आधुनिक युग में संचार के साधन अथवा संचार के आधुनिक साधन पर निबंध | Essay on Means of Communication in the Modern Era in Hindi! Show
संचार मानव की प्रगति के लिए अति महत्वपूर्ण है । यह विश्व के एक देश में बैठे लोगों को दूसरे देशों से जोड़ता है । आज मानव सभ्यता प्रगति की ओर अग्रसर है । इसका प्रमुख श्रेय संचार के आधुनिक साधनों को जाता है । संचार के क्षेत्र में मनुष्य की उपलब्धियों ने विश्व की दूरियों को समेटकर बहुत छोटा कर दिया है । प्राचीन काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने के लिए ‘दूत’ भेजे जाते थे जो प्राय: आवागमन के लिए घोड़ों आदि का प्रयोग करते थे । पक्षियों द्वारा संदेश भेजने के भी अनेक उदाहरण मिलते हैं । उस काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने में महीनों लग जाते थे परंतु आज स्थिति पूर्णत: बदल चुकी है । तार की खोज के साथ ही संचार के क्षेत्र में क्रांति का प्रारंभ हो गया । इसके द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ‘इलेक्ट्रॉनिक’ यंत्रों की सहायता से तार के माध्यम से संकेत प्रेषित किए जाने लगे । इसके पश्चात् ‘दूरभाष’ के आविष्कार ने तो संचार जगत में हलचल ही मचा दी । इसके द्वारा व्यक्ति घर बैठे सैकड़ों मील दूर अपने सगे-संबंधियों व परिजनों से बात कर सकता है । इसके साथ ही संचार को और अधिक सुचारू एवं सक्षम बनाने हेतु अनुसंधान प्रारंभ कर दिए गए । वर्तमान में संचार के क्षेत्र में वैज्ञानिकों ने अद्भुत सफलताएँ अर्जित की हैं । कंप्यूटर के आविष्कार के बाद इस क्षेत्र में प्रतिदिन नए आयाम स्थापित हो रहे हैं । संचार जगत में ‘ई-मेल’ की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है । ई-मेल के उपयोग या इससे होने वाले लाभ बहुआयामी हैं । ‘ई-मेल’ के माध्यम से विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से हम संपर्क स्थापित कर सकते हैं । सबसे महत्वपर्ण बात यह है कि इसमें होने वाला खर्च बहुत कम है । दूरभाष द्वारा स्थानीय बातचीत में उपभोक्ता को जो खर्च देना पड़ता है उतने ही खर्च में ई-मेल द्वारा विदेशों में बैठे व्यक्ति को संदेश भेजे जा सकते हैं । इलेक्ट्रॉनिक मेल द्वारा लोग द्विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं । ‘ई-मेल’ के माध्यम से एक संदेश को हजारों लोगों को एक साथ भेजा जा सकता है । इस प्रकार हम देखते हैं कि ‘ई-मेल’ ने विश्व संचार के क्षेत्र को कितना विस्तृत कर दिया है । संचार के क्षेत्र में ‘विडियो कांफ्रेंसिंग’ भी वैज्ञानिकों की एक अद्भुत देन है । इसके माध्यम से दो या दो से अधिक व्यक्ति एक दूसरे से मीलों दूर रहकर भी आपस में बातचीत कर सकते हैं तथा साथ ही परदे पर एक दूसरे को देख भी सकते है । इसके अतिरिक्त ‘फैक्स’ मशीन के द्वारा कागज पर लिखे संदेशों को दूरभाष लाइनों की सहायता से दूर बैठे व्यक्ति को केवल कुछ ही सैकेंडों में भेजा जा सकता है । ई-मेल को फैक्स का ही उत्तम रूप माना जा सकता है । इस प्रकार हम देखते हैं कि मनुष्य ने संचार के क्षेत्र में असीम सफलताएँ अर्जित की हैं । आज इन्हीं