Show
Formal Letter in Hindi Letter writing in Hindi Formal Letter in Hindi – औपचारिक पत्र – Letter writing in Hindi or on any language is an art and we know that all these letters have a pre-specified format. Formal letters are specially written to authorities such as leave application to the school authorities, letter to the editor of a newspaper, or application to any government departments so that they stay on record. Here we have tried to let you know the correct format and language of formal letters in Hindi with examples.
औपचारिक पत्र Letter writing in Hindi – See Video for Explanation and Summary of the Formal LetterLetter Writing in Hindi – पत्र-लेखनFormal Letter in Hindi – पत्र-लेखन एक कला है इसलिए पत्र लिखते समय पत्र में सहज, सरल तथा सामान्य बोलचाल की भाषा का प्रयोग करना चाहिए,
जिससे पत्र को प्राप्त करने वाला पत्र में व्यक्त भावों को अच्छी प्रकार से समझ सकें। Related – Learn Hindi Grammar पत्र की आवश्यकता क्यों है?दूर रहने वाले अपने सबंधियों अथवा मित्रों की कुशलता जानने के लिए और अपनी कुशलता का समाचार देने के लिए पत्र लिखे जाते हैं। आजकल हमारे पास बातचीत करने के लिए, हालचाल जानने के लिए अनेक आधुनिक साधन उपलब्ध हैं, जैसे- टेलीफ़ोन, मोबाइल फ़ोन, ईमेल आदि। प्रश्न यह उठता है कि फिर भी पत्र-लेखन सीखना क्यों आवश्यक है? पत्र लिखना महत्वपूर्ण ही नहीं अत्यंत आवश्यक भी है, फ़ोन आदि पर बातचीत अस्थायी होती है, इसके विपरीत लिखित दस्तावेज स्थायी रूप ले लेता है। उदाहरण- जब आप विद्यालय नहीं जा पाते, तब अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र लिखना पड़ता है।
Type of Letters – पत्रों के प्रकार –मुख्य रूप से पत्रों को निम्नलिखित दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है – (1) औपचारिक-पत्र औपचारिक और अनौपचारिक पत्रों में अंतर- (Difference between formal and informal letter) औपचारिक पत्र (Formal letter) –औपचारिक पत्र उन्हें लिखा जाता है जिनसे हमारा कोई निजी संबंध ना हो। व्यवसाय से संबंधी, प्रधानाचार्य को लिखे प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, सरकारी विभागों को लिखे गए पत्र, संपादक के नाम पत्र आदि औपचारिक-पत्र कहलाते हैं। औपचारिक पत्रों की भाषा सहज और शिष्टापूर्ण होती है। इन पत्रों में केवल काम या अपनी समस्या के बारे में ही बात कही जाती है। Related – अनौपचारिक पत्र (informal letter) –अनौपचारिक पत्र उन लोगों को लिखा जाता है जिनसे हमारा व्यक्तिगत सम्बन्ध रहता है। अनौपचारिक पत्र अपने परिवार के लोगों को जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सगे-सम्बन्धिओं और मित्रों को उनका हालचाल पूछने, निमंत्रण देने और सूचना आदि देने के लिए लिखे जाते हैं। इन पत्रों में भाषा के प्रयोग में थोड़ी ढ़ील की जा सकती है। इन पत्रों में शब्दों की संख्या असीमित हो सकती है क्योंकि इन पत्रों में इधर-उधर की बातों का भी समावेश होता है। औपचारिक पत्र किसे कहते हैं? ( formal letter)यह पत्र उन्हें लिखा जाता है जिनसे हमारा कोई निजी संबंध ना हो। औपचारिक पत्रों में केवल काम से सम्बंधित बातों पर ध्यान दिया जाता है। व्यवसाय से संबंधी, प्रधानाचार्य को लिखे प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, सरकारी विभागों को