Show
प्रदूषण आज की प्रमुख समस्याओं में से एक है जो मानव द्वारा निर्मित है। इसने प्रकृति और मानव को मकड़ी के जाने के समान इस प्रकार बाँध लिया है कि वह उसमें फैसता ही जा
रहा है। ये प्रदूषण का श्राप वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, जल प्रदूषण व ध्वनि प्रदूषण के रूप में मानव जाति को नुकसान पहुंचा रहा है। इससे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। मौसम चक्र बिगड़ने के कारण भयावह परिणाम जैसे बढ़ता तापमान, बेमौसम बरसात या कहीं सूखा आदि प्राकृतिक प्रकोप बढ़ते ही जा रहे हैं और मानव को कष्ट पहुंचा रहे हैं। आज की युवा पीढ़ी को पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए कमर कसनी होगी। लोगों को जागरूक करना होगा। वनों को संरक्षित करने का अभियान छेड़ना होगा। अधिकाधिक वृक्षारोपण के लिए
लोगों को सर्वप्रथम वह लोगों जो नदियों को दूषित होने से बचाना होगा। भूमि को प्रदूषण से बचा स्वच्छता व प्राकृतिक जीवन जीने के लिए अभियान चलाने होंगे। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता फेसबुक, ट्विटर इंटरनेट के जरिए भी फैलाई जा सकती है। तभी इस धरती को बचाया जा सकता है अन्यथा प्रदूषण के परिणाम दुखद होंगे और मानव का अस्तित्व एक भयानक संकट में फैसता जाएगा।
एक संवेदनशील युवा के रूप में पर्यावरण प्रदूषण को रोकने मे आपकी क्या भूमिका हो सकती है I?सभापति जी, प्रदूषण पर संवेदनशील भारत सरकार ने अनेकों प्रभावी कदम उठाए हैं । मैं उसकी भी जानकारी देना चाहता हूं ।
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए एक व्यक्ति के रूप में आप क्या उपाय करेंगे?<br> (ii) घरों में भोजन बनाने के लिए धुँआ सहित ईंधन , <br> जैसे -LPG , गोबर गैस , सौर ऊर्जा आदि के प्रयोग को बढ़ावा देना चाहिए । <br> (iii) वाहनों के धुएँ को रोकने के लिए उसमे फिल्टर का प्रयोग करना चाहिए । <br> (iv) पॉलीथीन की थैलियों के स्थान पर हमें कागज की थैली या कपड़े का थैला उपयोग में लाना चाहिए ।
प्रदूषण को रोकने में एक व्यक्ति की क्या भूमिका हो सकती है समझाइए?-धूम्रपान न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है बल्कि इसकी वजह से हवा भी प्रदूषित होती है. धूम्रपान ना करने से वायु प्रदूषण को कम करके पर्यावरण को बचाया जा सकता हैं. -आज प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बढ़ते वाहनों की संख्या भी है.
पर्यावरण प्रदूषण क्या है इसे रोकने के उपाय?प्रदूषण की रोकथाम (P2) में वो गतिविधियां शामिल हैंं जो कि एक प्रक्रिया द्वारा उत्पन्न होने वाले प्रदूषण की मात्रा को कम करने में सहयोग करते हैंं। जैसे प्लास्टिक- उपभोक्ता को कम खपत करना, ड्राइविंग या औद्योगिक उत्पादन को कम इस्तेमाल करना, इत्यादि से प्रदूषण की रोकथाम का प्रयास किया जा सकता है।
|