पशु आहार खिलाने से क्या होता है? - pashu aahaar khilaane se kya hota hai?

पशुआहार (Pashu Aahar) शब्द जैसा की नाम से ही पता चला रहा है की पशु आहार यानी की पशुओ की 24 घंटो में दी जाने वाली आहार ऐसा आहार जो पशुओ को आवश्य्क पोषक तत्वों , प्रोटीन , वसा , कार्बोहाइड्रेट , खनिज लवण , विटामिनयुक्त का उचित अनुपात और उचित मात्रा में दी  जाने वाली आहार जो पशु की बढ़वार , स्वस्थ्य , अधिक दुग्ध उत्पादन , प्रजनन आदि को बनाये रखता है उसे संतुलित पशु आहार कहते है संतुलित आहार पशुओ के लिए बहुत जरुरी है क्योकि संतुलित आहार पशुओ की दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के साथ साथ पशुओ को स्वस्थ्य भी रखता है अधिकतर देखा गया है की ज्यादातर पशुपालक अपने पशुओ को भरपूर मात्रा में पोषण नहीं देते है जिससे पशुओ की शारीरिक विकास तो रुकता है ही है लेकिन साथ साथ वह रोगी भी हो जाते है और उनके शरीर में रोगो से लड़ने की क्षमता भी कम हो जाती है ।

नमस्कार बंधुओ मैं  आज आपको बताऊंगा की आप पशु आहार (Animal feed) का प्रयोग आप अपने पशुओ की अधिक दुग्ध उत्पादन में कैसे करेंगे तथा साथ में आपको ये भी पता होगा की आप पशुआहार कैसे बना सकते है , पशुआहार में क्या क्या विटामिन्स होता है , पशुआहार का क्या फायदा है , आप पशुआहार कहा खरीद सकते है , पशुआहार का आप सही इस्तेमाल कैसे कर सकते है आदि सभी जानकारी आपको इस पोस्ट में मिल जाएगी अतः आप इस पोस्ट के साथ अंत तक बने रहिये और पूरा पढ़िए ।

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  • पशुआहार Pashu Aahar क्या होता है
    • पशुआहार कैसे बनता है | How Animal Feed is Made
    • पशुआहार बनाते समय किन-किन बातो पर ध्यान देना चाहिए –
      • पशुआहार में पाए जाने वाले तत्व –
      • पशुआहार का उपयोग | Use of Pashu Aahar
      • पशुआहार के फायदे –
      • आहार कैसा होना चाहिए –
      • पशुआहार का मार्केटिंग कैसे करे –
      • पशुआहार का प्राइस लिस्ट –
      • सामान्यतःपूछे जाने वाले प्रश्न- Pashu Aahar in Hindi 

भारत के ग्रामीण क्षेत्रो में पशुपालको ने अपने पशुओ को स्वस्थ्य और आधी दुग्ध उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने के लिए पशुओ को दी जाने वाली एक विशेष प्रकार की पौस्टिक चारा या दाना जिसे पशु को खिलाने के बाद वह स्वस्थ्य और अधिक दुग्ध उतपादन की मात्रा बढ़ जाता है इसका उपयोग करने से और पशु की सही रख रखाव से और उन्हें उचित मात्रा में सब कुछ देने से किसान की आय में सकारात्मक यानी की सही तरीके से बढ़ोत्तरी का प्रभाव पड़ता है पशुआहार अनेक प्रकार के तत्वों से मिलाकर बना होता है जो की पशुओ के लिए बहुत ही फायदे मंद होता है आईये जानते है की पशुआहार कैसे बनता है ।

पशु आहार खिलाने से क्या होता है? - pashu aahaar khilaane se kya hota hai?

पशुआहार कैसे बनता है | How Animal Feed is Made

  • पशुआहार Pashu Aahar बनाने के लिए उपयोग में आने वाली वस्तुए जैसे की दाना ( मक्का , जौ , गेंहू , बाजरा ) , खली , चोकर और खनिज लवण आदि
  • दाना – मक्का , जौ , गेंहू , बाजरा आदि आप इसकी मात्रा अपनी पशुआहार बनाने की मात्रा पे रख सकते है जैसे की यदि आप सौ किलो पशुआहार बना रहे तो उसके लिए इन चीजों को 35 % की मात्रा में मिलाये आप चाहे तो इसमें कोई एक प्रकार की दाने से बना सकते है ।
  • खली – खली की बात करे तो आप इसमें सरसो की खली , बिनौल की खली , मूंगफली की खली , अलसी की खली आदि आप उचित मात्रा में मिला सकते है ।
  • चोकर – चोकर में बात करे तो आप गेंहू का चोकर , चना की चुरी और डालो की चुरी आदि एक उचित मात्रा में दानी में मिलाकर बना सकते है ।
  • खनिज लवण – पशुआहार Pashu Aahar में खनिज लवण की अधिक महत्व है खनिज लवण में आप नमक को उचित मात्रा में मिला सकते है ।
  • आप इन सब चीजों को उचित मात्रा में मिलाकर एक एक उचित खुराक में अपने पशुओ को खिला सकते है ।

