वोडाफोन का दूसरा नाम क्या है? - vodaaphon ka doosara naam kya hai?

सस्ता रिचार्ज प्लान कौन नहीं चाहता है, लेकिन ऐसे ऑप्शन्स कम हैं. Jio, Airtel और Vi के पोर्टफोलियो में कई प्लान्स शामिल हैं. ये प्लान्स 365 दिनों की वैलिडिटी के साथ आते हैं. इसमें डेटा, वॉयस कॉलिंग और SMS बेनिफिट्स मिलते हैं. आइए जानते हैं जियो, एयरटेल और Vi के सबसे सस्ते एक साल की वैलिडिटी वाले रिचार्ज प्लान्स की डिटेल्स.

कहने को तो शेक्सपियर ने अपने एक मशहूर नाटक (रोमियो और जूलियट) में लिखा है कि नाम में क्या रखा है? गुलाब को कोई भी नाम दो वह उतनी ही मीठी खुशबू देता है। लेकिन नाम से बहुत फर्क पड़ता है। शायद यही सोच कर वोडाफोन-आइडिया ने अपनी मर्जर प्रक्रिया पूरी होते ही सबसे पहले अपने ब्रान्ड का नाम बदल दिया।

सोमवार को वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड ने अपने नए नाम वोडाफोन आइडिया (VI) का ऐलान कर दिया है। यानी की वोडाफोन का V और आइडिया का I मिलकर अब VI के नाम से जाना जाएगा। साथ ही कंपनी ने अपनी पंच लाइन को भी बदलकर टूगेदर फॉर टुमारो कर दिया है।

कंपनी की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी है

इसे वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी कह सकते हैं, जहां अब कंपनी दोबारा खुद को मार्केट में स्टेब्लिश करने के लिए तमाम कोशिशें कर रहा है। साल 2018 में वोडाफोन-आइडिया का विलय हुआ था और तब से एक कंपनी होने के बाद भी वोडाफोन और आइडिया के अलग-अलग नाम से कारोबार चल रहा था।

इस कंपनी का मालिकाना हक ब्रिटेन की वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास है। जियो के आने के बाद दोनों कंपनियों ने आपस में विलय कर दिया था और वोडाफोन-आइडिया नाम से कंपनी अस्तित्व में आई थी। इस री लॉन्च के बाद कंपनी के शेयर में तेजी देखी गई है।

डिजिटल पर बहुत बड़ा दांव लगाएगी कंपनी

कंपनी अपने इस ब्रांड के तहत अब डिजिटल पर बहुत बड़ा दांव लगाएगी। वोडाफोन-आइडिया को उम्मीद है कि नई स्कीम और नई ऑफर से वो ज्यादा से ज्यादा सब्स्क्राइबर जोड़ सकते हैं। वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि हम डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने की दिशा में काम कर रहे हैं और सरकार के साथ मिलकर इसे गति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बता दें कि जून 2020 में कंपनी का कस्टमर बेस बड़ी गिरावट के साथ 28 करोड़ रह गया। जबकि दो साल पहले 2018 में जब वोडाफोन आइडिया का विलय हुआ था तो इनका टोटल सब्स्क्राइबर बेस 40.8 करोड़ था।

फिलहाल प्लान की कीमतों में बदलाव नहीं

बता दें कि फिलहाल कंपनी द्वारा प्लान की कीमतों को लेकर कोई बदलाव नहीं किए गए हैं। आइडिया और वोडाफोन दोनों के ग्राहक अब [email protected], 9654297000 (वॉट्सऐप) और 198 पर कस्टमर केयर से जुड़ सकते हैं। इसके अलावा अलग-अलग सर्किल के लिए अलग-अलग कस्टमर केयर नंबर्स हैं जिन्हें आप वोडाफोन-आइडिया की नई वेबसाइट https://www.myvi.in/help-support/vi-customer-care-number से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