सफलताओं व उपलब्धियों के कारण विश्व के सभी देशों का आपसी संपर्क बढ़ा है । भारत में बैठे हुए भी दुनिया के दूसरे कोने जैसे अमरीका में होने वाली घटनाओं से हम तुरंत अवगत हो जाते हैं । संचार के क्षेत्र में मानव की उपलब्धियों के कारण ही आज संपूर्ण विश्व की दूरियाँ सिमटकर अत्यंत छोटी हो गई हैं । संचार के साधनों के विकास ने अन्य क्षेत्रों में वाणिज्यिक प्रगति को अपेक्षाकृत सरल बना दिया है । आज व्यापार से संबंधित कार्य संचार के साधनों के बदौलत घर या कार्यालय में बैठे-बैठे संपन्न किए जा सकते हैं । यहाँ पर सन्देश लेखन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। यह भी जानेंगे कि एक सही सन्देश कैसे लिखा जाता है, सन्देश लिखने के तरीके और इसके कुछ उदाहरण भी देखेंगे।
संदेश का क्या अर्थ है?संदेश शब्द की उत्पत्ति सबसे पहले संस्कृत भाषा में की गई थी। संदेश का अर्थ होता है कि कोई महत्वपूर्ण बात या फिर कोई उद्देश्य कही गई बात या लिखित भाषा में कोई सूचना या समाचार जो हमें किसी दूसरे को देना होता है, उस प्रक्रिया को हम संदेश कहते हैं। जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति के सामने नहीं होता है और उस व्यक्ति को उससे कोई बात या विचार या फिर कोई भावना जो उसे उस व्यक्ति को बताना होता है। वह जब उसे नहीं बता पाता है तो वह संदेश के माध्यम से किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा या फिर किसी संसाधन के द्वारा जो आजकल लोग ज्यादा ही उसे उपयोग करते हैं। जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर इस तरह के माध्यम से अपने बातों को दूसरे के सामने व्यक्त करने की प्रक्रिया संदेश कहलाती है। संदेश का प्रयोग ना केवल एक व्यक्ति विशेष के लिए किया जाता है बल्कि यह समूह द्वारा भी उपयोग किया जाता है और संदेश लिखित भी हो सकता है और मौखिक भी हो सकता है। आजकल तो संदेश इमेज के द्वारा भी दिया जाता है। संदेश सुखद भी हो सकता है और दुख वाला भी हो सकता है। संदेश किसी को बधाई देने वाला भी हो सकता है और संदेश विभिन्न प्रकार के होते हैं। आजकल संदेश भूतकाल, वर्तमान काल, भविष्य काल सभी के लिय भी लिखे जाते हैं। संदेश लिखने का प्रयोजनसंदेश लिखने के पीछे कई उद्देश्य हो सकते हैं। संदेश दो प्रकार के होते हैं औपचारिक संदेश है और अनौपचारिक संदेश। अनौपचारिक संदेश वैसा संदेश होता है, जो किसी अपने या दोस्तों को या फिर अपने प्रिय जनों को या फिर अपने रिश्तेदारों को या फिर आपकी किसी करीबी मित्र को लिखने के लिए हम अनौपचारिक संदेश का प्रयोग करते हैं। औपचारिक संदेश हम ऑफिस में या फिर किसी कार्यालय में या फिर किसी अधिकारी को या फिर किसी विशिष्ट कार्य के लिए या सार्वजनिक रूप से दिए गए संदेश के लिए औपचारिक संदेश का उपयोग करते हैं। यह संदेश स्कूलों में और कार्यालयों में, नेताओं के द्वारा, अभिनेताओं के द्वारा आम लोगों को प्रभावित करने के उद्देश्य से भी लिखा जाता है और औपचारिक संदेश को हम दूसरे भाषा में सार्वजनिक संदेश भी कह सकते हैं। संदेश लेखन के अंगशीर्षक: संदेश लिखते वक्त सबसे