विश्व में उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र है ऐसा क्यों होता है? - vishv mein uchch janasankhya ghanatv vaale kshetr hai aisa kyon hota hai?

1. निम्नलिखित प्रश्नों के सही उत्तर चुनिए –
(i).  निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक है ?
(क) अफ्रीका
(ख) एशिया
(ग)  दक्षिण अमेरिका
(घ) उत्तर अमेरिका

उत्तर- (क) अफ्रीका

(ii). निम्नलिखित में कौन-सा एक विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र नहीं है?
(क) अटाकामा
(ख) भूमध्य रेखीय प्रदेश
(ग) दक्षिण पूर्वी एशिया
(घ)  ध्रुवीय प्रदेश

उत्तर-(ग) दक्षिण पूर्वी एशिया

(iii).  निम्नलिखित में से कौन-सा एक प्रतिकर्ष कारक नहीं है ?
(क) जलाभाव
(ख) बेरोजगारी
(ग) चिकित्सा/शैक्षणिक सुविधाएं
(घ) महामारियाँ

उत्तर-(ग) चिकित्सा/शैक्षणिक सुविधाएं

(iv). निम्नलिखित में से कौन-सा एक तथ्य सही नहीं है ?
(क) विगत 500 वर्षों में मानव जनसंख्या 10 गुणा से अधिक बढ़ी है।
(ख) 5 अरब से 6 अरब तक बढ़ने में जनसंख्या को 100 वर्ष लगे।
(ग) जनांकिकीय संक्रमण की प्रथम अवस्था में जनसंख्या वृद्धि उच्च होती है।

उत्तर-(ख) 5 अरब से 6 अरब तक बढ़ने में जनसंख्या को 100 वर्ष लगे।
(ग) जनांकिकीय संक्रमण की प्रथम अवस्था में जनसंख्या वृद्धि उच्च होती है।
नोट- यह प्रश्न तकनीकी दृष्टि से सही नहीं है क्योंकि मौजूद तथ्यों के आधार पर केवल पहला विकल्प (क)ही सही है बाकी दोनों विकल्प (ख) और (ग) सही नहीं है 5 से 6 अरब होने में केवल 12 वर्ष लगे और जनांकिकीय संक्रमण की प्रथम अवस्था में उच्च जन्म दर ओर उच्च मृत्यु दर होने के कारण जनसंख्या वृद्धि उच्च नहीं बल्कि धीमी होती है

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए।
(I) जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले तीन भौगोलिक कारकों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर-जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले तीन प्रमुख भौगोलिक कारक निम्नलिखित हैं-
1. जल की उपलब्धता-
        जल जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि पीने तथा अन्य आवश्यकताओं के लिए जल का प्रयोग होता है। इसलिए विश्व की सभी प्रमुख सभ्यताएँ नदियों के किनारे विकसित हुई थी। आज भी नदी घाटियाँ विश्व के सघन जनसंख्या क्षेत्र हैं।
2. धरातल-
      जनसंख्या के भौगोलिक वितरण में धरातल भी एक प्रमुख कारक है क्योंकि जीवन की सुगमता तथा सुविधाओं के अधिक होने के कारण विश्व की अधिकांश आबादी मैदानों में निवास करती है जबकि पहाड़ी तथा पर्वतीय क्षेत्रों में कम जनसंख्या मिलती है।
3. जलवायु-
       जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने में जलवायु प्रमुख कारक है। सुखद/अनुकूल जलवायु वाले क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या पाई जाती है। जबकि विषम जलवायु वाले क्षेत्रों जैसे ध्रुवीय प्रदेशों में कम जनसंख्या मिलती है। 

(ii) विश्व में उच्च जनसंख्या घनत्व वाले अनेक क्षेत्र हैं। ऐसा क्यों होता है?

