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आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू टिप्स बताने जा रहे हैं, जिससे आपके बच्चे के दांत बिना किसी परेशानी के आसानी से निकल जाएंगे.babyनई दिल्ली: अगर आपका बच्चा भी इन दिनों बहुत रोता है और उसके सोने के समय में भी बदलाव आ गया है तो यकीनन आपके बच्चे के दांत निकलने वाले हैं. दांत निकलना किसी भी बच्चे की लाइफ में सबसे बड़ा दिन होता है लेकिन उन्हें इसके साथ कुछ दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. आमतौर पर बच्चों के दांत निकलने की शुरआत 6 महीने से 8 महीने के बीच हो जाती है और दो साल तक बच्चों के सभी दांत निकल जाते हैं लेकिन कुछ बच्चों में यह प्रोसेस लेट चलता है. पहली बार दांत निकलने पर बच्चों को मामूल बुखार, घबराहट, अत्यधिक लार और हल्के दस्त का सामना करना पड़ता है. जिस कारण बच्चा काफी कमजोर हो दाता है. आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू टिप्स बताने जा रहे हैं, जिससे आपके बच्चे के दांत बिना किसी परेशानी के आसानी से निकल जाएंगे. 1. जब आपके बच्चे के दांत निकलने लगे उसे ठंडी गाजर का एक टुकड़ा खिलाएं. ठंड़ी गाजर बच्चे के मसूड़ों को ठंडक पहुंचाता है जिससे बच्चे को दर्द का एहसास नहीं होता. 2. बांत निकलने के दौरान आप बच्चे के मसूड़ों की मालिश भी कर सकते हैं. मालिश करने से मसूड़ों का दर्द कम होता है और बच्चा शांत भी रहेगा. यह बच्चों को शांत करने और नींद लाने में मदद करता है. मालिश करते हुए तेल को हल्का गर्म कर दें. 3. कमोमाइल यानी बबूने का फूल एक साल से ज्यादा के बच्चों में दांत निकलने की परेशानी में काफी मदद करता है. यह सूजन को कम करता है और दर्द से राहत पहुंचाता है. 4. लौंग में वार्मिंग और सुन्न करने के गुण पाए जाते हैं. आप इसका उपयोग अनसाल्टेड मक्खन और नारियल पानी को मिलाकर कर सकते हैं. अपने बच्चे के मसूड़ों पर मिश्रण को लागू करने से पहले, इसे कुछ समय के लिए फ्रिज में रखें. ठंडा पेस्ट बहुत आराम दे सकता है. 5. दर्द कम करने के लिए आप बच्चे के पैरों की मालिश भी कर सकते हैं. ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें लाइफस्टाइल की और अन्य ताजा-तरीन खबरें छठे महीने में दांत निकलना शुभ माना जाता है। इससे माता-पिता को खुशी मिलती है। रुके हुए काम बनने लगते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी हो जाती है।दांत आना बच्चों के जीवन के पहले वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण घटना होती है। सामान्यतः बच्चों में पहला दांत 6 माह की उम्र में दिखाई देता है। वैसे तो दांत आना बच्चों के विकास की ही एक प्रक्रिया होती है, लेकिन ज्योतिष में इसे बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किस माह में दांत निकलना शुभ होता है? इसके बारे में दिल्ली के न्यूमेरोलॉजिस्ट सिद्धार्थ एस कुमार ने जनसत्ता डॉट कॉम से खास बातचीत में विस्तार से बताया है। आइए जानते हैं इसके बारे में… बच्चों में जन्म से ही दांत होनाकुछ बच्चों में जन्म के समय से ही दांत होते हैं। ज्योतिष के अनुसार, बच्चों में जन्म से समय से ही दांत होना माता-पिता के लिए काफी कष्टकारी साबित हो सकता है। इससे माता और पिता दोनों के ही स्वास्थ्य पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऊपर या नीचे में से पहले कौन सा दांत निकलना माना जाता है शुभ ?आमतौर पर देखा जाय तो ज्यादातर बच्चों का नीचे वाला दांत पहले आता है। वहीं जिन बच्चों का ऊपर वाला दांत सबसे पहले निकलता है इसे शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिष अनुसार ये बच्चे के ननिहाल पक्ष के लिए अशुभ होता है। किस महीने में दांत निकलना शुभ होता है?
