भारत के गवर्नर जनरल ( 1857 से 1947 तक, भारत के वायसराय और गवर्नर जनरल) भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश राज का प्रधान पद था। यह सूची भारत और पाकिस्तान के आजादी से पहले के सभी वायसराय और गवर्नर-जनरल, भारतीय संघ के दो गवर्नर-जनरल और पाकिस्तानी अधिराज्य के चार गवर्नर-जनरल को प्रदर्शित करती है। Show
गवर्नर जनरल ऑफ द प्रेसीडेंसी ऑफ फोर्ट विलियम के शीर्षक के साथ इस कार्यालय को 1773 में सृजित किया गया था। 1947 में जब भारत और पाकिस्तान को आजादी मिली तब वायसराय की पदवी को हटा दिया गया, लेकिन दोनों नई रियासतों में गवर्नर-जनरल के कार्यालय को तब तक जारी रखा गया जब तक उन्होंने क्रमशः 1950 और 1956 में गणतंत्र संविधान को अपनाया. गवर्नर जनरल की सूची[संपादित करें]फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी के गवर्नर (बंगाल), 1773-1833[संपादित करें]
भारत के गवर्नर-जनरल, 1833-1858[संपादित करें]
भारत के गवर्नर जनरल और वायसराय, 1858-1947[संपादित करें]
भारतीय संघ के गवर्नर-जनरल, 1947-1950[संपादित करें]
पाकिस्तान के गवर्नर, 1947-1956[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
1920 में भारत का गवर्नर जनरल कौन था?भारत के गवर्नर जनरल और वायसराय, 1858-1947. 1919 के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था?लॉर्ड चेम्स्फोर्ड भारत के गवर्नर जनरल रहे थे।
1930 में भारत का वायसराय कौन था?लार्ड विलिंगटन (1931-1936) लार्ड लिनलिथगो (1936-43) लार्ड वेवेल (1943 -1947)
भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल कौन थे?भारत के सर्वप्रथम गवर्नर जनरल थे विलियम बैंटिक। इस पद का नाम पहले गवर्नर-जनरल (Governor-General of Bengal) थे परन्तु ब्रिटिश सरकार द्वारा चार्टर एक्ट 1833 के बाद यह पदनाम पुनः बदलकर 'भारत का गवर्नर-जनरल' (Governor-General of India) कर दिया गया और आगे भी इसी नाम से जाना गया।
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