लिखे गए पत्र, संपादक के नाम पत्र आदि औपचारिक-पत्र कहलाते हैं। औपचारिक पत्र लेखन में मुख्य रूप से संदेश, सूचना एवं तथ्यों को ही अधिक महत्व दिया जाता है। इसमें संक्षिप्तता अर्थात कम शब्दों ने केवल काम की बात करना, स्पष्टता अर्थात पत्र प्राप्त करने वालों को बात आसानी से समझ आये ऐसी भाषा का प्रयोग तथा स्वतः पूर्णता अर्थात पूरी बात एक ही पत्र में कहने की अपेक्षा (उम्मीद) की जाती है। Related – Shabdo ki Ashudhiya Types of formal letter – औपचारिक-पत्र के प्रकारऔपचारिक-पत्रों को तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है- औपचारिक-पत्र लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातें –(i) औपचारिक-पत्र नियमों में बंधे हुए होते हैं। औपचारिक-पत्र FORMAT (प्रारूप) के निम्नलिखित सात अंग होते हैं –(1) ‘सेवा में’ लिख कर, पत्र प्रापक का पदनाम तथा पता लिख कर पत्र की शुरुआत करें। Related – Arth vichaar in Hindi औपचारिक-पत्र की प्रशस्ति (आरम्भ में लिखे जाने वाले आदरपूर्वक शब्द), अभिवादन व समाप्ति में किन शब्दों का प्रयोग करना
चाहिए- Leave application samples (Hindi)1. भाई के विवाह के लिए प्रधानाचार्य को अवकाश हेतु आवेदन पत्र 2. कोविड होने के कारन प्रधानाचार्या को आकाश हेतु प्रार्थना पत्र 3. बीमार होने के कारण प्राचार्य को दो दिन के अवकाश का प्रार्थना पत्र 4. बहन की सगाई में शामिल होने के लिए दो दिन के अवकाश हेतु पत्र 5. मंकी पॉक्स वायरस से बीमार होने के कारण स्कूल टीचर द्वारा प्रधानध्याकपक को पत्र 6. शादी में शामिल होने के लिए दफ्तर को अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र 7. मातृत्व अवकाश हेतु दफ्तर में प्रार्थना पत्र 8. लेक्चरर द्वारा कॉलेज प्रधानाचार्य को अवकाश हेतु पत्र 9.भाई की सगाई में शामिल होने हेतु दफ्तर को अवकाश हेतु पत्र 10. स्वयं की शादी के लिए अवकाश हेतु दफ्तर को प्रार्थना पत्र
सेवा में, प्रति, श्रीमान प्रधानाध्यापक ग्लोबल स्कूल मेरठ विषय- अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी, विनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा 10वीं की छात्रा हूं। महोदय, मुझे यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि मेरी चचेरी बहन की शादी तय हो गई है और विवाह समारोह दिनांक 22/12/22 को दिल्ली में होना प्रस्तावित है। यह हमारे परिवार की पहली शादी हैं जिसमें परिवार के सभी छोटे-बड़े सदस्य आने वाले हैं, अतः मैं भी इस पारिवारिक प्रसंग में शामिल होना चाहती हूं। इसी कारणवश मैं दिनांक 15/12/22 से 25/12/22 तक अवकाश लेना चाहती हूं । मैं जानती हूं इस बार दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं नजदीक है किंतु मैं आपको आश्वस्त करती हूं कि विवाह समारोह से वापस आकर मैं मन लगाकर पढ़ाई करूंगी और दसवीं की परीक्षा उत्कृष्ट नंबरों से उत्तीर्ण करूंगी । अतः आपसे निवेदन है कि उक्त दिनांक तक मुझे अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। धन्यवाद आपकी आज्ञाकारी छात्रा नाम -निधि कक्षा -दसवीं रोल नंबर -1111111 दिनांक- 06/12/22
