अर्थ और पर्यायवाचीआश्चर्यजनक: आश्चर्यजनक संस्कृत [विशेषण] अचंभा पैदा करने वाला ; आश्चर्य का द्योतन करने वाला ; अचरज में डालने वाला। अद्भुत: अद्भुत संस्कृत [विशेषण] आश्चर्यजनक ; विचित्र ; अनोखा ; विलक्षण। अद्भुत: अद्भुत 2- संज्ञा पुलिंग 1. आशचर्य । विस्मय (को कहते हैं) । 2. विस्मयपुर्ण घटना, पदार्थ या वस्तु (को कहते हैं) । 3. किसी ऊँचाई की माप के 5 समभागों में से एक, जिसमें ऊँचाई चौड़ाई की अपेक्षा दुनी होती है (को कहते हैं) । 4. काव्य के नौ रसों में से एक । विशेष-इसमें अनिवार्यत: विस्मय की परिपुष्टता दिखलाई जाती है । इसका वर्ण पीत, देवता ब्रह्मा, आलंबन असंभावित वस्तु, उद्दीपन उसके गुणों की महिमा तथा अनुभाव संभ्रमादिंक है । 5. केशव के अनुसार रुपक के तीन भेदों में एक । विशेष-इसमें किसी वस्तु का अलौकिक रुप से एक रस होना दिखनाया जाता है । जैसे-सोभा सरवर माहिं फल्पोई सखि, राजैं राजहंसिनी समीप सुखदानिऐ । केसोदस आस पास सौरभ के लो । धने, ध्राननि के देव और भ्रक्त बखानिऐ । होति ज्योति दिन दुनी किसी में सहज गुनी, सुरज सुहृद चारु चंद मन मानिऐ । राति को सदन छुइ सके न मदन ऐसी कोमलबदन जग जानकी को जानिऐ ।- केशव ग्रन्थ, भाग 1, देखें पृष्ठ संख्या 184 । अद्भुत: अद्भुत 1- विशेषण [संस्कृत] [संज्ञा अदभुतना अदभुतत्व] आशचर्यजनक । विस्मयकारक । विलक्षण । विचित्र । अनोखा । अजीब । अपुर्व । अलौकिक । अद्भुत : विशेषण शब्द - [संज्ञा शब्द - अत्√भा (दीप्ति)√डुतच्] जो अपनी अपूर्वता विचित्रता या विलक्षणा से हमें मुग्ध और स्तब्ध कर दे। विचित्र। अजीब। आश्चर्यजनक। (वन्डलफुल) पुल्लिंग 1. आश्चर्य। 2. विस्मयकारक पदार्थ का घटना। 3. काव्य के नौ रसों में से एक जिसका स्थायी भाव विस्मय है। कमाल: कमाल अरबी [संज्ञा पुल्लिंग] 1. अनोखापन ; अद्भुत ; चमत्कारक कार्य 2. कौशल ; निपुणता 3. समाप्ति ; पूर्णता 4. पराकाष्ठा 5. गुण ; जौहर 6. कबीर का बेटा। [वि] 1. अतिशय ; अत्यधिक 2. सर्वोत्तम 3. पूर्ण। कमाल: कमाल 1- संज्ञा पुलिंग [अरबी] परिपूर्णता । पूरापन । मुहावरा- कमाल को पहुँचना = पूरा उतारना । 2. निपुणता । कुशलता । 3. अद्भुत् कर्म । अनोखा कार्य । उदाहरण-बेगम साहब कमाल है । अल्ला जानता है कमाल है ।-फिसाना०, 3, देखें पृष्ठ संख्या 2 । क्रिया प्र०-करना ।-दिखाना । 4. कारीगरी । सनअत । 5. कबीर के बेटे का नाम, जो कबीरदास ही की तरह फक्कड़ साधु था । कहते हैं, जो बात कबीर कहते थे, उसका उलटा ये कहते थे । जैसे, कबीर ने कहा-मन का कहना मानिए, मन है पक्का मीत । परब्रह्म पहिचानिए, मन ही की परतीत । कमाल ने कहा-मन का कहा न मानिए, मन है पक्का चोर । लै बोरै मजझार में, देय हाथ से छोड़ । इसी बात को लेकर किसी ने कहा है कि 'बूड़ा बंस कबीर का उपजा पूत कमाल' । कमाल: कमाल 2- विशेषण 1. पूरा । संपूर्ण । सब । 2. सर्वोत्तम । पहूँचा हुआ । 3. अत्यंत । बहुत । ज्यादा । उदाहरण-बिचारे तमाल कमाल सोच में पड़ काले पड़ गए-प्रेमघन०, भाग 2, देखें पृष्ठ संख्या 19 । कंमाल: कंमाल- संज्ञा पुलिंग [संस्कृत कं+माल] मुंडभाल । उदाहरण-किलकार काली किलकिलै, कंमाल धारक बिलकुलै ।-रघु० रूढ़ शब्द देखें पृष्ठ संख्या 223 । कमाल : पुल्लिंग [अरबी शब्द - ] 1. कोई अद्भुत, अनोखा या साहसपूर्ण काम किसी बहुत ही कौशल से संपन्न करने का भाव। 2. उक्त प्रकार से पूरा किया हुआ काम। 3. कबीर के बेटे का नाम। विशेषण शब्द - बहुत ज्यादा। अतिशय। नई दिल्ली: आजकल बच्चों और युवाओं के बीच एक ऐसी लैंग्वेज का चलन है जिसे समझना हर किसी के बस की बात नहीं. जिसे देखों अजीबो-गरीब शब्द बोलकर बात कर रहा है. जो आम भाषा में इस्तेमाल नहीं किया जाता.गूगल करने के बाद कई शब्दों का मतलब जान भी लिया जाए, लेकिन हर बार तो ये मुम्किन नहीं है. आज हम ऐसे ही शब्दों के बारे में बताएंगे जो आजकल ट्रेंड में हैं लेकिन अधिकतर लोगों के सिर के ऊपर से जाते हैं. ये भी पढ़ें-चेहरे पर लगे होली के जिद्दी रंगों को इन आसान तरीकों से छुड़ाएं, जानें ये 6 टिप्स BAE PEEP SLAY FAM JAM Dope GOAT GUCCI LIT OMG TBH Watch LIVE TV- अमेजिंग का हिंदी में क्या होता है?amazing का हिन्दी अर्थ
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इमैजिनेशन का अर्थ क्या होता है?विगत प्रत्यक्षानात्मक अनुभवों का बिंबों और विचारों के रूप में, विचारणात्मक स्तर पर, रचनात्मक नियोजन कल्पना (इमैजिनेशन) है।
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