टैरिफ में बढ़ोतरी के दिए गए हैं संकेत

कंपनी ने कहा है कि टैरिफ प्लान की कीमतों में इजाफा करना जरूरी है। कंपनी के सीईओ रविन्दर टक्कर ने नए ब्रांड को लांच करते हुए कहा कि वोडाफोन और आइडिया का विलय दो साल पहले हुआ था। हम तबसे दो बड़े नेटवर्क, हमारे लोगों और प्रोसेस के एकीकरण की दिशा में काम कर रहे थे। इसी के साथ ही मर्जर की प्रक्रिया पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि कंपनी पहले कदम के तौर पर टैरिफ में बढ़ोतरी के लिए तैयार है। नए टैरिफ से कंपनी को एआरपीयू सुधारने में मदद मिलेगी। यह अभी 114 रुपए है जबकि एयरटेल और जियो का एपीआरयू क्रमशः 157 रुपए और 140 रुपए है।

कंपनी पर 50,000 करोड़ रुपए का एजीआर बकाया

इससे पहले ऐसी रिपोर्ट्स आई थी कि अमेरिका की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और वेरिजॉन (Verizon) वोडाफोन आइडिया में 4 अरब डॉलर तक निवेश कर सकती हैं। हालांकि वोडाफोन आइडिया ने इन खबरों को खारिज कर दिया था। कंपनी ने कहा उसके निदेशक मंडल के समक्ष वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। कंपनी के बोर्ड ने हाल में इक्विटी शेयर जारी करके या ग्लोबल डिपाजिटरी रिसीट, अमेरिकन डिपोजिटरी रिसीट, फॉरेन करेंसी बॉन्ड्स, कन्वर्टिबल डिबेंचर्स के जरिए 25,000 करोड़ रुपए जुटाने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दी थी। इससे राशि से नकदी संकट से जूझ रही दूरसंचार कंपनी को बड़ी राहत मिल सकेगी। बता दें कि कंपनी पर करीब 50,000 करोड़ रुपए का एजीआर का बकाया है।

वोडाफोन की भारत में एंट्री साल 2007 में हुई थी

वोडाफोन की भारत में इंट्री साल 2007 में हुई थी। कंपनी ने Hutchison Whampoa की 67 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर भारत में अपना कारोबार फैलाया। साल 2014 में एस्सार ग्रुप से बाकी बची हिस्सेदारी भी खरीद ली। इसी साल भारत सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर में 100 फीसद विदेशी निवेश की अनुमति दे दी। बता दें कि वोडाफोन के पास साल 2007 में देश के 16 सर्कल के कुल 2.8 करोड़ से ज्यादा सब्स्क्राइबर थे।

जियो के आने के बाद बदला था टेलीकॉम सेक्टर का रुख

2016 में रिलायंस जियो के आने के बाद देश में टेलीकॉम सेक्टर का रुख बिल्कुल बदल गया। अब यूजर्स सस्ते डेटा के लिए जियो की ओर तेजी बढ़ रहे थे। जियो के आने के बाद से वोडाफोन-आइडिया के ग्राहकों की संख्या लगातार घट रही है। प्रति ग्राहक औसत राजस्व (ARPU) नीचे आ रहा है।

दो साल पहले वोडाफोन-आइडिया के मर्जर को टेलीकॉम सेक्टर का दूसरा सबसे बड़ा मर्जर माना जाता है। जिसके तहत वोडाफोन इंडिया के पास 45.1%, आदित्य बिरला ग्रुप के पास 26% और आइडिया के शेयर होल्डर्स के पास 28.9% की हिस्सेदारी मिली। आइडिया की हिस्सेदारी नई कंपनी में 54.9% की हो गई थी। कंपनी का नाम वोडाफोन-आइडिया हो गया था।

इसे सुनेंरोकेंइसके बारे में अक्सर लोग जानना चाहते है की ये किस देश की कंपनी है तो हम बता दे की ये ब्रिटिश की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है व इस कंपनी का मुख्यालय मुख्यालय लंदन और न्यूबरी, बर्कशायर मे स्थित है व अगर हम राजस्व के हिसाब से बड़ी कंपनी की बात करें तो राजस्व के हिसाब से वोडाफोन नौवीं सबसे बड़ी टेलीफोन ऑपरेटिंग कंपनी है व इसके …

वोडाफोन का पुराना नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकें2007 में कंपनी का नाम वोडाफ़ोन एस्सार ‘हच’ से बदलकर ‘वोडाफ़ोन’ कर दिया।

आइडिया किसकी कंपनी है?