उत्तर-विश्व में अनेक क्षेत्र उच्च जनसंख्या घनत्व वाले हैं क्योंकि वहाँ कम क्षेत्रफल में अधिक जनसंख्या निवास करती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वहां विभिन्न भौगोलिक तथा आर्थिक कारक जैसे जल की उपलब्धता, जलवायु, धरातल, खनिज, औद्योगिकरण, परिवहन आदि जनसंख्या के बसने को प्रोत्साहित करते हैं। जीवन की सुगमता तथा सुविधाओं की मौजूदगी के कारण वहाँ जनसंख्या बसाव सघन हो जाता है।

(iii) जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक कौन-से हैं ?

उत्तर-किसी भी स्थान की जनसंख्या में परिवर्तन लाने वाले तीन प्रमुख घटक है- जन्म, मृत्यु और प्रवास। जन्म और मृत्यु जनसंख्या में परिवर्तन लाने वाले प्राकृतिक घटक है। इसके अलावा प्रवास भी उद्गम स्थान तथा गंतव्य स्थान दोनों की जनसंख्या के आकार को प्रभावित करता है।

3. अंतर स्पष्ट कीजिए-
(i) जन्म दर और मृत्यु दर

उत्तर- जन्म दर- 
              जनसंख्या वृद्धि को समझने के लिए जन्म दर की गणना महत्वपूर्ण है।अशोधित जन्म दर की गणना प्रति हजार व्यक्तियों पर किसी वर्ष विशेष में जन्म लेने वाले जीवित शिशुओं की संख्या को कहा जाता है।
मृत्यु दर- 
         जनसंख्या में कमी लाने के लिए मृत्यु दर प्राकृतिक रूप से उत्तरदायी घटक है। अशोधित मृत्यु दर की गणना किसी वर्ष विशेष में प्रति हजार व्यक्तियों पर मरने वालों की संख्या के रूप में व्यक्त की जाती है।

(ii) प्रवास के प्रतिकर्ष कारक और अपकर्ष कारक

उत्तर- प्रवास के प्रतिकर्ष कारक(push factors) – ऐसे सभी नकारात्मक कारक जो किसी व्यक्ति को अपना उद्गम स्थान छोड़ने के लिए बाध्य करते हैं, प्रवास के प्रतिकर्ष कारक कहलाते हैं। जैसे बेरोजगारी, भुखमरी, प्राकृतिक आपदाएं, राजनैतिक उथल-पुथल, सामाजिक अशांति आदि।
प्रवास के अपकर्ष कारक(pull factors)–     गंतव्य स्थान पर मौजूद वे सभी सकारात्मक कारक जो किसी व्यक्ति को प्रवास के लिए आकर्षित करते हैं, अपकर्ष कारक कहलाते हैं। जैसे- रोजगार, शिक्षा-चिकित्सा सुविधाएँ, अच्छा रहन-सहन, शांति एवं स्थायित्व, अनुकूल जलवायु आदि।

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:
(I) विश्व में जनसंख्या के वितरण तथा घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए।

उत्तर-विश्व में जनसंख्या असमान रूप से वितरित है। विश्व के 10 सर्वाधिक आबाद देशों में विश्व की लगभग 60% जनसंख्या निवास करती है। मोटे तौर पर विश्व की लगभग 90% जनसंख्या केवल 10% स्थल भाग पर निवास करती है। दक्षिणी गोलार्ध के मुकाबले उत्तरी गोलार्ध में अधिक जनसंख्या मिलती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जनसंख्या के वितरण तथा घनत्व को कई कारक प्रभावित करते हैं जिनका वर्णन इस प्रकार है-

