यूपी का सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण कौन सा है? - yoopee ka sabase chhota vany jeev abhyaaran kaun sa hai?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा वन्य जीव विहार कहाँ है? हस्तिनापुर वन्‍य जीव विहार (Hastinapur Vanya Jeev Vihar) – मेरठ, मुरादाबाद, मुजफफर नगर(Meerut, Muradabad, Mujjaffar Nagar) – 2073 वर्गकिमी मे फैला हुआ है जो सन 1986 में स्‍थापित किया गया।

पखुई वन्यजीव अभयारण्य कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंThe पखुई टाइगर रिजर्व 862 वर्ग किलोमीटर और झूठ में फैला है150 मीटर से 2000 मीटर की ऊंचाई पर। यह रिजर्व अरुणाचल प्रदेश में पूर्वी हिमालय की तलहटी में स्थित है। इस क्षेत्र को वर्ष 1977 में वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया था।

उत्तर प्रदेश में कुल कितने अभ्यारण है?

उत्तर प्रदेश के वन्य जीव अभ्यारण्य की सूची | List of wildlife sanctuaries of Uttar Pradesh in Hindi

क्र.सं.उत्तर प्रदेश में कई वन्य जीव अभ्यारण्य1सुहेलवा वन्यजीव अभयारण्य2किशनपुर अभयारण्य3कतर्नियाघाट अभयारण्य4नवाबगंज पक्षी अभयारण्य

यूपी का सबसे छोटा वन्य जीव विहार कौन सा है?

उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा वन्यजीव विहार है-

  • महावीर स्वामी वन्यजीव विहार, ललितपुर
  • रानीपुर वन्य जीव विहार, बान्दा
  • चन्द्रप्रभा वन्यजीव विहार, चंदौली
  • कतरनिया घाट वन्यजीव विहार, बहराइच

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यूपी का सबसे बड़ा पक्षी विहार कौन सा है?

उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे बड़ा पक्षी विहार कौन-सा हैं?

1)नवाबगंज पक्षी विहार2)पटना पक्षी विहार3)लाख बहोशी पक्षी विहार4)इनमें से कोई नहीं5)NULL

भारत में कितने पशु विहार हैं?

इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभ्यारण्य और पक्षी विहार ( National Parks, Wild Life Sanctuaries and Bird Sanctuaries ) – वर्तमान में भारत में 500 से भी अधिक वन्य जीव अभ्यारण्य हैं।

बिहार में कितने राष्ट्रीय उद्यान है?

इसे सुनेंरोकेंप्राचीन काल में बिहार वैदिक और व्यवहारिक शिक्षा का केंद्र माना जाता था। गंगा नदी के कारण यह क्षेत्र जैव विविधता के तौर पर काफी समृद्ध शाली है। बिहार में 12 वन्य जीव अभयारण्य (Wildlife sanctuary) एवं एक राष्ट्रीय पार्क (National Parks In Bihar ) है।

भारत में वन्य जीव अभ्यारण की संख्या कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंभारत मे कुल 544 वन्यजीव अभ्यारण्य है इन अभ्यारण्यों का कुल क्षेत्रफल 118931 वर्ग किलोमीटर है जो देश का 3.62 % क्षेत्र है । भारत में 2018 तक 104 राष्ट्रीय उद्यान और 544 वन्यजीव अभयारण्य हैं ।

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सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंNotes: रालामंडल वन्यजीव अभ्यारण्य मध्य प्रदेश का सबसे छोटा वन्यजीव अभ्यारण्य है। इसकी स्थापना 1989 में हुई। यह इंदौर जिले में है और 5 वर्गकिमी में फैला हुआ है।

देश में सर्वप्रथम वर्ष 1956 में वन्य जीव परिरक्षण संगठन की स्थापना उत्तर प्रदेश में की गई थी । वन्य जीव परिरक्षण संगठन का प्रमुख कार्य प्रदेश में जैव विविधता संरक्षण तथा प्रदेश के वन्य जीवों एवं उनके प्राकृतिक वास-स्थलों का संरक्षण एवं विकास करना है।

उत्तर प्रदेश के संपूर्ण वन क्षेत्र का लगभग 1/3 भाग वन्यजीव परिरक्षण संगठन के नियंत्रण में है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 3 राज्य प्राणी उद्यान, 1 राष्ट्रीय उद्यान, आरक्षित संरक्षण क्षेत्र तथा 26 वन्य जीव विहार हैं ।

