कृष्ण भगवान को क्या क्या चढ़ाया जाता है? - krshn bhagavaan ko kya kya chadhaaya jaata hai?

भगवान श्री कृष्ण को पसंद है यह पांच प्रसाद, आज जरूर भोग लगाएं

राकेश्ा झा / टीम डिजिट, अमर उजाला, दिल्ली। Updated Thu, 25 Aug 2016 12:11 AM IST

Show

यशोदा के लल्ला भगवान श्री कृष्‍ण अपने भक्तों के हृदय में रहते हैं और भक्त जो भी उन्हें प्रेम से भेंट करते उसे खुशी खुशी ग्रहण करते हैं तभी तो क‌िसी भक्त के बनाए चूरमे को खाकर तो क‌िसी भक्त‌िनी के घर ख‌िचाड़ी खाने वेष बदलकर आ जाते हैं। लेक‌िन मदन गोपाल को सबसे प्र‌िय यह 5 चीजें हैं इन्हें खाकर श्री कृष्‍ण अत‌ि प्रसन्न हो जाते हैं तो जन्माष्टमी के शुभ मौके पर अपने कान्हा को भी ख‌िलाएं यह 5 चीजें।

भगवान श्री कृष्‍ण को पसंद है यह पांच प्रसाद, आज जरूर भोग लगाएं

माख्‍ानः यह श्री कृष्‍ण्‍ा को इतना प्र‌िय है क‌ि अपने जन्म से पहले ही गोकुल की कन्याओं को सपने में आकर कह द‌िया था क‌ि मेरे ल‌िए माखन तैयार करके रख लो। श्री कृष्‍ण की बाल लीला में कई प्रसंग आए हैं जब श्री कृष्‍ण ने गोकुलवास‌ियों के घर जाकर माखन चुराए और बाल सखा संग जम कर खाए यही कारण्‍ा है श्री कृष्‍ण्‍ा माख्‍ान चोर भी कहलाते हैं। इसल‌िए जन्माष्टमी के अवर पर बाल श्री कृष्‍ण को माखन का भोग लगाया जाता है।

भगवान श्री कृष्‍ण को पसंद है यह पांच प्रसाद, आज जरूर भोग लगाएं

म‌िसरीः माखन के संग म‌िसरी म‌िलाकर खाना बडा ही रुच‌िकर और सेहतमंद होता है इसल‌िए श्री कृष्‍ण माखन के संग म‌िसरी म‌िलाकर खाते थे। इसल‌िए ग‌िरधर को माखन के संग म‌िसरी का भोग भी लगता है।

भगवान श्री कृष्‍ण को पसंद है यह पांच प्रसाद, आज जरूर भोग लगाएं

खीरः श्री कृष्‍ण को चावल का खीर खूब पसंद है। मैय‍्या यशोदा अपने लल्ला की इस पसंद को खूब जानती थी इसल‌िए अपने गोपाल के ल‌िए व‌िशेष खीर बनाकर रखती थी।

भगवान श्री कृष्‍ण को पसंद है यह पांच प्रसाद, आज जरूर भोग लगाएं

सागः भक्तवत्सल श्री कृष्‍ण को साग भी बड़ा रुच‌िकर लगता है। इन्होंने दुर्योधन के छप्पन भोग को त्यागकर व‌िदुर जी के घर साग खाया था।

हाइलाइट्स

  • जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जा रहा है

  • पॉपुलर डिश है मथुरा पेड़ा

Krishna Janmashtami भारत का एक लोकप्रिय त्योहार है. पूरे देश में इसे कहीं झांकी तो कहीं मटकी फोड़ लीला के साथ मनाया जाता है. इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जा रहा है. इसे भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं. इस दिन लोग पूरा दिन व्रत रखते हैं और रात 12 बजे भगवान का अभिषेक कर उन्हें भोग लगाते हैं और आरती करते हैं. कई जगह इस दिन को दही हांडी के तौर पर भी मनाते हैं. हिंदी पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण विष्णु जी का आठवां स्वरूप थे.

इस दिन का हिंदू धर्म में खास महत्व है. आज हम आपको जन्माष्टमी के अवसर पर 5 तरह के प्रसाद के बारे में बताएंगे जिन्हें बनाकर आप कान्हा को खुश कर सकते हैं.

