युवा वर्ग देश का भविष्य होने के साथ-साथ हमारे देश के विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में युवाओं की संख्या अन्य देशों से अधिक है। भारत की लगभग 65 प्रतिशत जनसंख्या की आयु 35 वर्ष से कम है। सरकार का पूरा ध्यान युवाओं के माध्यम से विकास लाने पर केन्द्रित है। उनके अनुसार युवा देश के विकास के लिए अपना सक्रिय योगदान प्रदान करें न कि केवल उसका एक हिस्सा बनकर रह जाएँ। सरकार द्वारा पेश की गई राष्ट्रीय युवा नीति-2014 का उद्देश्य “युवाओं की क्षमताओं को पहचानना और उसके अनुसार उन्हें अवसर प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना और इसके माध्यम से विश्वभर में भारत को उसका सही स्थान दिलाना है।“ Show युवाओं के व्यक्तित्व में सुधार लाने, उनमें नेतृत्व के गुण विकसित करने एवं उनमें ज़िम्मेदार नागरिक के गुण और स्वयंसेवा की भावना उत्पन्न करने के उद्देश्य से युवा मामले विभाग ने विभिन्न कार्यक्रमों को कार्यान्वयित किया है। राष्ट्रीय युवा नीति-2014 की विषयवस्तु एवं युवा मामले विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों/ योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी विभाग की वेबसाइट (https://yas.nic.in) पर उपलब्ध कराई गई है। राष्ट्र् निर्माण में युवाओं को कैसे भागीदार बनाया जाए इससे संबंधित अपने विचार और सुझाव साझा करें। यह समूह कार्य एवं चर्चा करेगा। कार्य दोनों प्रकार के हो सकते हैं -ऑनलाइन और बाहरी। चर्चा के माध्यम से लोग अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं और सुझाव दे सकते हैं। भारत के राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविन्द का राष्ट्र के नाम विदाई संदेश Posted On: 24 JUL 2022 7:18PM by PIB Delhi प्यारे देशवासियो, नमस्कार!
प्यारे देशवासियो,
प्यारे देशवासियो,
देवियो और सज्जनो,
प्यारे देशवासियो,
प्यारे देशवासियो
प्यारे देशवासियो,
धन्यवाद, जय हिन्द! **** DS राष्ट्र के निर्माण में इतिहास का क्या योगदान है?पिछली दो शताब्दियों के दौरान राष्ट्रवाद एक ऐसे सम्मोहक राजनीतिक सिद्धान्त वेफ रूप में उभरा है जिसने इतिहास रचने में योगदान किया है। इसने उत्कट निष्ठाओं के साथ-साथ गहरे विद्वेषों को भी प्रेरित किया है। इसने जनता को जोड़ा है तो विभाजित भी किया है।
राष्ट्रवाद क्या है इतिहास?राष्ट्रवाद क्या है ( rashtravad kya hai ), इसको हम सरल भाषा में यूँ समझ सकते है की किसी भी भौगोलिक सीमा क्षेत्र के अंतर्गत वहां के लोगों में एक दूसरे के लिए एकजुटता और आपसी समन्वय की भावना जो समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ती चली जाए उसे हम “ राष्ट्रवाद ” कहते हैं।
राष्ट्र का निर्माण क्या है?इसलिए राष्ट्र निर्माण का अर्थ यही है वह राष्ट्र जो अपने इतिहास एवं संस्कृति के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए प्रयत्नशील हो एवम अपनी संस्कृति को मानने वाले एवं सम्मान करने वाले लोगो के द्वारा संचालित हो ऐसे राष्ट्र का निर्माण ही राष्ट्र निर्माण है।
राष्ट्र निर्माण से आप क्या समझते हैं इसके मुख्य तत्वों का वर्णन कीजिए?राष्ट्र-निर्माण एक सामाजिक प्रक्रिया है जिसके आधार पर लोग अपने छोटे-छोटे कबीलों, गाँवों एवं नगरों के प्रति वफादारी के स्थान पर विशाल केंद्रीय राजनीतिक प्रणाली को वफादारी प्रदान करते हैं अर्थात् राष्ट्र स्थाई होता है जिसके पास अपनी प्रभुसत्ता, विदेश नीति होती है।
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