पीरियड के पहले छाती में दर्द क्यों होता है? - peeriyad ke pahale chhaatee mein dard kyon hota hai?

इस दौरान एक या दोनों ब्रेस्ट में पेन हो सकता है।

मेंस्ट्रुअल साइकल महिलाओं में हर महीने होने वाला नेचुरल प्रोसेस है। मेंस्ट्रुअल साइकिल का समय हर महिला के लिए अलग होता है, लेकिन आमतौर पर यह साइकल 24 से 28 दिनों के आसपास होता है। पीरियड के आने से पहले और आने के बाद महिलाओं की बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। पीरियड आने से कुछ दिन पहले से ही महिलाओं की बॉडी में कुछ बदलाव और परेशानियां होने लगती है। इस दौरान महिलाएं ब्रेस्ट पेन से भी परेशान रहती है।

पीरियड के आने से पहले गले में खराश और ब्रेस्ट पेन, आने वाले पीरियड का संकेत देते हैं। पीरियड से पहले ब्रेस्ट पेन का सबसे बड़ा कारण हार्मोन में बदलाव है। हार्मोन में उतार-चढ़ाव से ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। आप भी पीरियड से पहले ब्रेस्ट पेन से परेशान रहती हैं तो कुछ उपायों को अपनाकर आप इस परेशानी का इलाज कर सकती हैं।

पीरियड से पहले ब्रेस्ट में पेन क्यों होता है?

अमेरिकन एकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियन (AAFP) के अनुसार पीरियड के कारण होने वाले हार्मोन में बदलाव की वजह से ब्रेस्ट में दर्द होना आम बात है। पीरियड से पहले हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में कमी होने से ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। इन परिवर्तनों से लिम्फ नोड में सूजन भी हो सकती है, जो ब्रेस्ट पेन को बढ़ा सकती है।

ब्रेस्ट पेन और प्रोलैक्टिन हार्मोन के बीच संबंध भी हो सकता है। यह हार्मोन बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं के ब्रेस्ट में दूध को बढ़ाने में मदद करता है। यह महिलाओं के शरीर में मौजूद होता है जो ब्रेस्ट पर असर डालता है। पीरियड्स से पहले ब्रेस्ट में दर्द के पीछे फैटी एसिड जिम्मेदार हो सकते हैं।

ब्रेस्ट पेन की वजह से एक या दोनों बेस्ट में पेन हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द तेज भी हो सकता है और ब्रेस्ट में सूजन भी आ सकती है। यह दर्द निप्पल में ज्यादा हो सकता है। लाइफस्टाइल में बदलाव करके और कुछ घरेलू उपचार करके ब्रेस्ट पेन का उपचार किया जा सकता है।

ब्रेस्ट पेन से बचाव करने के उपाय:

  • ब्रेस्ट पेन से बचाव के लिए एक साइज बड़ी ब्रा पहनें। कोशिक करें कि कप साइज ब्रा ही पहनें।
  • रात में सपोर्टिव ब्रा पहने या बिना ब्रा के रहें बेहतर रहेगा।
  • डाइट में कॉफी, सोडा और चाय का सीमित सेवन करें। डाइट में कैफीन की मात्रा बढ़ाने से परेशानी बढ़ सकती है।
  • खाने में नमक का कम सेवन करें।
  • ब्रेस्ट पेन को दूर करने के लिए आप आइस पैक या हीटिंग पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं।
  • विटामिन ई, विटामिन बी -6 जैसे सप्लीमेंट लेने से ब्रेस्ट पेन को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • ब्रेस्ट पेन को दूर करने के लिए आप पेन किलर का इस्तेमाल कर सकती हैं।
  • दर्द को दूर करने में एक्सरसाइज भी बेहद फायदेमंद है।

हाइलाइट्स

हर महिला को पीरियड्स के दौरान अलग-अलग अनुभव हो सकता है.
ब्रेस्ट पेन में हॉट वॉटर बैग से सिकाई करने से राहत मिल सकती है.

