मुगलसराय का पुराना नाम क्या है - mugalasaraay ka puraana naam kya hai

वाराणसी. मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय करने को लेकर राज्यसभा में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। dainikbhaskar.com ने एलबीएस पीजी कॉलेज के हिस्ट्री डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रो. और रिसर्च कर रहे मुकेश प्रताप से बातचीत करके स्टेशन से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग बातों को जाना। कैसे पड़ा मुगलसराय नाम...

-उन्होंने बताया, मुगलसराय पहले काशी क्षेत्र में आता था। 3 ईसा पूर्व लगभग 2300 साल पहले सम्राट अशोक ने सड़कों को जब बनवाया था, तब यहां से बिहार के लिए सड़कें निकली थी। बाद में शेरशाह सूरी ने जीटी रोड बनवाया।

-शेरशाह ने लाहौर से कलकत्ता तक 1700 सरायों का निर्माण कराया था, जहां सेना रूककर आराम करती थी। 1555 के आसपास हुमायूं के काल में मुगल यहां आए, तब यहां अलीनगर और गल्लामंडी में दो सराय हुआ करते थे। बताया जाता है क‍ि इलाके का नाम इसी से मुगलसराय पड़ा।

-देवकी नंदन खत्री के मशहूर उपन्यास चंद्रकांता में इसका नाम विक्रमगढ़ के रूप में था। साप्ताहिक डायरी अमरदीप में इसका उल्लेख मिला।

ये हैं मुगलसराय से जुड़े 10 इंटरेस्ट‍िंग फैक्ट्स

# उन्होंने बताया, 18वीं शताब्दी में अंग्रेज अफसर मिस्टर ओवन यहां आए। उन्होंने इसका नाम बदलकर ओवेनगंज रखा, लेकिन प्रसिद्धि सराय और मुगलों के नाम से ही बढ़ती जा रही थी।

# यहां के अलीनगर में मुगलों ने ठहरने के लिए मुगल चक भी बनाया था। गंगा और अन्य नदियों की वजह से सेना ने अपना महत्वपूर्ण पड़ाव बनाया था। एक सराय अलीनगर में और दूसरा गल्ला मंडी में शेरशाह द्वारा बनवाया गया था।

# 1853 में लॉर्ड डलहौजी के समय मुंबई से ठाणे तक पहली यात्री लाइन बिछाई गई। उसके बाद लॉर्ड एल्गिन के समय में 1862 में मुगलसराय से दानापुर तक रेल लाइन बिछाया गया।

# मुगलसराय से मिर्जापुर के बीच 1 जनवरी 1864 को रेलवे लाइन चालू किया गया। 1880 में भवन का निर्माण ब्रिटिश द्वारा कराया गया।

# 1976  में कमलापति त्रिपाठी ने एक करोड़ 11 लाख स्टेशन और बिल्डिंग को पास किया और 1982 तक काम चला और यात्रियों को समर्पित किया गया।

# इसके बाद मध्य रेलवे का मुख्यालय बना। एशिया की सबसे बड़ी यार्ड कही जाती है। जिसकी लम्बाई 12. 6 किमी है। 250 किमी से ज्यादा लम्बी लाइनों का जाल इसमें बिछा है। कंट्रोल के लिए 10 ब्लॉक केबिन और 11 यार्ड केबिन हैं।

# यहां 1984 में इलेक्ट्रिक लोको शेड में 137 रेल इंजनों को रखने का इंतजाम किया गया।
# 8 प्लेटफार्म से पूरे भारत के लिए ट्रेने जाती हैं। 4 लाइनें महत्वपूर्ण हैं। मुगलसराय से पटना, मुगलसराय गया से हावड़ा और उड़ीसा तक, बनारस-लखनऊ-जम्मू तक, मिर्जापुर-दिल्ली-मुंबई-त्रिवेंद्रम तक भारत के लिए 265 ट्रेनें अपडाउन करती हैं।

# मुगलसराय और वाराणसी के बीच गंगा नदी पर यात्रियों के लिए डफरिन ब्रिज 1882  में बनना शुरू हुआ। 1887 में बनकर तैयार हुआ। रेलवे लाइन बिछाने का काम 1942 से 1947 तक चला और उसी समय लोगों के लिए ट्रेनों का आना-जाना शुरू हुआ।

# मुगलसराय यार्ड में 11 फरवरी 1968 को पंडित दीन दयाल उपाध्याय का शव कपड़े में लिपटा हुआ मिला था।

-मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर जनसंघ के नेता दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर करने को लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ

-समाजवादी पार्टी के सांसदों ने इसका जमकर विरोध किया। सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार यूपी का भूगोल बदलना चाहती है। यह देश का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है।

-दरअसल, यूपी की योगी सरकार के फैसले को गृह मंत्रालय ने हरी झंडी दिखा दी थी। नियमों के अनुसार किसी स्टेशन, गांव, शहर का नाम बदलने के लिए राज्य सरकार को गृह मंत्रालय से एनओसी लेना जरूरी होता है।

इसे सुनेंरोकेंइन स्टेशन का नाम बदला – मुगलसराय रेलवे स्‍टेशन का भी नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्‍याय रेलवे स्‍टेशन कर दिया गया था.

