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विश्व का सबसे बड़ा महानगर कौन सा है?29 जनवरी 2012 अपडेटेड 30 जनवरी 2012 दुनिया का सबसे बड़ा शहर कहां है? इस आसान सवाल का जवाब देना इतना मुश्किल क्यों है? अगर आप इंटरनेट पर दुनिया के सबसे बड़े शहरों को सर्च करें, तो आपको कई जवाब मिलेंगे: टोक्यो, सियोल, चुंगचिंग, शंघाई ... इनमें से आप किसे ये दर्जा देते हैं, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि "शहर" से आपका अभिप्राय क्या है. ज़्यादातर विशेषज्ञ आपसे कहेंगे कि तीन करोड़ साठ लाख की आबादी वाला टोक्यो विश्व का सबसे विशाल महानगर है. लेकिन इस शहर के मुख्य हिस्से, यानी अगर बाहरी इलाक़ों को निकाल दिया जाए, में सिर्फ़ 80 लाख लोगों का निवास है. लेकिन अगर टोक्यो का नाम रिकार्ड बुक्स में आता है तो उसकी वजह है उसके आसपास के इलाक़े जो अब एक ही शहर का हिस्सा लगते हैं. इसमें जापान के दूसरे सबसे बड़े शहर योकोहामा के अलावा 86 दूसरे शहर भी शामिल हो गए हैं. योकोहामा की जनसंख्या ही तीस लाख साठ हज़ार है. किसी शहर की सीमा को निर्धारित करना आसान काम नहीं है - इसमें अनुरूपता के लिए अंतरराष्ट्रीय मापदंडो का निर्धारण नहीं किया गया है. बीस में तीसतीन शोधकर्ताओं ने वर्ष 2009 में एक शोध के दौरान जनसंख्या के आधार पर आठ अलग-अलग सूचियों की तुलना की और पाया कि विश्व के सबसे बड़े बीस महानगरों में तीस बड़े शहरों के नाम थे. इन शोधकर्ताओं में से एक अमरीका के ईलिनोए विश्वविद्यालय में भूगोल के सह-प्रोफ़ेसर रिच ग्रीन, का कहना था कि यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र ने इस विषय पर जो आधिकारिक सूची जारी कर रखी है, उसमें मामला कुछ ऐसा है जैसे "सेब की तुलना नाशपाती से की गई हो." उन्होंने कहा कि जब हम शहर के बारे में सोचते हैं, तो तीन अवधारणाओं को सामने रखते हैं. सबसे पहली बात जो ध्यान में रखी जाती है वो होती है कि क्या वो एक म्यूनिस्पिलटी है या उसकी क़ानूनी मान्यता समझ लीजिए. दूसरा होता है, शहर में निर्मित इलाक़े कहां तक फैले हुए हैं. तीसरा मामला होता है महानगरीय क्षेत्र का, जिसे कुछ लोग शहर का प्रभाव भी बताते हैं - शहर में लोग कितने फ़ासले से प्रत्येक दिन आते हैं, यानी शहर का प्रभाव वहां तक पहुंचता है. टोक्योज़्यादातर विशेषज्ञ टोक्यो को विश्व का सबसे बड़ा महानगर उसकी बड़ी जनसंख्या और बड़े शहरी इलाक़े के आधार पर मानते हैं. चुंगचिंग में जिन तीन करोड़ लोगों का निवास बताया जाता है उनमें से अधिकांश खेती के कामों में लगे हैं. शायद टोक्यो साल 2025 तक भी विश्व का सबसे बड़े महानगर का दर्जा हासिल किए रहे, हालांकि इस दौरान उसकी जनसंख्या में बहुत अधिक बढ़ोतरी होने की उम्मीद नहीं है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार भारत के दो बड़े महानगर - दिल्ली और मुबंई भी तब तक इस दौर में शामिल हो चुके होंगे, जिनकी आबादी क्रमश: तब तक अनुमान के मुताबिक़ दो करोड़ नब्बे लाख और दो करोड़ साठ लाख तक पहुंच चुकी होगी. लेकिन उस देश के शहरों का क्या जिसके बारे में हर तरफ़ चर्चा है - यानी चीन? चीन के शहर इतनी तेज़ी से बढ़े हैं कि कि वहां की आधी