मिट्टी के तेल में घुलनशील पदार्थ - mittee ke tel mein ghulanasheel padaarth

घुलनशील काटने वाले तरल पदार्थ लौह और गैर-लौह धातुओं के हल्के से भारी शुल्क काटने और पीसने के लिए उत्कृष्ट शीतलन और चिकनाई प्रदान करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप मशीनी भागों पर विस्तारित उपकरण जीवन और अच्छी सतह खत्म होती है। जैसा कि हम जानते हैं कि घुलनशील तेल में 50% खनिज तेल होता है इसलिए स्नेहन अर्ध-सिंथेटिक और सिंथेटिक तेलों से बेहतर होना चाहिए।

दूसरी ओर, इसे अलग-अलग कठोरता के पानी के गुणों के साथ उपयोग किए जाने पर जंग से बेहतर सुरक्षा और अधिक पायस स्थिरता प्रदान करने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है, विशेष रूप से काटने वाले तरल पदार्थों की श्रृंखला।

अच्छे स्नेहन और उपकरण के जीवन के लिए, अत्यधिक दबाव वाले मशीनिंग को बढ़ाने के लिए अधिकांश भारी घुलनशील तेलों में क्लोरीन मिलाया जाता है। हालांकि, MORESCO श्रृंखला और विल AIE श्रृंखला क्लोरीन एडिटिव्स के बिना उत्पादों पर जोर देती है जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं हैं।

पेट्रोल और किरोसिन ( मिट्टी का तेल ) जो कि आपस में घुलनशील है, के मिश्रण को आप कैसे पृथक करोगे? पेट्रोल तथा मिट्टी के तेल के क्वथनांकों में 25oC से अधिक का अंतराल हैl


किरोसिन तथा पेट्रोल के मिश्रणको प्रभाजी आसवन प्रक्रम द्वारा पृथक कर सकते हैंल प्रभाजक स्तम्भ ( या कॉलम ) की अलग-अलग ऊंचाइयों पर विभिन्न प्रभाजों को अलग-अलग भंडारित कर लिया जाता हैl जिस उपकरण की सहायता से यह किया जाता है वह निचे दिखाया गया है:

मिट्टी के तेल में घुलनशील पदार्थ - mittee ke tel mein ghulanasheel padaarth


जब दो घुलनशील (miscible) द्रवों के क्वथनांकों में अंतर 25 C या इससे अधिक हो, तब इसके मिश्रण को आसवन विधि (Distillation method) द्वारा पृथक् (अलग) किया जाता है।

कार्यविधि (Procedure):

  • मिश्रन (पेट्रोल + मिट्टी का तेल) एक आसवन फलास्क में लें।
  • इसमें एक थर्मामीटर लगाएँ। 
  • उपकरण को दिए गए चित्र के अनुसार व्यवस्थि करें।
  • अब मिश्रण को धीरे - धीरे गर्म करें तथा सावधानीपूर्वक थर्मामीटर का अवलोकन करें।

मिट्टी के तेल में घुलनशील पदार्थ - mittee ke tel mein ghulanasheel padaarth

  • पेट्रोल वाष्पीकृत होकर तथा संघनक द्वारा संधनित होकर बाहर निकल आता है तथा इसे बर्तन में एकत्रित कर लिया जाता है।
  • आसवन फ्लास्क में मिट्टी का तेल शेष रह जाता है।

सावधानी:

पेट्रोल अति ज्वलनशील (Highly Inflammable) पदार्थ है, जिसमें आसानी से आग लग जाती है।

Solution : पेट्रोल तथा मिट्टी के तेल के मिश्रण को .प्रभाजी आसवन विधि. द्वारा पृथक् किया जा सकता है, क्योंकि इनके क्वथनांकों में `25^@`C से अधिक का अन्तर है तथा दोनों एक-दूसरे में घुलनशील हैं। इसके लिए प्रभाजी स्तम्भ का प्रयोग किया जाता है।

Solution : पेट्रोल वे मिट्टी के तेल का पृथक्करण प्रभाजी आसवन विधि द्वारा किया जाता है। दोनों के मिश्रण को प्रभाजी आसवन स्तम्भ में ले जाते हैं फिर ताप को घटाकर उसे ठंडा किया जाता है जहाँ वाष्प अपने-अपने क्वथनांक के अनुसार पृथक् हो जाती है।

केरोसीन (मिट्टी का तेल) एक तरल खनिज है जिसका मुख्य उपयोग दीप, स्टोव और ट्रैक्टरों में जलाने में होता है। इस काम के लिये तेल की श्यानता कम, दमकांक ऊँचा, रंग साफ और हल्का, जलने पर दुर्गंध और धुआँ देनेवाले पदार्थों का अभाव रहना चाहिए। औषधियों में विलायक के रूप में, उद्योग धंधों में, प्राकृतिक गैस से पैट्रोल निकालने में तथा अवशोषक तेल के रूप में भी इसका व्यवहार होता है।

केरोसीन व्यापक रूप से विमान (जेट ईंधन) और कुछ रॉकेट इंजनों के जेट इंजनों के लिए उपयोग किया जाता है और इसका उपयोग आमतौर पर खाना पकाने और प्रकाश ईंधन के रूप में, और पोई जैसे आग के खिलौने के लिए भी किया जाता है । एशिया के कुछ हिस्सों में, मिट्टी के तेल का उपयोग कभी-कभी छोटे आउटबोर्ड मोटरों या यहां तक ​​कि मोटरसाइकिलों के लिए ईंधन के रूप में किया जाता है । सभी उद्देश्यों के लिए विश्व में कुल केरोसिन की खपत लगभग १.२ मिलियन बैरल (५० मिलियन अमेरिकी गैलन; ४२ मिलियन शाही गैलन; १ ९ ० मिलियन लीटर) प्रतिदिन के बराबर है।