पशुआहार बनाते समय किन-किन बातो पर ध्यान देना चाहिए –

  • यदि आप पशुआहार Pashu Aahar बना रहे है तो आप सबसे पहले अपने पशु की अवस्था के आधार पर शुष्क पदार्थ , प्रोटीन और कुल पाच्य तत्वों को निर्धारण कर ले
  • फिर उसके बाद आप शुष्क पदार्थ के आधार पर विभिन्न आहारिक पदार्थ जैसे की दाना , हरा चार , सूखा चारा आदि की मात्रा को निर्धारित कर ले
  • जो मात्रा शुष्क पदार्थ के आधार पर आये उससे यह देखे की प्रोटीन , कुल पाच्य पदार्थ कितने मिल रहे है
  • आहारों में तत्वों की मात्रा व पशु की जुल आवस्य्क्ता देखकर निर्धारित करे
  • यदि किसी तत्व की मात्रा कम हो तो उसकी पूर्ति करने के लिए सबसे सस्ते आहार का आप इस्तेमाल करे यदि किसी तत्व की मात्रा ज्यादा है तो आप सबसे महंगे आहार की मात्रा को कम करे
  • गाय एवं भैस के पाचन के सामान्य रूप से काम करने के लिए चारे की न्यूनतम मात्रा आवश्य्क है पशुओ को उत्तम चारा खिलाना चाहिए जैसे की बरसीम , लुरसँ , मक्का आदि भरपेट देना चाहिए कल बरसीम या 1-2 किलो तक भूसा खिलाने से आप पशुओ से एक दिन में 8 से 10 लीटर दूध का उत्पादन ले सकते है ।

पशुआहार में पाए जाने वाले तत्व –

यदि आप रासायनिक सरंचना के आधार पर लेते है तो उसमे कार्बोहाइड्रेट , वासा , विटामिन , खनिज लवण और प्रोटीन भोजन के प्रमुख है डेयरी पशु शाकाहारी होते है अतः ये सब तत्व पेड़ पौधे व हरे चारे और दाने से प्राप्त होता है ।

कार्बोहाइड्रेट –  कार्बोहाइड्रेट की बात करे तो यह मुख्य रूप से शरीर में ऊर्जा का उत्पादन करता है अतः पशुओ के लिए यह अति महत्वपूर्ण है यह कार्बोहाइड्रेट हरे चारा , भूसा व सभी प्रकार के अनाजों में पाया जाता है यह पशुओ के चारे में अधिक पाया जाता है अतः इसका अधिक उपयोग पशुओ के लिए किया जाता है ।

प्रोटीन –  प्रोटीन शरीर की सरंचना के लिए प्रमुख तत्व है यह शरीर की वृद्धि में सहायक होती है और दुग्ध उतपादन में इसका अति महत्ववपूर्ण योगदान रहता है यह कोशिकाओं के टूट फुट जाने में बहुत ज्यादा ही लाभदायक होता है पशुओ के लिए प्रोटीन हरे चारे , दाल व बरसीम में अधिक मात्रा में पाया जाता है ।

वसा –  वसा की बात करे तो यह पानी में न घुलने वाले चिकने पदार्थ जैसे घी , तेल आदि ये सब वसा कहलाते है यह कोशिकाओं के निर्माण में इनका अति महत्वपूर्ण योगदान रहता है यह त्वचा के निचे या अन्य स्थानों में एकत्रित होकर ऊर्जा का निर्माण करता है और भोजन की कमी होने पर काम में आता है पशुओ के आहार में लगभग 3-5 प्रतिशत तक वसा की जरूरत होती है जो आसानी से उसे चारे और दाने के रूप में मिलजाता है अतः इसे अलग अलग देने की कोई जरूरत नहीं है वासा मुख्य रूप से तिलहन के तेल में और बिनौल के खले में पायी जाती है ।

