सु उपसर्ग का अर्थ क्या होता है? - su upasarg ka arth kya hota hai?

सु उपसर्ग से बने शब्द हैं सुशील, स्वागत, स्वल्प, सुगम, सुबोध, सुपुत्र, सुधार, सुगंध, सुगति, सुगन्ध, सुगति, सुबोध, सुयश, सुमन, सुलभ, सुअवसर, सूक्ति, सुदूर, सुजन, सुशिक्षित, सुपात्र, सुगठित, सुहाग, सुकर्म, सुकृत, सुभाषित, सुकवि, सुरभि, सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल। ध्यान दें – यह आवश्यक नहीं है कि सु उपसर्ग से बने सभी शब्दों के अर्थ अच्छा, सुन्दर से मिलते हों। सु से बने शब्दों के अर्थ नीचे दिए गए हैं।

‘उपसर्ग’ शब्द दो शब्दों ‘उप’ एवं ‘सर्ग’ के योग से बना है। ‘उप’ का अर्थ है ‘निकट’ और ‘सर्ग’ का अर्थ है ‘रचना करना’। अर्थात् जो शब्द किसी दूसरे शब्द के पास आकर उसके अर्थ को बदल देता है, उसे उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग किसी शब्द के आगे जुड़कर उस शब्द को एक विशेष अर्थ प्रदान करता है।

सु उपसर्ग का अर्थ एवं परिचय

हिन्दी भाषा में अनेक भाषाओं के शब्द सम्मिलित हैं, जिस कारण हिन्दी में संस्कृत, उर्दू, फारसी, अंग्रेजी और हिन्दी के उपसर्गों को अलग-अलग करके देखा जाता है। सु उपसर्ग की बात करें तो यह हिन्दी/संस्कृत भाषा का उपसर्ग है, जिसका अर्थ अच्छा, सुन्दर है।

सु उपसर्ग से बने शब्दों के अर्थ एवं पर्यायवाची

सु उपसर्ग से बने शब्दों के पर्यायवाची जानने के लिए सुशील, स्वागत, स्वल्प, सुगम, सुबोध, सुपुत्र, सुधार, सुगंध, सुगति, सुगन्ध, सुगति, सुबोध, सुयश, सुमन, सुलभ, सुअवसर, सूक्ति, सुदूर, सुजन, सुशिक्षित, सुपात्र, सुगठित, सुहाग, सुकर्म, सुकृत, सुभाषित, सुकवि, सुरभि, सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल पर क्लिक करें।

उपसर्गों की सूची –

एक्स, चीफ, जनरल, डिप्टी, वाइस, हाफ, हैड, अल, कम, खुश, गैर, ना, ब, बद, बे, ला, सर, हम, हर, अति, अधि, अनु, अप, अपि, अभि, अव, आ, उत, उप, दुर, दुस, निर्, निस, परा, परि, प्र, प्रति, वि, सम, सम्, अ, अध, अन, उन, औ, कु, दु, पर, बिन, भर, नि, सु।

उपसर्ग ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़ कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं या उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं। उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है - किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना।


उदाहरण:

  • प्र + हार = प्रहार, 'हार' शब्द का अर्थ है पराजय। परंतु इसी शब्द के आगे 'प्र' शब्दांश को जोड़ने से नया शब्द बनेगा - 'प्रहार' (प्र + हार) जिसका अर्थ है चोट करना।
  • आ + हार = आहार, 'आ' जोड़ने से आहार (भोजन)
  • सम् + हार = संहार (विनाश) ,संयोग
  • वि' + हार = विहार' (घूमना) इत्यादि शब्द बन जाएँगे।

उपर्युक्त उदाहरण में 'प्र', 'आ', 'सम्' और 'वि' का अलग से कोई अर्थ नहीं है, 'हार' शब्द के आदि में जुड़ने से उसके अर्थ में इन्होंने परिवर्तन कर दिया है। इसका मतलब हुआ कि ये सभी शब्दांश हैं और ऐसे शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं।

इस लेख में पढ़िए उन शब्दों की सूची जो सु उपसर्ग से बनते हैं। सु उपसर्ग से कई शब्द बनाए जा सकते हैं। नीचे देखें सु उपसर्ग से युक्त शब्दों की सम्पूर्ण सूची। Read here Su upsarg lagakar banaye gaye shabd.