1. जल की उपलब्धता-
         जल जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि पीने तथा अन्य आवश्यकताओं के लिए जल का प्रयोग होता है। इसलिए विश्व की सभी प्रमुख सभ्यताएँ नदियों के किनारे विकसित हुई थी। आज भी नदी घाटियाँ विश्व के सघन जनसंख्या क्षेत्र हैं।
2. धरातल-
       जनसंख्या के भौगोलिक वितरण में धरातल भी एक प्रमुख कारक है क्योंकि जीवन की सुगमता तथा सुविधाओं के अधिक होने के कारण विश्व की अधिकांश आबादी मैदानों में निवास करती है जबकि पहाड़ी तथा पर्वतीय क्षेत्रों में कम जनसंख्या मिलती है।
3. जलवायु-
       जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने में जलवायु प्रमुख कारक है। सुखद/अनुकूल जलवायु वाले क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या पाई जाती है। जबकि विषम जलवायु वाले क्षेत्रों जैसे ध्रुवीय प्रदेशों में कम जनसंख्या मिलती है। 
4. मिट्टी- 
      मिट्टी की उर्वरता सीधे तौर पर जनसंख्या के भरण-पोषण को प्रभावित करती है। इसलिए उपजाऊ मिट्टी वाले क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या पाई जाती है।
5. खनिज- 
       खनिज उपलब्धता वाले क्षेत्रों में अधिक रोजगार मिलने के कारण बड़ी संख्या में जनसंख्या आकृष्ट होती है। इसलिए दूर दराज के क्षेत्रों से भी लोग यहाँ पहुंचने लगते हैं जिससे जनसंख्या सघन मिलती है।
6. नगरीकरण-
       शहरों में रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा संबंधी सुविधाओं के चलते काफी मात्रा में जनसंख्या निवास करती है तथा सुविधाओं के चलते ग्रामीण क्षेत्रों से नगरों की ओर प्रवास अधिक होता है जिससे यहां जनसंख्या सघन मिलती है।
7. औद्योगीकरण- 
       उद्योग जिन क्षेत्रों में लगे होते हैं, वहाँ बड़ी संख्या में लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है। इसलिए इन क्षेत्रों में सघन जनसंख्या पाई जाती है।
8. परिवहन-
        अच्छी परिवहन सुविधाओं से जुड़े हुए स्थानों पर भी जनसंख्या अधिक मिलती है।
9. सामाजिक तथा सांस्कृतिक कारक-
         स्थानीय स्तर पर कई सामाजिक तथा सांस्कृतिक कारक जनसंख्या के बसाव को प्रभावित करते हैं। किसी स्थान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी इसमें महत्वपूर्ण है।
10. सरकारी नीतियाँ –
       कई बार सरकारों द्वारा भी जनसंख्या को बसाने के लिए विशेष नीतियाँ घोषित की जाती हैं ताकि दूरदराज के या सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों को बसने के लिए प्रोत्साहन मिले। जैसे- चीन द्वारा तिब्बत क्षेत्र में।