सेवा में, प्रति, श्रीमान प्रधानाचार्य पी पी एस स्कूल करनाल, हरियाणा विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी सविनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा आठवीं में अध्ययनरत छात्र हूं। महोदय जी मेरा स्वास्थ्य कुछ समय से ठीक नहीं चल रहा है, सर्दी-खांसी के लक्षण है। अतः डॉक्टर साहब से जांच करवाने गया, पर उन्होंने कोविड-19 टेस्ट करवाने की सलाह दी और कल ही मेरी रिपोर्ट आई है । माननीय मेरी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, मुझे कोरोना हो गया है । डॉक्टर साहब ने मुझे घर पर ही आइसोलेट रहने और आराम करने की सलाह दी है। अतः इस कारणवश मैं विद्यालय आने में असमर्थ हूं । इसी कारणवश मैं दिनांक 16/06/22 से 30/06/22 तक अवकाश लेना चाहती हूं ।अतः आपसे निवेदन है कि मुझे लगभग 2 सप्ताह का चिकित्सकीय अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। धन्यवाद आपकी आज्ञाकारी छात्रा नाम- राधा कक्षा- दसवीं रोल नंबर- 1111111 दिनांक- 16/06/22
सेवा में, प्रति, श्रीमान प्राचार्य महोदय पलाश पब्लिक स्कूल दिल्ली विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी, विनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा नवमी का छात्र हूं । अचानक मेरा स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण, मैं विद्यालय आने में असमर्थ हूं । मैंने डॉक्टर से जांच भी करवाई हैं और उन्होंने कुछ दवाइयां दी है और घर पर आराम करने को कहा है। अतः इस कारणवश मैं विद्यालय आने में असमर्थ हूं। अतः महोदय से निवेदन है कि मुझे दिनांक 20/07/22 और 21/07/22 दो दिनों का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। मैं आपका अत्यंत आभारी रहूंगा । धन्यवाद आपका आज्ञाकारी छात्र नाम -जीना कक्षा- नवमी अ रोल नंबर 22522555 दिनांक 19/07/22
सेवा में, प्रति, श्रीमान प्राचार्य महोदय जैन विद्यालय आगरा विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी, सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में अध्यनरत छात्र हूं। मुझे यह बताते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि मेरी चचेरी बहन की सगाई तय हो गई हैं और यह कार्यक्रम जयपुर में होने जा रहा हैं । यह हमारे परिवार का पहला वैवाहिक प्रसंग हैं, जिसमें परिवार के सभी सदस्य मौजूद होंगे और दुल्हन का भाई होने के नाते मुझे भी कई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, सगाई की तैयारियों में मुझे भी मेरा दायित्व निभाना हैं। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि इस कार्यक्रम से मेरी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी। अपना कक्षा कार्य मैं समारोह से आने के पश्चात पूरा कर लूंगा । आपको शिकायत का कोई मौका नहीं मिलेगा। अतः महोदय जी से निवेदन है कि मुझे दिनांक 09/08/22 और 10/08/22 दो दिनों का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। धन्यवाद आपका आज्ञाकारी छात्र नाम- मोहन कक्षा- ग्यारहवी रोल नंबर 22522555 दिनांक 07/08/22
सेवा में प्रति श्रीमान प्राचार्य महोदय दिल्ली पब्लिक स्कूल दिनांक 16/10/22 विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी विनम्र निवेदन है मैं आपके विद्यालय में गणित विषय की प्राध्यापिका हूं। मैं कक्षा छठवीं से दसवीं तक के बच्चों को गणित पढ़ाती हूं । महोदय कुछ दिनों से मैं स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों का सामना कर रही हूं और शरीर पर जगह-जगह दाने निकल आए हैं। डॉक्टर से जांच करवाने पर पुष्टि हुई कि मुझे मंकी पॉक्स वायरस हुआ है और इस वजह से मेरी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित हुई है। मेरी तरह किसी और को यह वायरस ना हो इसलिए मैं घर पर ही आराम करना चाहती हूं । डॉक्टर ने मुझे लगभग दो हफ्ते तक घर पर ही क्वारंटाइन रहने की सलाह दी है। अतः ऐसी अवस्था में विद्यालय आकर अध्यापन कार्य करने में असमर्थ हूं । अतः महोदय से निवेदन है कि मुझे स्वास्थ्य लाभ हेतु 17/10/22 से 02/11/22 तक दो हफ्तों का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। भवदीया मधुलिका गणित अध्यापिका