पंचामृत
पंचामृत लगभग हर पूजा-पाठ में इस्तेमाल होता है. इसे भगवान को चढ़ाया जाता है. इसके लिए घी, दूध, चीनी, दही और शहद ले सभी को अच्छे से मिला लें. इसके बाद ऊपर से ड्राई फ्रूट्स जैसे कटे हुए मखाने, बादाम, किश्मिश और काजू डालें.

मखाना पाग
जन्माष्टमी पर दूसरा भोग जो आप तैयार कर सकते हैं वो है मखाना पाग. यह बहुत ही कम समय में तैयार हो जाता है. इसके लिए आपको चाहिए होगा थोड़ी सी चीनी, मखाना, घी और दूध. इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी डाले और चीनी मिलाएं. अब इसे धीरे-धीरे पकने दें ताकि ये चासनी के रूप में तैयार हो जाए. इसके बाद भुने हुए मखानों को इसमें डालें और जमने के लिए फ्रिज में रख दें. कुछ देर बाद निकाल कर पीसेज में काट लें.

मथुरा पेड़ा
एक बहुत ही पॉपुलर डिश है मथुरा पेड़ा. यह मिठाई मथुरा में बहुत ही फेमस है. इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में घी लें . घी के गर्म होने पर उसमे खोया मिलाएं और भूरा होने तक पकाते रहें. अब इसमें इलाइची पाउडर डालकर इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें. अब इसमें चीनी का बूरा मिलाकर अच्छे से मैश करें और पेड़ें का शेप दें.

धनिया पंजीरी
धनिया की पंजीरी बनाने के लिए आपको चाहिए होगा धनिया पाउडर, घी, कटे हुए बादम, किश्मिश, काजू और चीनी. इसे एक ब्लेंडर में डाल के ब्लेंड करे और बाद में घी में पका लें. आपकी धनिया पंजीरी तैयार है.

माखन मिश्री
माखन भगवान कृष्ण की पसंदीदा चीजों में से एक है. मां यशोदा भगवान को माखन, मिश्री खिलाया करती थीं. यह सबसे आसानी से बनने वाली चीज है लेकिन बेहद टेस्टी होती है. इसके लिए एक बाउल में माखन लें और जितना मीठा पसंद करते हैं उस अनुसार मिश्री डालें. अब इसे अच्छे से मिला लें और सर्व करें. इसे और भी ज्यादा टेस्टी बनाने के लिए इसमें कटे हुए नट्स डालें.

ये भी पढ़ें:

  • Krishna Janamshtmi 2022: कृष्ण जन्मोत्सव आज, जानिए क्या है पूजा की तिथि और पूजन विधि
  • Krishna Janamashtmi 2022: रणभूमि से भाग कर गुफा में छिप गए थे भगवान श्रीकृष्ण, जानिए क्या है इसके पीछे की कहानी

इस साल कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर बड़ी दुविधा है. कुछ लोग ने इसे 18 अगस्त को मनाया तो कुछ ने 19 अगस्त को मना रहे हैं. हालांकि कृष्ण जन्मभूमि और द्वारकाधीश में 19 अगस्त को ही मनाई जा रही है.

कृष्ण भगवान को क्या क्या चढ़ाया जाता है? - krshn bhagavaan ko kya kya chadhaaya jaata hai?
कृष्ण जन्मोत्सव

हाइलाइट्स

  • द्वारकाधीश में 19 अगस्त को ही मनाई जा रही जन्माष्टमी

  • 19 को पूरे दिन रहेगी तिथि

हिंदू शास्त्रों के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद की अष्टमी तिथि को रात 12 बजे हुआ था. इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी के तौर पर देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. इस त्योहार को केवल कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन कई बार इसकी तिथि को लेकर काफी दुविधा आती है. कुछ लोगों का मानना है कि जन्माष्टमी कल यानी 18 अगस्त को थी, वहीं कुछ इसे आज यानी 19 अगस्त को मान रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है कि कृष्ण जन्माष्टमी की सही तिथि, शुभ मुहूर्त क्या है.

