आद्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं? - aadra nakshatr mein janm lene vaale bachche kaise hote hain?

नक्षत्रों के क्रम में छठा नक्षत्र होता है आर्द्रा। इस नक्षत्र का स्वामी राहु है और मिथुन राशि के अन्तर्गत आने के कारण इस पर बुध का प्रभाव भी रहता है। जिन लोगों का जन्म इस नक्षत्र में होता है वह बड़े ही चतुर-चालाक होते हैं।

कूटनीति एवं राजनीतिक विषयों में इनकी बुद्घि खूब चलती है। राजनीति के क्षेत्र में इस नक्षत्र वाले व्यक्ति काफी सफल होते हैं। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों का मस्तिष्क हमेशा क्रियाशील रहता है। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी ताकत लगा देते हैं।

सफलता पाने के लिए साम, दाम, दण्ड, भेद की नीति भी खुल कर अपनाते हैं। इनकी कामयाबी में बोलने की कला का प्रमुख हाथ होता है। 32 से 42 साल की उम्र में यह खूब तरक्की करते हैं। इस उम्र में धन लाभ के मौके मिलते हैं।

जिन लोगों का जन्म इस नक्षत्र में होता है वह हंसी-मजाक काफी पसंद करते हैं। विभिन्न तरह का ज्ञान पाने की इनमें चाहत रहती है और समस्याओं का सामना धैर्य पूर्वक करते हैं।

व्यवसाय एवं लेखन के क्षेत्र में भी इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति सफल होते हैं। सर्दी, खांसी एवं छाती संबंधी रोग इन्हें अधिक परेशान करता है।

आद्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं? - aadra nakshatr mein janm lene vaale bachche kaise hote hain?

आर्द्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक भयंकर क्रोधी, तपस्वी एवं विलक्षण स्वभाव वाले, रुढ़ियों से हट तक अपनी राह बनाने वाले होते हैं।

राशि – मिथुन
डिग्री रेंज – मिथुन 6.40′ से मिथुन 20
स्वामी ग्रह – राहु
देवता – रुद्र
प्रतीक – अश्रु, वर्षा की बूंद
तत्व – जल
गण – मनुष्य
प्रकृति – तामसिक
दिशा – दक्षिण पूर्व
रंग – हरा
शरीर – आंखें
पशु – मादा कुत्ता
पक्षी – ब्लैक एंड्रिला
वृक्ष – कृष्ण कमल पुष्प वृक्ष

आर्द्रा नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से छठा नक्षत्र है, जो मिथुन राशि के 6 अंश 40 मिनट से लेकर 20 अंश तक है। इसके 4 पद इस प्रकार हैं-

पदराशिग्रहप्रमुख क्षेत्र
1 धनु बृहस्पति खोजी स्वभाव, भौतिकवादी, प्रभावशाली, सुन्दर दिखने वाला
2 मकर शनि विभिन्न रुचियों से जुड़े क्षेत्र, एक से अधिक क्षेत्रों में कार्यकुशलता, कम्यूनिकेशन स्किल्स
3 कुम्भ शनि शोधकर्ता, कमजोर इम्यूनिटी, सपने देखने वाला
4 मीन बृहस्पति संवेदनशील, दयालु, अशुद्ध, क्रोधी स्वभाव वाला

ज्योतिष में आर्द्रा नक्षत्र का वर्णन (Overview of Ardra Nakshatra in Astrology)

