निम्नलिखित में से कौन सा विधान भारत में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों पर लागू होता है? - nimnalikhit mein se kaun sa vidhaan bhaarat mein asangathit kshetr ke shramikon par laagoo hota hai?

साप्ताहिक अवकाश अधिनियम, 1942 एक केन्द्रीय अधिनियम है लेकिन इसे संबंधित राज्य सरकारों द्वारा लागू किया जा रहा है। इस अधिनियम में दुकानों, रेस्तरां और थिएटर में कार्यरत व्यक्तियों के लिए साप्ताहिक छुट्टियों के अनुदान का प्रावधान किया गया है।

दुकान और स्थापना अधिनियम

दुकान और स्थापना अधिनियम एक राज्य का अधिनियम है और इसे भी संबंधित राज्य सरकारों द्वारा प्रशासित किया जा रहा है। यह अधिनियम दुकान, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, रेस्तरां, होटल और मनोरंजन स्‍थल अर्थात कार्य के दैनिक और सप्‍ताहिक समय, आराम अंतराल, प्रतिष्‍ठानों के ओपनिंग और बंद होने का समय, मजदूरी का भुगतान, ओवरटाईम का भुगतान, भुगतानयुक्‍त अवकाश, वार्षिक अवकाश, बच्चों और युवाओं को रोजगार आदि में कर्मचारियों के कार्य की स्थिति को विनियमित करता है। इस अधिनियम में अधिनियम के तहत दुकानों और प्रतिष्‍ठानों के पंजीकरण तथा अधिनियम के बेहतर प्रशासन को सुलभ बनाने के लिए कर्मचारियों और नियोक्‍ताओं के बीच विवाद या मतभेद का समाधान करने तथा दुकानों और प्रतिष्‍ठानों के नियोक्‍ताओं पर श्रम विभाग के बेहतर नियंत्रण जिस पर अधिनियम लागू होता है, का प्रावधान किया गया है। इस अधिनियम में इस अधिनियम के प्रयोजन के लिए निरीक्षक हेतु प्रावधान बनाए गए हैं।

राष्ट्रीय एवं त्‍योहार अवकाश अधिनियम राज्य का अधिनियम है तथा इसे भी संबंधित राज्य सरकारों द्वारा प्रशासित किया जाता है। इस अधिनियम में राज्‍य के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत व्‍यक्तियों के लिए राष्ट्रीय और त्योहार अवकाश की मंजूरी के लिए प्रावधान किया गया है। भारत में कौन से अनुपात में श्रमिक असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे हैं?

असंगठित क्षेत्रक में 70% श्रमिक काम करते हैं

असंगठित क्षेत्र के श्रमिक कौन है?

ताड़ी बनाने वाले, सफाईकर्मी, सिर पर भार ढ़ोने वाले, पशु चालित वाहन वाले श्रमिक इस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। घरेलू कामगार, मछुआरे और महिलाएं, नाई, सब्जी और फल विक्रेता, न्यूज पेपर विक्रेता आदि इस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।

असंगठित क्षेत्र के अंतर्गत कौन सा अधिनियम शामिल है?

जिस क्षेत्र में रोजगार की शर्तें तय की जाती हैं और कर्मचारियों ने काम का आश्वासन दिया है वह है संगठित क्षेत्र। वह सेक्टर जिसमें छोटे पैमाने पर इमेरेट्स या यूनिट्स शामिल हैं और सरकार के साथ पंजीकृत नहीं हैं। विभिन्न अधिनियम जैसे बोनस अधिनियम, बोनस अधिनियम, पीएफ अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम आदि।

असंगठित क्षेत्र में श्रमिकों का संरक्षण कैसे हो?

असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को मजदूरी, सुरक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर संरक्षित किया जाना चाहिए: (क) वेतन: (i) उन्हें अतिरिक्त समय का भुगतान किए बिना एक दिन में निर्धारित घंटे से अधिक काम करने के लिए मज़बूर बनाया जाता है। (ii) दैनिक मज़दूरी के अलावा अन्य भत्ते नहीं मिलते हैं।