आबादी शहरों में बसी बताई गई है. इसकी घोषणा सरकार ने इसी माह के शुरूआत में की. चुंगचिंगअमरीकी पत्रिका टाईम ने साल 2005 में कहा, "चुंगचिंग रातों रात न सिर्फ़ चीन का बल्कि विश्व का सबसे बड़ा महानगर बन गया है." लेकिन ये सच नहीं है. चुंगचिंग दुनिया में क्या, चीन का भी सबसे बड़ा शहर नहीं है. लेकिन आख़िर इतने लोग ऐसा क्यों सोचते हैं? वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर किम विंग चैन कहते हैं कि चीन जिसे नगरपालिका या शहर बतलाता है उसे सूबे के तौर पर समझा जाना चाहिए. प्रोफेसर किम विंग चैन के अनुसार चुंगचिंग की तीन करोड़ जनसंख्या में से ज़्यादातर सही मायने में कृषक हैं और ग्रामीण परिवेश में निवास करते हैं. वो कहते हैं कि सच तो ये है कि ये इलाक़ा इतना बड़ा है कि इसकी सीमा ऑस्ट्रिया जितनी है. बुरी स्थितिउनका कहना है, "अगर आप मुख्य शहर से दूरस्थ इलाक़ों में जाएं जहां तक़रीबन तीन करोड़ की आबादी के ज़्यादातर लोग बसते हैं तो आपको वहां पहुंचने में एक या दो दिन लग जाएंगे क्योंकि सड़कों की हालत बहुत ख़स्ता है. इसलिए इसे शहर नहीं कहा जा सकता है. क्योंकि आप जिसे शहर कहते हैं उसके बारे में जानते हैं कि वहां से आसानी से आवागमन किया जा सकता है." प्रोफ़ेसर चैन कहते हैं कि शहर की सही आबादी 60 या 70 लाख होनी चाहिए. दरअसल चीन का सबसे बड़ा शहर शंघाई है, जहां की आबादी दो करोड़ बताई जाती है लेकिन प्रोफ़ेसर चैन कहते हैं कि एक करोड़ साठ लाख अधिक सही अनुमान होगा. वो कहते हैं कि सभी लोग चीन के शहरों को उसके वास्तविक आकार से कही ज़्यादा बड़ा आंकते हैं. वो कहते हैं कि कई बार तो उन्हें इस मामले में विशेषज्ञों की राय भी दुरुस्त करनी पड़ी है. उनका कहना है कि वो ऐसे शहरों की कल्पना कर रहे थे जिनकी आबादी दो से तीन करोड़ के बीच होंगी और वो इतने बड़े शहरी क्षेत्र होंगे कि उनकी देखभाल मुश्किल हो जाएगी. विषयसूची विश्व में कितने मेगा सिटी है?इसे सुनेंरोकेंदुनिया में मेगासिटी की कुल संख्या अलग-अलग स्रोतों के बीच भिन्न होती है: दुनिया में संयुक्त राष्ट्र (2018 में) के अनुसार 33, CityPopulation.de (2020 में) के अनुसार 37 और जनसांख्यिकी (2020 में) के अनुसार 35 थे । इनमें से कई शहरी समूह चीन और भारत में हैं । विश्व का सबसे बड़ा मेगा शहर कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंटोक्यो ज़्यादातर विशेषज्ञ टोक्यो को विश्व का सबसे बड़ा महानगर उसकी बड़ी जनसंख्या और बड़े शहरी इलाक़े के आधार पर मानते हैं. भारत में कुल कितने शहर है उनके नाम?इसे सुनेंरोकेंभारत में शहरों की संख्या कितनी है भारत में वर्तमान समय में लगभग चार हजार शहर है इनमें से भारत में 40 ऐसे शहर है जिनकी population लगभग 10 लाख से ज्यादा है और 400 के लगभग ऐसे शहर है जिनकी population 1 लाख से 10 लाख के बीच में है। भारत में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाली सिटी कौन सी है? दिल्ली दुनिया भर के शहरों पर 2016 में आई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दिल्ली की अनुमानित आबादी 2.64 करोड़ बताई गई है. विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाला मेगा सिटी कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंबीजिंग, 16,808 वर्ग किमी के क्षेत्र में 19,617, 963 लोग रहते हैं जो सबसे अधिक आबादी वाला शहर हैं। विश्व का पहला मेगा सिटी कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंउसके बाद लंदन शहर 1810 में 1 मिलियन जनसंख्या वाला शहर बन गया इसी तरह न्यूयॉर्क शहर जो कि अमरीका में पाया जाता है एक मिलियन आबादी वाला शहर 1875 में बन गया। इस समय चाइना विश्व का सबसे बड़ा पापुलेशन वाला देश बन गया है जिसका कुल जनसंख्या 1.4 विलियन है। 1 मेगा सिटी की जनसंख्या कितनी है?इसे सुनेंरोकेंमेगा नगर से तात्पर्य अधिक जनसंख्या वाले उन नगरों से होता है, जिनकी जनसंख्या कम से कम 50 लाख से अधिक हो। ऐसे नगरों को मेगानगर अथवा महानगर कहा जाता है। पूरे शहर का नाम क्या है? भारतीय शहरों के उपनाम
भारत के 10 बड़े शहर कौन से हैं?सूची
भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर कौन सा है 2020? इसे सुनेंरोकेंमुम्बई: वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई 1.84 करोड़ लोगों के साथ देश का सर्वाधिक जनसंख्या वाला शहर है। इसे सुनेंरोकेंदुनिया भर के मेगा शहरों की संख्या, जो वर्तमान में 31 है, की संख्या बढ़कर 2030 तक बढ़ जाएगी वर्तमान में 31 महानगरों में 500 मिलियन की आबादी है, जबकि भविष्य के 41 महान शहरों में 730 लाख आबादी होगी। उस समय कुल विश्व जनसंख्या का 8.7 प्रतिशत हिस्सा होगा। विश्व का सबसे बड़ा मेगा सिटी कौन सा है?लैटिन अमेरिका का अर्थ क्या है? इसे सुनेंरोकेंलातिनी अमरीका अथवा लातिन अमेरिका अथवा लैटिन अमेरिका (स्पेनिश: América Latina, पुर्तगाली: América Latina, फ़्रांसीसी: Amérique latine) एक क्षेत्र है महाअमेरिका में जहाँ मुख्य रूप से रोमांस भाषाएँ – ख़ास तौर से स्पेनिश और पुर्तगाली और थोडा फ़्रांसीसी – बोली जाती हैं। प्रथम मेगा सिटी कौन सी है?इसे सुनेंरोकेंलंदन मध्य अमेरिका में कौन कौन से देश आते हैं? इसे सुनेंरोकेंमध्य अमेरिका में सात देश शामिल हैं: बेलीज, कोस्टा रिका, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला, होंडुरास, निकारागुआ और पनामा। विश्व की सबसे पहली मेगा सिटी कौन सी है?विश्व का पहला मेगा सिटी कौन सा है?सही उत्तर न्यूयॉर्क है। 'महानगर' शब्द एक करोड़ से अधिक लोगों की कुल जनसंख्या वाले महानगरीय क्षेत्रों को संदर्भित करता है। 1950 में, केवल न्यूयॉर्क-नेवार्क और टोक्यो महानगर थे।
वर्तमान में संसार में कितने मेगा सिटी है?दुनिया भर के मेगा शहरों की संख्या, जो वर्तमान में 31 है, की संख्या बढ़कर 2030 तक बढ़ जाएगी वर्तमान में 31 महानगरों में 500 मिलियन की आबादी है, जबकि भविष्य के 41 महान शहरों में 730 लाख आबादी होगी।
मेगा सिटी का मतलब क्या होता है?Megacity meaning in Hindi (हिन्दी मे मीनिंग ) is एक मान्यता प्राप्त महानगरीय क्षेत्र है जिसकी कुल आबादी 10 मिलियन से अधिक है.
भारत में मेगा सिटी की कुल संख्या क्या है?यहां पर बता दें कि फिलहाल देश में मात्र पांच मेगा सिटी हैं, जिनकी जनसंख्या एक करोड़ से अधिक है।
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