सेवा में प्रति श्रीमान कार्यालय प्रभारी महाधिवक्ता कार्यालय दिल्ली दिनांक 24/12/22 विषय – एक सप्ताह का अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी विनम्र निवेदन है कि मैं आपके ऑफिस में जूनियर अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हूं। माननीय मेरे परिवार में एक मांगलिक कार्यक्रम होने जा रहा है, गत 10 वर्षों पश्चात पहली बार यह शुभ अवसर आया है कि परिवार के सभी गणमान्य सदस्य एक साथ होंगे। अतः मैं भी इस विवाह समारोह में शामिल होना चाहता हूं। जिस हेतु दिनांक 25/12/22 से 30/12/22 तक एक हफ्ते का अवकाश प्रार्थना पत्र आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं। साथ ही आपको शादी का आमंत्रण पत्र प्रेषित कर रहा हूं, आपको सपरिवार आना हैं। इस मांगलिक कार्यक्रम में आपकी उपस्थिति मेरे लिए अनुकरणीय होगी । महोदय निवेदन हैं कि इस आवेदन पत्र पर अपनी स्वीकृति की मुहर लगाने की कृपा करें। मैं आपका अत्यंत आभारी रहूंगा। धन्यवाद भवदीय श्रीकांत शर्मा जूनियर अकाउंटेंट
सेवा में प्रति श्रीमान एच आर XYZ सॉफ्टेक कंपनी बैंगलुरू दिनांक 08/09/22 विषय – मातृत्व अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी, सविनय निवेदन हैं कि मैं आपकी कंपनी में सीनियर कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं । महोदय मैं आपको इस शुभ सूचना से अवगत कराना चाहती हूं कि मैं मां बनने वाली हूं। शादी के पांच साल बाद मैं अपनी पहली संतान को जन्म देने वाली हूं। मैंने कल ही डॉक्टर से जांच करवाई है, सब कुछ ठीक है और उन्होंने मुझे आराम करने की सलाह दी हैं । अब मैं कुछ माह अपने घर पर आराम करना चाहती हूं ताकि अपना और अपने आने वाले बच्चे की सेहत का अच्छे से ख्याल रख सकूं। महोदय मैं आपका ध्यान अपनी कंपनी की पॉलिसी पर आकर्षित करवाना चाहती हूं जिसमें यह स्पष्ट लिखा हैं कि गर्भवती महिलाओं को न्यूनतम छः माह का मातृत्व अवकाश निश्चित दिया जाना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैं आपसे इस अवकाश की मांग कर रही हूं। आशा करती हूं आप मेरे इस आवेदन पत्र को स्वीकार करेंगे और मुझे छः माह (जुलाई से दिसंबर तक) का मातृत्व अवकाश देने की कृपा करेंगे। धन्यवाद भवदीया गरिमा सीनियर कंटेंट राइटर
सेवा में प्रति श्रीमान प्रधानाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज मोहाली दिनांक 28/11/22 विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी सविनय निवेदन है कि मैं आपके कॉलेज में साइंस लेक्चरर के पद पर गत 2 वर्षों से कार्यरत हूं । महोदय मैं आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट करना चाहता हूं कि लेक्चर को शासन द्वारा साल भर के लिए दी गई कुल छुट्टियों में से अभी मेरे हिस्से में 6 छुट्टियां शेष है । जिनका मैं सदुपयोग करना चाहता हूं अर्थात मैं एक साथ 6 दिन का अवकाश लेना चाहता हूं। दरअसल मेरे छोटे भाई ने सूरजकुंड मेले में हस्तशिल्प कलाकृतियों का स्टॉल लगाया है। अतः मैं उस मेले में शामिल होकर अपने भाई का उत्साहवर्धन करना चाहती हूं। इस कारणवश 6 दिन का अवकाश लेना चाहता हूं। कॉलेज में अभी सेमेस्टर ब्रेक चल रहे हैं और रेगूलर कक्षाएं भी अभी शुरू नहीं हुई हैं । अतः महोदय से निवेदन है कि मुझे दिनांक 29/11/22 से 04/12/22 तक अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। मैं आपका अत्यंत आभारी रहूंगा। धन्यवाद भवदीय एबीसी साइंस लेक्चरर
सेवा में प्रति श्रीमान एचआर कोला ड्रिंक्स कंपनी हैदराबाद दिनांक 20/12/22 विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी सविनय निवेदन है कि मैं आपकी कंपनी में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव के पद पर गत 5 वर्षों से कार्यरत हूं । महोदय मुझे आपको यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि मेरे बड़े भाई की सगाई तय हो गई है और पंडित जी ने इसी माह की 25 तारीख का शुभ मुहूर्त निकाला है। बहुत समय बाद परिवार में ऐसा शुभ प्रसंग होने जा रहा है। अतः मेरा इस कार्यक्रम में शामिल होना अत्यंत आवश्यक है । समय बहुत कम है और कई तैयारियां करनी हैं। अतः महोदय से निवेदन है कि कृपया कर मुझे दिनांक 24/12/22 और 25/12/22 का अवकाश प्रदान करने का कष्ट करें। मैं आपका अत्यंत आभारी रहूंगा। धन्यवाद भवदीय सौरभ भारद्वाज मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव
सेवा में प्रति श्रीमान एचआर RIZ India Ltd हैदराबाद दिनांक 01/10/22 विषय – अवकाश प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र। महोदय जी सविनय निवेदन है कि मैं आपकी कंपनी में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर गत 1 वर्ष से कार्यरत हूं । मुझे बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि मेरा विवाह तय हो गया है। कन्या, दिल्ली की रहने वाली है और हमें परिवार सहित बारात लेकर दिल्ली रवाना होना है और विवाह की ढेर सारी तैयारियां भी करनी है। महोदय मैं मेरे घर का इकलौता बेटा हूं और इस वजह से मेरे ऊपर कई जिम्मेदारियां भी है और विवाह की तैयारी हेतु बहुत ही कम समय शेष है । पंडित जी ने अगले महीने की 10 तारीख का शुभ मुहूर्त निकाला है । समय बहुत ही कम बचा है और कई सारी तैयारियां करनी है। इस कारणवश मैं एक माह का अवकाश लेना चाहता हूं । ताकि सारे काम अपनी देखरेख में सुचारू रूप से संपन्न करवा सकूं। मैं आपको शादी का कार्ड भी भेजूंगा, आपको सपरिवार आना है। आप की उपस्थिति मेरे लिए अनुकरणीय होगी। अतः महोदय से निवेदन है कि मुझे एक माह का वैवाहिक अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। धन्यवाद भवदीय अ ज य तकनीकी सहायक औपचारिक-पत्र के उदाहरण – Examples of Formal Letter in Hindiप्रधानाचार्य को लिखे गए प्रार्थना-पत्र का प्रारूप- Example – उदाहरण: सेवा में, प्रधानाचार्य मोहदय, विषय – बहन की शादी के लिए अवकाश प्रदान हेतु प्रार्थना पत्र। महोदय, सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय के कक्षा 10वीं का विद्यार्थी हूँ। मेरे घर में मेरी बहन की शादी है। जिसकी दिनांक 10/09/2018 और 11/09/2018 निश्चित हुई है, मैं अपने पिता का इकलौता पुत्र हूँ, अतः शादी में बहुत से कार्यों में मेरा होना अति आवश्यक है। इसी कारण मुझे 08/09/2018 से
12/09/2018 तक का अवकाश चाहिए। धन्यवाद। आपका आज्ञाकारी शिष्य, Related – Anusvaar