विटामिन – बिटामिन की बात करे तो यह पशुओ के शरीर के लिए क्रियाशील होने के लिए विभिन्न प्रकार की विटामिन की जरूरत पड़ती है ये विटामिन हरे चारे से पर्याप्त मात्रा में पशुओ के लिए मिल जाता है यदि पशुओ में विटामिन की कमी होती है तो पशुपालको को विभिन्न प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ेगा जैसे की गर्भपात । अंधापन , चमड़ी की सूखापन आदि ।

खनिज लवण –  खनिज लवण मुख्यतः दांतो की सरंचना के लिए बहुत ही उपयोगी है तथा यह पशुओ की दूध उत्पादन की मात्रा में बहुत ही ज्यादा स्रवित होता है यह शरीर में एंजाइम और विटामिन के निर्माण के काम में आता है यदि पशुआहार में खनिज लवणों की मात्रा कम है तो आप इसे अलग से भी खिला सकते है ।

पशुआहार का उपयोग | Use of Pashu Aahar

पशुआहार Pashu Aahar का उपयोग पशुपालको को अच्छी तरह से पता होता है की इसक उपयोग कैसे करते है यदि आप पशुओ को पशुहार देते है तो इसका सीधा प्रभाव विकास दर , उतपादन क्षमता , स्वस्थ्य की स्थिति पर पड़ता है किसान पशुओ के दूध , उन , मांस प्राप्त करने के लिए रखते है संतुलित भोजन के बिना पशु विकास नहीं कर पाते है और उन्हें अनेक प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ता है जैसे की दूध उत्पादन में कमी होना , शरीर स्वस्थ्य नहीं होना , बच्चे को सही से पैदा नहीं करना आदि ।

पशुआहार के फायदे –

पशुआहार  की बात करे तो यह पशुओ के लिए बहुत ही जरुरी है क्योकि इसी  के कारण पशुए अधिक दूध और स्वस्थ रहते है पशुआहार पशुओ के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है क्योकि   कार्य – शरीर की सामान्य वृद्धि, पशु को स्वास्थ्य रखना, पाचन शक्ति एवं भूख में वृद्धि करना, प्रजनन क्षमता बनाये रखना, रोग रोधक शक्ति पैदा करना आदि ये पशुआहार के फायदे है ।

आहार कैसा होना चाहिए –

1.संतुलित आहार रूचिकर होना चाहिए।
2.पेट भरने की क्षमता रखता हो।
3.सस्ता, गुणकारी, उत्पादक तथा बदबू और फफू°द रहित होना चाहिए।
4.वह अफारा ना करता हो, दस्तावार भी न हो और उस आहार में हरे चारे का समावेश हो।

पशुआहार का मार्केटिंग कैसे करे –

दोस्तों  पशु आहार Animal Feed को आप अपने आस – पास के डेरी फार्म वालों को बेंच सकते हैं इसके आलवा अगर आप गाँव- देहात में निवास करते हैं तो आप अपने गाँव में जो लोग पशु को दूध के लिए रखे हुए हैं उनको सेल कर सकते हैं साथ ही आप अपने बाजार   में दुकानदारों को होलसेल रेट में बेंच सकते हैं। आप अपनी कंपनी का logo अपने बैग पर छपवा सकते हैं जिससे आपका प्रचार-प्रसार होता रहेगा।

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पशुआहार का प्राइस लिस्ट –

  • ग्वाला डायमंड –  2150 रूपए
  • महाराजा सुपर – 2250 रूपए
  • महाराजा मोहनभोग – 2200 रूपए
  • आशीर्वाद गोल्ड – 2250 रूपए
  • एस्सार मिल्क स्पेशल – 2200 रूपए
  • भैंस ब्रांड बिनौला खाल –  2890 रूपए प्रति किवंटल रहा है।

सामान्यतःपूछे जाने वाले प्रश्न- Pashu Aahar in Hindi 

पशुआहार से क्या होता है ?

पशुआहार से पशुओ को काफी मात्रा में फायदा होता है जैसे की  शरीर की आवश्यक क्रियायें जैसे पाचन क्रिया, परिवहन, श्वसन, उत्सर्जन, , दुग्ध उत्पादन की क्षमता बढ़ता है और पशुए स्वस्थ्य रहते है पशुआहार से पशुपालको को भी काफी हद तक फायदा होता है उन्हें एक ही जगह पर जैसे की कार्बोहाइड्रेट , वसा , प्रोटीन , विटामिन आदि ये सब पशुआहार से ही मिल जाता है जिससे पशुपालक अपने पशुओ को खिलाते है और उनके पशु स्वस्थ्य रहते है ।

पशुआहार घर पर बैठे कैसे बना सकते है ?

