उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan

Submitted by Hindi on Thu, 12/23/2010 - 13:33

ऋग्वैदिककाली नदियाँ


प्राचीन नामआधुनिक नामकुभुकुर्रमकुभाकाबुलवितस्ताझेलमआस्किनीचिनावपुरुष्णीरावीशतुद्रिसतलजविपाशाव्याससदानीरागंडकदृषद्वतीघग्घरगोमतीगोमलसुवास्तुस्वातसिंधुसिन्धसरस्वती/दृशद्वर्तीघघ्घर/रक्षी/चित्तगसुषोमासोहनमरुद्वृधामरुवर्मन

 


भारत की नदियों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे:-

1. हिमालय से निकलने वाली नदियाँ
2. दक्षिण से निकलने वाली नदियाँ
3. तटवर्ती नदियाँ
4. अन्तर्देशीय नालों से द्रोणी क्षेत्र की नदियाँ

 

हिमालय से निकलने वाली नदियाँ


हिमालय से निकलने वाली नदियाँ बर्फ और ग्लेशियरों के पिघलने से बनी हैं अत: इनमें पूरे वर्ष के दौरान निरन्तर प्रवाह बना रहता है। मानसून माह के दौरान हिमालय क्षेत्र में बहुत अधिक वृष्टि होती है और नदियाँ बारिश पर निर्भर हैं अत: इसके आयतन में उतार चढ़ाव होता है। इनमें से कई अस्थायी होती हैं। तटवर्ती नदियाँ, विशेषकर पश्चिमी तट पर, लम्बाई में छोटी होती हैं और उनका सीमित जलग्रहण क्षेत्र होता है। इनमें से अधिकांश अस्थायी होती हैं। पश्चिमी राजस्थान के अन्तर्देशीय नाला द्रोणी क्षेत्र की कुछ्‍ नदियाँ हैं। इनमें से अधिकांश अस्थायी प्रकृति की हैं। हिमाचल से निकलने वाली नदी की मुख्य प्रणाली सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदी की प्रणाली की तरह है।

 

 

सिंधु नदी


उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan
विश्व की महान, नदियों में एक है, तिब्बत में मानसरोवर के निकट से निकलती है और भारत से होकर बहते हुए पाकिस्तान के कराची के निकट अरब सागर में मिल जाती है। भारतीय क्षेत्र में बहने वाली इसकी सहायक नदियों में सतलुज (तिब्बत से निकलती है), व्यास, रावी, चिनाब, और झेलम हैं।

 

गंगा


उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan
ब्रह्मपुत्र मेघना एक अत्यन्त महत्त्वपूर्ण प्रणाली है जिसका उप द्रोणी क्षेत्र भागीरथी और अलकनंदा में है, जो देवप्रयाग में मिलकर गंगा बन जाती है। यह उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार और प.बंगाल से होकर बहती है। राजमहल की पहाड़ियों के नीचे भागीरथी नदी, जो पुराने समय में मुख्य नदी हुआ करती थी, निकलती है जबकि पद्मा पूरब की ओर बहती है और बांग्लादेश में प्रवेश करती है।

 

 

ब्रह्मपुत्र


उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan
ब्रह्मपुत्र तिब्बत से निकलती है, जहाँ इसे सांगपो कहा जाता है और लम्बी दूरी की यात्रा कर भारत के अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है। यहाँ इसे दिहांग कहा जाता है। पासी घाट के निकट देबांग और लोहित ब्रह्मपुत्र नदी से मिल जाती हैं और यह संयुक्त नदी पूरे असम से होकर एक संकीर्ण घाटी में बहती है। यह घुबरी के अनुप्रवाह में बांग्लादेश में प्रवेश करती है।

 

 

