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नमस्कार दोस्तों | आज के इस पोस्ट में हम Rashtragan aur Rashtra Geet me antar क्या है, इसके बारे में जानने वाले हैं | राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत दोनों ही हमारे देश का एक लोकप्रिय song है | यह तो आप सभी जानते ही हैं कि राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को Indian national moments पर गाया जाता है, परंतु ऐसे बहुत से लोग होते हैं जिनको राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत ठीक से गाना नहीं आता और उन्हें राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान याद तक नहीं होता | ऐसे में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में अंतर क्या है कहा पता रहने वाला है | परंतु ऐसे लोग जिनको राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाने आता है, परंतु उनको उनका मतलब व अंतर नहीं पता है तो आज का हमारा यह पोस्ट राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में अंतर क्या है, आपके लिए बहुत फायदेमंद होने वाला है | इसके साथ साथ हम आपको राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के बारे में और भी अनोखी जानकारी देने वाले हैं | तो दोस्तों हमारे आज की इस पोस्ट को पूरा पढ़ना और दूसरे लोगों में share जरूर करना | तो आइए जानते हैं कि Rashtragan aur Rashtra Geet me antar क्या है | Read Also हमेशा फिट रहने के 5 तरीके कौन कौन से हैं इतिहास की 10 अनोखी विलुप्त प्रजातियां? marne ke bad kya hota hai. Mrityu ke bad atma ka kya hota hai. truth राष्ट्रगान क्या है? rashtragan kya hai?दोस्तों राष्ट्रगान को कौन नहीं जानता | राष्ट्रगान अर्थात् जन गण मन, हमारे देश भारत का National Anthem है | जिसे आजादी के अवसर पर तथा किसी भी national moments के अवसर पर गाया जाता है | प्रत्येक भारतीय के लिए राष्ट्रीयगान बहुत आदरणीय गान है | जब भी कहीं international sports match होता है तो उसके पहले नेशनल एंथम चलाया जाता है | जब कभी भी राष्ट्रगान गाय जाता है तो इसे 52 सेकंड में गाया जाता है | राष्ट्रगान में 6 पंक्तियां होती हैं और इसे हिंदी संस्कृत मिश्र भाषा में लिखा गया है | राष्ट्रगान की रचना किसने की? Rashtragan ki Rachna kisne ki?दोस्तों राष्ट्र गान जिसे अंग्रेजी में नेशनल एंथम कहा जाता है, इसकी रचना गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर द्वारा किया गया था | जिसे 1950 में अधिकारिक रूप से अपनाया गया था | राष्ट्रीय गीत क्या है? Rastriya geet kya hai?दोस्तों राष्ट्रीय गीत जिसे सभी जरुर जानते होंगे | परंतु शायद ही लोग होंगे जो इसे आसानी से गा पाते होंगे | राष्ट्रगीत अर्थात् हमारा वंदे मातरम् यह सभी भारतीयों के लिए एक ऐसा गीत है जिसे सुनने के बाद दिल में भारत देश के लिए इज्जत और भी बढ़ जाती है तथा मन में वीरता का लहर उठने लगता है | वंदे मातरम् को संस्कृत में लिखा गया है और इसके शब्द भी थोड़े कठिन है, यही कारण है कि वंदे मातरम् को आसानी से नहीं गाया जा सकता है | वंदे मातरम् भारत देश का एक प्रमुख गीत है और यह भले ही देखने में कठिन लगता हो, परंतु थोड़े से अभ्यास के बाद इसे आसानी से गाया जा सकता है | वंदे मातरम् को गाने में 65 सेकंड लगते हैं | इस गीत को भी national moments पर गाया जाता है | राष्ट्रीय गीत के रचयिता कौन है? Rashtrageet kisne likha?दोस्तों वंदे मातरम् या राष्ट्रीय गीत के रचयिता बंकिम चंद्र चटर्जी जी है | इन्होंने राष्ट्रीय गीत का रचना किया था | राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में अंतर? Rashtragan aur Rashtra Geet me antarराष्ट्रीय गान व राष्ट्रीय गीत दोनों ही हमारे देश भारत की एक आदरणीय songs है, परंतु बात करें अंतर की तो इसके निम्न अंतर है-