आर्द्रा नक्षत्र को ‘आंसू और विनाश का तारा’ कहा जाता है। चंद्रमा के नोर्थ नोड राहु को इसका ग्रह माना गया है। इस नक्षत्र को नियंत्रित करने वाला एक अन्य ग्रह बुध है। प्रतीक एक अश्रु है जो दु:ख का प्रतिनिधित्व करता है। देवता कोई और नहीं बल्कि ‘रुद्र’ है, जो भगवान शिव का उग्र एवं क्रोधी स्वरूप है। आर्द्रा जातकों को गलत समझना आसान है क्योंकि जीवन के बारे में सीमित विश्वास रखने वाले लोगों द्वारा प्रकृति से अलग होने का अर्थ नहीं निकाला जा सकता है। लेकिन आर्द्रा के लोग उससे कहीं ज्यादा दिलचस्प होते हैं जितना कोई सोच सकता है। उन्हें अप्रत्याशित झटके लग सकते हैं, जिसके कारण उनके अंदर दर्द और क्रोध की अनसुलझी भावनाएं उबल रही होती हैं।

भगवान रुद्र, युवा शिव होने के कारण मनमौजी थे, वह श्मशान में रमण करते, चिताओं की राख रमाते, सांपों के साथ खेलते थे और वे ही उसके सबसे अच्छे दोस्त होते थे। निश्चित रूप से ये सामान्य प्रकार के दोस्त नहीं है। ठीक इसी प्रकार आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे जातकों को राहु उन्हें विभिन्न तत्वों के स्वाद का आनंद लेने की प्रवृत्ति देता है। सरल शब्दों में इनकी रूचि विदेशी भोजन, जानवर और सब कुछ व कुछ भी जो सुसंस्कृत समाज के बीच कम स्वीकार्यता प्राप्त करते हैं, की ओर खिंची रहती है। इस नक्षत्र का एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व माइक टायसन है – जिसके पास पालतू जानवर के रूप में बाघ है।

ये जातक काफी भाग्यशाली होते हैं। वे महान प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं जिसके लिए उन्हें पहले अपने गहन रूप में उदासी, क्रोध और दर्द को दूर करने के लिए एक गंभीर प्रयास करने से गुजरना पड़ता है। उनमें बचपन से ही त्याग की भावना, तथा समाज में अवांछित होने की भावना छिपी रहती है। ये लोग कुंवारे होते हैं क्योंकि ये अपनी क्रोधी भावनाओं के विनाशकारी पक्ष को समझते हैं। वे वास्तव में जो चाहते हैं उसे खोजने और हासिल करने का प्रयास करते हैं। निस्संदेह, वे बहुत ही साहसी होते हैं।

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे इन मूल जातकों का वर्णन करने के लिए एक सुंदर उदाहरण है। जैसे हीरा अत्यधिक गर्मी, दबाव, प्रसंस्करण और पॉलिशिंग से गुजरने से पहले सिर्फ एक कार्बन रॉक होता है। ठीक उसी प्रकार एक आर्द्रा जातक का जीवन चक्र होता है। हीरे की तरह चमकने के लिए, वे वास्तव में कठिन जीवन चक्रों से गुजरते हुए पूरी तरह से बदल जाते हैं। तकनीकी शब्दों में कहे तो वे ‘फ़ैक्टरी रीसेट’ से गुजरते हैं जहां अतीत का कुछ भी नहीं रहता है। जब तक वे सफलता के उच्चतम स्तर पर नहीं पहुंच जाते, और ऐसा करना कई बार उनके स्वयं के लिए मृत्यु के समान होता है।

आर्द्रा नक्षत्र से प्रभावित जातकों को आमतौर पर चाकू जैसी नुकीली चीजों से खतरा होता है। वे मानव समाज द्वारा बनाए गए कानूनों के प्रति सम्मान नहीं रखते इसलिए प्राय: उनका बहिष्कृत किया जाता है। हालांकि, वे बेहद सहज, बोधगम्य और संवेदनशील हैं। यह नक्षत्र ज्ञान प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम नक्षत्रों में से एक है। लेकिन इसकी एक मात्र शर्त यही है कि दर्द और क्रोध की प्रक्रिया से बचे रहें। उनमें तीव्र अवसाद से बाहर आने की जन्मजात क्षमता होती है। वे क्रांतिकारी स्वभाव वाले होते हैं। रामानुजाचार्य का जन्म आर्द्रा नक्षत्र के चन्द्रमा में हुआ था।