सहायक नदियाँ


उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan
यमुना, रामगंगा, घाघरा, गंडक, कोसी, महानदी, और सोन; गंगा की महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ हैं। चंबल और बेतवा महत्त्वपूर्ण उप सहायक नदियाँ हैं जो गंगा से मिलने से पहले यमुना में मिल जाती हैं। पद्मा और ब्रह्मपुत्र बांग्लादेश में मिलती हैं और पद्मा अथवा गंगा के रुप में बहती रहती है। भारत में ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदियाँ सुबसिरी, जिया भरेली, घनसिरी, पुथिभारी, पागलादिया और मानस हैं। बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र तिस्ता के प्रवाह को समेटकर अन्तत: गंगा में मिल जाती है। मेघना की मुख्य सहायक नदी बराक नदी मणिपुर की पहाड़ियों में से निकलती है। इसकी महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ मक्कू, ट्रांग, तुईवई, जिरी, सोनई, रुक्वी, कचरवल, घालरेवरी, लांगाचिनी, महुवा और जातिंगा हैं। बराक नदी बांग्लादेश में भैरव बाजार के निकट गंगा-‍ब्रह्मपुत्र के मिलने तक बहती रहती है।

 

 

दक्षिण क्षेत्र से निकलने वाली नदियाँ


उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan
दक्कन क्षेत्र में अधिकांश नदी प्रणालियाँ सामान्यतः पूर्व दिशा में बहती हैं और बंगाल की खाड़ी में मिल जाती हैं।

उत्तर की ओर बहने वाली नदियां - uttar kee or bahane vaalee nadiyaan
गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, महानदी, आदि पूर्व की ओर बहने वाली प्रमुख नदियाँ हैं और नर्मदा, ताप्ती पश्चिम की बहने वाली प्रमुख नदियाँ है। दक्षिणी प्रायद्वीप में गोदावरी दूसरी सबसे बड़ी नदी का द्रोणी क्षेत्र है जो भारत के क्षेत्र का 10 प्रतिशत भाग है। इसके बाद कृष्णा नदी के द्रोणी क्षेत्र का स्थान है जबकि महानदी का तीसरा स्थान है। दक्कन के ऊपरी भूभाग में नर्मदा का द्रोणी क्षेत्र है, यह अरब सागर की ओर बहती है, बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली दक्षिण में कावेरी के समान आकार की है और परन्तु इसकी विशेषताएँ और बनावट अलग है।

 

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तटवर्ती नदियाँ


भारत में कई प्रकार की तटवर्ती नदियाँ हैं जो अपेक्षाकृत छोटी हैं। ऐसी नदियों में काफी कम नदियाँ-पूर्वी तट के डेल्टा के निकट समुद्र में मिलती हैं, जबकि पश्चिम तट पर ऐसी 600 नदियाँ है।

राजस्थान में ऐसी कुछ नदियाँ है जो समुद्र में नहीं मिलती हैं। ये खारे झीलों में मिल जाती है और रेत में समाप्त हो जाती हैं जिसकी समुद्र में कोई निकासी नहीं होती है। इसके अतिरिक्त कुछ मरुस्थल की नदियाँ होती हैं जो कुछ दूरी तक बहती हैं और मरुस्थल में लुप्त हो जाती हैं। ऐसी नदियों में लुणी और मच्छक, स्पेहन, सरस्वती, बनास और घग्घर जैसी अन्य नदियाँ हैं।

 

भारत की प्रमुख नदियों की सूची


 

 

क्रम

नदी

लम्बाई (कि.मी.)

उद्गम स्थान

सहायक नदियाँ

प्रवाह क्षेत्र (सम्बन्धित राज्य)

1

सिन्धु नदी

2,880 (709)

मानसरोवर झील के निकट (तिब्बत)

सतलुज, व्यास, झेलम, चिनाब, रावी, शिंगार, गिलगित, श्योक

जम्मू और कश्मीर, लेह

2

झेलम नदी

720

शेषनाग झील, जम्मू-कश्मीर

किशन, गंगा, पुँछ लिदार,करेवाल, सिंध

जम्मू-कश्मीर, कश्मीर

3

चिनाब नदी

1,180

बारालाचा दर्रे के निकट

चन्द्रभागा

जम्मू-कश्मीर

4

रावी नदी

725

रोहतांग दर्रा, कांगड़ा

साहो, सुइल

पंजाब

5

सतलुज नदी

1440 (1050)