सु ^१ उप॰ [सं॰] एक उपसर्ग जो संज्ञा के साथ लगकर विशेषण का काम देता है । जिस शब्द के साथ यह उपसर्ग लगता है, उसमें (१) अच्छा, बढ़िया, भला, श्रेष्ठ, जैसे, सुगंधित; (२) सुंदर मनोहर, जैसे; सुकेशी, सुमध्यमा; (३) खुब, सर्वथा, पूरी तरह, ठीक प्रकार से; जैसे, सुजीर्ण; (४) आसानी से, सुभीते से, तुरंत, जैसे,—सुकर, सुलभ; (५) अत्यधिक, बहुत अधिक, जैसे, सुदारुण सुदीर्घ आदि का भाव आ जाता है । जैसे— सुनाम, सुपंथ, सुशील, सुवास आदि ।

सु ^२ वि॰

१. सुंदर । अच्छा ।

२. उत्तम । श्रेष्ठ । संमानयोग्य ।

३. शुभ । भला ।

सु ^३ संज्ञा पुं॰

१. उत्कर्ष । उन्नति ।

२. सुंदरता । खूबसूरती । हर्ष । आनंद । प्रसन्नता ।

४. पूजा ।

५. समृद्धि ।

६. अनुमति । आज्ञा ।

७. कष्ट । तकलीफ ।

सु पु ^४ अव्य॰ [सं॰ सह] तृतीया, पंचमी और षष्ठी विभक्ति का चिह्न ।

सु ^५ सर्व॰ [सं॰ सः] सो । वह ।

सु ^२ संज्ञा स्त्री॰

१. उत्पत्ति । पैदाइश । प्रसव । जन्म ।

२. माता । जननी [को॰] ।

सु उपसर्ग से शब्द- सुभाषित, सुगम, सुलभ, सुयश, सुवास, सुकृत, सुजन, सुदूर, सुन्दर, सुशील, सुयोग्य, सुकार्य, सुरक्षित, सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल, सुबोधित, सुशिक्षित, सुगम, सुकर।

Su Upsarg se shabd- subhaashit, sugam, svaagat, sulabh, suyash, suvaas, sukrt, sujan, sudoor, sundar, susheel, suyogy, sukaary, surakshit, sudaul, sujaan, sughad, suphal, subodhit, sushikshit, sugam, sukar.

सु उपसर्ग से शब्द (prefix of Su in Hindi) और उपसर्ग जोड़ने पर किसी भी शब्द का मूल शब्द का अर्थ बदल जाता है। उपसर्ग शब्द या शब्दांश के पहले जुड़कर किसी भी शब्द के अर्थ में विशेषता को लाती है। उपसर्ग का प्रयोग स्वतंत्र रूप से नहीं किया जा सकता है। उपसर्ग शब्द किसी भी शब्द के आगे जुड़ कर विभिन्न प्रकार के शब्दों का निर्माण करती है जिसे हम वाक्यों के द्वारा जानेंगे। इसीलिए एक वाक्य में सभी उपसर्ग शब्दों का प्रयोग हो जाए, यह जरूरी नहीं है। स्थिति के आधार पर वाक्य में अलग अलग उपसर्ग का प्रयोग अलग अलग स्थान पर किया जा सकता है।