पहले शीर्षक लिखा जाता है और शिक्षक के जरिए ही पता चलता है कि संदेश किस विषय पर लिखा जा रहा है। जैसे कि किसी की शादी की शुभकामना संदेश लिखते हैं तो शिर्षक के रूप में शादी पर शुभकामना संदेश लिखा जाता है। दिनांक: संदेश में सबसे पहले शिक्षक लिखने के बाद दिनांक लिखा जाता है। दिनांक को इस प्रकार लिखा जाता है: 20 फरवरी 20XX अभिवादन-अभिवादन संदेश के औपचारिक और अनौपचारिक में अंतर स्थापित कर पाता है। संदेश में संदेश जिस व्यक्ति को लिखा जाता है, उसके प्रति सम्मानीय भाव प्रकट करने के लिए आदरणीय, श्रद्धा पूर्वक, प्रिय मित्र जैसे अभिवादन का प्रयोग किया जाता है। संदेश में अभिवादन शब्दों का प्रयोग मुख्य भाग से ऊपर सबसे बाय ओर लिखा जाता है। मुख्य भाग- संदेश में सबसे महत्वपूर्ण भाग मुख्य भाग होता है। क्योंकि इसी भाग में संपूर्ण जानकारी लिखी होती है, जो बात प्रेक्षक बताना चाहता है, वह कम शब्दों में संपूर्ण बात को इसी भाग में बताने की कोशिश करता है। इस प्रकार यह मुख्य भाग महत्वपूर्ण जानकारी का वर्णन करता है। प्रेक्षक-प्रेक्षक का अर्थ होता है, जो व्यक्ति संदेश लिख रहा है। संदेश लिखने के बाद अंत में दाएं ओर प्रेक्षक का नाम और हस्ताक्षर करना होता है, जिससे पता चलता है कि संदेश किसने लिखा है। संदेश लिखने के तरीकेसंदेश को हम विभिन्न प्रकार से लिखते हैं शुभकामनाओं का संदेश जब किसी व्यक्ति को उसके कार्यालय में कोई नया पद मिलता है तो हम शुभकामनाओं का संदेश देते हैं। हम विशेष रूप से उस व्यक्ति को शुभकामनाओं का संदेश देते हैं, जब किसी व्यक्ति का जन्मदिन हो या उसकी सालगिरह हो या उसे किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिले या उसे कुछ नया मिले जैसे किसी का नया घर बनाना। इन सारी शुभ कार्यों में हम उसे अपने द्वारा खुशी व्यक्त के रूप में शुभकामनाएं देते हैं। त्योहार/उत्सव/पर्व/मेला का संदेश हिंदू धर्म में इन सभी त्योहारों, उत्सव, पर्व, मेला का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म के त्योहारों, उत्सवों, पर्व, मेला के समय एक दूसरे को इन त्योहारों और उत्सवों का संदेश भेजते हैं। इन उत्सवों और त्यौहारों में आते हैं जैसे दीपावली, छठ, दुर्गा पूजा, होली, रामनवमी और भी बहुत तरह के त्योहारों और उत्सवों हैं, जो सभी हिंदू धर्म के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। वे सभी इन संदेशों के माध्यम से अपने हिंदू भाइयों और बहनों से जुड़ते हैं और इन संदेशों के माध्यम से उनके साथ अपनी खुशी साझा करते हैं। दुखद/शोक संदेश दुखद और शोक का संदेश उस समय दिया जाता है, जब किसी परिवार में या किसी रिश्तेदार में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी हो या फिर किसी की पुण्यतिथि हो तो लोग अपने दुख को दूसरों के साथ साझा करने के लिए इस तरह के संदेश से का उपयोग करते हैं। व्यक्तिगत संदेश व्यक्तिगत संदेशों को हमारे लोगों को किया जाता है। जैसे कि यदि हम किसी के अच्छे होने की कामना करते हैं, तो हम उन्हें एक व्यक्तिगत संदेश देते हैं या हमें किसी के घर जाना है या कोई आपके