कृष्ण जन्माष्टमी की सही तिथि
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था, और धर्म शास्त्रों के अनुसार रात 12 बजे भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. लेकिन इस साल अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात 9 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और 19 अगस्त की रात को समाप्त होगी. ऐसे में कुछ विद्वानों का मानना है कि जन्माष्टमी का व्रत और पूजा 18 अगस्त को होनी चाहिए क्योंकि कृष्ण भगवान का जन्म रात को हुआ था. 

वहीं कुछ विद्वान मानते हैं कि व्रत व पूजन हमेशा उदया तिथि के अनुसार ही की जानी चाहिए. ऐसे में जन्माष्टमी का व्रत व पूजा 19 अगस्त 2022 को ही होनी चाहिए. कृष्ण जन्माष्टमी का सबसे ज्यादा महत्व जन्मभूमि और द्वारकाधीश में है. इन दोनों जगहों पर 19 अगस्त को ही मनाया जाएगा. इसके अलावा 19 अगस्त को मनाने का एक और कारण ये भी है कि इस दिन अष्टमी तिथि पूरे दिन रहेगी और सूर्योदय भी इसी दिन होगा. 

जन्माष्टमी पूजन विधि
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर पूरे दिन व्रत करें, और कृष्ण का ध्यान करें. इसके अलावा खाने में फलाहार खा सकते हैं. पूजा करने में सबसे पहले भगवान कृष्ण के बाल रूप बाल गोपाल को गंगाजल या दूध से स्नान कराएं और फिर नए वस्त्र पहनाएं. उसके बाद उनका श्रृंगार भी करें. इस दिन भगवान बाल गोपाल को माखन मिश्री का भोग लगाएं. साथ ही पंजीरी का प्रसाद भी भगवान कृष्ण को चढ़ाया जाता है. साथ ही कृष्ण भगवान को झूला झूलाने की परंपरा है.

ये भी पढ़ें:

  • Krishna Janmashtami 2022: पश्चिम बंगाल में ISKON बनवा रहा भगवान श्रीकृष्ण का सबसे बड़ा मंदिर, जानिए क्या है खासियत
  • Krishna Janamashtmi 2022: रणभूमि से भाग कर गुफा में छिप गए थे भगवान श्रीकृष्ण, जानिए क्या है इसके पीछे की कहानी

कृष्ण जी की पूजा में क्या क्या लगता है?

धूप बत्ती, अगरबत्ती, कपूर, केसर, चंदन, यज्ञोपवीत 5, कुमकुम, अक्षत, अबीर, गुलाल, अभ्रक, हल्दी, आभूषण, नाड़ा, रुई, रोली, सिंदूर, सुपारी, पान के पत्ते, पुष्पमाला, कमलगट्टे, तुलसीमाला, खड़ा धनिया, सप्तमृत्तिका, सप्तधान, कुशा व दूर्वा, पंच मेवा, गंगाजल, शहद, शक्कर, तुलसी दल, शुद्ध घी, दही, दूध, ऋतुफल, नैवेद्य या मिष्ठान्न, ...

कृष्ण भगवान को क्या क्या चढ़ता है?

भगवान् कृष्ण को दीप दिखाएं। इसके बाद धूप दिखाएं। अष्टगंध चन्दन या रोली का तिलक लगाएं और साथ ही अक्षत (चावल) भी तिलक पर लगाएं। माखन मिश्री और अन्य भोग सामग्री अर्पण कीजिए और तुलसी का पत्ता विशेष रूप से अर्पण कीजिए.

कान्हा जी को क्या क्या चढ़ाना चाहिए?

56 भोग नहीं तो जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को चढ़ाएं ये 8 चीजें, खुश हो जाएंगे कान्हा जी.
माखन मिश्री लड्डू गोपाल को माखन मिश्री सबसे ज्यादा प्रिय होता है। ... .
धनिया की पंजीरी श्री कृष्ण के जन्म के बाद उन्हें धनिया की पंजीरी का भोग भी लगाया जाता है। ... .
मखाना ... .
खीरा ... .
पंचामृत ... .
लड्डू ... .
मथुरा के पेड़े.

भगवान श्री कृष्ण को कौन सा फूल पसंद है?

भगवान कृष्ण का प्रिय फूल जी हां, परंपरा के अनुसार भगवान कृष्ण कुमुद, करवरी, पलाश और वनमाला बहुत पसंद करते हैं। इसके अलावा कृष्ण कमल भी कृष्ण जी को बहुत पसंद हैं।