Example – उदाहरण: औपचारिक पत्र Examples and Important Questions and Answersविषय – बस में छूटे बैग का वापस मिलना। महोदय, कल दिनांक 24 अप्रैल, 2019 को मैंने चण्डीगढ़ में कार्य समाप्ति पर शिमला के लिए चण्डीगढ़ बस स्टैण्ड से वातानुकूलित (एयर कंडीशनिंग) बस पकड़ी थी। सफर पूर्ण हो जाने के बाद मैं बस से उतर कर शिमला चला गया। Example – उदाहरण: विषय- मनीआर्डर की प्राप्ति नहीं होने पर कार्यवाही हेतु पत्र। महोदय, मैं बरेली का रहने वाला हूँ। मेरे घर से मेरे पिताजी ने दिनांक 3 अप्रैल, 2019 को 1000 रुपये का मनीआर्डर (रसीद संख्या xxxx) किया था। परन्तु अभी तक यह मनीआर्डर मुझे प्राप्त नहीं हुआ है। इस विषय पर मैंने अपने क्षेत्र के पोस्ट आफिस के स्टाफ से संपर्क किया। परन्तु उनका कहना है कि उनको इसकी कोई जानकारी नहीं है। हमारा परिवार बहुत गरीब है और पिताजी दिहाड़ी की
मजदूरी मेहनत करके मुझे पैसे भेजते हैं। यदि आप परीक्षा भवन से पत्र लिख रहे हैं तो पत्र का प्रारूप कुछ इस तरह से होगा – Example – उदाहरण: परीक्षा भवन, विषय – पुस्तक मंगवाने हेतु प्रार्थना-पत्र। महोदय, हमने छोटे बच्चों के लिए एक सार्वजनिक पुस्तकालय की शुरुआत की है। जिसमें छोटी-छोटी कहानियों का संग्रह, नेताओं की जीवनी, रामायण व महाभारत संबंधित पुस्तकों का संकलन होगा। मुझे निम्नलिखित दस पुस्तकें शीघ्र भिजवा दें। इस आर्डर की पुस्तकों की कीमत की राशि 2000 रुपये का बैंक ड्राफ्ट नं xxxxx दिनांक 20 अप्रैल, 2019 इस पत्र के साथ भेज रहा हूँ। पुस्तकें
भेजते हुए पहले यह सुनिश्चित कर लीजियेगा कि पुस्तकें अंदर से या बाहर से कटी-फटी न हों और सभी पुस्तकों पर कवर लगा हुआ हो। Example – उदाहरण: विषय- योग-शिक्षा का महत्त्व। महोदय, जान-जान की आवाज, जान-जान तक पहुँचाने के लिए प्रसिद्ध आपके पत्र के माध्यम से मैं विद्यालय में योग-शिक्षा के महत्त्व को बताना चाहती हूँ और प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाना चाहती हूँ। Recommended Read
औपचारिक पत्र में कौन कौन से पत्र आते हैं?Formal Letter in Hindi – औपचारिक पत्र
औपचारिक पत्र लेखन में मुख्य रूप से संदेश, सूचना एवं तथ्यों को ही अधिक महत्व दिया जाता है। व्यवसाय से संबंधी, प्रधानाचार्य को लिखे प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, सरकारी विभागों को लिखे गए पत्र, संपादक के नाम पत्र आदि औपचारिक-पत्र कहलाते हैं।
औपचारिक पत्र के अंतर्गत कितने पत्र आते हैं?औपचारिक पत्रों में मुख्य विषय को मुख्यतः तीन अनुच्छेदों में विभाजित किया जाता है। अनौपचारिक पत्रों के मुख्य विषय को अधिकतम दो अनुच्छेदों में विभाजित किया जाता है। औपचारिक पत्रों को स्पष्टता से लिखा जाता है जिससे किसी सूचना या कार्य में बाधा अथवा संशय उत्पन्न ना हो सके। अनौपचारिक पत्रों भावनात्मक रूप से लिखे जाते है।
औपचारिक पत्र कितने प्रकार के होते हैं?औपचारिक-पत्रों को तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है-
ये पत्र स्कुल के प्रधानाचार्य से लेकर किसी सरकारी विभाग के अधिकारी को भी लिखे जा सकते हैं। (2) कार्यालयी-पत्र – जो पत्र कार्यालयी काम-काज के लिए लिखे जाते हैं, वे 'कार्यालयी-पत्र' कहलाते हैं।
औपचारिक पत्र के कितने अंग होते हैं?औपचारिक पत्र के कितने अंग होते हैं? औपचारिक पत्र के छ अंग होते है जो ये है, जैसे महोदय, प्रिय महोदय. अभिवादन भी व्यक्ति के पद या मर्यादा के अनुरूप लिखा जाता है. जैसे सादर प्रणाम, नमस्कार, आशीर्वाद लिखा जाता है।
|