नई मां को अपने नन्हे-मुन्ने को देखकर अक्सर मन में यह सवाल आता है कि बच्चे कब चलना और बोलना शुरू करेंगे? बच्चों के दांत कब निकलेंगे? (When do baby teeth come out?) आदि। बता दें कि जब बच्चों के दांत (Baby teeth) निकलने का समय आता है, तो सभी बच्चे अलग-अलग व्यवहार करते हैं। आपको यह भी जानकर हैरानी होगी कि बच्चों के जन्म से ही उनके मसूड़े के नीचे 20 प्राइमरी टीथ होते हैं। वे आमतौर पर 6 से 12 महीनों के बीच में बाहर दिखाई देने लगते हैं। बेबी टीथ जिन्हें प्राइमरी या दूध के दांत (Deciduous teeth) भी कहा जाता है। ये दांत आपके बच्चे के डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस आर्टिकल में बताया गया है कि बच्चों के दांत कब निकलते हैं, दांत के निकलने के बारे में क्या-क्या एक न्यू पेरेंट को पता होना चाहिए। बच्चे के दांत क्यों मायने रखते हैं? (Why do baby teeth matter?)बच्चे के दांत आपके बच्चे की हेल्थ और ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी हैं। दांत उसे चबाने, बोलने और स्माइल करने में मदद करते हैं। वे परमानेंट दांतों (Permanent teeth) के लिए जबड़े में जगह रखते हैं जो मसूड़ों के नीचे बढ़ रहे हैं। जब एक बच्चे का दांत बहुत जल्दी गिर जाता है, तो परमानेंट दांत खाली जगह में चले जाते हैं और अन्य अडल्ट टीथ के अंदर आने पर उन्हें जगह मिलना मुश्किल हो जाता है। इससे दांत टेढ़े हो सकते हैं। यही कारण है कि शिशुओं को अच्छी ओरल केयर (oral care) से शुरू करने से आने वाले समय में उनके दांतों को प्रोटेक्ट करने में मदद मिल सकती है। और पढ़ें: बच्चों में स्ट्रोक बाइट को लेरक आपको परेशान होने की जरूरत नहीं… बच्चों के दांत कब निकलते हैं? (When do baby teeth come out?)जब बच्चे के दांत निकलने की बात आती है, तो औसतन बच्चे के पहले दांत 6 या 7 महीने में निकलते हैं, लेकिन पहले दांत लगभग 12 महीने की उम्र में (या बाद में भी) निकल सकते हैं। और कुछ बच्चों में लगभग 3 या 4 महीने की उम्र में दांत निकलने लगते हैं। बच्चों के दांत कब निकलते हैं, इसका सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है। आपका शिशु के दांत निकलने से पहले वह महीनों तक शुरुआती लक्षणों का अनुभव कर सकता है, या हो सकता है कि उसमें कोई भी लक्षण न दिखे। दांत निकलने के लक्षण (Teething symptoms)बच्चे के दांत कभी-कभी बिना किसी दर्द या परेशानी के निकलते हैं। अन्य समय में, आप देख सकते हैं:
और पढ़ें: बच्चों में फ्लू वैक्सीन : जानिए क्यों है जरूरी और कब इसको दिया जाना चाहिए बच्चों के दांत निकलने का चार्टकई शिशुओं के लिए, नीचे के सामने के दांत (लोअर सेंट्रल इन्साइजर के रूप में भी जाने जाते हैं) लगभग 6 से 10 महीनों में सबसे पहले दिखाई देते हैं। ऊपरी सामने के दांत (या अपर सेंट्रल इन्साइजर) का लगभग 8 से 12 महीनों में एक ही समय पर आना सामान्य है। एक बच्चे के पहले दांतों में सबसे ज्यादा दर्द होता है, जैसे दाढ़ (सिर्फ इसलिए कि वे बड़े होते हैं)। लेकिन ज्यादातर शिशुओं को दांतों के निकलने के दर्द की आदत हो जाती है और बाद में उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होती है। यहां एक सामान्य बच्चे के टीथ टाइमलाइन को बताया गया है:
मैं अपने बच्चे के पहले दांतों की देखभाल कैसे करूं? (How do I take care of my baby’s first teeth?)सिर्फ इसलिए कि वे पर्मानेंट नहीं हैं इसका मतलब यह नहीं है कि वे जरूरी नहीं हैं। कैविटी (Cavity) को रोकने और बच्चे के दांतों को हेल्दी रखने के लिए, निम्नलिखित बेबी टीथ केयर टिप्स को फॉलो करें: बच्चों के दांतों को नियमित रूप से ब्रश करेंजैसे ही पहला दांत निकल जाए, अपने बच्चे के दांतों को दिन में दो बार ब्रश करना सुनिश्चित करें। बच्चों के लिए मैनुअल टूथब्रश (Manual toothbrush) और इलेक्ट्रिक टूथब्रश (Electric toothbrush) दोनों ही अच्छी तरह से काम करते हैं, इसलिए जो भी ऑप्शन आपके बच्चे को पसंद हो उसे चुनें। सुनिश्चित करें कि टूथब्रश में रबर के ब्रिसल्स के बजाय असली ब्रिसल्स हों, जो मसूड़ों की मालिश के लिए अच्छा काम करते हैं। बच्चों के दांत की देखभाल के लिए उन्हें कम चीनी वाले खाद्य पदार्थ और ड्रिंक्स देंशुगरी फूड्स विशेष रूप से प्रोसेस्ड फूड्स और फ्रूट जूस, लगभग एक चौथाई बच्चों में कैविटी होने का कारण माना जाता है। 