झांसी शहर का नया नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर प्रदेश के पुराने जिलों में एक और प्रसिद्ध शहर झांसी के रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई कर दिया गया है. शहर का नाम झांसी ही रहेगा.

झांसी स्टेशन का क्या नाम रखा गया है?

इसे सुनेंरोकेंइसी लिस्ट में अब एक और नाम को शामिल करते हुए झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन होने के बाद से इसका कोड भी बदल गया है।

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रानी कमलापति स्टेशन का पुराना नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इस स्टेशन का नाम पहले हबीबगंज रेलवे स्टेशन था, जिसे बदलकर अब रानी कमालपति स्टेशन कर दिया गया है। स्टेशन एयरपोर्ट जैसी वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है।

मुगलसराय स्टेशन का नाम क्या चेंज हुआ है?

इसे सुनेंरोकें5 अगस्त 2018 को मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रखा गया था। उस समय रेलमंडल का नाम नहीं बदला जा सका था। 18 माह के बाद रेलवे बोर्ड ने मुगलसराय रेलमंडल का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय रखे जाने की घोषणा की।

मुगलसराय में कुल कितने प्लेटफार्म है?

पं॰ दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन

पं॰ दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन रेलवे स्टेशनलाइनेंहावड़ा-दिल्ली मुख्य लाइन हावड़ा-गया-दिल्ली लाइन हावड़ा-इलाहबाद-मुंबई लाइन गया-मुग़लसराय सेक्शन मुग़लसराय-कानपुर सेक्शन ग्रैंड कॉर्ड पटना-मुग़लसराय सेक्शन दीनदयाल-वाराणसी-लखनऊ सेक्शनसंरचना प्रकारभूतल परप्लेटफार्म8

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झांसी रेलवे स्टेशन का नाम कब बदला?

इसे सुनेंरोकेंझांसी रेलवे स्टेशन का नाम अब वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन होगा। बुधवार को गृह मंत्रालय के प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए राज्य सरकार ने स्टेशन का नाम बदलने की अधिसूचना जारी कर दी है। अब रेल मंत्रालय से आदेश मिलते ही मंडल रेल प्रशासन नाम बदलने की विभागीय प्रक्रिया शुरू करेगा। स्टेशन कोड भी बदला जाएगा।

मुगलसराय नाम क्यों पड़ा?

निर्देशांक:25.3°N 83.12°E मुग़लसराय (नया नाम : पण्डित दीनदयाल उपाध्याय नगर) उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का एक शहर है जो वाराणासी से पूर्णतः जुड़ा हुआ है।…मुग़लसराय

पण्डित दीनदयाल उपाध्याय नगर— शहर —पण्डित दीनदयाल उपाध्याय नगरसमय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)देशभारत

भोपाल के निजाम शाह कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंविजयदत्त श्रीधर ने हमें बताया कि निजाम शाह गिन्नौरगढ़ राज्य के 16वीं सदी के राजा सूराज सिंह शाह (सलाम) के बेटे थे। निजाम शाह एक निडर और साहसी गोंड राजा थे। श्रीधर ने आगे बताया कि रानी कमलापति और निजामशाह के बेटे का नाम नवल शाह था। ये दावा पूरी तरह गलत है कि निजाम शाह एक मुस्लिम राजा थे।

मुगलसराय का असली नाम क्या है?

मुगलसराय जंक्शन का नाम आज से पंडित दीनदयाल उपाध्याय हो गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को इस स्टेशन के नए नाम का उद्घाटन किया। इसी साल जून महीने में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का गजट नोटिफिकेशन जारी किया था।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन का पुराना नाम क्या है?

मुगलसराय जंक्शन का नाम अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होगा। सोमवार को राज्यपाल राम नाईक ने जंक्शन का नाम बदलने के राज्य सरकार के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। बता दें की यूपी सरकार ने पिछले साल जून में मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नया नाम क्या है?

बदला मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम योगी सरकार ने मुगलसराय का नाम भारतीय जनसंघ के विचारक दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का प्रस्ताव भेजा था जिस पर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी.

मुगलसराय स्टेशन पर कितने प्लेटफार्म है?

पं॰ दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन.