नवजात शिशु का शरीर बेहद नाजुक होता है। शिशु को कई तरह की बीमारियों का खतरा होता है जिनमें से एक है आंख से पानी आने की समस्या। छोटे बच्चों की आंख नाजुक होती हैं, जरा सी लापरवाही में उन्हें इंफेक्शन होने का खतरा रहता है वहीं कुछ समस्याएं जन्मजात होती हैं। गर्भावस्था के दौरान बच्चे की आंख का विकास तीसरे ट्राइमेस्टर में होता है पर कभी-कभी जन्म के ठीक बाद भी आंख से जुड़ी समस्या हो सकती है। अगर बच्चे ऐसे वातावरण में हैं जहां इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा है तो बच्चे की आंख की रौशनी भी जा सकती है इसलिए जन्म से ही उसकी सेहत का खास खयाल रखें। इस लेख में हम आंख में पानी आने की समस्या का कारण और बचाव के उपाय पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने डफरिन अस्पताल के वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डॉ सलमान खान से बात की। Show
image source:google शिशु की आंख से पानी आने का कारण (Causes of eye discharge in newborn)1. आंख में इंफेक्शन (Eye infection)नवजात शिशु की आंख में जन्म से इंफेक्शन होने के कारण भी आंख से पानी आने की समस्या हो सकती है। आई इंफेक्शन के कारण आंख से पानी आना, आंख की पलकों में सूजन नजर आना, आंख लाल होना, आंख चिपकने जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसका इलाज डॉक्टर आई ड्रॉप के जरिए करते हैं जिसके असर से दो से तीन दिनों में इंफेक्शन चला जाता है। जन्म के बाद बच्चे को इंफेक्शन से बचाने के लिए लोगों के ज्यादा करीब नहीं रखना चाहिए खासकर जिन लोगों की आंख में इंफेक्शन है। इससे शिशु को भी इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। 2. कॉर्नियल इंफेक्शन (Corneal infection)आंख के बीच में मौजूद काले रंग के भाग को कॉर्निया कहते हैं। कॉर्निया में इंफेक्शन होने के कारण भी शिशु की आंख से पानी आने की समस्या हो सकती है। इस इंफेक्शन के होने पर शिशु की आंख में दर्द, आंख चिपकना, लाल होने जैसी समस्याएं होती हैं। इस इंफेक्शन को दूर करने के लिए डॉक्टर आई ड्रॉप देते हैं। कॉर्निया में इंफेक्शन को हल्के में न लें, ये एक गंभीर समस्या है जिसमें आंख की पुतली में घाव हो सकता है इसलिए इससे शिशु की आंख को बचाएं। इसे भी पढ़ें- राई के तकिये पर सुलाने से शिशु के सिर का होता है बेहतर विकास, जानें इसे घर पर बनाने का तरीका और फायदे 3. आंसू की नली बंद होना एक जन्मजात बीमारी है (Close tear duct)अगर शिशु के आंख में आंसू की नली बंद हो गई है तो भी आंख से लगातार पानी आने की समस्या हो सकती है। इस नली की मदद से आंख में लगातार बनने वाले आंसू नाक के रास्ते गले में जाते हैं पर जब ये नली ब्लॉक हो जाती है तो आंख से लगातार पानी गिरने लगता है। इससे आंख में इंफेक्शन भी हो सकता है और संक्रमण बढ़ने पर कंजक्टिवाइटिस जैसी बीमारी भी हो सकती है। इस समस्या को ठीक करने के लिए माइनर सर्जरी भी की जाती है जिससे नली खुल जाती है। 