(ii) जनांकिकीय संक्रमण की तीन अवस्थाओं की विवेचना कीजिए।

उत्तर-जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत का उपयोग किसी क्षेत्र की जनसंख्या के वर्णन तथा भविष्य की जनसंख्या के पूर्वानुमान के लिए किया जा सकता है। यह सिद्धांत बताता है कि जैसे ही कोई समाज खेतिहर, ग्रामीण तथा अशिक्षित अवस्था से औद्योगिक, नगरीय तथा साक्षर बनता है तो वहाँ जन्म दर तथा मृत्यु दर में परिवर्तन दिखाई देता है।
 इस परिवर्तन को तीन अवस्थाओं में देखते हैं जो इस प्रकार है-
प्रथम अवस्था-
         इस अवस्था में विकास की गति अत्यंत कम होने के कारण जन्म दर तथा मृत्यु दर दोनों ही उच्च होती हैं। इसके परिणाम स्वरूप कुल जनसंख्या वृद्धि कम होती है। अधिकांश लोग कृषि पर करने वाले होते हैं। शिक्षा स्तर, नगरीकरण और औद्योगीकरण कम मिलता है। लगभग 200 वर्ष पूर्व दुनिया के सभी देश इसी अवस्था में थे। आज भी दुनिया के अत्यंत पिछड़े तथा अविकसित क्षेत्रों में यह अवस्था दिखाई देती है। जैसे वर्षा वनों के आदिवासी।
द्वितीय अवस्था-
         इस अवस्था में जन्म दर तो अभी उच्च बनी रहती है जो समय के साथ घटती जाती है। किंतु स्वास्थ्य संबंधी दशाओं में सुधार के कारण मृत्यु दर में तेजी से कमी आ जाती है। परिणाम स्वरूप इस अवस्था में जनसंख्या वृद्धि दर काफी अधिक होती है और तेजी से जनसंख्या बढ़ती है। इसे जनसंख्या विस्फोट की अवस्था भी कहते हैं। श्रीलंका, केन्या, पेरु जैसे देश इस अवस्था के उदाहरण है।
अंतिम अवस्था-
      इस अवस्था में समाज विकसित, शिक्षित तथा प्रौद्योगिकी रूप से उन्नत होने के चलते जन्म दर तथा मृत्यु दर दोनों ही बेहद कम मिलती है जिससे जनसंख्या में वृद्धि अत्यंत कम या नगण्य होती है। कनाडा, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका तथा अधिकांश यूरोपीय देश इस अवस्था से गुजर रहे हैं।
   इस प्रकार जनांकिकीय संक्रमण की तीनों अवस्थाओं की विवेचना से स्पष्ट है कि मानव जाति अत्यधिक नम्य है जो प्रजननशीलता को समायोजित करने की योग्यता रखती है। वर्तमान में दुनिया के विभिन्न देश जनांकिकीय संक्रमण की भिन्न-भिन्न अवस्थाओं से गुजर रहे हैं।

विश्व में उच्च जनसंख्या घनत्व वाले अनेक क्षेत्र हैं ऐसा क्यों?

" विश्व के जनसंख्या वितरण प्रारूप के संबंध में भी यह सत्य है । जनसंख्या के वितरण और घनत्व के प्रारूप हमें किसी क्षेत्र की जनांकिकीय विशेषताओं को समझने में मदद करते हैं। 'जनसंख्या वितरण' शब्द का अर्थ भूपृष्ठ पर, लोग किस प्रकार वितरित हैं इस बात से लगाया जाता है।

विश्व में उच्च जनसंख्या घनत्व वाले अनेक क्षेत्र हैं ऐसा क्यों होता है जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक कौन से हैं?

अनुकूल तथा आरामदेय जलवायु में कृषि, उद्योग तथा परिवहन एवं व्यापार का विकास अधिक आसानी से होता है। विश्व में मध्य अक्षांश जलवायु की दृष्टि से अनुकूल है। इसलिए विश्व की अधिकांश जनसंख्या इन्हीं प्रदेशों में निवास करती है। इसके विपरीत अत्यधिक ठंडे प्रदेश जैसे ध्रुवीय प्रदेश मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं

जनसंख्या घनत्व का मुख्य कारण क्या है?

यहाँ जनसंख्या सघन होने का मुख्य कारण उच्च शहरीकरण तथा आधुनिकीकरण है। इसके कारण लोगों को व्यवसाय तथा नौकरी के अवसर मिलते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि जिन क्षेत्रों में उपजाऊ मृदा तथा सघन कृषि होती है तथा जिन क्षेत्रों में रोजगार, व्यवसाय व नौकरी के अच्छे अवसर उपलब्ध होते हैं, वहाँ जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है।

जनसंख्या घनत्व से आप क्या समझते हैं विश्व में?

जनसंख्या घनत्व की गणना करने के लिए, जनसंख्या को क्षेत्रफल से विभाजित किया जाता है। किसी भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या है को जनसंख्या घनत्व कहते हैंजनसंख्या घनत्व को अंग्रेजी में population density कहते हैं. पापुलेशन डेंसिटी को जनसंख्या का सबसे महत्वपूर्ण सूचनाओं के रूप में देखा जाता है.