वहाबी आंदोलन या सलफ़ी आंदोलन [1] एक अतिवादी इस्लामी आंदोलन है जिसका श्रेय इमाम मुहम्मद बिन अब्दुल वहाब (1822-1868) को दिया जाता है।[2][3][4][5]दावे के अनुसार, वह बिदअतों (गलत या गैर इस्लामिक रीति रिवाजों) को मिटाने तथा इस्लाम को उसके असल हालत में, जैसा कि इस्लाम के पैगंबर के समय में था, कुछ लोग उन्हें चरमपंथी मानते हैं।[2][6]वहाबियों को खुद को वहाबी कहलाना पसंद नहीं है, क्यो की ये उनके किसी एक खास शख्स से जोड़ना होता है जिसने ये आंदोलन चालू किया जब कि उनका उद्देश्य बड़ा है वो खुद को अहले-हदीस, सलफी या मुवह्हिद कहते हैैं।[7]दावे के अनुसार, यह आंदोलन तौहीद (एकेश्वरवाद) के इर्द-गिर्द घूमता है।[8] अक़़िदों के सन्दर्भ में , यह आंदोलन मध्यकालीन विद्वान इब्न तैमियाह और इमाम अहमद इब्न हन्बल की शिक्षाओं पर ज्यादा जोर देता है। हन्बली उलेमा मुहम्मद इब्न अब्दुल वहाब की मान्यताओं का समर्थन करते है।हालांकि कुछ हनबली उलेमाओं ने ओटोमन प्रभाव के कारण इब्न अब्दुल वहाब के विचारों को त्याग दिया।[9] वास्तव में, मुहम्मद बिन अब्दुल वहाब न्यायशास्त्र और अक़िदों में इब्न तैमियाह से बहुत प्रभावित थे, और इब्न तैमियाह कुछ मामलों में हन्बली सोच से भिन्न थे, जिसमें उन्होंने अपनी राय और अंतर्दृष्टि के अनुसार फतवे जारी किए थे,और वह कुछ मामलों में किसी के भी अनुकरण करने वाले नहीं थे।[10] इब्न अब्दुल वहाब और आले सऊद के बीच संबंध इस अतिवादी आंदोलन के लिए लंबे समय तक चलने और उपयोगी साबित हुए। आले सऊद ने आंदोलन के साथ राजनीतिक और धार्मिक संबंधों को बनाए रखा, जिसने अगले 150 वर्षों तक सऊदी अरब में आंदोलन का पोषण किया, जो आज भी जारी है।[2][11] इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
वहाबी आंदोलन क्या था in Hindi?वहाबी आंदोलन या सलफ़ी आंदोलन एक अतिवादी इस्लामी आंदोलन है जिसका श्रेय इमाम मुहम्मद बिन अब्दुल वहाब (1822-1868) को दिया जाता है। दावे के अनुसार, वह बिदअतों (गलत या गैर इस्लामिक रीति रिवाजों) को मिटाने तथा इस्लाम को उसके असल हालत में, जैसा कि इस्लाम के पैगंबर के समय में था, कुछ लोग उन्हें चरमपंथी मानते हैं।
वहाबी आंदोलन किसने शुरू किया और कब?प्रश्न: वहाबी आन्दोलन
उत्तर: वहाबी आंदोलन अठारहवीं शताब्दी के प्रथम भाग में अरब निवासी अब्दुल वहाब के नेतृत्व में हुआ। इस आंदोलन का प्रचार-प्रसार रायबरेली के सैयद अहमद ने किया। यह आंदोलन भारत में पुनः मुस्लिम राज्य स्थापित करना चाहता था।
भारत में वहाबी आंदोलन का नेता कौन था?मुस्लिम धर्म का पहला सुधारवादी आंदोलन था मुसलमानों की पाश्चात्य प्रभावों के विरुद्ध सर्वोत्तम प्रतिक्रिया जो हुई उसे बहावी आंदोलन के नाम से जाना जाता है बहावी आंदोलन के नेता शाह वालीउल्लाह थे लेकिन आन्दोलन का संस्थापक सैयद अहमद बरेलवी (1786-1831 ई.) था. यह रायबरेली (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला था.
वहाबी आंदोलन कब से कब तक चला?वहाबी आंदोलन शाह वली उल्लाह ने शुरू किया था। बाद में रायबरेली के सैयद अहमद बरेलवी ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया। आजादी से पूर्व अंग्रेजों को देश से बाहर भगाने के लिए भी यह आंदोलन जाना जाता है। यह एक पुनर्जागरण आंदोलन था जो 1828 ई० से 1888 ई० तक चला।
|