आज के इस पोस्ट में आप सभी को ड्राफ्टिंग के बारे में बताने जा रहा हु। हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 13 में तालाक के आधारों के बारे में बताया गया है और जब एक विवाहित जोड़ा जब अलग होने की सोच लेते है, तो उसे अपने वकील की मदद से एक याचिका पारिवारिक न्यायालय में दाखिल करनी होती है, तो ऐसे में अब यह याचिका कैसे ड्राफ्ट की जाये, यह समस्या उन नए वकीलों को आती है, जो नए नए वकील बने होते है, क्योकि उनको ड्राफ्टिंग की ज्यादा जानकारी नहीं होती की तलाक की याचिका को कैसे लिखे। धारा 13 तलाक - हिन्दू विवाह अधिनियिम की धारा 13 में तलाक के बारे में बताया गया है, की यदि पति पत्नी आपस में एक दूसरे अलग होना चाहते है या अपने विवाह को भंग करना चाहते है, तो तलाक की एक डिक्री के द्वारा इस विवाह को भंग किया जा सकता है। तलाक के आधार :- हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 13 में तलाक के आधार बताये गए है, जिनके आधार पर पति पत्नी एक दूसरे से अलग हो सकते है।
चलिए जानते है की क्रूरता के आधार पर विवाह विच्छेद (तलाक़) के लिए याचिका कैसे लिखते है ? याचिका लिखने से पहले कुछ बातो का ध्यान रखना बहुत जरूर है जैसे :-
तलाक के लिए याचिका का प्रारूप। ( एक पत्नी कि तरफ तलाक़ के लिए याचिका ) न्यायालय श्रीमान पारिवारिक न्यायाधीश, . .. . . . . . . . . . . . . .. . . वाद स०. .. . . . . . सन 2018 क पुत्री ख पत्नी ग निवासी ... . . . . . . . . . . . . जिला . . .. . . . . . -वादिनी ग पुत्र घ निवासी.......... ...................... -प्रतिवादी श्रीमानजी, उपरोक्त वादिनी निम्नलिखित निवेदन करती है -
प्रार्थना अतः श्रीमानजी से प्रार्थना है कि वादिनी के साथ हुए प्रतिवादी के विवाह को विच्छेद करने हेतु एक डिक्री पारित करने की कृपा करे वह वादिनी को वाद व्यय व् भरण पोषण हेतु पर्याप्त धनराशि दिलाने का आदेश पारित करे। हस्ताक्षर क ,वादिनी शपथपत्र एतद्द्वारा सत्यापित किया जाता है कि इस वाद के पैरा 1 व् 10 के कथन वादिनी के निजी ज्ञान और विश्वास में सत्य है। वादपत्र का सत्यापन आज तिथि ( ) को बमुक़ाम ( ) पर किया गया है। |