रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

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अन्यसेहत के लिए काफी लाभकारी होती है रुद्राक्ष का पानी, जानें इससे जुड़े फायदे

Ritu SharmaJune 25, 2019

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रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

हमारे पुराणों में रुद्राक्ष का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि रुद्राक्ष भगवान शंकर के आंसू से पैदा हुआ था और ये एक प्रकार का फल है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की आंखों से पानी की कुछ बूंदें धरती पर गिर थी। जिसके बाद महान रुद्राक्ष का पेड़ पैदा हुआ था और इस पेड़ पर रुद्राक्ष के फल लगे थे।

रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

शिव पुराण में रुद्राक्ष को लेकर लिखा गया है कि रुद्राक्ष को पहनने से भक्तों पर भगवान शिव की कृपा बन जाती है और शिव जी भक्तों की रक्षा करते हैं। जो लोग रुद्राक्ष को धारण करते हैं उनके सभी दुख दूर हो जाते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। वहीं आयुर्वेद में रुद्राक्ष के बारे में लिखा गया है कि रुद्राक्ष को धारण करने से सेहत पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है और कई तरह के रोग शरीर को नहीं लग पाते हैं।

आयुर्वेद में रुद्राक्ष को पहनने से जुड़े क्या-क्या लाभ बताए गए हैं इसकी जानकारी इस प्रकार है-

दिल रहे एकदम हल्दी

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आयुर्वेद के मुताबिक जो लोग रुद्राक्ष को धारण करते हैं उनको दिल से संबंधित बीमारी नहीं होती है और उनको किसी भी प्रकार का मानसिक रोग भी नहीं लग पाता है।

नसें रहती हैं एकदम सही

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रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्तियों की नसें हमेशा सही से कार्य करती हैं और नसों में किसी भी तरह की तकलीफ नहीं होती है। साथ में ही बढ़ती उम्र के साथ नसें कमजोर भी नहीं पड़ती हैं।

ब्लड प्रेशर रहे सही

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रुद्राक्ष को धारण करने से या फिर रुद्राक्ष का पानी रोज पीने से ब्लड प्रेशर की समस्या से बचा जा सकता है और ब्लड प्रेशर हमेशा कंट्रोल में ही रहता है।

याददाश्त बढ़े

रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

रुद्राक्ष वाला पानी पीने से दिमाग पर भी अच्छा असर पड़ता है और याददाश्त में बढ़ोतरी होती है। याददाश्त के अलावा दिमाग की एकाग्रता शक्ति भी इस पानी को पीने से बढ़ती है।

आंखों की जलन करे खत्म

रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

आंखों में जलन होने पर आप रुद्राक्ष के पानी से अपनी आंखों को धों लें। ऐसा करने से आंखों को ठंडक मिल जाएगी और आपकी आंखों की जलन एकदम सही हो जाएगी।

नहीं लगता कोई भी रोग

रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

आयुर्वेद में रुद्राक्ष को अमृत माना गया है और आयुर्वेद में कहा गया है कि जो लोग रोज थोड़ा सा रुद्राक्ष वाला पानी पीते हैं। उन लोगों का शरीर हमेशा स्वस्थ ही रहता है और उनको किसी भी प्रकार के रोग नहीं लग पाते हैं।

कान की दर्द से मिले आराम

रुद्राक्ष का पानी कैसे तैयार करें? - rudraaksh ka paanee kaise taiyaar karen?

कानों के दर्द को सही करने में भी रुद्राक्ष का पानी काफी मददगार होता है। जिन लोगों को कानों में दर्द हो वो लोग बस दो बूंद रुद्राक्ष के जल की अपने कानों में डाल लें। ऐसा करने से कान का दर्द एकदम सही हो जाएगा।

कैसे तैयार करें  रुद्राक्ष का पानी

रुद्राक्ष का पानी तैयार करना काफी आसान है। आप रात के समय एक रुद्राक्ष को साफ जल में रख दें और सुबह इस रुद्राक्ष को पानी से निकाल कर इस पानी को खाली पेट पी लें। ये पानी पीने से आपकी रक्षा कई बीमारियों से हो जाएगी।

इसे सुनेंरोकेंरुद्राक्ष की माला में एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए विद्वान अक्सर भीगे हुए रुद्राक्ष का पानी पीने की सलाह देते हैं। ऐसा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।

असली रुद्राक्ष को कैसे पहचाने?

इसे सुनेंरोकें- असली रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डुबाने से वह रंग नहीं छोड़ता है जबकि नकली रुद्राक्ष रंग छोड़ देता है। – असली रुद्राक्ष पानी में डुबाने पर वह डूब जाता है , जबकि नकली रुद्राक्ष तैरता रहता है। -असली रुद्राक्ष को पहचाने के लिए उसे किसी नुकिली चीज से कुरेदने पर अगर उसमें से रेशा निकलता हो तो वह असली रुद्राक्ष होता है।

रुद्राक्ष कितने मुखी का होता है?

