कुछ रोग या बीमारियां बहुत ही आम हैं, जो कभी भी किसी को भी हो सकती हैं। उन्हीं में से एक है गले की बीमारियां। आपने भी कभी न कभी गले से संबंधित समस्याओं का सामना अवश्य किया होगा जैसे गले में खराश, दर्द आदि। हमारा गला एक ट्यूब है जो खाने को एसोफैगस (Esophagus) तक और हवा को विंड पाइप और लारेन्स (Larynx) तक ले जाती। गले का टेक्निकल नाम फैरिंक्स (Pharynx)है। गले की बीमारियां (Throat Conditions) परेशान और बेचैन करने वाली होती हैं और कई बार जोखिम भरी भी हो सकती हैं। जानिए, गले के रोग के बारे में विस्तार से। Show
गले की बीमारियां कौन सी हैं (What are Throat Conditions)गले की बीमारियां (Throat Conditions) कई कारणों से हो सकती हैं जैसे वायरल इंफेक्शन, एलर्जी आदि। इन सब के कारण और लक्षण आदि अलग होते हैं। इसलिए ,इनके उपचार के लिए विभिन्न तरीके अपनाए जाते हैं। गले से जुडी कुछ बीमारियां इस प्रकार हैं:
यह भी पढ़ें: कहीं ये आपका छींकना, खांसना या गले में खराश का कारण बिल्ली से एलर्जी तो नहीं! जैसा की पहले ही बताया गया है कि गले की बीमारियां (Throat Conditions) कई प्रकार की होती हैं। इनके प्रकार के अनुसार कारण, लक्षण और उपचार भी अलग-अलग हो सकते हैं। जानिए इनके बारे में विस्तार से: गले में खराश (Sore Throat)अधिकांश गले में खराश के कारण वायरस या मैकेनिकल होते है और घर पर इसका सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। गले में खराश के लक्षण इस प्रकार हैं:
गले में खराश के कारण (Causes of Sore Throat)गले की बीमारियां कई तरह की हैं, जिनमें से एक है गले में खराश। गले में खराश के कारण भी अनेक हो सकते हैं। जैसे सर्दी-जुकाम होने पर गले में खराश होना सामान्य है। जानिए क्या हैं इसके कारण:
गले में खराश का निदान (Diagnosis of Sore Throat)गले में खराश के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपसे लक्षणों के बारे में जानेंगे और आपकी शारीरिक जांच करेंगे। गले, कान और नेजल पैसेज की जांच के लिए वो एक इंस्ट्रूमेंट का प्रयोग कर सकते हैं। लिम्फ नोड्स में सूजन की जांच के लिए वो आपके गले को टच करेंगे। गले में खराश का उपचार (Treatment of Sore Throat)अगर गले में खराश वायरल इंफेक्शन के कारण है तो यह कुछ दिनों में खुद ठीक हो जाता है और इसके लिए किसी मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ती। दर्द और बुखार के उपचार के लिए एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) और अन्य दर्द दूर करने वाली दवाइयां ली जा सकती हैं। अगर इसका कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन है, तो डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दे सकते हैं। टॉन्सिलाइटिस (Tonsillitis)टॉन्सिलाइटिस टॉन्सिल्स में होने वाली सूजन है। टॉन्सिल्स गले के पीछे दो अंडे की शेप के टिश्यूस के पैड होते है। टॉन्सिलाइटिस होने पर टॉन्सिल्स लाल हो जाते हैं, उनमे सूजन और दर्द हो सकती है।टॉन्सिलाइटिस के लक्षण इस प्रकार हैं:
यह भी पढ़ें: Throat Ulcers : गले में छाले क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय टॉन्सिलाइटिस के कारण (Causes of Tonsillitis)गले की बीमारियां जैसे टॉन्सिलाइटिस सामान्यतया वायरस की वजह से होता है। हालांकि, इसका कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन भी हो सकता है। टॉन्सिलिटिस का सबसे आम कारण एक जीवाणु है, जिसे स्ट्रेप्टोकोकस पाइोजेन्स कहा जाता है। यह जीवाणु खराब गले का कारण भी बनता है। Quiz: इम्यूनिटी बूस्टिंग के लिए क्या करना चाहिए क्या नहीं , जानने के लिए यह क्विज खेलें