पीरियड में करवा चौथ व्रत कैसे करें - peeriyad mein karava chauth vrat kaise karen

Karwa Chauth Puja:  भारत में त्योहारों की बड़ी धूम रहती है. एक के बाद एक पर्व पड़ते रहते हैं सभी की अपनी धार्मिक मान्यताएं हैं. एक कपल के लिए करवा चौथ किसी बड़े त्योहार से कम नहीं होता है. मान्यता है कि इस व्रत में सुहागिन महिलाएं अपने पति के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती है. इसके बाद चांद की पूजा करने के बाद व्रत का पारण करती है. लेकिन अगर आपके मन में ये सवाल है कि पीरियड्स के दौरान महिलाएं करवा चौथ की पूजा कैसे करें तो यहां आपको इसका उपाय बताते हैं.

यह भी पढ़ें: Karwa Chauth 2022: प्रेगनेंसी में करवा चौथ का व्रत कैसे रखें, यहां जानें उपाय

पीरियड में करवा चौथ पूजा कैसे करें?

महिलाओं को हर महीने माहवारी होती है जो लगभग 3-5 दिन रहता है. ऐसी मान्यता है कि इन दिनों महिलाओं को पूजा नहीं करनी चाहिए. ऐसे में लोगों के मन में शंका है कि अगर करवा चौथ के दिन पीरिड्स हो जाएं तो पूजा कैसे करेंगे तो उसका जवाब हम आपको यहां देते हैं. अगर आपको लगता है कि पीरियड्स के दौरान आरती-पूजा नहीं करनी चाहिए तो सारी विधि घर में स्थित किसी और से करवा सकते हैं.

पीरियड में करवा चौथ व्रत कैसे करें - peeriyad mein karava chauth vrat kaise karen

Archana Pathakलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीThu, 06 Oct 2022 03:04 PM

हमें फॉलो करें

इस खबर को सुनें

0:00

/

ऐप पर पढ़ें

करवा चौथ के दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। किसी भी व्रत को पूरा करने के लिए उससे जुड़े सभी नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक है। शास्त्रों के अनुसार ,पीरियड के दौरान महिलाओं को पूजा -पाठ करने की इजाजत नहीं होती। पीरियड के समय महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति भी नहीं होती।

करवा चौथ का त्योहार महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। लेकिन अगर करवा चौथ के दिन किसी महिला को पीरियड हो जाए तो अक्सर महिलाएं परेशान होने लगती है और एक जरूरी सवाल उन्हें बेचैन करने लगता है कि क्या पीरियड के वक्त उन्हें करवा चौथ का व्रत रखना चाहिए ?

तो आइए आज हम आपको उन सभी सवालों के जवाब बताते हैं जो अक्सर पीरियड के वक्त महिलाओं के दिमाग में आते हैं।

1. पीरियड के समय अक्सर महिलाओं को पेट में दर्द और चिड़चिड़ापन होने लगता है। ऐसे में करवा चौथ का व्रत शुरु करने से पहले व्रती को खूब सारा पानी पीना चाहिए। इससे पेट दर्द की संभावना कम हो जाती है।

2. पीरियड के समय महिलाओं को अक्सर कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में यदि कोई महिला व्रत करती है तो शरीर में थकान और कमजोरी होने लगती है। ऐसे में करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाओं को अपने डाइट में सूखे मेवे शामिल करने चाहिए ताकि अधिक कमजोरी महसूस ना हो।

3. करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाओं को पीरियड के समय किसी भी धार्मिक सामान को छूने से बचना चाहिए। आप मन में मंत्रों का जाप कर सकते हैं। यदि सच्ची श्रद्धा हो तो मन में भी मंत्रों का जाप करके व्रत का संपूर्ण फल पाया जा सकता है।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।

खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?

खबर की भाषा और शीर्षक से आप संतुष्ट हैं?

खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं?

खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है?

करवा चौथ के दिन पीरियड हो जाए तो क्या करें?

शास्त्रों के अनुसार ,पीरियड के दौरान महिलाओं को पूजा -पाठ करने की इजाजत नहीं होती। पीरियड के समय महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति भी नहीं होती। करवा चौथ के दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। किसी भी व्रत को पूरा करने के लिए उससे जुड़े सभी नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक है।

पूजा करते समय पीरियड आ जाए तो क्या करें?

अगर व्रत या पूजा-पाठ के दौरान पीरियड्स आ जाएं तो ऐसे में महिलाओं को अपना व्रत पूरा करना चाहिए। इस दौरान मानसिक रूप से भगवान की आस्था करनी चाहिए। पूजा-पाठ के दौरान दूर बैठकर किसी अन्य व्यक्ति से पूजा करवा सकती हैं। इस दौरान पूजा-पाठ के सामान को नहीं छूना चाहिए।

पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं क्या?

यह आपको तब तक करना होगा जब तक आपके मासिक धर्म को 4 दिन न हो जाएं। इस दौरान पीरियड से गुजरने वाली महिलाओं को पूजा के लिए भोग नहीं तैयार करना चाहिए। इस दौरान महिलाओं का पूजा स्थल पर जाना वर्जित होता है। पूजा की किसी भी सामग्री को स्पर्श नहीं करना चाहिए।

करवा चौथ की रात को पति पत्नी क्या करते हैं?

करवा चौथ पति-पत्नी के रिश्ते से जुड़ा सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, जिसमें महिलाएं पति के लिए निर्जला उपवास करती हैं। शाम को पूजा करती हैं और चांद देखकर अपना उपवास खोलती हैं। हर साल बड़ी संख्या में देशभर से अधिकतर सुहागिन महिलाएं यह व्रत रखती हैं। इस बार करवा चौथ 13 अक्टूबर 2022 को मनाया जा रहा है।