गुरुवार के व्रत में क्या खा सकते हैं - guruvaar ke vrat mein kya kha sakate hain

हम सब अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए भगवान का ध्यान करते (Thursday fast fulfills wishes) हैं. ऐसे में यदि आपने व्रत रखा है तो इस बात को भी समझना होगा कि हमारी गलती से कहीं व्रत ना टूट जाए.

रायपुर : गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती (Worship of Lord Vishnu on Thursday) है. श्री हरि की कृपा से उनकी भक्तों के संकट दूर होते हैं. कहते हैं कि सच्चे दिल से भगवान की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. अगर आप पहली बार भगवान विष्णु के व्रत रखने की सोच रहे हैं, तो इस व्रत को करने के कुछ नियम हैं. जिनका पालन करना जरूरी होता है.

गुरुवार के दिन किसकी पूजा : गुरुवार व्रत के दौरान केले के पेड़ की पूजा की जाती है और पूजा के दौरान भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को केले समर्पित किए जाते हैं. ऐसे में इस दिन भूलकर भी केला न खाएं. तो चलिए जानते हैं खाने-पीने से जुड़े कुछ ऐसे ही सवाल जिन्हें गुरुवार ही नहीं बल्कि, ज्यादातर व्रत में अपनाया जाता है.

गुरुवार के दिन क्या खाएं : व्रत के समय ये जानना जरुरी है कि आप जिस व्रत को करने जा रहे हैं उस दिन आप क्या कुछ खा सकते (what to eat on thursday )हैं. तो आईए जानते हैं कि गुरुवार के दिन क्या खाना सही रहता है.

  • व्रत में आप दूध, दही, पनीर, मक्खन खा सकते हैं, इससे आपको एनर्जी मिलेगी.
  • अरारोट का आटा, कुट्टू का आटा, राजगीरा आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना और समा चावल खा सकते हैं, ये सभी फलाहार में आते हैं.
  • व्रत में आप सभी फल खा सकते हैं. संतरा, अंगूर, पपीता, खरबूज, तरबूज खाएं. इससे शरीर को पोषण तो मिलेगा ही बॉडी हाइड्रेट भी रहेगी.
  • शकरकंद, गाजर, टमाटर और खीरा खाने से पेट ठंडा रहता है.
  • व्रत के दौरान एनर्जी बनाए रखने के लिए आप ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं. बादाम, काजू, पिस्ता, डेट्स, अखरोट, मूंगफली आदि खाने से आपके अंदर एनर्जी बनी रहेगी और जल्दी भूख भी नहीं लगेगी.
  • व्रत का खाना बनाते वक्त आप साबुत मसाले, गुड़, सेंधा नमक, जीरा, लाल मिर्च, अमचूर जैसी चीजों को इस्तेमाल कर सकते है.
  • व्रत का खाना घी या मूंगफली तेल या फिर ग्राउंडनट ऑयल में ही बनाएं.

गुरुवार के दिन क्या माना गया है निषेध : गुरुवार के दिन कई चीजों का खाना वर्जित होता (what on thursday dont eat) है. यदि आपने गलती से भी इसका सेवन कर लिया तो मानकर चलिए व्रत टूट गया.

गुरुवार अर्थात बृहस्पतिवार भगवान विष्णु का प्रिय दिन है। इस दिन जो भी भक्त व्रत रखता है उस पर भगवान विष्णु की असीम कृपा होती है। 

इस दिन का व्रत भगवान विष्णु के लिए ही रखा जाता है अथवा कुंडली में बृहस्पति के लिए भी लोग गुरुवार का व्रत रखते हैं लेकिन उनको यह पता नहीं होता कि गुरुवार के व्रत में किन किन नियमों का पालन करना चाहिए। 

गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं, गुरुवार की पूजा कैसे करनी चाहिए, गुरुवार के व्रत में कौन सा फल खाना चाहिए, गुरुवार के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए गुरुवार के व्रत से जुड़िए क्या जी बहुत सारी महत्वपूर्ण बातें हैं 

