(b) 4 Show (c) 5 (d) 10 उत्तर - (d) 10 प्रशन 2 - कोई विलयन अंडे के पिसे कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उत्पन्न करता है जो चूने के पानी को दुधिया कर देती है। इस विलयन में क्या होगा? (a) NaCl (b) HCl (c) LiCl (d) KCl उत्तर - (b) HCl प्रशन 3 - NaOH का 10 mL विलयन, HCl के 8 mL विलयन से पूर्णत: उदासीन हो जाता है। यदि हम NaOH के उसी विलयन 20 mL लें तो इसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की अवश्यकता होगी? (a) 4 mL (b) 8 mL (c) 12 mL (d) 16 mL उत्तर - (d) 16 mL प्रशन 4 - अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है? (a) एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक) (b) ऐनालसेजिक (पीड़ाहरी) (c) एंटैसिड (d) एंटीसेप्टिक (प्रतिरोधी) उत्तर - (c) एंटैसिट प्रशन 5 - निम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए: (a) तनु सल्फ्युरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है। उत्तर - सल्फ्युरिक अम्ल + जिंक ⇒ जिंक क्लोराइड + हाइड्रोजन (b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है। उत्तर - सल्फ्युरिक अम्ल + मैग्नीशियम → मैग्नीशियम क्लोराइड + हाइड्रोजन (c) तनु सल्फ्युरिक अम्ल ऐल्मुनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है। उत्तर - सल्फ्युरिक अम्ल + एलुमिनियम → एलुमिनियम क्लोराइड + हाइड्रोजन (d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है। सल्फ्युरिक अम्ल + आयरन → आयरन क्लोराइड + हाइड्रोजन
उत्तर - वैसा रासायनिक पदार्थ जो जल के विलयन में हाइड्रोजन आयन मुक्त करते हैं, का वर्गीकरण अम्ल के रूप में किया जाता है। चूँकि एल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जल के विलयन में हाइड्रोजन आयन मुक्त नहीं करते हैं, अत: इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता है। इसे निम्नलिखित क्रिया कलाप द्वारा साबित किया जा सकता है। क्रियाकलाप: आवश्यक सामग्री: दो परखनली, लाल तथा नीला लिटमस पेपर, ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज प्रक्रिया दो साफ परखनली लेकर एक में एल्कोहॉल तथा दूसरे में ग्लूकोज का जलीय विलयन बना लिया जाता है, तथा लेबल लगा दिया जाता है। दोनों विलयन में बारी बारी से नीला तथा लाल लिटमस पत्र डुबाया जाता है। प्रेक्षण - किसी भी परखनली का विलयन लिटमस पत्र के रंग को नहीं बदलता है। निष्कर्ष - चूँकि एल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जल के विलयन में हाइड्रोजन आयन मुक्त नहीं करते हैं, अत: दोनों में से कोई भी नीले लिटमस पत्र को लाल रंग में नहीं बदलता है। अत: कोई भी विलयन अम्ल नहीं है।
उत्तर - जल में उपस्थित अशुद्धियों के आयन विद्युत का संवहन या चालन करते हैं। चूँकि आसवित जल में कोई अशुद्धि नहीं रहती है, तदनुसार कोई आयन भी उपस्थित नहीं रहता है, अत: आसवित जल विद्युत का चालन नहीं होता है, अर्थात आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता है। वहीं बर्षा के जल में कई अशुद्धियाँ रहती हैं, जिनके आयन भी जल में मुक्त अवस्था में रहते हैं, जो कि विद्युत का चालन करते हैं। अत: आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता है जबकि बर्षा का जल विद्युत का चालक होता है।
उत्तर - अम्ल के विलयन में उपस्थित मुक्त अवस्था में हाइड्रोजन आयन ही अम्लीय व्यवहार के लिए उत्तरदायी होता है। चूँकि जल की अनुपस्थिति में अम्ल में वर्तमान हाइड्रोजन, आयन के रूप में मुक्त अवस्था में नहीं रहता है, अत: जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार आम्लीय नहीं होता है।
(a) उदासीन है? (b) प्रबल क्षारीय है? (c) प्रबल अम्लीय है? (d) दुर्बल अम्लीय है? (e) दुर्बल क्षारीय है? pH के मानों को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए। उत्तर - pH स्केल 1 से 14 के मान पर कार्य करता है। इसमें pH का मान 7 उदासीन विलयन को दर्शाता है। विलयन जिसके pH का मान 7 से कम होता है, वह अम्लीय तथा जिसके pH का मान 7 से अधिक होता है क्षारीय होता है। अत: (a) विलयन (D) जिसके pH का मान 7 है उदासीन है। (b) विलयन (C) जिसकेpH का मान 11 है, प्रबल क्षारीय है। (c) विलयन (B) जिसके pH का मान 1 है, प्रबल अम्लीय है। (d) विलयन (A) जिसकेpH का मान 4 है, दुर्बल अम्लीय है। (e) विलयन (E) जिसके pH का मान 9 है, दुर्बल क्षारीय है। दिये गये विलयनो की pH के मानो तथा हाइड्रोजन आयन की सान्द्रता के आधार पर आरोही क्रम: C < E < D < A < B