नीचे हम उदाहरण के माध्यम से इसे और अधिक गहराई से जानने का प्रयास करेंगे।

सु शब्द के वाक्य प्रयोग द्वारा उपसर्ग शब्दों के अंतर को समझना

  • सुभाषित- सुभाषित का अर्थ होता है जो बहुत ही सुंदर ढंग से कही गई हो, जो कि बहुत ही प्रिय हो। आज मोहन के गांव में एक ऐसे साधु आए जिन्होंने भागवत की एक कथा सुनाई लेकिन वह साधु ऐसे सुभाषित वचनों से कहते थे जिसको सुनकर मन आनंद में हो जाता था।
  • सुगम- सुगम का अर्थ होता है जो कि आसानी से मिल जाए जो सरल हो सहज हो आसान हो। तुलसीदास द्वारा रचित राम चरित्र मानस बहुत ही आसान शब्दों में रचित ग्रंथ है जिसे लोग सुगमता से पढ़ सकते हैं।
  • सुलभ – सुलभ का अर्थ होता है जो कि आसानी से मिल जाए, सहज हो, सुगम हो, सहजता से प्राप्त हो जाए। भारत सरकार द्वारा प्रत्येक कृषि केंद्र में किसान भाइयों के लिए मुफ्त में कृषि संबंधी सभी वस्तुएं सुलभ करवाई गई है।
  • सुयश- सुयश का अर्थ होता है सुंदर या सुकीर्ति, प्रसिद्धि, ख्याति। सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से काफी सुयश और पैसे दोनों अर्जित किए हैं।
  • सुशील- सुशील का अर्थ होता है जो कि अच्छी तरह से व्यवहार करें, अच्छे आचरण वाला हो और अच्छी चरित्र वाला हो। सोहन ने अपने नवजात शिशु का नाम सुशील रखा है।

उपसर्ग शब्द परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं।उपसर्ग शब्द या शब्दांश के पहले जुड़कर किसी भी शब्द के अर्थ में विशेषता को लाती है। एक शब्द के कई उपसर्ग शब्द हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए शब्द उपसर्ग शब्द ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी उपसर्ग शब्दों में से किसी का भी उपसर्ग शब्द पूछा जा सकता है।

उपसर्ग शब्दों का विशेष महत्व है और इनकी सहायता से हम विभिन्न प्रकार के नए शब्दों का निर्माण कर सकते हैं। उपसर्ग शब्द का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में उपसर्ग शब्द पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से उपसर्ग शब्दों बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में उपसर्ग शब्दों का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत और उर्दू और फारसी में भीउपसर्ग शब्दों पूछे जाते हैं।

उपसर्ग शब्द कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण उपसर्ग से बने शब्द

कमकुअनअपउतअनुआनिअति

  • TAGS
  • upsarg

WhatsApp

Facebook

Twitter

Telegram

Email

Rahul Singh Tanwar

इनका नाम राहुल सिंह तंवर है। इनकी रूचि नई चीजों के बारे में लिखना और उन्हें आप तक पहुँचाने में अधिक है। इनको 4 वर्ष से अधिक SEO का अनुभव है और 6 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे है। इनके द्वारा लिखा गया कंटेंट आपको कैसा लगा, कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। आप इनसे नीचे दिए सोशल मीडिया हैंडल पर जरूर जुड़े।

सु उपसर्ग का अर्थ क्या है?

जिस शब्द के साथ यह उपसर्ग लगता है, उसमें (१) अच्छा, बढ़िया, भला, श्रेष्ठ, जैसे, सुगंधित; (२) सुंदर मनोहर, जैसे; सुकेशी, सुमध्यमा; (३) खुब, सर्वथा, पूरी तरह, ठीक प्रकार से; जैसे, सुजीर्ण; (४) आसानी से, सुभीते से, तुरंत, जैसे,—सुकर, सुलभ; (५) अत्यधिक, बहुत अधिक, जैसे, सुदारुण सुदीर्घ आदि का भाव आ जाता है ।

सु का प्रत्यय क्या होगा?

कुछ शब्दों के पहले जुड़कर उत्तम, अच्छा (सुकार्य), सुंदर (सुनयना), सहज (सुकर), शुभ (सुदिन), उचित (सुकर्म), भली प्रकार (सुसंबद्ध), अधिक (सुशिक्षित) आदि अर्थ देने वाला एक प्रत्यय

सू उपसर्ग से निर्मित शब्द कौन सा है?

सु उपसर्ग के ओर कई प्रकार के शब्द बनाए जा सकते हैं। जैसे - सुभाषित, सुगम, सुलभ, सुयश, सुयोग्य, सुकार्य, सुधांश, सुगम आदि।

सुविधा में उपसर्ग क्या है?

Explanation: सु is the answer, please mark me brainliest.