उनके पास आमतौर पर उनके बारे में कुछ अनोखा होता है, जैसे अजीब हेयरस्टाइल या टैटू। वे मौसम विज्ञान, क्वांटम भौतिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, विदेशी पालतू जानवरों की बिक्री, वन्यजीव फोटोग्राफी, सांप पकड़ने, पुरातत्व, रहस्यवाद और कुछ भी अपरंपरागत क्षेत्र में रुचि रखते हैं। वे महान ज्योतिषी, द्रष्टा और मनोविज्ञानी भी होते हैं। अक्सर जानवर ऐसे जातकों के प्रति आकर्षित होते हैं। वे इन्हें अपने आसपास देखकर काफी सहज महसूस करते हैं।

वे बहुत मददगार और देखभाल करने वाले होते हैं लेकिन धोखा देने पर उनका विनाशकारी रूप देखने को मिलता है। ऐसी मान्यता है कि ये जातक इस जीवन में अपने कर्मों को खत्म करने के लिए आते हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य अपने नकारात्मक आवेगों को पॉजीटिव में बदलना है। अन्यथा, यदि वे अपनी अचेतन प्रतिक्रियाओं के आगे झुक जाते हैं, तो वे इस नक्षत्र के नकारात्मक प्रभावों का शिकार हो जाते हैं। उसके बाद, वे झूठे, बेईमान, कृतघ्न, प्रतिशोधी और विनाशकारी व्यक्ति बन जाते हैं।

हालांकि इस नक्षत्र को लेकर सभी लोगों में भय बना हुआ है, लेकिन उन्हें बहुत दर्द और क्रोध सहना पड़ेगा। वास्तव में यह एक चुनौती जैसा है, इसलिए उनके पास राहु ग्रह की शक्तियों के सभी लाभ अर्जित करते हुए जितना हो सके विकसित होने के कई अवसर होते हैं। परन्तु इसके लिए उनमें गहन प्रक्रिया से गुजरने की इच्छा होनी चाहिए।

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे जातकों के लिए यह सलाह दी जाती है कि वे रुद्राक्ष की माला या माला (हार) पहनें, क्योंकि यह उनकी यात्रा में आगे बढ़ने में सहायता करेगा।

आप भी MyPandit ऐप अभी डाउनलोड करें और अपने जन्म नक्षत्र के बारे में जानिए।

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे पुरुष के लक्षण (Characteristics of Ardra Male)

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे पुरुष दयालु प्रवृत्ति के होते हैं। हालांकि, वे खुद बेहद दर्द और दु:ख से जूझ रहे होते हैं फिर भी वे दूसरों की परवाह करते हैं। वे बहु-प्रतिभाशाली होते हैं। आमतौर पर उनके लिए स्थाई तौर पर नौकरियों से चिपके रहना मुश्किल होता है। वे आमतौर पर विश्व मामलों को लेकर अपडेट रहते हैं। साथ ही, वे अपने साथियों की तुलना में कठिन परिस्थितियों से अधिक चतुराई से निपटते हैं। अचानक आने वाली अप्रिय स्थितियों से निपटना उनके लिए आश्चर्य की बात नहीं हैं। वे बाद में शांति स्थापित कर सोचते हैं कि क्या गलत हुआ?