मिट्टी के तेल और बहुत अधिक ज्वलनशील और वाष्पशील गैसोलीन के बीच भ्रम को रोकने के लिए , कुछ अधिकार क्षेत्र केरोसिन को स्टोर करने या निकालने के लिए उपयोग किए जाने वाले कंटेनरों के लिए चिह्नों या रंग को विनियमित करते हैं। उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका में, पेंसिल्वेनिया को केरोसिन के लिए खुदरा सेवा स्टेशनों पर उपयोग किए जाने वाले पोर्टेबल कंटेनरों को नीले रंग के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जैसा कि लाल ( गैसोलीन के लिए ) या पीले ( डीजल ईंधन के लिए )।

केरोसीन कच्चे पेट्रोलियम का वह अंश है जो 175-275 सें. ताप पर आसुत होता है। इसका विशिष्ट गुरुत्व 0.775 से लेकर 0.850 तक होता है। इसमें पैराफिन, नैफ्थीन और सौरभिक हाइड्रोकार्बन रहता है। इसका भौतिक और रासायनिक गुण उपस्थित हाइड्रोकार्बनों के अनुपात, संघटन और क्वथनांक पर निर्भर करता है। इसका दमकांक (flash point) 24 से लेकर 66 सें. तक के बीच है। इसका रंग हल्का हरा या पीला से लेकर जल सा स्वच्छ हो सकता है।

कच्चे केरोसीन में सौरभिक हाइड्रोकार्बन (40 प्रतिशत तक) आक्सिजन, गंधक और नाइट्रोजन के कुछ यौगिक रहते हैं। ऐसे तेल की सफाई पहले सल्फ्यूरिक अम्ल के उपचार से, फिर सोडा विलयन और जल से धोकर की जाती है। धोने के बाद या तो फुलर मिट्टी पर छानते अथवा पुन: आसवन करते हैं। इससे अनेक अनावश्यक पदार्थ, फीनोल आदि आक्सि यौगिक, सौरभिक और असंतृप्त हाइड्रोकार्बन, गंधक के यौगिक इत्यादि निकल जाते हैं। उपचार के बाद भली-भांति धोना बड़ा आवश्यक है नहीं तो लालटेन की बत्ती या बर्नर पर निक्षेप बैठ सकता है। सौरभिक और चक्रीय हाइड्रोकार्बन (नैफ़थीन) भली भाँति पृथक् न होने पर बत्ती पर कजली जम सकती है।

तेल के तनाव और श्यानता पर जलने का गुण निर्भर करता है। जब तेल अधिक श्यान होता है तब वह बत्ती में अधिक उठता नहीं और लौ छोटी होती है। जलने पर तेल का अधिक भाग जलकर ऊँचा ताप उत्पन्न करता है तथा कुछ भाग का भंजन होकर गैसीय हाइड्रोकार्बन और कोक बनाते हैं। कोक से फिर दहनशील गैसें बनकर जलती हैं। कुछ को तापदीप्त होकर प्रकाश उत्पन्न करता और फिर अंत में जलकर डाइआक्साइड बनता है।

केरोसीन का परीक्षण गुरुत्व, आसवन परस, गंधक की मात्रा, रंग और दमनांक के निर्धारण से किया जाता है। दीप में विस्फोट न हो, इसके लिये दमनांक का नीचा न होना आवश्यक है। केरोसीन में निम्न दमनांक का होना कानून से भी अनेक देशों में वर्जित है। उष्मा और प्रकाश उत्पन्न करने की क्षमता का भी कभी कभी परीक्षण होता है।

केरोसीन का संघटन एक सा नहीं होता। किसी में पैराफिनीय हाइड्रोकार्बन और किसी में नैफ्थीनीय हाइड्रोकार्बन अधिक रहते हैं। पर ये दोनों पदार्थ सब तेलों में रहते अवश्य हैं।

मिट्टी के तेल में कौन सा पदार्थ रखा जाता है?

सही उत्तर पोटैशियम (K) और सोडियम (Na) है। सोडियम, पोटेशियम, लिथियम, और सीज़ियम धातु के अलावा मिट्टी के तेल में संग्रहीत होते हैं क्योंकि वे दोनों हवा या पानी में प्रतिक्रिया कर सकते हैं।

पेट्रोल तथा मिट्टी का तेल जो कि आपस में घुलनशील है के मिश्रण को आप कैसे पृथक करेगे?

Solution : पेट्रोल वे मिट्टी के तेल का पृथक्करण प्रभाजी आसवन विधि द्वारा किया जाता है। दोनों के मिश्रण को प्रभाजी आसवन स्तम्भ में ले जाते हैं फिर ताप को घटाकर उसे ठंडा किया जाता है जहाँ वाष्प अपने-अपने क्वथनांक के अनुसार पृथक् हो जाती है।

केरोसिन का फार्मूला क्या है?

वस्तुत: ये CnH2n+2 सामान्य सूत्र वाले हाइड्रोकार्बनों का मिश्रण है।

मिट्टी के तेल में रखी जाने वाली धातु का नाम क्या है?

मिट्टी के तेल में रखी जाने वाली धातु पोटेशियम और सोडियम है।