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को जूस नहीं पीना चाहिए और यदि आप अपने बच्चे को स्वीट ड्रिंक देना चाहते हैं, तो इसे प्रति दिन 100 प्रतिशत फलों के रस के 4 औंस (लगभग 118 मिलीलीटर) तक सीमित करें। और पढ़ें: बच्चों में गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज की समस्या होने पर इस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं…. बच्चों के दांत: एक प्लेन पैसिफायर (Pacifier) का इस्तेमाल करेंइसे कभी भी शहद (जिससे इन्फैन्ट बोटुलिज्म हो सकता है) या शुगर में न डुबोएं। स्पून या अन्य चीजों को शेयर करने से बचेंइससे कोई भी खराब बैक्टीरिया आपके बच्चे के मुंह में नहीं फैल सकता है और टूथ डिके से बच सकता है। फ्लोराइड (Fluoride) टूथपेस्ट का इस्तेमाल करेंपेडिएट्रिशन्स और डेंटिस्ट्स की सलाह है कि आप अपने बच्चे को फ्लोराइड टूथपेस्ट पर तब तक शुरू न करें जब तक कि वह 3 या 4 साल की उम्र का न हो जाए ताकि उसे स्पिट करना आ सके। बोतलों से सावधान रहेंदांतों की सड़न को रोकने में मदद के लिए, आपको अपने बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला मिल्क बॉटल के साथ बेड पर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि शुगर अभी भी उनके दांतों को नुकसान पहुंचा सकती है। दूध पिलाने या बोतल से दूध पिलाने के बाद, आपको या तो अपने बच्चे के दांतों को ब्रश करना चाहिए या उन्हें वॉशक्लॉथ से पोंछना चाहिए। जब तक आपके बच्चों के सभी दांत अंदर हैं तब तक उन्हें दिन में कम से कम दो बार और विशेष रूप से मील के बाद ब्रश करने का ट्राई करें। बच्चों को जल्दी फ्लॉसिंग करने की आदत डालना भी जरूरी है। फ्लॉसिंग शुरू करने का एक अच्छा समय तब होता है जब दो दांत आपस में छूने लगते हैं। उन छोटे दांतों को फ्लॉस करने के बारे में सलाह के लिए अपने डेंटिस्ट से बात करें। आप बच्चों को ब्रश और फ्लॉस करते समय उन्हें देखने और आपको कॉपी करने को कहें, इससे रूटीन में उनकी दिलचस्पी आएगी। और पढ़ें: टीथिंग के दौरान ब्रेस्टफीडिंगः जब बच्चे के दांत आने लगें, तो इस तरह से कराएं स्तनपान उम्मीद करते हैं कि आपको बच्चों के दांत कब निकलते हैं और इस समय उनका ध्यान कैसे रखना चाहिए इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें। कौन से महीने में दांत निकलना शुभ होता है?नौंवे महीने में शुभ माना जाता है. वहीं, दसवें महीने में दांत निकलने से बच्चे को जीवन में सुख की प्राप्ति होती है. - ग्याहरवें और बाहरवें माह में दांतों का आना शुभ माना गया है.
छोटे बच्चों के दांत कौन से महीने में निकलते हैं?आमतौर पर, आपके शिशु में दांत निकलने शुरुआती 3 महीने में शुरू हो सकते हैं। सबसे अधिक संभावना है कि जब आपका बच्चा 4 से 7 महीने के बीच का होता तो आप देखेंगे कि पहला दांत आपके बच्चे की गम लाइन से धक्का देना शुरू कर देता है।
बच्चों के सबसे पहले कौन से दांत निकलते हैं?निचले मध्य कृन्तक दांत (लोअर सेंट्रल इन्साइज़र)
नीचे बीच के दांत आमतौर पर सबसे पहले उभरते हैं, पांच से 10 महीने की उम्र के बीच। दांतों का निकलना आनुवांशिक होता है, इसलिए यदि आपके दांत जल्दी निकले थे तो इस बात की उम्मीद रहती है कि आपके शिशु के दांत भी जल्दी निकलेंगे!
बच्चे के दांत निकलने का लक्षण क्या है?पहली बार दांत निकलने पर बच्चों को मामूल बुखार, घबराहट, अत्यधिक लार और हल्के दस्त का सामना करना पड़ता है. जिस कारण बच्चा काफी कमजोर हो दाता है. जब दांत निकलते हैं तो बच्चों के मसूड़ों में तकलीफ होती है. ऐसे में वे चिड़चिड़े और परेशान रहते हैं.
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