उनके दोस्त और परिजन आमतौर पर उनके जीने के तरीके को नहीं समझते हैं। लेकिन अपने दिल की गहराई से वे उनके अदम्य साहस के लिए उनकी प्रशंसा करते हैं। 30 साल की उम्र पार करने के बाद अगर वे देर से शादी करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन शांतिपूर्ण होता है। यह देखा गया है कि कम उम्र में शादी करने वाले आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे पुरुषों को अपने रिश्ते में बहुत अधिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ा।

आर्द्रा नक्षत्र से प्रभावित पुरुष बुद्धिमान वैज्ञानिक, शोधकर्ता, खोजकर्ता, ज्योतिषी, इंजीनियर, पशु चिकित्सक, अभिनेता, संगीतकार, बड़े उद्योगपति, आध्यात्मिक गुरु और तपस्वी बनते हैं।

इन जातकों को नशीले पदार्थों का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करना उनके लिए दुर्भाग्य लाने वाला होता है। उन्हें छोटी-मोटी कई बीमारियों के साथ-साथ हृदय और फेफड़ों से संबंधित बड़ी बीमारियां होने का खतरा होता है। अन्य मुद्दे दांतों से संबंधित हो सकते हैं। उन्हें अपने स्वास्थ्य का उचित ध्यान रखने की जरूरत है।

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे जातक बुद्धिमान वैज्ञानिक, शोधकर्ता, खोजकर्ता, ज्योतिषी, इंजीनियर, पशु चिकित्सक, अभिनेता, संगीतकार, बड़े उद्योगपति, आध्यात्मिक गुरु और तपस्वी बनते हैं।

इन जातकों को नशीले पदार्थों का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करना उनके लिए अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होता है। उन्हें छोटी-मोटी बीमारियों के साथ-साथ हृदय और फेफड़ों से संबंधित बड़ी बीमारियां होने का खतरा होता है। अन्य मुद्दे दांतों से संबंधित हो सकते हैं। उन्हें अपने स्वास्थ्य का उचित ध्यान रखने की जरूरत है।

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मी महिलाओं की विशेषताओं (Characteristics of Ardra Female)

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मी महिलाएं बहुत बुद्धिमान होती हैं। वे शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य करती है। साथ ही, वे बहुत चुंबकीय आकर्षण वाली होती हैं और हर चीज पर उनका गहरा नजरिया होता है। वह छोटी सोच रखने वाली महिला नहीं होती है वरन वह जो चाहती है उसे प्राप्त करने के लिए हरसंभव अथक प्रयास करती है। अपने स्वयं के संघर्षों के बावजूद, वह किसी जरूरतमंद की मदद करने के लिए आगे बढ़ेंगी। वह प्रकृति से जुड़ी होती हैं और उनके मन में आध्यात्मिक झुकाव होता है।

आर्द्रा नक्षत्र से प्रभावित महिलाओं का स्वभाव भौतिक और आध्यात्मिक गुणों का मिश्रण होता है। वे भौतिक संपत्ति रखना पसंद करती हैं, और साथ ही साथ वे उन पर बहुत अधिक निर्भर न होने के बारे में जानती हैं और अपने धन का उपयोग सभी जीवित प्राणियों की भलाई के लिए करती हैं।

रिश्तों के मामले में आर्द्रा नक्षत्र में जन्मी महिलाएं बहुत समर्पित होती हैं। यदि वे 30 साल की उम्र से पहले शादी कर लेती हैं तो यह उनके लिए बहुत ही दुखद और दुर्भाग्य वाला हो सकता है। उनके जीवन का एक सबक आत्म-देखभाल और भावनात्मक जरूरतों के मामले में आत्मनिर्भर होना है। उनके परिवार के सदस्य और भाई-बहन उनसे प्यार करते हैं लेकिन उनके अपरंपरागत तरीकों के कारण लंबे समय तक उनके साथ नहीं रहते हैं। वे अपनी माताओं से बहुत गहराई तक जुड़ी हुई होती हैं और उनमें दोस्ती का एक अंश होने के साथ-साथ एक अटूट बंधन होता है।

आर्द्रा नक्षत्र से प्रभावित महिलाएं जानवरों की शौकीन होती हैं और वे अच्छी पशु चिकित्सक बन जाती हैं। वे महान ज्योतिषी, मनोविज्ञानिक, चिकित्सक बनकर कलाकार, अभिनेताओं, नर्तकियों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, अंतरिक्ष यात्रियों और इंजीनियरों को ठीक करने के लिए देशी जड़ी-बूटियों का उपयोग करती हैं।