टॉन्सिलाइटिस का निदान (Diagnosis of Tonsillitis)टॉन्सिलाइटिस के निदान के लिए भी डॉक्टर पहले आपके गले, कान और नाक की जांच करेंगे। इसके साथ ही डॉक्टर कम्पलीट ब्लड सेल काउंट (Complete Blood Cell Count) की जांच के लिए ब्लड टेस्ट की सलाह भी दे सकते हैं। टॉन्सिलाइटिस का उपचार (Treatment of Tonsillitis)गले की बीमारियां जैसे टॉन्सिलाइटिस का कारण वायरस या बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है इसलिए घर पर भी इसका उपचार हो सकता है। अगर इसका कारण कोई वायरस है, तो डॉक्टर आपको पर्याप्त तरल पदार्थ लेने, आराम करने, सही आहार लेने की सलाह दे सकते हैं। अगर आपको दर्द या बुखार है तो उसके लिए आइबुप्रोफेन (Ibuprofen) या एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) आदि भी दी जा सकती है।
गले का कैंसर (Throat Cancer)गले का कैंसर उस कैंसर को कहा जाता है जो गले (Pharynx) या वॉइस बॉक्स (Larynx) में होता है। हमारा गला एक ट्यूब है जो आपकी नाक के पीछे से शुरू होता है और गर्दन के एंड में खत्म होता है। गले का कैंसर सबसे अधिक बार फ्लैट सेल्स में शुरू होता है। वॉइस बॉक्स गले के पीछे होता है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं
गले के कैंसर के कारण (Causes of Throat Cancer)गले का कैंसर तब होता है जब आपके गले की कोशिकाओं में जेनेटिक म्युटेशन (Genetic Mutations) होता है। इस म्युटेशन के कारण यह सेल्स बिना किसी नियंत्रण के ग्रो होती रहती है और गले में ट्यूमर बनाती हैं। गले के कैंसर के अन्य कारण इस प्रकार हैं: गले के कैंसर का निदान (Diagnosis of Throat Cancer)गले के कैंसर के निदान के लिए डॉक्टर आपके गले की जांच करेंगे, फैमिली हिस्ट्री के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही आपको इन टेस्ट्स की भी सलाह दी जा सकती है:
एक बार जब गले के कैंसर का निदान हो जाता है तो उसके बाद डॉक्टर इसकी स्टेज के बारे में जानेंगे। स्टेज के बारे जानने से ट्रीटमेंट विकल्प के बारे में जानने में मदद मिलेगी। गले के कैंसर का उपचार (Treatment of Throat Cancer)गले के कैंसर का उपचार कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे कैंसर की लोकेशन और स्टेज। इसके साथ ही सेल्स के प्रकार, मरीज की हेल्थ आदि का भी ध्यान रखा जाएगा। इसके उपचार के लिए कई तरीके अपनाएं जाते हैं, जैसे:
क्रुप (Croup)क्रुप अपर एयरवे से संबंधित इंफेक्शन है जिसके कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है। यह समस्या अक्सर बच्चों में देखी जाती है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं :
क्रुप के कारण (Croup Causes)गले की बीमारियां जैसे क्रुप वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) के कारण होता है और ज्यादातर पैराइन्फ्लुएंजा वायरस (Parainfluenza Virus) इसका कारण है। क्रुप का निदान (Diagnosis of Croup)क्रुप के निदान के लिए डॉक्टर आपके बच्चे की सांस, छाती और गले की जांच करेंगे। कई बार एक्स-रे की सलाह भी दी जा सकती है। क्रुप का उपचार (Croup Treatment)अधितर इस समस्या से पीड़ित लोग घर में ही उपचार से ठीक हो जाते हैं लेकिन फिर भी यह घातक हो सकता है, ऐसे में तुरतं अपचार की जरूरत हो सकती है। इसके उपचार के लिए डॉक्टर आपको स्टेरॉयड दे सकते हैं इसके साथ ही आपको यह दवाईयां भी दी जा सकती हैं।
यह भी पढ़ें: Sore Throat: गले में दर्द से छुटकारा दिलाएंगे ये घरेलू उपाय लेरिन्जाइटिस (Laryngitis)वॉइस बॉक्स के अधिक प्रयोग, इंफेक्शन और अन्य समस्या के कारण उसमें सूजन को लेरिन्जाइटिस कहा जाता है। वॉइस कॉर्ड आराम से खुलते और बंद होते हैं, जिससे उनके संचालन और कंपन से आवाज़ आती है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