इसे सुनेंरोकेंएक मुखी से लेकर यह इक्कीस मुखी तक होते हैं। इन सभी की अलौकिकता एवं क्षमता अलग-अलग होती है। जो रुद्राक्ष हिमालय की तराइयों में पाए जाते हैं उनकी महिमा सबसे बड़ी कही गई है। दस मुखी और चौदह मुखी रुद्राक्ष अतिदुर्लभ माने जाते हैं।

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रुद्राक्ष कौन सा अच्छा होता है?

इसे सुनेंरोकेंतीन मुखी रुद्राक्ष आदि देवी के लिए, चार मुखी रुद्राक्ष ब्रह्मा के लिए, सात मुखी शनि या लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए, नौ मुखी रुद्राक्ष देवी दुर्गा के लिए, दस मुखी रुद्राक्ष भगवान विष्णु के लिए और बारह मुखी रुद्राक्ष भगवान सूर्य के लिए धारण करना चाहिए।

रुद्राक्ष घर में रखने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंजानकारों के अनुसार पूरे ब्रह्मांड की कल्‍याणकारी वस्‍तुओं में एकमुखी रुद्राक्ष का नाम सर्वप्रथम आता है। ये रुद्राक्ष गंभीर पापों से मुक्‍ति दिलाता है। इसके प्रभाव में मनुष्‍य अपनी इंद्रियों को वश में कर ब्रह्म ज्ञान की प्राप्‍ति की ओर अग्रसर होता है। धन प्राप्‍ति में भी एकमुखी रुद्राक्ष फायदेमंद साबित होता है।

कितने रुद्राक्ष की माला पहननी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंपुरुषों के लिए 8 mm रुद्राक्ष माला असली 5 मुखी रुद्राक्ष माला पुरुषों के लिए 108 रुद्राक्ष माला 108 रुद्राक्ष माला 108 मोती रुद्राक्ष धारण माला

रुद्राक्ष कौन से धागे में पहनना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंरोजगार की समस्या में – इसके लिए दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. – इसे शनिवार को लाल धागे में गले में धारण करें.

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पंचमुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है?

5 मुखी रुद्राक्ष पांच मुखी रुद्राक्ष | 100% प्राकृतिक पंचमुखी रुद्राक्ष

M.R.P.:₹999.00मूल्य :₹299.00आपकी बचत:​₹700.00 (70%)सभी टैक्स सहित

2 मुखी रुद्राक्ष को कैसे पहचाने?

इसे सुनेंरोकें2- दो मुखी रुद्राक्ष- इसे आत्‍मविश्‍वास और मन की शांति के लिए धारण किया जाता है। इसके देवता भगवान अर्धनारिश्वर, ग्रह- चंद्रमा एवं राशि कर्क है।

रुद्राक्ष कौन पहने?

इसे सुनेंरोकेंरुद्राक्ष धारण करने वाले पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। नकारात्मक शक्तियां रुद्राक्ष धारण करने वाले के पास भी नहीं आती हैं। साथ ही जिस घर में रुद्राक्ष की नियमित पूजा होती है वहां कभी धन-धान्य की कमी नहीं रहती, मां लक्ष्मी का सैदव वहां वास रहता है।

रुद्राक्ष का पानी कैसे पीना है?

रुद्राक्ष की माला में एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए विद्वान अक्सर भीगे हुए रुद्राक्ष का पानी पीने की सलाह देते हैं। ऐसा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।

रुद्राक्ष का पानी कब पीना चाहिए?

कई बड़े बूढ़े और विद्वान् लोग रुद्राक्ष को रात भर पानी में भिगो कर रखते हैं और सुबह उसका पानी पीते हैं। ऐसा माना जाता है की रुद्राक्ष में एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो की पानी में भोगो कर रखने से पानी में आ जाते हैं।

क्या असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है?

- असली रुद्राक्ष पानी में डुबाने पर वह डूब जाता है , जबकि नकली रुद्राक्ष तैरता रहता है।

रुद्राक्ष का जल पीने से क्या फायदा होता है?

रुद्राक्ष और पानी दोनों को मिला कर जो औषधि तैयार होती है उससे होने वाले फायदों के बारे में आपको बताते है। साथियों रात को सोने से पहले रुद्राक्ष के कुछ दाने स्वच्छ पानी में डाल कर रख दें। और सुबह उस जल का खाली पेट सेवन करना है। इससे होगा ये दोस्तों की आपको कब्ज तथा अन्य रोगों से बहुत जल्द राहत मिलेगी।