फीचर डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: धर्मेंद्र सिंह Updated Sat, 19 Feb 2022 05:36 PM IST रात के तीसरे पहर को अशुभ माना जाता है। तीसरी घड़ी को दुनिया के अधिकतर धर्मों और संस्कृतियों में खतरनाक समय बताया गया है। रात के 12 बजे से 3 बजे के बीच के समय को तीसरा पहर कहा जाता है। माना जाता है कि तीन से चार बजे के बीच का समय मौत का टाइम होता है। लेकिन दिन के 3 बजे को शुभ माना जाता है, क्योंकि जीसस क्राइस्ट का निधन इसी समय हुआ था जबकि रात के 3 बजे को अशुभ कहा जाता है। बताया जाता है कि इस समय इंसान बेहद कमजोर हो जाता है और शैतान की ताकत चरम पर पहुंच जाती है। इस समय लोगों को कुछ अजीब महसूस होता है जिसमे लोगों की आखों का अचानक खुल जाना, दिल की धड़कन का बढ़ना, हाथ-पैर ठंडे होना और तेजी पसीना आना शामिल है। इस समय को मौत का समय मानने के पीछे कई और कारण हैं। रात के 3 से 4 के समय को मौत का टाइम मानने के पीछे वैज्ञानिक तथ्य भी हैं। विज्ञान और धर्म दोनों के तथ्यों का एक ही नतीजा सामने आता है कि सुबह 3 से 4 बजे का समय खतरनाक है। मेडिकल साइंस में कहा जाता है कि रात के 3 से 4 बजे के बीच 300 गुना ज्यादा अस्थमा के अटैक का खतरा रहता है। बताया जाता है कि इस समय एड्रेनेलिन और एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोंस का उत्सर्जन शरीर में बहुत घट जाता है जिसकी वजह से श्वसनतंत्र बहुत अधिक सिकुड़ जाता है। दिन की तुलना में रात में इस समय ब्लडप्रेशर भी बहुत कम होता है। इसकी वजह से अस्थमा के अटैक की संभावना बढ़ जाती है। 14 फीसदी लोगों के इस दिन मरने का रहता है खतरा मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सुबह 6 बजे कोर्टिसोल हार्मोन का तेजी स्त्राव होता है जिसकी वजह से खून के थक्के जमने और अटैक पड़ने की संभावना ज्यादा होती है। हालांकि रात 9 बजे ब्लडप्रेशर ज्यादा अधिक होता है जिसकी वजह से मौत का खतरा बढ़ जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक, 14 प्रतिशत लोगों के अपने जन्मदिन के दिन मरने का खतरा रहता है। अगर किसी को ज्यादा पैसा मिलता है, तो उसको भी मरने का खतरा रहता है। बताया जाता है कि सुबह के समय अधिक सपने आते हैं। पैरानॉर्मल रिसर्चर 3 बजे से 4 बजे के समय को डेविल्स ऑवर या डैड टाइम भी कहते हैं। वह मानते हैं कि इस समय शैतानों और भूतों की गतिविधियां अधिक बढ़ जाती हैं। अधिकतर लोगों को इस समय बुरे सपने आते हैं और नींद खुल जाती है। तो दोस्तों बचपन में हम सभी को यह सिखाया जाता हैं कि जब आप सुबह उठते हो तो आपको सभी को Good Morning कहना चाहिए। जब सभी बच्चे सुबह सुबह स्कूल चले जाते हैं तो वह वहां पर भी अपने स्कूल में पढ़ने वाली मैडम और सर को Good morning कहते हैं और जब वह स्कूल से घर आते हैं तो उस समय तक Good Afternoon हो जाता हैं। सभी यह तो जानते
हैं की Good morning सुबह 12:00 बजे तक होता है और उसके बाद Good Afternoon हो जाता हैं परन्तु बहुत से बच्चों के मन में यह सवाल रहता है की Good Evening कब बोला जाता है ? तो दोस्तों अगर आप भी नहीं जानते हैं की Good Evening कब बोला जाता है तो आपको इसमें चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आप सभी को इस जरिये यह बताने वाले है की गुड इवनिंग कब बोला जाता है? तो अगर आप भी यह जानना चाहते है तो उसके लिए आपको हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा तब ही आप जान सकेंगे की Good evening कब बोला जाता है? तो कृपा करके इसे ध्यान से पढ़े। इसपर भी गौर करें :- 26 जनवरी को क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस? Article Contents