वे गर्भाशय, यकृत, रक्त और गले से संबंधित रोगों से ग्रस्त हो सकती है।

अपने अंदर छिपी भविष्य की अपार संभावनाओं को अनलॉक करें। आज ही अपनी प्रीमियम जन्मपत्री बनवाएं।

आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे जातकों के लिए कैसा रहेगा वर्ष 2021 (Ardra Nakshatra Prediction 2021)

अनुकूल महीने: जनवरी, जुलाई, अगस्त और अक्टूबर
प्रतिकूल महीने: फरवरी, मार्च, जून और सितंबर

रिलेशनशिप के लिए ऐसा रहेगा 2021 (Relationship Prospects in 2021)

जो लोगों किसी सम्बन्ध में नहीं हैं उनके लिए यह एक अद्भुत वर्ष है। ऐसा लग रहा है कि आप शादी की राह पर चल पड़ेंगे और जल्दी ही आपके विवाह की खुशियां मनाई जाएंगी। आपके परिवार और दोस्तों का भरपूर सहयोग मिलेगा। यह एक उत्सव बढ़ा रहा है।

शादीशुदा लोगों को अपने रिश्ते में कुछ प्रयास करने पड़ सकते हैं। कभी-कभी उनकी स्थिति को समझने के लिए उनके मन में झांकने की जरूरत होती है। यह कदम आपको और करीब लाएगा, एवं आपको यह पता चल जाएगा कि एक दूसरे को खोना क्या है?

2021 में स्वास्थ्य कैसा रहेगा (Health Prospects in 2021)

छोटी-छोटी बातों पर पसीना बहाने का समय नहीं है, क्योंकि यह साल आपको सेहत में राहत का एहसास दिलाएगा। इसे तनाव से क्यों खराब करें? 2021 आपके लिए अंतत: भीतर से पुनर्जीवित होने के लिए एक महान वर्ष है।

यद्यपि कोई बड़ी समस्या नहीं दिखाई देती है, व्यायाम करना शुरू करें या आप जो व्यायाम कर रहे हैं उसे जारी रखें। स्वास्थ्य संबंधी कुछ छोटी-मोटी परेशानियां आ सकती हैं। ऐसा मौसम में बदलाव के कारण हो सकता है। गर्मी के दिनों में चाय और कॉफी जैसे गर्म पेय पदार्थों से दूर रहें। ये नेगेटिव प्राण ऊर्जा बनाती है जिसका असर अंतत आपके मन और मस्तिष्क पर पड़ता है।

कुल मिलाकर 2021 में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

आर्द्रा नक्षत्र के जातकों के लिए किस राशि के लोग रहेंगे अनुकूल अभी अनुकूलता जांचे……

2021 में कॅरियर और व्यावसायिक संभावनाएं (Career and Business Prospects in 2021)

2021 आपके लिए कई बदलावों का साल होगा – अगर आप लंबे समय से एक ही नौकरी में हैं, तो आपके विभाग में बदलाव हो सकता है। आपको अपने वरिष्ठों से मार्गदर्शन और सहयोग भी मिलेगा। यदि आपने नई नौकरियों की तलाश करने का मन बना लिया है, तो आपको कुछ दिलचस्प और अपने वर्तमान से अलग मिलेगा।

आप में से कुछ अपनी सेवा शुरू करने पर विचार कर रहे हैं तो तत्काल परिणाम आने की उम्मीद न करें, और आप मार्च के बाद ही प्रगति देखना शुरू कर देंगे।

यदि आप सरकारी नौकरी में हैं, तो आपको किसी नए स्थान या नए विभाग में स्थानांतरित किया जा सकता है। यहां यह समझना जरूरी है कि ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि आप अक्षम हैं, बल्कि इसलिए कि आप वहीं होंगे जहां आपको जरूरत है।