खली (सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा आप उचित मात्रा में मिला सकते है जैसे की आप कितनी मात्रा में पशुआहार बना रहे है ,. चोकर(गेंहू का चोकर, चना की चूरी, दालों की चूरी, राइस ब्रेन,) ये सब चीजों को आप एक उचित मात्रा में मिला दीजिये ,खली की बात करे तो आप इसमें सरसो की खली , बिनौल की खली , मूंगफली की खली , अलसी की खली आदि आप उचित मात्रा में मिला सकते है , खनिज लवण में आप उचित मात्रा में नमक को मिला लीजिये बस आपका पशुआहर बनकर तैयार हो गया है ।

संतुलित पशुआहार क्या है ?

ऐसा आहार जो पशुओ को आवश्य्क पोषक तत्वों , प्रोटीन , वसा , कार्बोहाइड्रेट , खनिज लवण , विटामिनयुक्त का उचित अनुपात और उचित मात्रा में दी  जाने वाली आहार जो पशु की बढ़वार , स्वस्थ्य , अधिक दुग्ध उत्पादन , प्रजनन आदि को बनाये रखता है उसे संतुलित पशु आहार कहते है।

पशुआहार Pashu Aahar से क्या फायदे है ?

पशुआहार  की  फायदे की बात करे तो यह पशुओ के लिए बहुत ही फायदेमंद  है क्योकि इसी के कारण पशुए अधिक दूध देती है और कार्य – शरीर की सामान्य वृद्धि, पशु को स्वास्थ्य रखना, पाचन शक्ति एवं भूख में वृद्धि करना, प्रजनन क्षमता बनाये रखना, रोग रोधक शक्ति पैदा करना आदि ये सब पशुआहर से ही प्राप्त होते है ।

पशुआहार Pashu Aahar में प्रमुख कितने तत्व पाए जाते है ?

रासायनिक सरंचना के आधार पर लेते है तो उसमे कार्बोहाइड्रेट , वासा , विटामिन , खनिज लवण और प्रोटीन भोजन के प्रमुख है ये सब तत्व पशुआहार में प्रमुख रूप से पाए जाते है ।

सबसे अच्छा पशु आहार कौन सा है?

दुधारू पशुओं के आहार संतुलित दाना मिश्रण कैसे बनायें ?.
मक्का/जौ/जर्इ 40 किलो मात्रा बिनौले की खल 16 किलो मूंगफली की खल 15 किलो ... .
जौ 30 किलो सरसों की खल 25 किलो बिनौले की खल 22 किलो ... .
मक्का या जौ 40 किलो मात्रा मूंगफली की खल 20 किलो दालों की चूरी 17 किलो ... .
गेहूं 32 किलो मात्रा सरसों की खल 10 किलो मूंगफली की खल 10 किलो.

कपिला खिलाने से क्या होता है?

कपिला पशुआहार सम्पूर्ण संतुलित होने से कपिला पशु आहार पशु की दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढ़ाता है और अन्य पशु आहारों (खली चुनी) से सस्ता होने से दूध की प्रति लीटर लागत को कम करता है। पशुओं का ऋतु चक्र नियमित होकर पशु समय पर गाभिन होते हैं। पशुओं को बीमारियों से बचाने के शक्ति बढ़ाकर उन्हें स्वस्थ रखता है।

दूध देने वाली गाय को क्या खिलाना चाहिए?

दाना (मक्का, जौ, गेंहू, बाजरा) इसकी मात्रा लगभग 35 प्रतिशत होनी चाहिए। चाहें बताए गए दाने मिलाकर 35 प्रतिशत हो या अकेला कोई एक ही प्रकार का दाना हो तो भी खुराक का 35 प्रतिशत दे। खली(सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा लगभग 32 किलो होनी चाहिए

पशुओं का वजन कैसे बढ़ाएं?

प्रोटीन की प्राप्ति अरहर, चना, मटर, लोबिया, सोयाबीन, उड़द, मूंग, मसूर आदि दालों वाली फसलों से होती है। 2. पशु को जो आहार दिया जाय वह संतुलित तथा नियमित हो उसे दिन में दो बार चारा-दाना 8-10 घंटे के अन्तराल पर देना उचित होता है, जिससे पशु की पाचनक्रिया ठीक रहती है और बीच में जुगाली/पगुरी करने का समय मिल जाता है।