राज्य प्राणी उद्यान/पार्क

प्राणी विज्ञान ऐसे नागरिकों की सुविधा के लिए होते हैं जो वन वन्य क्षेत्रों में जाकर वन्यजीवों (Wildlife Animals) को नहीं देख सकते हैं। इन्हें हम चिड़ियाघर भी कह सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में 3 राज्य प्राणी उद्यान है-

  1. नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, जूलॉजिकल गार्डन- लखनऊ
  2. कानपुर चिड़ियाघर – कानपुर
  3. शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान- गोरखपुर

ग्रेटर नोएडा में 120 हेक्टेयर क्षेत्र में एक रात्रि वन्यजीव पार्क (Night Safari park) का निर्माण किया जा रहा है। यह इस प्रकार का विश्व का चौथा व भारत का पहला अभयारण्य (Sanctuary) है।

जनसामान्य में वन्य जीव संरक्षण एवं संबर्द्धन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने हेतु राष्ट्रीय चंबल वन्य जीव विहार के तहत इटावा के फिशर वन क्षेत्र में एक लॉयन सफारी पार्क, एक एलीफेंट सफारी पार्क, तथा तेंदुआ, लकड़बग्घा, भालू व हिरण सफारी पार्क की स्थापना की गई है। यहाँ एशियाई बब्बर शेरों के प्रजनन की भी व्यवस्था की गई है।

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दुधवा राष्ट्रीय उद्यान (Dudhwa National Park)

यह प्रदेश का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है। जो लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों के 490 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र में फैला है। बारहसिंहा एवं शेर जैसी दुर्लभ प्रजातियों के संरक्षण एवं समुचित विकास के लिए 1968 में स्थापित दुधवा पशु विहार को 1977 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दे दिया गया।

इस पार्क में बाघ, बारहसिंह, चीतल, एक सींग वाले गेंडे, पांडा, हाथी, भालू, अजगर, मगर, सांभर, आदि जीवों के अलावा बारहसिंहा की दुर्लभ प्रजाति सेरवन डुआलिसी तथा डिस्पिड हेयर एवं चरज जैसे दुर्लभ जंतु पाए जाते हैं।

उत्तर प्रदेश में वन्य जीव विहार (Wildlife Sanctuary in Uttar Pradesh)

वन्यजीवों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा 1956 में स्थापित संगठन द्वारा सर्वप्रथम 1957 में चंदौली स्थित चंद्रप्रभा वन्य जीव विहार की स्थापना की गई। वर्तमान में केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में 15 वन्य जीव विहार है तथा उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 11 वन्य जीव विहार हैं तथा 11 पक्षी वन्य जीव विहार हैं।

वन्य जीव विहारक्षेत्रफल (वर्ग किमी.)स्थान (जिला)हस्तिनापुर वन्य जीव विहार2073मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बिजनौर, अमरोहा,मुजफ्फरनगरराष्ट्रीय चंबल वन्य जीव विहार635आगरा एवं इटावापीलीभीत वन्य जीव विहार602.79पीलीभीतकैमूर वन्य जीव विहार500.73मिर्जापुर एवं सोनभद्रसुहेलवा वन्य जीव विहार452.47बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्तीसोहगी बरवा वन्य जीव विहार428.20महाराजगंजकतर्नियाघाट वन्य जीव विहार400.09बहराइचरानीपुर वन्य जीव विहार230.31बांदा एवं चित्रकूटकिशनपुर वन्य जीव विहार227लखीमपुर खीरीचंद्रप्रभा वन्य जीव विहार78चंदौलीपार्वती अरंगा वन्य जीव विहार10.84गोंडाकछुआ वन्य जीव विहार7वाराणसीमहावीर स्वामी वन्य जीव विहार5.41ललितपुरविजय सागर वन्य जीव विहार2.62महोबापटना वन्य जीव विहार1.09एटा

उत्तर प्रदेश के पक्षी वन्य जीव विहार

नगरों, औद्योगिकीकरण तथा पेड़-पौधों के निरंतर ह्रास तथा कई अन्य कारणों से पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त हो गई है और राज्य पक्षी सारस, कौवा व गिद्ध जैसी कुछ प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं । वैज्ञानिकों के अनुसार गिद्धों और कौऔं की असामयिक मृत्यु का मुख्य कारण डी.डी.टी. तथा बी.एच.सी. जैसे कीटनाशक रसायन है जो मृत प्राणी के शरीर में विद्यमान रहते हैं जिन्हें खाकर ये पक्षी अपना पेट भरते हैं। इसके अलावा पर्यावरण में बदलाव और पक्षियों का शिकार भी इनके विनाश का कारण है।

