हमारा उद्देश्यलोहे के कील और कॉपर सल्फेट के विलयन (साल्यू्शन) की मदद से एकल विस्थापन अभिक्रिया ( सिंगल डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन) का अध्ययन करना। Show सिद्धांतविस्थापन अभिक्रिया (डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन) वह रासायनिक अभिक्रिया (केमिकल रिएक्शन)होती है जिसमें ज्यादा अभिक्रियाशील तत्व अपने यौगिक (कंपाउंड) से कम अभिक्रियाशील तत्व को विस्थापित कर देता है। विस्थापन अभिक्रिया (डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन) में धातुएं और अधातु दोनों भाग लेते हैं। कॉपर सल्फेट के विलयन (साल्यूशन) के साथ लोहे के कील की अभिक्रिया। कैसे धातुओं के रासायनिक जेट विद्युत श्रृंखला में अपनी स्थिति के साथ जुड़ा हुआ है? धातुओं की रासायनिक अभिक्रियाशीलता सक्रियता श्रृंखला (एक्टिविटी सीरीज) में उनकी सापेक्षिक स्थिति से जुड़ी होती है। सक्रियता श्रृंखला (एक्टिविटी सीरीज) में ऊपर रखी गई धातु अपने लवण के जलीय विलयन (साल्यूशन) से निचला स्थान रखने वाली धातु को विस्थापित कर सकती हैं। एकल विस्थापन प्रतिक्रिया का वर्गीकरण:
इस अभिक्रिया में, एक धनायन अपने विलयन (साल्यूशन) से दूसरा धनायन विस्थापित कर देता है। धनायन पॉजिटिव चार्ज आयन या धातु होता है। सभी धातु विस्थापन अभिक्रियाएं (डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन) धनायन विस्थापन अभिक्रियाएं(केटियन डिस्प्लेसमेंट रिएक्शन) होती हैं। हमें कटियन प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाओं के कुछ उदाहरण पर चर्चा की.
एक कम प्रतिक्रियाशील धातु अधिक प्रतिक्रियाशील धातु की एक नमक समाधान के लिए जोड़ा गया है, तो कुछ नहीं होगा. उदाहरण के लिये,
विस्थापन अभिक्रिया से आप क्या समझते है?विस्थापन अभिक्रिया उस रासायनिक अभिक्रिया को कहते हैं जहाँ एक तत्व, दुसरे तत्व को उसके यौगिक के विलयन से विस्थापन कर खुद उसका स्थान ले लेता है। विस्थापन की इस प्रक्रिया को अंग्रेजी में Single Displacement Reaction कहते हैं। उदाहरण के लिए Zn + CuSO4 = ZnSO4 + Cu।
विस्थापन अभिक्रिया कितने प्रकार की होती है?उदासीनीकरण अभिक्रियाएं विशेष प्रकार की दोहरी विस्थापन अभिक्रियाएं (डबल डिसप्लेसमेंट रिएक्शन) होती हैं। अम्ल-क्षार (एसिड-बेस) अभिक्रिया तब होती है जब अम्ल(एसिड) क्षार(बेस) की बराबर मात्रा से अभिक्रिया करता है। अम्ल-क्षार (एसिड-बेस) अभिक्रिया के परिणामस्वरूप नमक (प्रकृति में उदासीन) और पानी का निर्माण होता है।
द्विविस्थापन अभिक्रिया क्या है उदाहरण सहित?Solution : द्विविस्थापन या उभय-विस्थापन अभिक्रिया वह है जिसमें दो यौगिक अपने आयनों का आदान-प्रदान या विनिमय (exchange) करके दो नए यौगिक का निर्माण करते हैं। <br> उदाहरण सोडियम क्लोराइड के विलयन में सिल्वर नाइट्रेट का विलयन डालने पर `Ag^(+)` और `Cl^(+)` की अभिक्रिया से AgCI के अवक्षेप का निर्माण होता है।
विस्थापन अभिक्रिया में क्या अंतर है?उत्तर- विस्थापन अभिक्रिया-जब कोई एक तत्व दूसरे तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित कर देता है तो वह विस्थापन अभिक्रिया होती है। द्विविस्थापन अभिक्रिया- विविस्थापन अभिक्रिया में दो अलग-अलग परमाणु या परमाणुओं के समूह (आयन) का आपस में आदान-प्रदान होता है।
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