जिनकी चर्चा हम आज के इस आर्टिकल में करने जा रहे हैं आप भी गुरुवार का व्रत रखते हैं अथवा भगवान विष्णु का व्रत रखते हैं तो इस आर्टिकल को अवश्य पढ़ें। आइए सबसे पहले जानते हैं गुरुवार का व्रत क्या है और गुरुवार का व्रत क्यों लिया जाता है


गुरुवार के व्रत के बारे में बताइए

गुरुवार का व्रत विशेष रूप से बृहस्पति एवं भगवान विष्णु के लिए रखा जाता है यदि किसी की शादी में किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो तो गुरुवार का व्रत रखना एक बेहतर उपाय है।  


जो व्यक्ति लगातार 16 गुरुवार का व्रत रखता है एवं उसका उद्यापन करता है। उसके जीवन की तमाम समस्याएं दूर हो जाती है एवं कुंडली में गुरु दोष से भी शांति मिल जाती है। 

गुरुवार का व्रत यदि कोई पहली बार ले रहा हो तो उसे पौष मास के गुरुवार से शुरुआत करनी है यदि पुष्य नक्षत्र में गुरुवार आए तो ऐसा गुरुवार व्रत के लिए अति उत्तम होता है। किसी भी महीने की शुक्ल पक्ष से भी गुरुवार व्रत की शुरुआत की जा सकती है यह उत्तम फल देने वाला माना जाता है।


गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं

हमारे दर्शकों ने यह सवाल पूछा कि गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए अथवा नहीं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी व्रत में दूध पीना सामान्यतः  स्वीकार किया जाता है। दूध पीने से कोई भी व्रत खंडित नहीं होता है। 

गुरुवार के व्रत में दूध पी सकते हैं। इसमें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। हां, यह ध्यान देने योग्य बात है कि गुरुवार का व्रत हो अथवा कोई भी व्रत, दूध हमेशा गाय का अथवा भैंस का ही पीना चाहिए। हो सके तो व्रत में केवल गाय का ही दूध पीना चाहिए। 

इसके अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रकार का दूध नहीं पीना चाहिए। दूध से बने कुछ पदार्थ (साबूदाने की खीर आदि) भी खाए जा सकते हैं। अब आपने यह तो जान गया कि गुरुवार के व्रत में दूध पी सकते हैं लेकिन इसके अतिरिक्त भी बहुत सारे सवाल हैं जो हमारे दर्शकों द्वारा पूछे गए हैं इन सबको भी जरूर पढें।


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गुरुवार के व्रत में नमक खाना चाहिए या नहीं

गुरुवार के व्रत में अथवा किसी भी व्रत में नमक खाने का निषेध किया जाता है। सामान्य नमक बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए और व्रत में केवल सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करना चाहिए। 

गुरुवार के व्रत में भी सेंधा नमक भी नहीं खाना चाहिए। विशेष परिस्थिति में ही सेंधा नमक खाएं। अन्यथा गुरुवार के व्रत में सेंधा नमक का भी निषेध किया जाता है।


गुरुवार के व्रत में केला खाना चाहिए या नहीं

गुरुवार की व्रत में केला खाना उत्तम नहीं माना जाता है। यद्यपि केला भगवान विष्णु का अति प्रिय फल है। गुरुवार का व्रत भी भगवान विष्णु के निमित्त रखा जाता है। 

तथापि गुरुवार की व्रत में केले खाने का निषेध किया गया है क्योंकि किला बृहस्पति का स्वरूप माना जाता है अतः केले की पूजा करनी चाहिए कोशिश करें कि गुरुवार के व्रत में अकेला ना खाएं।


गुरुवार के व्रत में दही खा सकते हैं

जी हां गुरुवार के व्रत में दही भी खा सकते हैं गुरुवार के व्रत में दूध दही मक्खन आदि का सेवन कर सकते हैं। दही से बने पदार्थ जैसे की लस्सी आदि का सेवन भी कर सकते हैं। 