घर आना चाहता है तो ऐसे संदेश दिए जाते हैं या फिर अगर हम किसी परिवार में अनुपस्थित हैं, तो हमें ऐसे संदेश की आदत हो जाती है। जैसे किसी की शादी में जाने का संदेश। सामाजिक या धार्मिक संदेश हम सामाजिक और धार्मिक संदेश का उपयोग तब करते हैं जब हमें किसी को धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम से संबंधित उद्देश्य के बारे में बताना होता है। हम इस संदेश का उपयोग पर्यावरण दिवस पर संदेश देना, हिंदी दिवस पर संदेश देना, बाल दिवस, योग दिवस सैनिक दिवस, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और पेड़ पौधे लगाओ इन सभी शुभ अवसरों पर हम इस तरह की संदेशी का उपयोग करते हैं और यह सामाजिक संदेश हम सभी के लिए अति महत्वपूर्ण होते हैं। मिश्रित संदेश मिश्रित संदेशे जिसमें आप के वर्तमान में चल रही महामारी से संबंधित संदेश होती है। जैसे कि अभी करोना महामारी से संबंधित संदेशों, मलेरिया से संबंधित संदेश या फिर देश भक्ति से संबंधित संदेश, प्राकृतिक आपदाओं से संबंधित संदेश। ऐसा महत्वपूर्ण संदेश जो हमें अपने प्रियजनों और अपने दोस्तों के साथ साझा करना चाहिए ताकि वह ऐसे संकटों से खुद को बचा सके। संदेश लिखने के महत्व
संदेश लिखने के उद्देश
संदेश लेखन में ध्यान रखने योग्य बातेंसंदेश लेखन में हमें कई बातों का ध्यान रखना चाहिए:
संदेश लिखने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
संदेश लेखन का प्रारूपऔपचारिक संदेश लेखन का प्रारूपऔपचारिक संदेश लेखन के उदाहरण संदेश दिनांक: ……. समय: …… संबोधन……… विषय (जिस विषय के लिए हम संदेश भेज रहे हैं)……………………………………….. …………………………………………………………………………….. अपना नाम यह भी पढ़े
अनौपचारिक संदेश लेखन का प्रारूपसंदेश दिनांक: ……. समय: …… विषय (जिस विषय के लिए हम संदेश भेज रहे हैं)……………………………………. ……………………………………………………………. अपना नाम संदेश लेखन के कुछ उदाहरणअनौपचारिक संदेश व औपचारिक संदेश लेखन इन हिंदी के कुछ उदाहरण उदाहरण 1: अपनी एक छोटी बहन को उसके जन्मदिन की बधाई के लिए 40 शब्दों में एक संदेश लिखिये? उत्तर: छोटी बहन के जन्मदिन पर एक शुभकामना संदेश लेखन। दिनांक: 06/06/2022 समय: 12:04 pm मेरी प्यारी बहन गुड़िया आपको इस जन्मदिन पर ढ़ेर सारी बधाई। आशा करता हूँ कि तुम सकुशल होगी। तुम हमेशा खुश रहो, स्वस्थ्य रहो यही मै हमेशा दुआ करता हूँ और मै भगवान से यह प्रार्थना करुँगा कि इस साल आपके जीवन की सारी परेशानी दूर हो जाए और आने वाली सभी परीक्षा मे आप खूब मेहनत करो और अच्छे नम्बर से उत्तीर्ण हो जाओं। तुम्हारा भाई राहुल अथवा दिनांक: 06/06/2022 समय: 12:04 pm प्रिय बहन गुड़िया, आज आपके जन्मदिन के अवसर पर आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान आपको हमेशा खुश और स्वस्थ्य रखे व दीर्धायु भी प्रदान करे। आपको हर क्षेत्र में सफलता मिले और कामयाबी आपके कदम चुमें, यही मेरी मंगलकामनाएं है। एक बार फिर आपको जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। तुम्हारा भाई राहुल उदाहरण 2: शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने विज्ञान के शिक्षक को एक भावपूर्ण संदेश प्रत्र 30 से 40 शब्दों में लिखना? शिक्षक दिवस के अवसर पर विज्ञान शिक्षक को एक पत्र लिखना। “शिक्षक एक दिया के जैसा होते है, जो खुद जलकर दूसरो को रोशन कर देते हैं।” दिनांक: 06/06/2021 समय: 01:00pm आदरणीय गुरु जी, आशा करता हूँ कि आप सकुशल होंगे। आपके द्वारा मिली प्रोत्साहन और मोटिवेशन भरी शिक्षा के वजह से मै आज दसवीं कक्षा में विज्ञान के विषय में अच्छे अंकों से उतीर्ण हो गया हूँ, जिसके लिए मै आपका सदा आभारी रहूँगा। मैं भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ, कि आपके जैसा शिक्षक सभी विद्धार्थी को मिले, ताकि उनकी भी जीवन सँवर जाये। शिक्षक दिवस के अवसर पर मैं आपको तहे दिल से आपको ढेर सारी शुभकामनाएं। आपका छात्र राहुल अथवा शिक्षक दिवस के अवसर पर विज्ञान शिक्षक को एक भावपूर्ण संदेश लिखना। दिनांक: 06/06/2022 समय: 01:00pm सर जी, आज आपको शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके द्वारा दी गयी शिक्षा के कारण मैं आज एक अच्छे पद पर नौकरी कर रहा हूँ। आपके मार्गदर्शन के बिना मेरे लिए इस मुकाम को हासिल कर पाना संभव नहीं था। मैं भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ, कि आप सदा स्वस्थ्य और खुश रहे। आपका छात्र राहुल उदाहरण 3: श्री कृष्ण जन्माष्टामी के अवसर पर कृष्ण लीला पर नुक्कड-नाटक आयोजन के संबंध में 30 से 40 शब्दों में एक संदेश लिखे? जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण लीला के आयोजन का संदेश। “हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की।” आप सभी को श्री कृष्ण के जन्माष्टामी की हार्दिक शुभकामनाये। वृन्दावन क्षेत्र में श्री कृष्ण जन्माष्टामी के शुभ अवसर पर हमारे क्षेत्र वृन्दावन में एक कृष्ण लीला पर आधारित एक नाटक का आयोजन किया जा रहा है। अतः आप सभी वृन्दावन वासियों से अनुरोध हैं कि आप सभी सपरिवार अधिक से अधिक संख्या में आकर श्री कृष्ण लीला के आयोजन को सफल बनाये। समय: 06:00 बजे स्थान: वृन्दावन मैदान मेयर श्याम (वृन्दावन) उदाहरण 4: आपके मित्र का दुर्घटना हो जाती हैं। लेकिन आप उनसे मिलने नही जा पाते, इस संबंध में उन्हे एक सांत्वना संदेश 40 शब्दों में लिखे? मित्र मित्र का दुर्घटना होने पर सांत्वना संदेश। दिनांक: 28 मार्च 2022 समय: 03:00 pm प्रिय मित्र गंपत राय, मुझे तुम्हारे दुर्घटना के बारे में पता चला हैं, मित्र और मुझे यह सुनकर बहुत दुख भी हो रहा हैं कि तुम गम्भीर रूप से घायल हो। लेकिन तुम तो जानते हो, कि पुरे देश में लॉकडाउन लगा हैं, जिस वजह से मैं तुमसे मिलने नही आ सकता हूँ। लेकिन मै भगवान से प्राथना करुंगा कि तुम जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाओ। तुम्हारा मित्र, उदाहरण 5: अपने मित्र को सिविल सर्विसेज में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 30 से 40 शब्दों में एक बधाई संदेश लेखन? दिनांक – 20 जून 2022 समय – 09:00 pm प्रिय मित्र अरुण, आपको सबसे पहले प्रतियोगिता परीक्षा सिविल सर्विसेज में प्रथम स्थान प्राप्त पर खूब सारी