इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का उच्च न्यायालय है। भारत में स्थापित सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है। यह १८६९ से कार्य कर रहा है। Show अनुक्रम
इतिहास[संपादित करें]इलाहाबाद उच्च न्यायालय मूल रूप से ब्रिटिश राज में भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम 1861 के अन्तर्गत आगरा में 17 मार्च 1866 को स्थापित किया गया था। उत्तरी-पश्चिमी प्रान्तों के लिए स्थापित इस न्यायाधिकरण के पहले मुख्य न्यायाधीश थे सर वाल्टर मॉर्गन। सन् 1869 में इसे आगरा से इलाहाबाद स्थानान्तरित किया गया। 11 मार्च 1919 को इसका नाम बदल कर 'इलाहाबाद उच्च न्यायालय' रख दिया गया।[1] 2 नवम्बर 1925 को अवध न्यायिक आयुक्त ने अवध सिविल न्यायालय अधिनियम 1925 की गवर्नर जनरल से पूर्व स्वीकृति लेकर संयुक्त प्रान्त विधानमण्डल द्वारा अधिनियमित करवा कर इस न्यायालय को अवध चीफ कोर्ट के नाम से लखनऊ में प्रतिस्थापित कर दिया। काकोरी काण्ड का ऐतिहासिक मुकद्दमें का निर्णय अवध चीफ कोर्ट लखनऊ में ही दिया गया था। 25 फरवरी 1948 को, उत्तर प्रदेश विधान सभा ने एक प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल द्वारा गवर्नर जनरल को यह अनुरोध किया गया कि अवध चीफ कोर्ट लखनऊ और इलाहाबाद हाई कोर्ट को मिलाकर एक कर दिया जाये। इसका परिणाम यह हुआ कि लखनऊ और इलाहाबाद के दोनों (प्रमुख व उच्च) न्यायालयों को 'इलाहाबाद उच्च न्यायालय' नाम से जाना जाने लगा तथा इसका सारा कामकाज इलाहाबाद से चलने लगा। हाँ इतना जरूर हुआ कि हाई कोर्ट की एक स्थाई बेंच लखनऊ में बनी रहने दी गयी जिससे सरकारी काम में व्यवधान न हो। जब उत्तराखण्ड के राज्य का गठन 2000 में हुआ, उच्च न्यायालय के कार्यक्षेत्र में से उत्तराखण्ड के तेरह जिले निकाल कर उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय से सम्बद्ध कर दिये गये जिसका मुख्यालय नैनीताल में है। हिन्दी में निर्णय की प्रति[संपादित करें]दिसम्बर २०१८ में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने निर्णय लिया है कि वर्ष २०१९ के जनवरी माह से सभी निर्णयों की हिन्दी में अनूदित प्रति भी उपलब्ध करायी जाएगी। [2][3] वर्ष २०१६ में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की १५०वीं वर्षगांठ पर समर्पित सटैम्प शीट मुख्य न्यायधीश[संपादित करें]सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
सबसे बड़ा हाई कोर्ट कहाँ पर है?बता दें, इलाहाबाद हाईकोर्ट को विश्व के सबसे बड़े हाईकोर्ट का ओहदा मिला हुआ है। - दुनिया में इतनी बड़ी तादाद में कहीं भी एक हाईकोर्ट में कोर्ट नहीं चलतीं। प्रधान पीठ में दो न्यायाधीशों की कुल 20 खंडपीठ और एकल न्यायाधीश वाली कुल 39 एकल पीठ काम करेंगी।
इलाहाबाद कोर्ट में कितने जज होते हैं?इसमें एक मुख्य न्यायाधीश तथा राष्ट्रपति द्वारा स्वीकृत संख्या में अन्य न्यायाधीश होते हैं। इस समय इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 95 है।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का क्या नाम है?जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के नए चीफ जस्टिस बन गए हैं. वो इस पद पर 10 नवंबर 2024 तक बने रहेंगे. नए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के पिता वाईवी चंद्रचूड़ भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं.
भारत के मुख्य न्यायाधीश कौन है 2022?न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ को 9 नवंबर, 2022 से भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है." किरेन रिजिजू ने 9 नवंबर को औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ को अपनी शुभकामनाएं दी.
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