मानसरोवर के निकट राकसताल

व्यास, स्पिती, बस्पा

हिमाचल प्रदेश, पंजाब

6

व्यास नदी

470

रोहतांग दर्रा

तीर्थन, पार्वती, हुरला

हिमाचल प्रदेश

7

गंगा नदी

2,510 (2071)

गंगोत्री के निकट गोमुख से

यमुना, रामगंगा, गोमती, बागमती, गंडक, कोसी,सोन, अलकनंदा, भागीरथी, पिण्डार, मंदाकिनी,

उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल

8

यमुना नदी

1375

यमुनोत्री ग्लेशियर

चम्बल, बेतवा, केन, टोंस, गिरी, काली, सिंध, आसन

उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली

 

9

रामगंगा नदी

690

नैनीताल के निकट एक हिमनदी से

खोन

उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश

10

घाघरा नदी

1,080

मप्सातुंग (नेपाल) हिमनद

शारदा, करनली, कुवाना, राप्ती, चौकिया,

उत्तर प्रदेश, बिहार

11

गंडक नदी

425

नेपाल तिब्बत सीमा पर मुस्ताग के निकट

काली गंडक, त्रिशूल, गंगा

बिहार

12

कोसी नदी

730

नेपाल में सप्तकोशिकी (गोंसाईधाम)

इन्द्रावती, तामुर, अरुण, कोसी

 

सिक्किम, बिहार

13

चम्बल नदी

960

मऊ के निकट जानापाव पहाड़ी से

काली सिंध, सिप्ता, पार्वती, बनास

मध्य प्रदेश

14

बेतवा नदी

480

भोपाल के पास उबेदुल्ला गंज के पास

 

मध्य प्रदेश

15

सोन नदी

770

अमरकंटक की पहाड़ियों से

रिहन्द, कुनहड़

मध्य प्रदेश, बिहार

16

दामोदर नदी

600

छोटा नागपुर पठार से दक्षिण पूर्व

कोनार, जामुनिया, बराकर

झारखण्ड, पश्चिम बंगाल

17

ब्रह्मपुत्र नदी

2,880

मानसरोवर झील के निकट (तिब्बत में सांग्पो)

घनसिरी, कपिली, सुवनसिती, मानस, लोहित, नोवा, पद्मा, दिहांग

अरुणाचल प्रदेश, असम

18

महानदी

890

सिहावा के निकट रायपुर

सियोनाथ, हसदेव, उंग, ईब, ब्राह्मणी, वैतरणी

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा

 

19

वैतरणी नदी

333

क्योंझर पठार

 

उड़ीसा

20

स्वर्ण रेखा

480

छोटा नागपुर पठार

 

उड़ीसा, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल

21

गोदावरी नदी

1,450

नासिक की पहाड़ियों से

प्राणहिता, पेनगंगा, वर्धा, वेनगंगा, इन्द्रावती, मंजीरा, पुरना

महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश

22

कृष्णा नदी

1,290

महाबलेश्वर के निकट

कोयना, यरला, वर्णा, पंचगंगा, दूधगंगा, घाटप्रभा, मालप्रभा, भीमा, तुंगप्रभा, मूसी

महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश

 

23

कावेरी नदी

760

केरकारा के निकट ब्रह्मगिरी

हेमावती, लोकपावना, शिमला, भवानी, अमरावती, स्वर्णवती

कर्नाटक, तमिलनाडु

24

नर्मदा नदी

1,312

अमरकंटक चोटी

तवा, शेर, शक्कर, दूधी, बर्ना

मध्य प्रदेश, गुजरात

25

ताप्ती नदी

724

मुल्ताई से (बेतूल)

पूरणा, बेतूल, गंजल, गोमई

मध्य प्रदेश, गुजरात

26

साबरमती

716

जयसमंद झील (उदयपुर)

वाकल, हाथमती

राजस्थान, गुजरात

27

लूनी नदी

 

नाग पहाड़

सुकड़ी, जनाई, बांडी

राजस्थान, गुजरात, मिरूडी, जोजरी

28

बनास नदी

 

खमनौर पहाड़ियों से

सोड्रा, मौसी, खारी

कर्नाटक, तमिलनाडु

29

माही नदी

 