इस वर्ष आपको अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने की आवश्यकता होगी क्योंकि बहुत सारे बदलाव होने जा रहे हैं जिनके लिए अधिक केंद्रित दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी। आप एक नई साझेदारी में प्रवेश कर सकते हैं। एक संपूर्ण बाजार अध्ययन और लचीला होना एक नया व्यवसाय शुरू करने में सफलता की कुंजी है।

सरल शब्दों में, यह वर्ष लेटने और आराम करने के लिए नहीं है बल्कि आपके पेशेवर विकास की नींव रखने के लिए है।

चुनौतियों के लिए तैयार रहें।

विशेषज्ञ से जानकारी प्राप्त करें।

2021 में वित्तीय संभावनाएं (Finance Prospects 2021)

वित्तीय मामलों में 2021 आपके लिए शानदार साल साबित होगा। आपके ऋण को समय पर स्वीकृति मिल जाएगी। हालांकि, आपको अपने कॅरियर और व्यवसाय में अपने साथी का समर्थन प्राप्त होगा। वित्तीय लाभ आपको अपने ऋणों के पुनर्भुगतान में मदद करने वाले हैं।

बृहस्पति आपको आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा। शेयर बाजार से भी आपको फायदा होगा। साथ ही, उच्च जोखिम वाले निवेश आपके पक्ष में आएंगे। कोई चल रहा कानूनी मामला आपको लाभ पहुंचाकर सुलझाया जाएगा।

कुल मिलाकर यह साल आपके लिए बहुत अच्छा लग रहा है। संपत्ति या घर से जुड़े कुछ खर्चे हो सकते हैं, लेकिन आप उन्हें अच्छी तरह से मैनेज कर लेंगे। आपको व्यवसाय के लिए यात्रा करनी पड़ सकती है और आपको अच्छे व्यापारिक सौदे मिल सकते हैं।

आद्रा नक्षत्र में पैदा होने वाले बच्चे कैसे होते हैं?

नक्षत्रों के क्रम में छठा नक्षत्र होता है आर्द्रा। इस नक्षत्र का स्वामी राहु है और मिथुन राशि के अन्तर्गत आने के कारण इस पर बुध का प्रभाव भी रहता है। जिन लोगों का जन्म इस नक्षत्र में होता है वह बड़े ही चतुर-चालाक होते हैं। कूटनीति एवं राजनीतिक विषयों में इनकी बुद्घि खूब चलती है।

आद्रा नक्षत्र का क्या महत्व है?

पौराणिक मान्यता के अनुसार आद्रा नक्षत्र में देवी देवताओं का पूजन और दर्शन का विशेष महत्व है। इस समय हिंदू धर्मावलंबियों को मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए। वैदिक ज्योतिष अनुसार भगवान शंकर का रुद्र रूप इस नक्षत्र का मालिक होते हैं जो भक्तों का कल्याण करते हैं।

आद्रा नक्षत्र किसका है?

आर्द्रा नक्षत्र : राहु को आर्द्रा नक्षत्र का अधिपति ग्रह माना जाता है। आर्द्रा नक्षत्र के चारों चरण मिथुन राशि में स्थित होते हैं जिसके कारण इस नक्षत्र पर मिथुन राशि तथा इस राशि के स्वामी ग्रह बुध का प्रभाव भी रहता है

आद्रा नक्षत्र 2022 कब है?

Surya Nakshatra Parivartan 2022: सूर्यदेव 22 जून को सुबह 11 बजकर 42 मिनट पर आर्द्रा नक्षत्र में विराजमान हुए हैं. इस नक्षत्र में सूर्य अब 6 जुलाई तक रहेंगे. सूर्य इस वक्त बुध की राशि मिथुन में हैं.