उत्तर - चूँकि परखनली (A) में रखा गया हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एक प्रबल अम्ल है जबकि परखनली (B) में रखा गया ऐसिटिक अम्ल एक दुर्बल अम्ल है और एक प्रबल अम्ल ज्यादा प्रबल रूप से अभिक्रिया करता है। अत: परखनली (A) में परखनली (B) की अपेक्षा अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी।
उत्तर - दूध तथा दही दोनों में लैक्टिक अम्ल पाया जाता है। परंतु दही में लैक्टिक अम्ल की सांद्रता अधिक रहती है, जबकि दूध में कम। इसी कारण दही का स्वाद खट्टा होता है। अत: दही बन जाने पर उसके pH का मान ताजे दूध के मान (6) से कम हो जायेगा चूँकि अम्लीयता बढ़ने पर pH का मान घटता है।
(a) ताजा दूध के pH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है? उत्तर - दूध में वर्तमान बैक्टीरिया जैविक क्रियाओं के कारण दूध की अम्लीयता बढ़ा देते हैं, जिसके कारण दूध दही के रूप में बदल जाता है। परंतु यदि दूध को थोड़ा क्षारीय बना दिया जाय तो बैक्टीरिया द्वारा की जाने वाली जैविक क्रिया धीमी हो जाती है, तथा दूध की अम्लीयता बढ़ने में देर लगती है। अत: एक ग्वाला थोड़ा बेकिंग सोडा, जो कि एक क्षार है, को मिलाकर ताजे दूध के pH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय बना देता है, ताकि दूध अधिक देर तक नहीं खराब हो, अर्थात दही में नहीं बदले। (b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है? उत्तर : ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिला देने पर दूध में वर्तमान बैक्टीरिया द्वारा की जाने वाली जैविक प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है, तथा दूध की अम्लीयता बढ़ने में समय लगता है, जिसके कारण इस दूध को दही बनने में अधिक समय लगता है।
उत्तर - जब प्लास्टर ऑफ पेरिस हवा के संपर्क में आता है, तो हवा में नमी के रूप में वर्तमान जल से अभिक्रिया कर जिप्सम, जो कि कठोर होता है, में बदल जाता है। अत: प्लास्टर ऑफ पेरिस को ठोस के रूप में जमने से बचाने के लिए उसे आर्द्ररोधी बर्तन में रखा जाता है।
उत्तर - अम्ल का क्षार के साथ प्रतिक्रिया कर एक दूसरे को उदासीन बनाने की अभिक्रिया उदासीनीकरण अभिक्रिया कहलाता है। जब अम्ल एक क्षार के साथ अभिक्रिया करता है, तो दोनों एक दूसरे को उदासीन कर देता है, तथा सबंधित लवण और जल बनता है। यह अभिक्रिया उदासीनीकरण अभिक्रिया भी कहलाता है। उदारण : (1) : जब हाइड्रोक्लोरिक अम्ल सोडियम हाइड्रोक्साइड (एक क्षार) के साथ अभिक्रिया करता है, तो सोडियम क्लोराइड (नमक) तथा जल बनता है। उदाहरण : (2) : जब सल्फ्युरिक अम्ल सोडियम हाइड्रोक्साइड के साथ अभिक्रिया करता है, तो सोडियम सल्फेट तथा जल बनता है।
उत्तर - (a) धोने का सोडा [Sodium carbonate (Na2CO3)] के उपयोग: कपड़े को धोने में जल की कठोरता को दूर करने में (b) बेकिंग सोडा के उपयोग: बेकरी में आटे या मैदा को मुलायम बनाने में आग बुझाने वाले संयंत्र में एक घटक से रूप में क्या होता है जब धातु जल के साथ अभिक्रिया करते हैं?जल के साथ अभिक्रिया करके धातु, हाइड्रोजन गैस तथा धातु ऑक्साइड बनाते हैं। ये जल में घुलकर धातु हाइड्रोक्साइड बनाते हैं।
क्या होता है जब एक अधातु के ऑक्साइड को जल में घोला जाता है?अधातुओं के ऑक्साइड प्रकृति में अम्लीय होते हैं। जब एक अधातु ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो यह ऑक्साइड देता है जो पानी के साथ विघटन पर एक अम्ल देता है।
सातवें जब जल के साथ अभिक्रिया करती है तो क्या होता है?2 x 58.5 = 0.117 रु. = 0.12 रु.
कौन सी धातु ठंडे जल के साथ अभिक्रिया करती है?कॉपर , आयरन , मैग्नीशियम ,सोडियम ।
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