राजस्थान के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी राव गोपाल सिंह खरवा
अर्जुनलाल सेठी
विजय सिंह पथिक
राजस्थान में सशस्त्र क्रांति के जनक कौन है?Notes: राजस्थान में सशस्त्र हिसक क्रांति की नींव गोपाल सिंह खरवा ने डाली थी| जून 1915 में ए. जी. जी राजपुताना के आदेश से राव गोपाल सिंह खरवा को टोडगढ़ के सुदूर पहाड़ी स्थान पर नजर-कैद किया गया। तब उन्हें अपने हथियारों व कुछ सेवको और विश्वस्त साथियों को साथ रखने की छुट भी दी गयी थी।
राजस्थान के क्रांतिकारी कौन थे?अर्जुनलाल सेठी, प्रतापसिंह बारहठ, जोरावरसिंह बारहठ, गोपालसिंह खरवा तथा दामोदर दास राठी भी राजपूताने में क्रांतिकारी गतिविधियों के प्रणेता रहे। राजस्थान में आजादी की असली लड़ाई प्रजामण्डल आंदोलन के रूप में चली।
सशस्त्र क्रांति क्या है?सशस्त्र क्रांति के समर्थक, जो 'सत्याग्रह आंदोलन' में विश्वास नहीं रखते थे, वे भी इस आंदोलन में कूद पड़े और तोड़-फोड़ का कार्य करने लगे। संचार व्यवस्था भंग करने के लिए तार काट दिए गए और सेना का आवागमन रोकने के लिए रेल की पटरियाँ उखाड़ी जाने लगीं। ब्रिटिश शासन ने निर्ममतापूर्वक इस आंदोलन को कुचल डाला।
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