राष्ट्रगान में कितनी नदियां हैं? Rashtragan mein Nadi ki sankhya?दोस्तों यदि आपने राष्ट्रगान गाते समय गौर किया होगा तो उसमें भारत के कुछ प्रमुख नदियों का भी जिक्र किया गया है | राष्ट्रगान की इस पंक्ति, ‘विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंगा’ में गंगा और जमुना भारत की दो प्रमुख नदियों का जिक्र किया गया है | राष्ट्रगान गाते समय सावधान क्यों खड़े रहते हैं? Rashtragan gate samay savdhan kyon Hote Hain?दोस्तों आप यह तो बेशक जानते हैं कि राष्ट्रगान गाते समय सावधान की मुद्रा में खड़ा होना होता है | ex. कभी भी किसी बड़े की बात सुनते समय हम जिस प्रकार सावधान की मुद्रा में होकर शांत रहकर उनकी बात सुनते हैं ताकि हम उन्हें सम्मान दे सकें, ठीक उसी प्रकार जब Rashtragan चल रहा होता है तो उसे सम्मान देने के लिए, उसे आदर देने के लिए हम शांत रहकर सावधान की मुद्रा में खड़े रहते हैं | राष्ट्रगान का अर्थ क्या है? Rashtragan ka matlab?राष्ट्रगान अर्थात् जन गण मन, इसमें लगभग संपूर्ण भारत देश का जिक्र किया गया है | जन गण मन में भारत के नदी, पर्वत, अनेक राज्यों आदि को सम्मिलित किया गया है | राष्ट्रगान अर्थात् एक ऐसा गान जो भारत देश को पूरा पूरा represent करता है | राष्ट्रगान भारत की एकता और अखंडता को दर्शाता है | राष्ट्रगान में भारत के भाग्य विधाता का जिक्र किया है जिसका अर्थ भारत देश के भाग्य को सवारने वाला अर्थात् आने वाली युवा पीढ़ी | जो भारत के भाग्य विधाता है, भारत की युवा पीढ़ी है उनके कंधों पर आने वाले जिम्मेदारियों का भार पड़ने वाला है और उसको संभालने के लिए युवा पीढ़ी सच्चाई, सही कर्म से अपने कंधों को मजबूत बना रहे हैं जो भारत देश को प्रगति की ओर ले जाएगा और उसी भाग्य विधाता की हम जय जयकार करते हैं | वह जो मंगल दायक हैं अतः भारत देश के लिए सही काम करने वाले है उनकी हम जय जयकार करते हैं | वंदे मातरम् का अर्थ क्या होता है? Vande Mataram ka Arth?दोस्तों वंदे मातरम् एक संस्कृत का शब्द है और जिसका अर्थ होता है अपने माता की पूजा करना वंदना करना | जिस प्रकार धरती हमारी माता है भारत देश हमारे मां के समान हैं और हमें उसकी पूजा करनी चाहिए सही कर्मों से, सही कार्यों से | इस प्रकार वंदे मातरम् में भारत माता की वंदना संस्कृत भाषा में किया गया है | Read also B.A. करने के फायदे हैं ? B.A. पूरी जानकारी 2022 M.A. और B.A. में क्या फर्क है? M.A. / B.A. पूरी जानकारी 2022 M.A. की degree क्या होती है? m.a. पूरी जानकारी 2022 Conclusionदोस्तों आज की इस पोस्ट Rashtragan aur Rashtra Geet me antar में हमने राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जाने | यदि आपको इस पोस्ट से किसी भी प्रकार की कोई knowledge मिलती है तो इसे अपने दोस्तों में share जरूर करना, ताकि उन्हें भी इसके बारे में पता चल सके | यह पोस्ट आपको पसंद आए तो, नीचे comments जरूर करना | राष्ट्रगान गाते समय हमें कैसे खड़ा होना चाहिए?राष्ट्रगान जब गाया अथवा बजाया जा रहा हो तब हमेशा सावधान की मुद्रा में खड़े रहना चाहिए। 2. राष्ट्रगान का उच्चारण सही होना चाहिए तथा इसे 52 सेकेंड की अवधि में ही गाया जाना चाहिए। इसके संक्षिप्त रूप को 20 सेकेंड में गाया जाना चाहिए।
राष्ट्रगान में सावधान क्यों खड़े रहते हैं?बेशक इस दौरान भारतीयों से उम्मीद की जाती है कि वो राष्ट्रगान के समय सावधान की मुद्रा में खड़े रहें, लेकिन ये कहना गलत होगा कि जन-गण-मन न गाना इसका अपमान है. आपको बता दें कि राष्ट्रगान को लेकर ऐसा कोई नियम नहीं है, कि इस दौरान आपको खड़े रहना है. जन-गण-मन के दौरान इसे सम्मान देना जरूरी होता है, न कि खड़े रहना.
क्या भारत में राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना अनिवार्य है?हमारे संविधान में राष्ट्रगान को लेकर ऐसा कोई नियम नहीं है, कि इस दौरान आपको खड़े रहना है। जन-गण-मन के दौरान इसे सम्मान देना जरूरी होता है, न कि खड़े रहना, लेकिन, 1986 में केरल में राष्ट्रगान को लेकर उठे मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि राष्ट्रगान को उचित सम्मान देना जरूरी है।
राष्ट्रीय गान छत के नीचे क्यों नहीं गा सकते?हम अपने राष्ट्रगान को छत के नीचे खड़े होकर नही गा सकते क्योंकि राष्ट्रगान करते समय हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारे सामने होना चाहिए , और यह आवश्यक है कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज उन्मुक्त गगन में स्वछंद रूप से लहरा रहा हो , किंतु छत के नीचे राष्टगान करेंगे , तो हमारे राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर छत रहेगी , इसलिए राष्ट्रीय ध्वज को छत के ...
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