इसे सुनेंरोकेंसबसे पहले तो हम आपको यह बता देते है की आखिर ये कंपनी किस देश की है आइडिया भारत की कंपनी है व इस कम्पनी का मुख्यालय भारत के महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर में स्थित है व इस कंपनी को बनाने का श्रेय Birla Communications Limited को जाता है इन्होने इस कंपनी की 1995 में स्थापना की थी.

पढ़ना:   आईपीएल का दूसरा सेमीफाइनल कब है?

आइडिया कंपनी की स्थापना कब हुई?

31 अगस्त 2018वोडाफोन आइडिया / स्थापना की तारीख और जगह

वोडाफोन की मालिक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंइस कंपनी का मालिक Gerry Whent और Ernest Harrison है. इन दोनों व्यक्तियों ने मिलकर वोडाफोन की शुरुआत की थी.

वोडाफोन आइडिया का मालिक कौन है?

कुमार मंगलम बिड़लावोडाफोन आइडिया / संस्थापक

वोडाफोन का मुख्यालय कहाँ है?

बर्कशायर, यूनाइटेड किंगडमवोडाफ़ोन / मुख्यालय

वोडाफोन सिम का दूसरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवोडाफोन का पहले नाम हच (Hutch) था। वहीं, आइडिया को भी आइडिया सेल्युलर के नाम से जाना जाता था। वोडाफोन मैक्स टच के नाम से भी अपनी ब्रांडिंग कर चुकी है।

आइडिया नेटवर्क के मालिक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंIdea के मालिक कुमार मंगलम बिरला (Kumar Mangalam Birla) है। इस कंपनी के शुरुवात 1995 में बिरला कम्युनिकेशन लिमिटेड ने की थी। Idea कंपनी 2G 3G और 4G सभी नेटवर्क प्रदान करती है।

आइडिया के चेयरमैन कौन है?

इसे सुनेंरोकेंK M Birla Steps Down As Non-Executive Chairman of Vodafone Idea: कुमार मंगलम बिड़ला ने अपनी जगह हिमांशु कपानिया को नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन मनोनीत किया है.

पढ़ना:   राष्ट्रकूट की राजधानी क्या थी?

आइडिया नेटवर्क का मालिक कौन है?

Idea सिम का मालिक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंआईडिया कंपनी का मालिक कुमार मंगलम बिरला है. इस कंपनी की शुरुआत 1995 में बिरला कम्युनिकेशन लिमिटेड के नाम से की गई थी. Idea GSM ऑपरेट करती है जिसमे आपको 2G, 3G और 4G नेटवर्क प्रदान करती है.

वोडाफोन का सबसे पुराना नाम क्या है?

2007 में कंपनी का नाम वोडाफ़ोन एस्सार 'हच' से बदलकर 'वोडाफ़ोन' कर दिया।

वोडाफोन सिम का नया नाम क्या है?

Vi सिम का पूरा नाम क्या है? Vodafone Idea को अब Vi के नाम से जाना जाएगा। वी आई का पूरा नाम वोडाफोन इंडिया लिमिटेड (Vodafone India Limited) है।

आइडिया का नया नाम क्या है?

गांधीनगर (Reg.) 7 सितंबर 2020 को, वोडाफोन आइडिया ने अपनी नई ब्रांड पहचान, 'वीआई' का अनावरण किया, जिसमें कंपनी के पूर्ववर्ती अलग-अलग ब्रांड 'वोडाफोन' और 'आइडिया' का एकीकरण एक एकीकृत ब्रांड में शामिल है।

Vi किसकी कंपनी है?

वी आई का पूरा नाम वोडाफोन इंडिया लिमिटेड (Vodafone India Limited) है। बता दें कि साल 2018 के अगस्त में वोडाफोन और आइडिया का विलय हुआ था लेकिन अब अभी तक दोनों कंपनियों को उनके नाम से ही चलाया जा रहा था। इस कंपनी का मालिकाना हक ब्रिटेन की वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास है।