आधुनिक आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर क्या होता है? - aadhunik aavart saaranee mein baen se daen jaane par kya hota hai?

विषयसूची

  • 1 आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर क्या होता है?
  • 2 सबसे हल्का रासायनिक तत्व कौन सा है?
  • 3 आधुनिक आवर्त नियम क्या है?
  • 4 नाभिकीय आवेश में वृद्धि होने पर आवर्त में परमाण्विक त्रिज्या पर क्या प्रभाव होगा?

आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंआवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर प्रोटॉन संख्या बढ़ती है। आवर्त सारणी में दाएं से बाएं जाने पर परमाणु द्रव्यमान बढ़ता है जिनमे कुछ अपवाद हैं जैसे Sg और Bh, Th और Pa, U और Np, Pu और Am. जैसे-जैसे आप आवर्त सारणी में बाएं से दाएं बढ़ते हैं, वैद्युत ऋणात्मकता भी बढ़ती जाती है।

आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर परमाणु त्रिज्या में क्या परिवर्तन होता है?

इसे सुनेंरोकेंपरमाणु आकार – आवर्त में बायें से दाई और जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है। नाभिक मे आवेश के बढ़ने से यह इलेक्ट्रॉन को नाभिक की ओर खींचता है जिससे परमाणु का आकार घटता रहता है।

सबसे हल्का रासायनिक तत्व कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंहाइड्रोजन (अंग्रेज़ी:Hydrogen) एक रासायनिक तत्व है. यह आवर्त सारणी का सबसे पहला तत्व है जो सबसे हल्का भी है. ब्रह्मांड में यह सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाता है तारों तथा सूर्य का अधिकांश द्रव्यमान हाइड्रोजन से बना है.

तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइलेक्ट्रॉनिक विन्यास तत्वों के आधुनिक आवर्ती वर्गीकरण का मूल आधार है। आधुनिक आवर्त सारणी में 7 क्षैतिज कतारें (अर्थात् आवर्त) तथा 18 उदग्र स्तम्भ (अर्थात् वर्ग) हैं, प्रत्येक आवर्त का प्रथम सदस्य क्षार धातु तथा अंतिम सदस्य कोई निष्क्रिय गैस (Inert gas) होता है। पहले आवर्त का प्रथम सदस्य सिर्फ हाइड्रोजन (H) है।

आधुनिक आवर्त नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआधुनिक आवर्त नियम-“तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु क्रमांक (संख्या) के आवर्ती फलन होते हैं।” विशेषताएँ (1) यह आवर्त सारणी तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है। (2) इसमें धातु और अधातु तत्वों को पृथक् कर दिया गया है। (3) संक्रमण तत्वों को सामान्य तत्वों से अलग कर दिया गया है।

मेंडलीव की आवर्त सारणी में आवर्त की संख्या कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंमेंडलीफ की आवर्त सारणी में नौ समूह तथा सात आवर्त है।

नाभिकीय आवेश में वृद्धि होने पर आवर्त में परमाण्विक त्रिज्या पर क्या प्रभाव होगा?

इसे सुनेंरोकेंपरमाणु त्रिज्या का मान प्रभावी नाभिकीय आवेश पर निर्भर करता है। इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने से प्रभावी नाभिकीय आवेश कम होता जाता है। अतः परमाणु त्रिज्या में वृद्धि होती है। इलेक्ट्रॉन त्यागने पर प्रभावी नाभिकीय आवेश बढ़ता जाता है, जिससे परमाणु त्रिज्या कम होती जाती है।

आधुनिक आवर्त सारणी में कितने समूह होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंआधुनिक आवर्त सारणी को आवर्त सारणी का दीर्घ रूप भी कहते हैं। इसमें 18 वर्ग (ग्रुप) तथा 7 आवर्त (पिरियड) हैं।

आधुनिक आवर्त सारणी के संबंध में निम्नलिखित कौन सा कथन असत्य फैला दिया गया किसी आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर तत्वों की धात्विक गुण घटता है तो किसी आवर्त में जो होता है वह परमाणु क्रमांक बढ़ने के साथ तत्वों का धात्विक लक्षण क्रम में धीरे धीरे धीरे घटता है ठीक है और अधात्विक लक्षण की बात करें तो वह क्या होता है वजन तक बढ़ता है ठीक है यहां पर जो धात्विक लक्षण की बात का धात्विक बात हुई पुणे आने की धातु के लक्षण की बात कर रहा है धात्विक लक्षण क्या होता है वह काम होता है क्यों क्योंकि क्या होती है यहां पर बाएं से दाएं जाते हो आप तो आपको आधा तू मिलने लगते हो इधर भी ब्लॉक है ठीक है और अधातु क्या करते हैं इलेक्ट्रॉन को जागते नहीं है लेखों को लेकर दात इलेक्ट्रॉन को क्या कहते हैं पहला वर्कर दूसरा हो तो इलेक्ट्रॉन को क्या करता है वह क्या करता है चाचा जी लखनऊ ट्रैक्टर धातु होता है रात्रि गुड क्या होता है यहां तो ज्यादा