Breast Pain During Periods: पीरियड्स के दौरान हर महिला को अलग-अलग समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है. किसी के पेट में ऐंठन की समस्‍या होती है तो किसी को ब्रेस्‍ट में भारीपन व दर्द महसूस होता है. पीरियड्स के समय ब्रेस्‍ट में सूजन और दर्द की समस्‍या आम है जिसे प्रीमेंस्‍ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस कहा जाता है. ये समस्‍या सिर्फ पीरियड्स के दौरान ही होती है जो पांच से सात दिनों में ठीक हो जाती है. कई महिलाओं को ब्रेस्‍ट में गांठ होने की वजह से भी इस समस्‍या का सामना करना पड़ सकता है. वहीं इसके लिए मेनोपॉज भी जिम्‍मेदार हो सकता है. महिलाओं को बेस्‍ट में दर्द होने की वजह से कई बार चेस्‍ट में भारीपन भी महसूस हो सकता है. चलिए जानते हैं पीरियड्स के समय होने वाले ब्रेस्‍ट पेन के क्‍या कारण हो सकते हैं.

पीरियड्स के दौरान होते हैं हार्मोनल चेंजेस
पीरियड्स के समय होने वाला बेस्‍ट पेन हार्मोन लेवल में उतार-चढ़ाव के कारण होता है. हेल्‍थलाइन के अनुसार पीरियड्स के दौरान हार्मोन में चेंजेज आते हैं जो पेट और ब्रेस्‍ट में दर्द का कारण हो सकते हैं. ये स्थिति हर महिला के लिए अलग-अलग हो सकती है. हार्मोनल चेंजेस की वजह से मूड स्‍विंग, बॉडी पेन, सिरदर्द, बुखार और चक्‍कर जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं.



एस्‍ट्रोजेन और प्रोजेस्‍टेरोन बढ़ाते हैं सूजन
पीरियड्स के दौरान एस्‍ट्रोजेन ब्रेस्‍ट को बड़ा और भारी बना देते हैं. शरीर में प्रोजेस्‍टेरोन प्रोड्यूस होने के कारण ब्रेस्‍ट में मौजूद सैल्‍स में सूजन आ जाती है. एस्‍ट्रोजेन युक्‍त दवाएं भी ब्रेस्‍ट में सूजन और दर्द का कारण बन सकती हैं. ये समस्‍या एक हफ्ते तक रहती है. उम्र के साथ दर्द और समस्‍याओं में अंतर देखा जा सकता है.

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पीरियड्स में होनी वाली परेशानी
– ब्रेस्‍ट में गांठ होना
– ब्रेस्‍ट से डिस्‍चार्ज होना
– नींद में कमी
– ब्रेस्‍ट में दर्द
– भारीपन

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ब्रेस्‍ट में होने वाले दर्द से ऐसे पाएं रिलीफ
– लाइफस्‍टाइल में करें सकारात्मक बदलाव
– विटामिन और मैग्‍नेशियम का करें सेवन
– पर्याप्‍त नींद लेना बेहद जरूरी
– हॉट वॉटर बैग से सिकाई फायदेमंद
– कैफीन और एल्‍कोहल से बनाएं दूरी

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Tags: Health, Lifestyle, Women Health

FIRST PUBLISHED : September 11, 2022, 08:41 IST

क्या पीरियड से पहले छाती में दर्द होता है?

पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान कई लड़कियों को ब्रेस्ट में दर्द (Breast Pain) की दिक्कत होती है. इसके अलावा भी कई बार छाती में दर्द उठ सकता है जिसे ब्रेस्ट टेंडरनेस भी कहते हैं.

पीरियड आने के संकेत क्या होते हैं?

कई महिलाओं को उनके पीरियड आने के पहले के कुछ हफ़्तों से प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस का अनुभव होता है। जिन्हें मूड स्विंग्स, मुहांसे, एंग्जायटी (उत्कंठा), पेट फूलना, चिड़चिड़ाहट या गुस्सा आने जैसे लक्षणों से समझा जा सकता है।

पीरियड आने से पहले क्या क्या होता है?

ब्रेस्ट में दर्द (Pain in breast) पीरियड्स मिस होने से पहले ब्रेस्ट में दर्द और भारीपन होना शुरू हो जाता है। प्रेग्नेंसी कंसीव करने के बाद शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ जाता है, जिससे स्तनों में दर्द होना शुरू हो जाता है। निप्पल का रंग गहरा हो जाता है।

पीरियड आने से कितने दिन पहले दर्द होता है?

पीरियड्स शुरु होने से एक हफ्ते पहले यह दर्द बढ़ जाता है और कभी-कभी इसकी वजह से कब्ज, गैस की शिकायत भी होती है ।