कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले या फिर किसी काम में सफलता हासिल करने के लिए लोग अक्सर घर में पूजा पाठ करवाते हैं ताकि उन्हें अपने लक्ष्य में सफलता मिल सके. पर क्या आप जानते हैं आपकी मनोकामना जल्दी पूरी हो सके इसके लिए घर में पूजा पाठ और मांगलिक उत्सव करने का क्या है सही तरीका. आइए जानते हैं पूजा पाठ करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. Show घर में पूजा पाठ का सही स्थान क्या हो- - घर में हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही मंदिर का स्थान रखें. - घर का मंदिर हमेशा लकड़ी का बना होना चाहिए. - घर के मंदिर के आसपास कोई गंदगी ना हो. उसे हमेशा साफ सुथरा रखें. -घर के मंदिर का मुख्य रंग क्या हो- - मंदिर का सही रंग हल्का पीला या नारंगी होना चाहिए. - घर के मंदिर में हमेशा हल्की पीली लाइट का प्रयोग करना चाहिए. - मंदिर में गहरे नीले रंग का प्रयोग ना करें. घर के मंदिर में क्या-क्या रखना चाहिए- - घर के मंदिर में हलके पीले रंग का या लाल रंग का वस्त्र बिछायें. - भगवान गणपति और महालक्ष्मी का स्वरूप रखें. - अपने इष्ट और अपने कुल गुरु का चित्र अवश्य रखें. - एक तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर रखें. घर का मंदिर बनाते समय क्या क्या सावधानी बरतें- - घर का मंदिर दक्षिण पश्चिम दिशा में ना बनाएं. - मंदिर के आसपास कोई गंदगी ना हो. - मंदिर शौचालय के पास बिल्कुल ना बनाएं. - मंदिर के आसपास जूते चप्पल ना रखें. कौन सी दिशा में बैठकर भजन कीर्तन जाप किया जाए- - हमेशा भजन कीर्तन पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह करके किया जाए तो सर्वोत्तम रहता है अन्य किसी दिशा में किया गया भजन कीर्तन मन में उत्साह नहीं ला पाता. - भजन कीर्तन करने से पहले भगवान मंगल मूर्ति के चित्र को हमेशा स्थापित करें उसके बाद ही भजन कीर्तन शुरू करें. - जिस देवी देवता का भजन किया जा रहा है उसके चित्र के सामने गाय के घी का दीपक और धूप अवश्य जलाएं जल का पात्र भी रखें. भजन कीर्तन में बरतें ये सावधानियां- - भजन कीर्तन करते समय इधर-उधर की बातों में ध्यान ना दें. - हमेशा शुद्ध और साफ वस्त्र पहनकर ही भजन कीर्तन करें. - भजन कीर्तन में शुद्ध मिठाई और साफ-सुथरे फलों का प्रयोग करें. - हमेशा भजन कीर्तन में गाय के घी का दीपक और कलावे की बाती का प्रयोग करें. घर में पूजा पाठ और जाप का पूरा फल पाने के लिए करें उपाय- - घर में पूजा पाठ करते समय श्वेत गुलाबी या हल्के पीले वस्त्र पहनकर ही पूजा करें. - हमेशा लाल या पीले आसन पर बैठकर ही मंत्र जाप करें. - जाप हमेशा लाल चंदन की माला या रुद्राक्ष की माला से करें. - जाप शुरू करने से पहले भगवान गणपति व गुरु और अपने इष्ट का ध्यान करना चाहिए.उसके बाद ही जाप शुरू करें. सभी परेशानियों को दूर करने के उपाय- - घर में अकारण कलह रहता हो तो प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें. - घर में यदि कोई बीमार रहता हो तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं. - घर में धन की कमी हो तो श्री नारायण भगवान को पीले पुष्प चढ़ाएं. - घर में आपस में पति पत्नी में विवाद हो तो संयुक्त रूप से शिव पार्वती का पूजन करें. - घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकने के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की बंदनवार लगाएं.
पूजा-पाठ करते समय भक्त का मुख किस दिशा में रहना शुभ होता है?
जीवन मंत्र डेस्क। रोज सुबह-शाम नियमित रूप से पूजा-पाठ करने से घर में सकारात्मकता बनी रहती है। मन के नकारात्मक विचार नष्ट होते हैं। इसी वजह से घर में मंदिर बनाने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार जानिए कुछ ऐसी बातें, जो घर के मंदिर ध्यान रखनी चाहिए...
घर में शांति के लिए कौन सा पाठ करना चाहिए?अगर आप भी चाहते हैं कि आपके परिवार में सुख शांति बनी रहे तो यहां कुछ ऐसे कुछ ऐसे मंत्रों का जाप, जिनका जाप करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर परिवार में शांति बनी रहती है.. ॐ सूर्य देवाय नमः ... . कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।. ॐ नम: शिवाय ... . श्री राम, जय राम, जय जय राम ... . ॐ हं हनुमते नम:. घर में किसकी पूजा करनी चाहिए?घर के पूजनस्थल में किन देवी-देवताओं को स्थापित करना चाहिए यह भी वास्तु के लिहाज से आवश्यक होता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि गुडलक पाने के लिए पूजाघर में विष्णु, लक्ष्मी, राम-सीता, कृष्ण, एवं बालाजी जैसे सात्विक एवं शांत देवी देवता का यंत्र, मूर्ति और तस्वीर रखना शुभ फलदायी होता है।
घर में प्रतिदिन पूजा कैसे करें?ईश्वर की दैनिक पूजा हमेशा स्नान-ध्यान के बाद पवित्र एवं प्रसन्न मन से करना चाहिए.. हमेशा हमें शुद्ध एवं पवित्र भूमि पर आसन बिछाकर ईश्वर की साधना करनी चाहिए. ... . ईश्वर की दैनिक पूजा को हमेशा एक निश्चित समय और एक निश्चित स्थान पर करना चाहिए.. अपने आराध्य की पूजा हमेशा पूर्व, उत्तर या ईशान कोण की ओर मुख करके करनी चाहिए.. पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए?पूजा में क्षमा मांगने के लिए बोला जाता है ये मंत्र
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥ मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन। यत्पूजितं मया देव!
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