मेहद झील से

सोम, जोखम, अनास, सोरन

मध्य प्रदेश, गुजरात

30

हुगली नदी

 

नवद्वीप के निकट

जलांगी

 

31

उत्तरी पेन्नार

570

नंदी दुर्ग पहाड़ी

पाआधनी, चित्रावती, सागीलेरू

 

32

तुंगभद्रा नदी

 

पश्चिमी घाट में गोमन्तक चोटी

कुमुदवती, वर्धा, हगरी, हिंद, तुंगा, भद्रा

 

33

मयूसा नदी

 

आसोनोरा के निकट

मेदेई

 

34

साबरी नदी

418

सुईकरम पहाड़ी

सिलेरु

 

35

इन्द्रावती नदी

531

कालाहाण्डी, उड़ीसा

नारंगी, कोटरी

 

36

क्षिप्रा नदी

 

काकरी बरडी पहाड़ी, इंदौर

चम्बल नदी

 

37

शारदा नदी

602

मिलाम हिमनद, हिमालय, कुमायूँ

घाघरा नदी

 

38

तवा नदी

 

महादेव पर्वत, पंचमढ़ी

नर्मदा नदी

 

39

हसदो नदी

 

सरगुजा में कैमूर पहाड़ियाँ

महानदी

 

40

काली सिंध नदी

416

बागलो, ज़िला देवास,विंध्याचल पर्वत

यमुना नदी

 

41

सिन्ध नदी

 

सिरोज, गुना ज़िला

चम्बल नदी

 

42

केन नदी

 

विंध्याचल श्रेणी

यमुना नदी

 

43

पार्वती नदी

 

विंध्याचल, मध्य प्रदेश

चम्बल नदी

 

44

घग्घर नदी

 

कालका, हिमाचल प्रदेश

 

 

45

बाण गंगा नदी

494

बैराठ पहाड़ियाँ, जयपुर

यमुना नदी

 

46

सोम नदी

 

बीछा मेंड़ा, उदयपुर

जोखम, गोमती, सारनी

 

47

आयड़ या बेडच नदी

190

गोमुण्डा पहाड़ी, उदयपुर

बनास नदी

 

48

दक्षिण पिनाकिन

400

चेन्ना केशव पहाड़ी, कर्नाटक

 

 

49

दक्षिणी टोंस

265

तमसा कुंड, कैमूर पहाड़ी

 

 

50

दामन गंगा नदी

 

पश्चिम घाट

 

 

51

गिरना नदी

 

पश्चिम घाट, नासिक

 

 

 

 

 

Hindi Title

भारत की नदियाँ

 

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कौन सी नदी उत्तर दिशा की ओर बहती है?

पर क्या तुम्हें पता है कि हमारे देश में एक नदी ऐसी भी है, जो पश्चिम से पूर्व न बह कर, पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर बहती है। विपरीत दिशा में बहने वाली उस नदी का नाम है नर्मदा।

उत्तर से दक्षिण की ओर कौन सी नदी बहती है?

उत्तर से दक्षिण की ओर प्रायद्वीपीय भारत की पूर्व की ओर बहने वाली नदियों का सही क्रम सुवर्णरेखा, कृष्णा, पेन्नार, वैगई है।

यूपी में कौन कौन सी नदियां बहती है?

गंगा, यमुना, शारदा (काली), रामगंगा, घाघरा (करनाली), राप्ती, गंडक, रोहिणी आदि। गोमती, वरुणा, सई, पाण्डो, ईसन आदि। चंबल, बेतवा, केन, सोन, रिहंद, टोंस, कन्हार आदि।

बिहार में बहने वाली कौन सी नदी उत्तर की ओर बहने वाली नदी है?

इस क्षेत्र में गंगा, गंडक, सरयू (घाघरा) और कर्मनाशा नदी बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा रेखा का निर्धारण करती है. इसमें उत्तर दिशा से (बायीं तट पर) घाघरा, गंडक, बागमती, बलान, बूढ़ी गण्डक, कोसी, महानन्दा और कमला नदी आकर मिलती है, जबकि दक्षिण दिशा से (दायी तट पर) सोन, कर्मनाशा, पुनपुन, किऊल आदि नदी आकर मिलती है.