बिशन ने सड़क छोड़कर कांटेदार झाड़ियों वाला रास्ता क्यों चुना होगा? - bishan ne sadak chhodakar kaantedaar jhaadiyon vaala raasta kyon chuna hoga?

विषयसूची

  • 1 बिशन ने सड़क को छोड़कर काँटेदार झाड़ियों वाला रास्ता क्यों चुना?
  • 2 कर्नल साहब ने शिकारियों को क्यों डांटा?
  • 3 स्वामीनाथन की बुआ ने मेडल का क्या किया?
  • 4 बिशन को मां से डांट क्यों पड़ने वाली थी?
  • 5 वन में कितने शिकारी पहुंचे?
  • 6 कोको के माता पिता कहाँ गए थे?

बिशन ने सड़क को छोड़कर काँटेदार झाड़ियों वाला रास्ता क्यों चुना?

इसे सुनेंरोकेंडर के बावजूद उसने आगे बढ़ना जारी रखा। अचानक शिकारी उसके काफी नजदीक आ गया। वह गुस्से में चिल्ला रहा था, “मैं तुझे देख लूंगा, तू मेरा शिकार चुराकर नहीं ले जा सकता।” बिशन के लिए आगे निकल भागने का रास्ता नहीं था। अतः उसने खेतों के छोटे रास्ते, जो काँटेदार झाड़ियों से भरे थे, से जाना निश्चित किया।

कर्नल साहब ने शिकारियों को क्यों डांटा?

इसे सुनेंरोकेंशिकारियों ने कर्नल साहब से ऐसा इसलिए कहा होगा ताकि कर्नल साहब यह समझ जाएं कि वे (शिकारी) अवैध -रूप से तीतर का शिकार नहीं कर रहे हैं। बल्कि उन्हें सरकार से लाइसेंस वाली बंदूकें मिली हैं। इतना ही नहीं, वे यह भी साबित करना चाहते थे कि वे उस इलाके में अजनबी नहीं है।

भीषण घायल चित्र को क्यों बचाना चाहता था?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: घायल तीतर को देखकर बिशन का दिल पिघल गया। वह उसको घायल अवस्था में असहाय नहीं छोड़ सकता था। अतः उसने उसे उठा लिया और उचित इलाज करके तीतर को बचा लिया।

बिशन ने तीतर की जान क्यों बचाई?

इसे सुनेंरोकेंघायल तीतर को देखकर बिशन का दिल पिघल गया। वह उसको घायल अवस्था में असहाय नहीं छोड़ सकता था। अतः उसने उसे उठा लिया और उचित इलाज करके तीतर को बचा लिया। प्रश्न 3.

स्वामीनाथन की बुआ ने मेडल का क्या किया?

इसे सुनेंरोकेंमेडल इस बात की निशानी थी कि दादाजी पढ़ने में अव्वल थे। वह जब तक रहता घर और बाहर के लोगों को प्रेरणा देता। ऐसी प्रेरक चीजों को संभालकर रखनी होती हैं। बुआ ने उसका महत्व नहीं समझा और उससे चार चूड़ियाँ बनवा लीं।

बिशन को मां से डांट क्यों पड़ने वाली थी?

इसे सुनेंरोकेंबहुत सँभलकर चलने पर भी उसके हाथ-पाँव पर काँटों की बहुत-सी खरोंचें उभर आईं। खरोंचों से खून भी निकलने लगा। कमीज की एक आस्तीन भी फट गई जिसके कारण माँ से डाँट खानी पड़ सकती थी। उसे चिमनी के पीछे छिपना पड़ा।

कर्नल साहब ने शिकारियों को क्यों डाँटा?

इसे सुनेंरोकेंएकाएक कर्नल दत्ता का अल्सेशियन कुत्ता भौंकने लगा। बिशन समझ गया कि शिकारी इधर ही आ रहे हैं। उसने झट तीतर को सुरक्षित स्थान पर छिपा दिया और बाहर निकल गया और शिकारियों की नजर से बचने के लिए खपरैल की ढलावदार छत पर चिमनी के पीछे छिपकर बैठ गया।

बिशन किसकी आवाजें निकालने लगा?

इसे सुनेंरोकेंएकाएक कर्नल दत्ता का अल्सेशियन कुत्ता भौंकने लगा। बिशन समझ गया कि शिकारी इधर ही आ रहे हैं। उसने झट तीतर को सुरक्षित स्थान पर छिपा दिया और बाहर निकल गया और शिकारियों की नजर से बचने के लिए खपरैल की ढलावदार छत पर चिमनी के पीछे छिपकर बैठ गया। 7.

वन में कितने शिकारी पहुंचे?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: एक गहन वन में दो शिकारी पहुँचे। वे पुराने शिकारी थे। शिकार की टोह में दूर – दूर घूम रहे थे, लेकिन ऐसा घना जंगल उन्हें नहीं मिला था।

कोको के माता पिता कहाँ गए थे?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: “कोको के माता-पिता धान लगाने के लिए खेतों में गए।”

बिशन ने सड़क को छोड़कर काँटेदार झाड़ियों वाला रास्ता क्यों चुना?

अचानक शिकारी उसके काफी नजदीक आ गया। वह गुस्से में चिल्ला रहा था, “मैं तुझे देख लूंगा, तू मेरा शिकार चुराकर नहीं ले जा सकता।” बिशन के लिए आगे निकल भागने का रास्ता नहीं था। अतः उसने खेतों के छोटे रास्ते, जो काँटेदार झाड़ियों से भरे थे, से जाना निश्चित किया।

बिशन दौड़ कर किसका बक्सा लाया?

(iii) कर्नल दत्ता ने गुलाब चंद से (iv) कर्नल दत्ता ने तीतर के (v) बिशन समझ गया कि (vi) वह दोनों से तीतर को पकड़े हुए था । नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़िए और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए | "जाओ, दवाइयों का बक्सा लेकर आओ।" बिशन दौड़कर बक्सा ले आया । कर्नल दत्ता ने तीतर के पैरों का जख्म साफ किया ।

बिशन घायल तर तर को क्यों जाना चाहता था?

बिशन पक्षियों से बहुत प्यार था। वह जानता था कि शिकारी घायल तीतर को खेत में ढूँढ नहीं पायेगें। वे ऐसे ही उसे छोड़ जाएँगे।

शिकारी तीतर का शिकार क्यों करते थे?

शिकारियों ने कर्नल साहब से ऐसा इसलिए कहा होगा ताकि कर्नल साहब यह समझ जाएं कि वे (शिकारी) अवैध -रूप से तीतर का शिकार नहीं कर रहे हैं। बल्कि उन्हें सरकार से लाइसेंस वाली बंदूकें मिली हैं। इतना ही नहीं, वे यह भी साबित करना चाहते थे कि वे उस इलाके में अजनबी नहीं है। उन्हें वहाँ का सरपंच माधोसिंह अच्छी तरह जानता है।