लेकिन यदि यह दर्द असहनीय हो जाए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। निष्कर्ष – सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप खुश रहें, गर्भनाल की स्थिति या किसी भी चिकित्सकीय हस्तक्षेप से अधिक, प्रसन्न मनःस्थिति होने से खुशहाल और स्वस्थ बच्चे पैदा होते हैं। अल्ट्रासाउंड में ग्रेड 1 का मतलब क्या होता है?ग्रेड I प्लेसेंटा :
आपकी नाल केवल आपके गर्भावस्था के 31 वें सप्ताह की अगली कक्षा तक ही बढ़ेगी। अल्ट्रासाउंड नाल में बेतरतीब ढंग से छितरी हुई हल्का कैल्सिफिकेशन दिखाएगा।
ग्रेड 1 पूर्वकाल प्लेसेंटा का क्या मतलब है?जब प्लेसेंटा पेट की दीवार के नजदीक गर्भाशय के सामने वाले हिस्से से अपने आप जुड़ जाए तो इस स्थिति को एंटीरियर प्लेसेंटा कहते हैं। प्लेसेंटा खुद को गर्भाशय में कहीं भी जोड़ सकता है। आमतौर पर यह रीढ की हड्डी के नजदीक और पीछे (पोस्टीरियर) की ओर विकसित होती है।
अल्ट्रासाउंड में प्लेसेंटा पूर्वकाल क्या है?यह स्कैन योनि कि जरिये किया जाता है। अधिकांशत:, गर्भाशय के बढ़ने पर यह अपरा को ग्रीवा से दूर कर देता है। फिर चाहे आपकी अपरा की स्थिति कुछ भी हो- आगे की तरफ, पीछे की तरफ, दाईं तरफ या बाईं तरफ। हालांकि, यदि गर्भावस्था के अंत में भी आपकी अपरा काफी नीचे की तरफ की स्थित हो, तो इसे प्लेसेंटा प्रिविया कहा जाता है।
प्लेसेंटा ग्रेड 2 का मतलब क्या होता है?कुछ शोधों में दर्शाया गया है कि 32 सप्ताह से पहले अपरा के कैल्सीकरण की वजह से कम जन्म वजन शिशु, निम्न एपगार स्कोर वाले शिशु या फिर मृत शिशु का जन्म हो सकता है। कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि 30 और 34 सप्ताह की गर्भावस्था के बीच ग्रेड II प्लेसेंटा होना भी कम जन्म वजन शिशु की संभावना बढ़ा देता है।
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