आप सभी यह सोच रहे होंगे की Good Evening करने का सही समय क्या होता हैं जिसके बारे में हम आपको बता दे की – Good Evening शाम के समय में बोला जाता है, इसलिए Good Evening बोलने का सही समय 5:00 बजे के बाद का होता है। शाम 5:00 से लेकर रात के 9:00 बजे तक Good evening कहा जा सकता है। तो दोस्तों अगर आप अपने किसी परिचित से 5 बजे के बाद मिलते हो तो उसको आप Good Evening कर सकते हो और अगर आप अपने किसी परिचित से रात के 9 बजे के बाद मिलते हो तो आपको उनको गुड इवनिंग नहीं कहना है आप उनको केवल हेलो या फिर नमस्ते भी कह सकते हो। कांतारा मूवी ओटीटी रिलीज डेट – Watch Online on Amazon Prime/Netflix शाम कब होती है | When is Eveningतो दोस्तों जैसा की आपको पता है की शाम को ही Good Evening कहा जाता है तो उसके लिए यह आवश्यक है की हम जान ले की शाम कब होती है। जिसके बारे में हमने यहाँ पर बताया है तो कृपया ध्यान से पढ़े माना जाता है की शाम की शुरुआत 5 बजे से होती है और शाम होने के बाद ही हम किसी को Good Evening कह सकते है। लगभग हर जगह पर सूरज ढलना शुरू हो जाता है और जिस समय सूरज ढलने लगता है उसी को शाम माना जाता है। उसके बाद जब सूरज ढल जाता है और अँधेरा हो जाता है उसको रात्रि कहते है। रात्रि के 9 बजे तक हम किसी को भी Good Evening कह सकते है। अगर आप अपने किसी परिचित से रात्रि के 9 बजे के बाद मिलते है तो आपको उनको गुड इवनिंग नहीं कहना है आपको उनको Hi या नमस्ते भी कह सकते हो। तो दोस्तों आप सभी यह तो जानते ही है की सर्दियों के मौसम में शाम जल्दी हो जाती हैं और गर्मियों में शाम देर से होती है। तो आपको यह भी बता दे की शाम समय देखकर नहीं होती शाम तब होती है जब सूरज ढलने लगता है उसी को शाम कहा जाता है इसलिए जिस समय सूरज ढलने लगे उस समय भीं आप किसी को गुड इवनिंग कह सकते हो। गुड इवनिंग कैसे बोला जाता हैतो दोस्तों अभी तक हमने आपको यह बताया है की गुड इवनिंग कब बोला जाता है। अब आगे हम आपको इस लेख में यह बताने वाले है की Good Evening का किस प्रकार और कैसे किया जाता है तो अगर आप भी यह जानना चाहते हो तो उसके लिए आपको यहाँ पर दी गयी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा। Good Evening के कुछ उदहारण :-
Good Evening से सम्बंधित कुछ प्रश्न और उनके उत्तरGood Evening को हिंदी में क्या कहते है ? गुड इवनिंग को हिंदी में सुसंध्या कहते है। Good Evening कब बोलै जाता है ? आप सभी यह सोच रहे होंगे की Good Evening करने का सही समय क्या होता हैं जिसके बारे में हम आपको बता दे की – गुड इवनिंग शाम के समय में बोला जाता है और शाम 5:00 के बाद ही बोली जाती है इसलिए गुड इवनिंग बोलने का सही समय 5:00 बजे के बाद का होता है। शाम 5:00 से लेकर रात के 9:00 बजे तक Good evening कहा जा सकता है। शाम कब होती है ? माना जाता है की शाम की शुरुआत 5 बजे से होती है और शाम होने के बाद ही हम किसी को Good Evening कह सकते है। लगभग हर जगह पर सूरज ढलना शुरू हो जाता है और जिस समय सूरज ढलने लगता है उसी को शाम माना जाता है। उसके बाद जब सूरज ढल जाता है और अँधेरा हो जाता है उसको रात्रि कहते है। Good Morning बोलने का सही समय क्या है ? Good Morning बोलने का सही समय सुअभ से लेकर दोपहर के 12 बजे तक का है यानि के आप 12 बजे तक किसी को Good Morning कहते है। Good Night कब बोला जाता है ? Good Night उस समय बोला जाता है जब आप सोने जा रहे होते हो तब आप किसी को good night कह सकते हो। |