मैकेनिकल इंजीनियरिंग; इंजीनियरिंग की वह शाखा होती है जिसमें छात्रों को विभिन्न मशीनों और मशीनी उपकरणों के डिज़ाइन, निर्माण प्रक्रिया और उनके प्रयोगों के बारे में पढ़ाया और सिखाया जाता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में फ्रीज से लेकर एयर-कंडीशनर (A.C.) तक, कार से लेकर हवाई जहाज़ तक और ऑटोमोबाइल सेक्टर के सभी कलपुर्जों आदि के डिज़ाइन, निर्माण और प्रयोग से सम्बंधित सम्पूर्ण पढ़ाई कराई और सिखाई जाती है। Show
यदि आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखा और मैकेनिकल इंजीनियर बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी चाहते हैं तो यह जानकारी आपको यहाँ पर इस लेख के माध्यम से मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है और मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बनें। Table of Contents
मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या हैइंजीनियरिंग की वह शाखा जिसमें छात्रों को मशीनों, वाहनों और उनके उपकरणों या कलपुर्जों के डिज़ाइन, निर्माण और प्रयोग से सम्बंधित पढ़ाई कराई और सिखाई जाती है, उसको मैकेनिकल इंजीनियरिंग कहते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के मुख्यतः तीन भाग होते हैं:-
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा और स्नातक (B.Tech) कोर्सों में उपरोक्त तीनों भागों के विभिन्न विषय पढ़ाये जाते हैं और स्नातकोत्तर (M.Tech) कोर्स में उपरोक्त तीनों में से छात्र किसी एक विषय में या मिलते-जुलते किसी विषय में विशिष्ट पढ़ाई कर सकते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्सयदि आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:- B.Tech (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) कोर्स के विषययदि आप बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) कोर्स करना चाहते हैं तो इसमें आपको निम्नलिखित या इनसे मिलते-जुलते कुछ विषय पढ़ाये जाएंगे:-
B.Tech (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) के लिए best कॉलेजभारत में B.Tech (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) के लिए कुछ best कॉलेज निम्नलिखित हैं:-
मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बनेंभारत में मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 10वीं कक्षा के बाद किसी पॉलिटेक्निक संस्थान से 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स या सम्बंधित विषयों (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स) सहित 12वीं कक्षा के बाद 4 वर्षीय बी.टेक कोर्स करके मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। मैकेनिकल इंजीनियर के लिए नौकरी (job) विकल्पभारत में मैकेनिकल इंजीनियर सरकारी विभागों में निम्नलिखित पदों के लिए नियमानुसार आवेदन कर सकते हैं:-
उपरोक्त लिखित सरकारी विभागों के विकल्पों के अलावा अभ्यर्थी विभिन्न प्राइवेट कंपनियों और फैक्टरियों में भी मैकेनिकल इंजीनियर के रूप में कार्य कर सकते हैं। मैकेनिकल इंजीनियर की सैलरीभारत में प्राइवेट कंपनियों या फैक्टरियों में एक मैकेनिकल इंजीनियर का शुरुआती वेतन लगभग 25 हजार रूपये से लेकर 1 लाख रूपये प्रति माह तक हो सकता है, जो समय और अनुभव के साथ बढ़ता रहता है और सरकारी विभागों में सम्बंधित पद के वेतनमान के आधार पर शुरुआती वेतन तय होता है। यह भी पढ़ें:
निष्कर्षयहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग विषय और मैकेनिकल इंजीनियर बनने से सम्बंधित विभिन्न जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं, जैसे कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्स, विषय और श्रेष्ठ कॉलेज; मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बनें, मैकेनिकल इंजीनियर के लिए जॉब विकल्प, मैकेनिकल इंजीनियर की सैलरी; आदि। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में क्या काम करते हैं?मैकेनिकल इंजीनियर हर उपकरण और मशीन की दक्षता को डिजाइन करने, विकसित करने और बढ़ाने का कार्य करते हैं। ये आमतौर पर डिजाइनिंग, प्रोडक्शन, एनालिसिस और टेस्टिंग, इंस्टॉलेशन आदि में स्पेशलाइज्ड होते हैं।
मैकेनिकल इंजीनियर के लिए क्या पढ़ना पड़ता है?यदि आप एक Mechanical engineer बनना चाहते है तो आपको 10वी क्लास के बाद पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेना होगा। पॉलिटेक्निक मैं Mechanical branch से 3 साल का डिप्लोमा हासिल करना होगा। अब आप जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर बन चुके है। उसके बाद आप सीनियर इंजीनियर पोस्ट के लिए Mechanical branch से 3 साल का डिग्री कोर्स कर सकते है..
मैकेनिकल कितने प्रकार के होते हैं?ये कितने प्रकार के होते है ?. ढकेलनेवाला : ... . बिना ढकेलनेवाला : ... . असंतुलित : ... . संतुलित : ... . परम्परागत : ... . कार्ट्रिज :. मैकेनिकल इंजीनियर का हिंदी क्या होता है?यान्त्रिक अभियांत्रिकी (Mechanical engineering) तरह-तरह की मशीनों की बनावट, निर्माण, चालन आदि का सैद्धान्तिक और व्यावहारिक ज्ञान है। यान्त्रिक अभियांत्रिकी, अभियांत्रिकी की सबसे पुरानी और विस्तृत शाखाओं में से एक है।
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