सौंदर्य, त्वचा और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी के लिए क्लिक करें एक्यूट लेरिन्जाइटिस के कारण (Causes of Acute Laryngitis)कई मामलों में लेरिन्जाइटिस अस्थायी है और जल्दी ठीक हो जाता है, इसके कारण इस प्रकार हैं :
क्रोनिक लेरिन्जाइटिस के कारण (Causes of Chronic Laryngitis)
इसके कुछ अन्य कारण इस प्रकार हैं :
लेरिन्जाइटिस का निदान (Diagnosis of Laryngitis)गले की बीमारियां जैसे लेरिन्जाइटिस का सबसे सामान्य लक्षण है गले का बैठना। डॉक्टर आपकी आवाज की जांच करते हैं। अगर आपका गला बैठा हुआ है तो आपसे मेडिकल हिस्ट्री और लक्षणों के बारे में जांचा जाएगा। इसके निदान के लिए आपको यह टेस्ट कराने की सलाह दी जाएगी:
लेरिन्जाइटिस का उपचार (Treatment of Laryngitis)एक्यूट लेरिन्जाइटिस कुछ हफ्ते में ठीक हो जाते हैं। इसके लिए अधिक तरल पीने, आराम करने , कम बोलने आदि की सलाह दी जाती है। क्रोनिक लेरिन्जाइटिस का उपचार का लक्ष्य इसके कारणों को दूर करना है, जैसे हार्टबर्न, स्मोकिंग और अधिक शराब से बचना। इसके लिए कुछ दवाइयां भी दी जा सकती हैं, जो इस प्रकार हैं:
आप वॉइस थेरेपी का प्रयोग भी कर सकते हैं और कई मामलों में सर्जरी की जरूरत भी हो सकती है। गले की बीमारियां कैसे हो सकती है दूर (Stay Away From Throat Conditions)गले की बीमारियां से बचने और उनसे राहत पाने के लिए आपको कुछ चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए। यही नहीं, आपको अपने जीवन में भी कुछ बदलाव लाने चाहिए, जैसे:
यह भी पढ़ें : गले का इंफेक्शन कर रहा है परेशान तो करें लहसुन का उपयोग गले की बीमारियां आपके लिए घातक हो सकती हैं। इसलिए इनके लक्षणों को नजरअंदाज न करें बल्कि खास ध्यान रखें। गंभीर स्थितियों में गले की बीमारियां कैंसर का कारण भी बन सकती हैं। ऐसे में, आपको उन कारकों से बचना चाहिए जिनसे यह समस्याएं बढ़ सकती हैं। कोई भी संदेह होने पर अपने चिकित्सक से संपर्क करें। गले में कौन कौन सी बीमारियां होती है?इंफेक्शन के चलते गले के भीतर सूजन हो जाती है. सूजन के कारण सामान्य श्वसन में बाधा उत्पन्न होती है; भौंकने वाली, खांसी, स्ट्रिडोर (तेज़ घरघराहट की ध्वनि), तथा स्वर बैठना/गला बैठना गले के रोग के मुख्य लक्षण हैं. गले के रोग के लक्षण हल्के, मध्यम या गंभीर हो सकते हैं तथा रात के समय ये बदतर हो जाते हैं.
गले में कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या है?गले के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या हैं?. वजन घटना. कान का दर्द. निगलने में कठिनाई. एक गांठ या घाव जो ठीक नहीं होता. आपकी आवाज में बदलाव, जैसे कर्कशता या स्पष्ट रूप से न बोलना. गले में अटका जैसे क्या लगता है?बदलते मौसम में कुछ लोगों को गले में कुछ फंसा हुआ महसूस होता है जिसकी वजह से खाने-पीने में बेहद परेशानी होती है। गले में कुछ अटका हुआ यूवुला में सूजन की वजह से महसूस होता है। ऐसे में गला पका हुआ महसूस होता है साथ ही गले में लगातार दर्द भी रहता है। गले की इस परेशानी की वजह से गले में खराश भी होने लगती है।
गले में कितने प्रकार के इंफेक्शन होते हैं?गले में इंफेक्शन (Throat infection) बेहद ही आम समस्या है। ये कई कारणों जैसे कि बैक्टीरियल इंफेक्शन, वायरल इंफेक्शन और एलर्जी क कारण होता है। तो कई बार मौसम का बदल और फ्लू की वजह से भी गले में इंफेक्शन होता है। यह तीन तरीके से हो सकता है।
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