शोक सभा कविता का मूल भाव क्या है - shok sabha kavita ka mool bhaav kya hai

शोकसभा

जाने वाला चला गया

ख़बर मिली, दुख हुआ

कुछ लोग जमा हुए

(शोक-प्रस्ताव लिखने वाला जल्दी खोजो,

जो कुछ लिख सके

और कोई जो संस्मरण सुना सके)

मरने वाला कब मरा, पता नहीं चला

इस मौक़े पर कुछ लोग यही बता पाते

कि वे अभी बच गए हैं तो बहुत था

यह भी हुआ

क्या लोगों को कुछ याद नहीं रहा

या सब सब कुछ जान चुके थे

कुछ बताने को बचा नहीं था

भाइयो, हम किसी के जाने का क्या अफ़सोस करें

हम तो ख़ुद ही पहले ही कहीं जा चुके हैं

स्रोत :

  • पुस्तक : ज़िल्लत की रोटी (पृष्ठ 53)
  • रचनाकार : मनमोहन
  • प्रकाशन : राजकमल प्रकाशन
  • संस्करण : 2006

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कवि की शोकसभा

मंगलेश डबराल की शोकसभा से लौटकर

एक धुँधला-सा अँधेरा 
एक अंधा-सा प्रकाश 
मुझसे कहते हैं लिख लूँ मैं उन्हें 
उन्हें अदद घर की ज़रूरत है 
कविता का एक घर 
जिसमें रहेंगे वे 
एक धुँधला-सा अँधेरा 
एक अंधा-सा प्रकाश

जिन कविताओं को पढ़कर
मन थोड़ा-सा भारी 
आँख थोड़ी-सी नम 
और बेहूदा हँसी थोड़ी-सी कम हो जाए 
ऐसी कविताओं में बसता है 
कवि का मन

ऐसे मन का क्या करे कोई 
ऐसे जीवन की अभिलाषा किसी को नहीं होती 
कवि की मृत्यु के बाद 
नहीं थमता कोई शहर 
कोई समय

उसकी शोकसभा में आते रहते हैं ग़ैरज़रूरी फ़ोन 
पत्नियाँ मँगाती रहती हैं सब्ज़ियाँ
सहेजती रहती हैं एक किलो दाल ले आने को 
लोग मुँह में मुँह दिए किसी कवि की करते रहते हैं बुराई 
और मोटर गैराज में बनती रहती हैं बिगड़ी हुई गाड़ियाँ
कोठे पर सजी-सँवरी बैठी रहती हैं औरतें
बाज़ारों में लड़कियों की देह तौलती रहती हैं निगाहें 
तानाशाह बढ़ाता रहता है दाढ़ी-मूँछ 
पालतू जानवर हिलाते रहते हैं पूँछ
कवि जिस भाषा में लिखता है 
उस भाषा में दी जाती है माँ की गालियाँ
कवि होता यदि अपनी शोकसभा में 
तो अपने कवि होने पर
और कवि की तरह मरने पर शोक करता? 
या फिर इस शोक में भी कविता करता?

स्रोत :

  • रचनाकार : अनुराग अनंत
  • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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Shok Sabha Meaning in Hindi | शोक सभा का अर्थ क्या है

शोक सभा लोगों का एक ऐसा समूह होता है जिसमें लोग किसी अप्रिय घटना के चलते संवेदना व दुःख प्रकट करने के लिए एकत्रित होते है। इस प्रकार की सभा आमतौर पर किसी व्यक्ति की मृत्यु होने के पश्चात संगठित होती है शोक सभा में भाग लेने वाले सभी व्यक्ति उस स्वर्गवासी व्यक्ति की मृत्यु पर अपना दुख प्रकट करते हैं व दुखी मन से अपने विचार रखते हैं इस प्रकार की सभा का मूल उद्देश्य मृत व्यक्ति के प्रति अपने सम्मान की भावना को दर्शाना होता है। शोक सभा को अंग्रेजी में कंडोलेंस मीटिंग (Condolence Meeting) कहा जाता है।

सांस्कृतिक रूप से शोक सभा बड़े से बड़े व छोटे से छोटे व्यक्ति की मृत्यु पर संगठित होती है तथा लोगों का यूँ संगठित होना भारत सहित पूरी दुनिया में देखा जा सकता है हालांकि संस्कृति के अनुसार इस सभा के नियम अलग-अलग होते हैं।

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