रहता है लेकिन जैसे-जैसे यहां जाओगे तो रात में गुड बढ़ता जाएगा तो पी ब्लॉक में अधातु में ज्यादातर ठीक है यह हमारा जो है यह सही है कथन हमारा गलत हो गया क्योंकि वह बताना सत्य कथा में बताना फिर कह रहा और सारणी में तत्वों को उनकी बढ़ती हुई परमाणु संख्याओं के क्रम में सजाया गया है कि जो हमारी आधुनिक आवर्त सारणी है ठीक है तो उसमें क्या है आधुनिक आवर्त सारणी का क्या कहती तत्व के गुण जो है तत्वों के गुण उनके परमाणु क्रमांक को उनके परमाणु क्रमांक को क्रिकेट के आवर्ती फलन है कि आवर्ती फलन है और क्या होता है जैसे हमारा आप जैसे बाएं से

दाएं जाते हो तो परमाणु क्रमांक बढ़ते हुए क्या होता है 36 पंक्ति में किसी क्षेत्र बनती में मैसेज आ जाओगे तो परमाणु क्रमांक बढ़ेगा ठीक है इससे क्या होती है परमाणु का मांग बढ़ने के साथ-साथ गुणों की आवर्ती तो प्रकट होगी ठीक है यहां पर करा आवर्त सारणी में उनकी तत्वों की बढ़ती हुई परमाणु संख्या क्रम में सजाया गया है हां ठीक है तो यह भी हमारा सही है कि गलत हो गए थे आवर सारणी मेंडलीफ की आवर्त साड़ी बहुत से दोस्त दूर हो गए हां मैं डिलीट नहीं थी मैं दिल्ली से पहले तो एक तो आप साड़ी का बहुत ही अच्छा स्ट्रक्चर दे दिया था ठीक है मंडली ने 7 से भी कम तत्व मतलब ज्ञात किए थे लेकिन उन्होंने क्या किया था जो तत्व ज्ञात नहीं थे उनके लिए रिक्त स्थान छोड़ दिया था फिर क्या किया गया वहां से दोनों वहां उस तत्व को सॉरी तत्वों को भर दिया गया ठीक है तो यह भी हमारा गलत हो जाएगा फिर कह रहा आवर्त सारणी की किसी वर्ग ऊपर से नीचे ने परमाणु आकार घट है कि मैं आपको बता दूं जब आप ऊपर से नीचे आती हो

ठीक है तो कोसों की संख्या क्या होती है कोषों की संख्या बढ़ने लगती है तो कोचों की संख्या बढ़ती है तो आकार क्या होता है आकार बढ़ता है ठीक है को शो की संख्या बढ़ेगी आकार बढ़ेगा और आकर्षण बल क्या होता है आकर सरवन कम होने लगता है इसी कारण क्या कह रहा आवर्त सारणी के किसी वर्ग में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु आकार घट है यह गलत है परमाणु का आकार बढ़ता है कि को सुकन क्या पढ़ती थी यह हमारा कथन गलत लिखा है तो इसलिए सही हो जाएगा ओके थैंक यू

आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर क्या बढ़ता है?

Detailed Solution उत्तर: (4) - परमाणु त्रिज्या में वृद्धि होती है - जब हम आवर्त सारणी में बाएं से दाएं बढ़ते हैं तो परमाणु त्रिज्या घटती हैआवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर प्रोटॉन संख्या बढ़ती है

आधुनिक आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर परमाणु साइज क्या होता है?

Solution : परमाणु आकार - आवर्त में बायें से दाई और जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है। नाभिक मे आवेश के बढ़ने से यह इलेक्ट्रॉन को नाभिक की ओर खींचता है जिससे परमाणु का आकार घटता रहता है। Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams.

आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर धात्विक गुण क्या होता है?

Solution : आवर्त सारणी में तत्वों का धात्विक गुण, आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर घटता है तथा वर्ग में नीचे जाने पर बढ़ता है।

आधुनिक आवर्त सारणी में किसी आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर इलेक्ट्रॉन बंधुता का मान क्या होता है?

Solution : व्याख्या- आधुनिक आवर्त सारिणी के किसी आवर्त में तत्वों के परमाणु क्रमांक में वृद्धि अथवा आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर तत्वों की इलेक्ट्रॉन बंधुता का मान बढ़ता है।