Formulae Handbook for Class 9 Maths and ScienceEducational Loans in India NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा is part of
NCERT Solutions for Class 9 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा. पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास मौखिक निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए- प्रश्न 2. प्रश्न
3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न
6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. लिखित प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. (ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. (ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए- प्रश्न 1. प्रश्न
2. प्रश्न 3. भाषा अध्ययन प्रश्न 1. धसकना- नीचे धंस या दब जाना। खिसकना- धीरे-धीरे सरकना। सागरमाथा- सागर
का माथा अर्थात् एवरेस्ट। जायजा लेना- अनुमान लगाना। नौसिखिया- नया सीखने वाला। प्रश्न 2.
उत्तर-
प्रश्न 3. उत्तर-
प्रश्न 4.
उत्तर-
प्रश्न 5. प्रश्न 6.
उत्तर-
योग्यता विस्तार प्रश्न 1.
प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. परियोजना कार्य प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. अन्य पाठेतर हल प्रश्न लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. More Resources for CBSE Class 9
We hope the given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा will help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा पाठ की लेखिका का नाम क्या है?लेखिका बचेंद्री पाल अंगदोरजी के साथ अभियान पर इसलिए चल पड़ी क्योंकि अंगदोरजी बिना आक्सीजन के चढ़ाई करने वाला था। इस कारण उसके पैर ठंडे पड़ जाते थे। वह ऊँचाई पर लंबे समय तक खुले में और रात्रि में शिखर कैंप पर नहीं जाना चाहता था।
एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा पाठ में बिना ऑक्सीजन के चढ़ाई करनेवाला कौन था?बचेंद्री पाल ने उन्हें बिना ऑक्सीजन के एवरेस्ट की दूसरी चढ़ाई चढ़ने पर बधाई भी दी। उन्होंने बचेंद्री पाल को गले से लगाया और उनके कानों में फुसफुसाया कि दीदी, तुमने अच्छी चढ़ाई की। वह बहुत प्रसन्न है। कर्नल खुल्लर उनकी सफलता से बहुत प्रसन्न थे।
लेखिका ने एवरेस्ट पर पहुँच कर पहले क्या किया?उत्तर:- लेखिका जब एवरेस्ट की चोटी पर पहुँचकर घुटनों के बल बैठ कर बर्फ़ पर अपना माथा लगाया और चुंबन किया। उसके बाद एक लाल कपड़े में माँ दुर्गा का चित्र और हनुमान चालीसा को लपेटा और छोटी से पूजा करके बर्फ़ में दबा दिया वह बहुत खुश थी और उसे अपने माता-पिता का स्मरण हो आया। यह लेखिका के लिए अत्यंत गौरव का क्षण था।
एवरेस्ट के शिखर की क्या स्थिति थी?Question 6: चढ़ाई के समय एवरेस्ट की चोटी की स्थिति कैसी थी? उत्तर: चारों तरफ बर्फीली हवाएँ चल रही थीं। चोटी किसी शंकु के आकार की थी जहाँ से नीचे सीधी ढ़लान दिख रही थी। वहाँ पर बड़ी मुश्किल से दो तीन लोगों के खड़े होने की जगह थी।
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