शुभकामनाएं। यह हम सभी मित्रों के लिए बहुत गर्व की बात है, कि हमारे एक साथी ने भारत की सर्वोच्च प्रतियोगिता परीक्षा सिविल सर्विसेज में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। तुम्हारी वजह से माता-पिता, स्कूल व गुरुजनों को बहुत गर्व हो रहा हैं और मुझे विश्वास है आप भारत देश के अपनी इमानदारी और कठिन मेहनत से सेवा करोगे। तुम्हारा मित्र, राम उदाहरण 6: नववर्ष की बधाई देते हुए चाचा जी को एक संदेश लिखे? दिनांक – 01/01/2022 समय – 10 am प्रिय चाचा जी, आपको नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आशा करता हूं कि आप सब सकुशल होंगे और इस साल आप सभी की जीवन में खुशियों से भरा हो और सारे सपने सच करने वाला हो। आप सभी की सारी इच्छाएं पूरी हो जाए। यही मैं भगवान से दुआ करता हूं। एक बार और आप सभी को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं। आपका राहुल उदाहरण 7: आपकी एक मित्र के पिता की मृत्यु किसी कारणवश कार दुर्घटना में हो जाती है, जिस पर आपको 30 से 40 शब्दों में एक शोक संदेश लिखना? दिनांक – २०/१२/२०२१ समय – १०:०० pm प्रिय मित्र विवेक, प्रिय मित्र विवेक आज मुझे पता चला कि तुम्हारे पिताजी की मृत्यु एक का दुर्घटना में हो गई है। यह एक बहुत दुखद समाचार है, यह सुनकर मैं बहुत अत्यंत दुखी हुआ। यहां लॉकडाउन लगा हुआ है, जिस कारण मैं वहां पहुंच नहीं सकता पर मुझे उम्मीद है कि तुम अपना इस कठिन समय में अपना धैर्य और विवेक बनाए रखोगे और अपना और अपने परिवार का ध्यान रखोगे। तुम्हारा प्रिय मित्र अरुण उदाहरण 8: आपके बड़े भाई ने एक नए घर खरीदा है जिसकी बधाई स्वरूप एक संदेश 40 शब्दों में लिखें? दिनांक – ०५/०५/२०२१ समय – 09:00 pm पूजनीय बड़े भैया, मुझे माता जी से यह ज्ञात हुआ कि आपने एक शहर में बहुत ही सुंदर घर खरीदा है। यह सुनकर हम सब बहुत ही प्रसन्न हैं। आपको नए घर खरीदने की खुशी में बहुत-बहुत बधाई। मैं उम्मीद करता हूं कि आपको आपका यह नया घर और उन्नति दे और आप दिन दूनी चार चौगुनी उन्नति करें। हार्दिक शुभकामनाएं। उदाहरण 9: माँ को एक संदेश लिखें? मां मैं अपने इंजीनियरिंग कॉलेज में पहुंच गया हूं। आशा करता हूं आप लोग सकुशल होंगे, वहां। यहां मैं भी सकुशल हूं और मैंने हॉस्टल में एक रूम ले लिया है, जहां मैं रह रहा हूं। कल से हमारा कॉलेज शुरू हो जाएगा, जहां मुझे सुबह 8:00 से शाम 4:00 बजे तक मेरी क्लास करनी है। आप लोग मेरी चिंता ना करें, यहां मेरे ख्याल रखने के लिए बहुत सारे दोस्त और मेरे रूममेट हैं। आपका बेटा राहुल! उदाहरण : 10 दीपावली के अवसर पर अपने मित्र को 40 शब्दों में संदेश लिखें? प्रिय मित्र श्याम, आज दिवाली के शुभ अवसर पर तुम्हें और तुम्हारे पूरे परिवार को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं आशा करता हूं कि आप सभी लोग सकुशल होंगे और दिवाली में ढेर सारी दीप दिए जला कर खुशियां मना रहे होंगे। इस दिवाली आप सभी को माता लक्ष्मी की ढेर सारी आशीर्वाद मिले और आप लोग शांति और समृद्धि हासिल करें। आपका मित्र राहुल उदाहरण 11: शोक संदेश मान्यवर अत्यंत दुख