गुरुवार के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए

किसी भी सामान्य व्रत में अथवा गुरुवार के व्रत में कुछ विशेष खाद्य वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए। निम्नलिखित चीजों को गुरुवार के व्रत में बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।

  • खिचड़ी न खाएं।
  • लाल रंग का फल न खाएं।
  • केला भी न खाएं।
  • किसी भी प्रकार का अन्न ग्रहण न करें।
  • धूम्रपान बिल्कुल न करें।



गुरुवार को क्या नहीं करना चाहिए?

गुरुवार व्रत के दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखें सामान्य रूप से गुरुवार के दिन भी इन बातों का पालन करना चाहिए।

  • गुरुवार के दिन बाल नहीं काटने चाहिए।
  • गुरुवार के दिन नाखून भी नहीं काटने चाहिए।
  • गुरुवार को धोबी के पास कपड़े ना दें।
  • गुरुवार के दिन पूछा नहीं लगाना चाहिए इससे घर ईशान कोण कमजोर होता है।



बृहस्पतिवार के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए?

गुरुवार अर्थात बृहस्पतिवार व्रत करने के पश्चात शाम को मीठे पकवान, गाय के दूध से बनी खीर, गाजर का हलवा, अरहर की दाल रोटी हलवा पूरी आदि बना सकते हैं। 

दिन के समय में व्रत का पालन करना चाहिए। अतः केवल फलाहार अथवा जला हर ही करना चाहिए। संभव हो तो रात के समय भी फलाहार ही करें। इससे व्रत पूर्णतः सिद्ध हो जाता है।


गुरुवार के कितने व्रत करना चाहिए

विशेष कामना के लिए कम से कम 16 गुरुवार तक व्रत अवश्य रखना चाहिए। सोलह व्रत लेने के उपरांत इस का उद्यापन करवा लेना चाहिए। बिना उद्यापन के व्रत अपूर्ण माना जाता है। अतः गुरुवार के 16 व्रत रखने के पश्चात इस का उद्यापन अवश्य करवाएं।

बृहस्पतिवार के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए?

व्रत में आप दूध, दही, पनीर, मक्खन खा सकते हैं, इससे आपको एनर्जी मिलेगी. व्रत में कई गेहूं का आटा नहीं खाते ऐसे में ऑप्शन के तौर पर आप अरारोट का आटा, कुट्टू का आटा, राजगीरा आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना और समा चावल खा सकते हैं, ये सभी फलाहार में आते हैं. व्रत में आप सभी फल खा सकते हैं.

गुरुवार के व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए?

फल, साबूदाना, राजगिरी का आटा, आलू, मूंगफली, आलू चिप्स, जमीन से निकले कंद जैसे आलू शकरकंद आदि से बनी वस्तुएं, मेवे, गोंद और नारियल से बने व्यंजन, दूध से बनी मिठाइयां। ध्यान रहे कि इनमें से किसी भी व्यंजन में अन्न का उपयोग ना हो। लेकिन सात्विक भोजन का चयन कैसे करें यह एक बड़ा सवाल है।

गुरुवार के व्रत में चावल खा सकते हैं क्या?

भूलकर न खाएं चावल या खिचड़ी मान्यता है कि गुरुवार के व्रत में पीला भोजन ही ग्रहण करें. इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. इस दिन भूल से भी काली दाल की खिचड़ी या फिर चावलों का सेवन न करें. इस दिन चावल खाने से धन हानि होती है.

बृहस्पतिवार के व्रत में कौन कौन से फल खा सकते हैं?

गुरुवार के व्रत में आप लाल रंग का फल तथा केला नहीं खा सकते हैं और सभी प्रकार के फल खा सकते हैं इस दिन अगर आप पीले रंग के फलों का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए अच्छा होता है।