आज से डेढ़ से दो दशक पहले कच्चे घर हुआ करते थे जिनकी छतें घास-फूस की बनी होती थीं जिनमें पक्षी घोंसले बनाकर रहते थे लेकिन आजकल इन कच्चे घरों का स्थान ईंट के पक्के घरों और कंक्रीट की छतों ने ले लिया है जिससे पक्षी अब इन घरों में अपने घोंसले नहीं बना पाते हैं।

पक्षियों के संरक्षण के लिए राज्य वन विभाग के अधीन इस समय कुल 11 वन्य जीव विहार हैं-

पक्षी विहारक्षेत्रफल (वर्ग किमी.)स्थापना वर्षस्थान (जिला)लाख बहोसी पक्षी वन्य जीव विहार80.241988कन्नौजजयप्रकाश नारायण (सुरहा ताल) पक्षी वन्य जीव विहार34.321991बलियाबखीरा पक्षी वन्य जीव विहार28.941990संत कबीर नगरसमसपुर पक्षी वन्य जीव विहार7.991987रायबरेलीसमान पक्षी वन्य जीव विहार5.261990मैनपुरीडॉ भीमराव अंबेडकर पक्षी वन्य जीव विहार4.272003प्रतापगढ़सूर सरोवर पक्षी वन्य जीव विहार4.031991आगरासांडी पक्षी विहार3.091990हरदोईओखला पक्षी वन्य जीव विहार3.51990गौतमबुद्ध नगरशहीद चंद्रशेखर आजाद (नवाबगंज) पक्षी वन्य जीव विहार2.251984उन्नावशेखा पक्षी वन्य जीव विहार0.25—–अलीगढ़

उत्तर प्रदेश के टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve)

उत्तर प्रदेश में वर्तमान में तीन टाइगर रिजर्व हैं –

  • दुधवा टाइगर रिजर्व
  • अमानगढ़ टाइगर रिजर्व
  • पीलीभीत टाइगर रिजर्व
दुधवा टाइगर रिजर्व (Dudhwa Tiger Reserve)

वर्ष 1987 में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान को ” प्रोजेक्ट टाइगर” में आच्छादित किया गया। बाद में किशनपुर वन्य जीव विहार एवं कतरनिया घाट वन्य जीव विहार क्षेत्र को भी इस टाइगर रिजर्व में शामिल किया गया।

दुधवा टाइगर रिजर्व लखीमपुर खीरी और बहराइच जिलों में फैला है इसके अंतर्गत दुधवा राष्ट्रीय पार्क, किशनपुर वन्य जीव विहार और कतरनिया घाट वन्य जीव विहार आते हैं।

अमनगढ़ टाइगर रिजर्व (Amangarh Tiger Reserve)*

अमनगढ़ टाइगर रिजर्व मूल रूप से जिम कार्बेट नेशनल पार्क का हिस्सा था। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अलग अलग हो जाने के बाद जिम कार्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड के हिस्से में आया तथा अमरगढ़ क्षेत्र उत्तर प्रदेश के हिस्से में आया। बिजनौर के अमनगढ़ क्षेत्र को में उत्तराखंड के जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र के रुप में सम्मिलित किया गया तथा इसे वर्ष 2012 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व (Pilibhit Tiger Reserve)

पीलीभीत टाइगर रिजर्व, पीलीभीत और शाहजहांपुर जिलों के लगभग 73 हजार वर्ग हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे जून 2014 में प्रदेश का तीसरा टाइगर रिजर्व बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण कौन सा है?

उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा वन्यजीव विहार महावीर स्वामी अभ्यारण्य है। जिसका कुल क्षेत्रफल 5.4 वर्ग किमी.

राज्य का सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण कौन सा है?

राज्य का सबसे छोटा अभ्यारण्य सरिस्का ' अ ' अलवर (3.01) है ।

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण कौन है?

Detailed Solution.
हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है।.
हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य 1986 में स्थापित किया गया था।.
हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य 2,073 किमी2 क्षेत्रफल में फैला है।.
हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य मेरठ, मुज़्ज़फरनगर, गाजियाबाद, बिजनौर, मेरठ और अमरोहा जिलों में फैला है.

उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा पक्षी विहार कौन सा है?

पटना विहार पक्षी अभयारण्य उत्तर प्रदेश के इटाह जिले के जलेसर उप विभाजन में एक संरक्षित अभयारण्य है। इसमें 108 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है, और इसकी स्थापना 1 99 1 में हुई थी। यह उत्तर प्रदेश में सबसे छोटा पक्षी अभयारण्य है, केवल 1 किमी 2 के आर्द्रभूमि क्षेत्र के साथ।