के साथ यह सूचित करना पड़ रहा है कि मेरे मामा जी की का स्वर्गवास दिनांक 13 जून 2021 दिन रविवार को हो गया था। उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हमारे यहां श्राद्ध का आयोजन 4 जुलाई 2021 को रख सोमवार के दिन रखा जा रहा है। अतः आप सभी महानुभावों से निवेदन है कि आप इस ब्रह्मभोज में सम्मिलित होकर दिवंगत आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करें। हमें कृतार्थ करें। शोक संतप्त विनीत उदाहरण 12: अपने प्रिय मित्र को उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर शुभकामना संदेश जन्म दिवस पर शुभकामना संदेश? प्रिय मित्र राजू, आपको आपके इस जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाएं। मैं भगवान से यही प्रार्थना करता हूं कि आपको जीवन में सदा उन्नति और सफलता हासिल हो तथा इस वर्ष आपके जीवन में ढेर सारी खुशियों के साथ सफलता मिले। तुम्हारा मित्र राजपाल यादव उदाहरण 13: गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा पूरे देशवासियों के लिए एक शुभकामना संदेश? गणतंत्र दिवस पर शुभकामना संदेश लेखन प्रिय देशवासियों, आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज के दिन हमारा भारत न्याय स्वतंत्रता समानता और भाईचारे के प्रति अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त किया था। और बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समेत उन सभी महान संविधान निर्माताओं को शत-शत नमन करता हूं। जिन्होंने विभिन्न जातियों धर्मो क्षेत्रीय विभिनता के होते हुए भी हम सभी को एकता का ज्ञान देने वाला संविधान आइए गणतंत्र दिवस की इस पावन अवसर पर हम सभी संविधान के मूलभूत आदर्शों एवं रक्षा एवं देश की विकास के लिए संकल्प बंद हो। आपका विश्वासी प्रधानमंत्री उदाहरण 14: अपने मामा जी को करोना महामारी के दौरान सुरक्षा सुझाव हेतु संदेश लिखिए संदेश? दिनांक: 5 नवंबर 2020 समय: प्रातः 10:00 बजे प्रिय मामा जी, आजकल करोना महामारी के दौरान आप अपने को सुरक्षित रखने हेतु, अपने हाथ को साबुन से बार-बार साफ करें, गर्म पानी पिए और नियमित योग करें और काढ़ा तुलसी युक्त पिया करें, जिससे कि इस महामारी के दौर में आप खुद को स्वस्थ और सुरक्षित रख सके। आप सभी के इधर अगर लॉकडाउन हो तो आप सभी घर पर रहे, ताकि आप सुरक्षित रह सके। आपका राहुल FAQसंदेश शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुई हैं? संदेश शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई मानी जाती है। संदेश का अर्थ खबर या समाचार प्राप्त करना है। जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से सीधे तौर पर अपनी भावनाओं को या किसी समाचार को नहीं बता पाता तो वह संदेश के जरिए अपने उस भावना या जानकारी को उस व्यक्ति तक पहुंचाता है। इस प्रकार संदेश किसी दूसरे व्यक्ति तक किसी अन्य व्यक्ति के भावनाओं को पहुंचाने का माध्यम है। संदेश लेखन कितने प्रकार के होते हैं? संदेश लेखन के दो प्रकार है औपचारिक संदेश और अनौपचारिक संदेश। अनौपचारिक संदेश को व्यक्तिगत संदेश भी कहा जाता है यह