4. नवजात की आंख में रेटिनोपैथी (Retinopathy)image source:firstcry जो बच्चे प्रीमैच्योर जन्म लेते हैं यानी समय से पहले जन्म लेते हैं उनमें रेटिनोपैथी की समस्या देखने को मिलती है। जो बच्चे समय से पूर्व जन्म लेते हैं उनकी आंख का विकास पूरी तरह से नहीं होता है। ऐसे बच्चों की आंख में समस्या हो सकती है, इन्हें डॉक्टर के पास समय-समय पर चेकअप के लिए लेकर जाना चाहिए। काला मोतियाबिंद होने पर भी बच्चे की आंख से पानी आने की समस्या हो सकती है। ये समस्या भी जन्मजात होती है। इस समस्या के लक्षण को बढ़ने से बचने के लिए आप जन्म के बाद लक्षणों पर गौर करें और बच्चे को बालरोग विशेषज्ञ के पास ले जाकर चेकअप करवाएं। इसे भी पढ़ें- बच्चों को गलत तरीके से डायपर पहनाने से हो सकती हैं कई समस्याएं, जानें डायपर हाइजीन के 5 नियम 5. नवजात की आंख में फुंसी होना (Guheri)आंख में फुंसी होने के कारण भी नवजात शिशु की आंख से पानी आ सकता है। इस स्थिति में आप आंख को ज्यादा न रगड़ें। कई बार छोटी फुंसी के कारण भी आंख में पानी आ सकता है और हो सकता है आपको फुंसी नजर न आए पर शिशु अगर आंख को रंगड़ रहा है तो आप उसे डॉक्टर के पास ले जाकर चेकअप करवाएं। फुंसी के लिए डॉक्टर दवा या आई ड्रॉप दे सकते हैं। नवजात की आंख से पानी आने की समस्या से कैसे बचें? (How to prevent eye discharge in newborn)image source:firstcry
नवजात की आंख से पानी आने का इलाज (Treatment of eye discharge in newborn)
अगर आप आई ड्रॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे खोलने के एक महीने के भीतर खत्म कर लें क्योंकि आई ड्रॉप खुलने के बाद खराब होने का डर रहता है। शिशु के मामले में बीमारी का इलाज खुद न करें, किसी डॉक्टर के सलाह के बिना बच्चे को दवा की कोई डोज न दें। main image source:cdn.parenting नवजात शिशु की आंखों से पानी क्यों आता है?शिशु के आंख में हमेशा आंसू भरे रहने का एक बड़ा कारण उसकी आईडक्ट यानी आंसू की नली बंद होना होता है। इस नली की मदद से आंख में लगातार बनने वाले आंसू नाक के रास्ते गले में जाते हैं पर जब ये नली ब्लॉक हो जाती है तो आंख से लगातार पानी गिरने लगता है।
आंखों में पानी आना कैसे बंद करें?आंखों में पानी आने की परेशानी को कच्चे आलू द्वारा भी कम किया जा सकता है। कच्चे आलू में एस्ट्रिंजेंट होता है, जिससे आंखों में पानी आने की समस्या से जल्दी राहत मिल सकती है। इस उपाय को करने के लिए आलू की पतली-पतली स्लाइस काटकर कुछ देर फ्रिज में रख दें। इसके बाद इन ठँडी स्लाइस को 15-20 मिनट के लिए अपनी आंखों पर रख लें।
बच्चों की आंखों में कीचड़ क्यों आता है?ब्लेफेराइटिस आंखों में होने से भी आपको आंखों में कीचड़ आ सकती है। यह समस्या बैक्टीयल इन्फेक्शन की वजह से होता है। इस समस्या की वजह से पलकों के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है और आंखों से पीले रंग का पस निकलता है। बैक्टीरिया की वजह से अगर कंजंक्टिवाइटिस होता है, जो इस परेशानी को पिंक आई (Pink eye) भी कहते हैं।
आंखों में पानी आने का क्या कारण है?ज्यादातर लोगों के आंखों में पानी आने की समस्या होती है. कभी-कभी आंखों में गई धूल-धक्कड़ को बाहर निकालने के लिए भी आंखों में अपने आप पानी आ जाता है. धुआं, प्याज के केमिकल की वजह से भी आंखों में पानी (Watery Eyes) आने लगता है लेकिन कभी-कभी आंखों में पानी आना आंखों की किसी बीमारी से भी जुड़ा हो सकता है.
|