संदेश अपने रिश्तेदार, मित्र, परिजनों या अपने किसी करीबी को लिखा जाता है। वही औपचारिक संदेश ऐसे व्यक्ति को लिखा जाता है, जो हमारे रिश्तेदार ना हो जैसे कि हमारे बॉस, शिक्षक या किसी विभाग के कर्मचारी। संदेश पहुंचाने का नवीनतम साधन क्या है? आज के इंटरनेट के समय में संदेश का नवीनीकरण हो चुका है और इसका विस्तार भी बढा है। पहले संदेश के लिए पत्र का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन आज व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो संदेश वाहक की तरह कार्य करते हैं और यह संदेश पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लेते हैं। संदेश में समय कहाँ लिखा जाता है? संदेश लिखने के दौरान समय को सबसे ऊपर बाएं ओर लिखा जाता है। पहले और आज के संदेश लेखन में क्या अंतर है? पहले और आज के संदेश लेखन में काफी ज्यादा अंतर है। पहले के संदेश लेखन में व्यक्ति गहराई से अपने भावनाओं को व्यक्त करता था, पहले के समय में संदेश लेखन में व्यक्ति यदि अपने बड़ों को संदेश लिखता था तो उसमें उस व्यक्ति के प्रति उसके सम्मान भाव झलकते थे। आज के संदेश लेखन की प्रक्रिया काफी बदल चुकी है। आज संदेश में व्यक्ति के भावनाओं की गहराई नहीं दिखती है। आज के संदेश में किसी के प्रति सम्मान भाव नहीं दिखता है। संदेश का महत्व क्या है? संदेश का बहुत ही महत्व है संदेश के जरिए व्यक्ति अपनी भावनाओं को अन्य व्यक्ति के साथ साझा करता है। संदेश लिखने की परंपरा बहुत पुरानी है। आज भले ही संदेश लिखने की परंपरा धीरे-धीरे कम होती जा रही हो, लेकिन आज भी इस संदेश लेखन की परंपरा को बनाए रखने के लिए स्कूल कॉलेजों में अवकाश लेने के लिए अवकाश पत्र लिखना होता है। अपने रिश्तेदारों को कौन सा संदेश लिखा जाता है? अपने रिश्तेदार या परिजनों को व्यक्तिगत संदेश लिखा जाता है, जिसे औपचारिक संदेश भी कहा जाता है। यह भी पढ़े विज्ञापन (परिभाषा, प्रकार, विज्ञापन लेखन के उदाहरण) सूचना लेखन (प्रकार, प्रारूप व उदाहरण) आवेदन पत्र और प्रारूप बैंक खाते में नाम बदलने के लिए आवेदन पत्र आजकल संदेश पहुंचाने के नवीनतम साधन क्या है?किसी संदेश को दूर तक या बहुत-से लोगों तक पहुँचाने की क्रिया या प्रणाली, कम्यूनिकेशन । उ. टेलीफ़ोन, टेलीविज़न, सेटेलाइट आदि संचार के माध्यमों से दुनिया आज छोटी हो गई है ।
आज हमारे पास संदेश भेजने के कौन कौन से साधन है?इन संदेश भेजने के माध्यमों में मोबाइल, इंटरनेट, टेलीफैक्स, टेलीफोन आदि हैं। इन सभी संदेश भेजने के माध्यमों में मोबाइल संदेश भेजने का सबसे प्रचलित माध्यम है। इस माध्यम से संदेश को चंद सेकेंड में दुनिया के किसी हिस्से में पहुंचाया जा सकता है।
वर्तमान में संदेश पहुंचाने का सबसे सरल साधन क्या है?टेलीफोन के जरिए दूसरे राज्यों या देशों में रहने वाले लोगों से भी आसानी से संपर्क स्थापित होने लगा। कंप्यूटर: विज्ञान की प्रगति ने कंप्यूटर का आविष्कार किया, जिससे हम कंप्यूटर के माध्यम से अपने संदेश को ई-मेल द्वारा कहीं पर भी तुरंत भेज सकते हैं।
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