दौड़ने से क्या क्या हो सकता है? - daudane se kya kya ho sakata hai?

हर दिन 20-30 मिनट दौड़ना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। विशेषज्ञ नियमित दौड़ने का अभ्यास करने वालों के लिए अच्छे रनिंग शूज और दौड़ने की सही तकनीक को समझना जरूरी मानते हैं।

संपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य
दौड़ते समय शरीर में एंड्रोफिन जैसे रसायन उत्पन्न होते हैं, जिनसे खुशी का अहसास होता है और हम खुद के बारे में अच्छा महसूस करते हैं। तनाव में कमी आती है।

अस्थमा का असर होता है कम
फेफड़े मजबूत होते हैं और धीरे-धीरे निरंतर अभ्यास से श्वसन प्रक्रिया में सुधार होता है।

नियंत्रित उच्च रक्तचाप
दौड़ने समय धमनियां फैलती व संकुचित होती हैं। इससे धमनियों का व्यायाम होता है, साथ ही रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

मजबूत प्रतिरोधक क्षमता
यदि आप नियमित दौड़ते हैं तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और आप छोटे-मोटे रोगों की गिरफ्त में आसानी से नहीं आते।

वजन कम होता है
हर रोज एक घंटा दौड़ने पर 705 से 865 कैलोरी बर्न होती है। शरीर से चर्बी भी कम होती है।

शारीरिक मजबूती
दौड़ने से शरीर का निचला हिस्सा मजबूत होता है। लिगामेंट्स और स्नायुतंत्र में मजबूती आती है।

हड्डियों का घनत्व बढ़ता है
दबाव के दौरान हमारा शरीर हड्डियों तक कुछ अतिरिक्त खनिजों की आपूर्ति करता है, जिनसे हड्डियां मजबूत होती हैं। दौड़ते समय भी यह प्रक्रिया लागू होती है, जिससे समय के साथ हड्डियों का घनत्व बढ़ता है।

मजबूती और स्थिरता
लिगामेंट्स और स्नायुतंत्र मजबूत होने का सबसे बड़ा फायदा होता है कि जोड़ मजबूत होते हैं। घुटने, कूल्हे और टखने के चोटिल होने की आशंका भी कम हो जाती है।

मधुमेह पर नियंत्रण
इंसुलिन बनने की प्रक्रिया में सुधार होता है और शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।

खुद पर नियंत्रण
दौड़ने के नियमित अभ्यास से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है और आप अपने जीवन पर बेहतर नियंत्रण रख पाते हैं।

दौड़ने का सही तरीका
आपका सिर सामने की ओर और आंखें क्षितिज की ओर होनी चाहिएं। सिर को न सामने की ओर झुकाएं और न ही दौड़ते हुए अपने पैरों की ओर देखें।

- अपने कंधों को ताने नहीं, आरामदायक मुद्रा में रखें।
- छाती हल्की-सी बाहर की ओर होनी चाहिए, ताकि आप गहरे श्वास ले सकें।
- यदि आपका धड़ झुका हुआ है तो आपके कूल्हे भी झुक जाएंगे।

कितना दौड़ना उचित
सप्ताह में तीन से पांच दिन पर्याप्त हैं। लगातार 20 से 60 मिनट की दौड़ या एरोबिक गतिविधियां।

दौड़ते समय न लगे चोट
- दौड़ शुरु करने से पहले कुछ मिनट पैदल चल कर शरीर को गर्म कर लें।
- दौड़ने से पहले और बाद में कुछ देर स्ट्रेचिंग करना जरूरी है। हैम स्ट्रिंग करना अच्छा रहता है।
- दौड़ रोकते समय कुछ देर पहले ही गति को धीमा कर दें।
- एक समान जगह पर दौड़ें।
- छोटे कदम लें।
- जिन दिनों नहीं दौड़ रहे हैं, उन दिनों में स्ट्रैंथनिंग एक्सरसाइज करें।
- सही ढंग के शूज पहनें।
- आहार में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व शामिल करें।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें।

जानिए रोजाना रनिंग से होने वाले इन शानदार फायदों के बारे में:

1. दिल की सेहत में करता है सुधार
रोजाना दौड़ने जाते हैं तो ये दिल के रोग के जोखिम को काफी हद तक कम कर देता है। कोशिश करें कि अपने रोजाना के रूटीन से 10 मिनट निकालकर जरूर दौड़ने जाएँ, ये ब्लड सर्कुलशन को इम्प्रूव करने में भी मदद करता है। प्रतिदिन दौड़ने से हार्ट की सेहत को ये अधिक क्रियाशील बनाता है। सुबह के समय यदि रनिंग में नहीं जा पाते हैं तो शाम के समय भी जा सकते हैं।

2.प्रोडक्टिविटी में करता है सुधार
यदि प्रोडक्टिविटी को बेहतर बना के रखना चाहते हैं तो रोजाना लगभग 10 मिनट आपको वॉक में जरूर जाना चाहिए। क्योंकि रोजाना रनिंग करते हैं तो तो ये न केवल मानसिक स्वास्थ्य बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। वहीं पूरे दिन के लिए आपको एनर्जेटिक भी बना के रखता है, ताकि आप अपने प्रोडक्टिविटी में सुधार लेकर आ सकें।

3.जोड़ों से जुड़ी समस्याओं को करता है दूर
जोड़ों में हो रहे दर्द को दूर करना चाहते हैं या हड्डियों को मजबूत बना के रखना चाहते हैं तो दौड़ना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है, रोजाना दौड़ने से वेट कंट्रोल में रहता है जिसके कारण हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। हड्डियों को मजबूत बना के रखना चाहते हैं और जोड़ों के दर्द को दूर करना चाहते हैं तो रोजाना दौड़ना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।

4.मानसिक स्वास्थ्य में करता है सुधार
यदि आप रोजाना दौड़ने जाते हैं तो ये आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित हो सकता है, रोजाना के रनिंग से आत्म-मूल्य और उपलब्धि की भावना उत्पन्न होती है, वहीं ये दिमाग की सेहत को मजबूत करता है और दिमाग से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों के खतरे को दूर करने में भी बहुत ही ज्यादा असरदार होता है।

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5.अनिद्रा की समस्या को करता है दूर
आजकल कि लाइफस्टाइल इतनी टेंशन भरी हो गई है कि शारीरिक दर्द और मानसिक तनाव के कारण अनिद्रा यानी नींद न आने कि समस्या व्यक्ति को उत्पन्न हो जाती है, ऐसे में अनिद्रा की समस्या को दूर करना चाहते हैं तो रोजाना दौड़ने जा सकते हैं। ये मानसिक तनाव को दूर कर माइंड को फ्रेश और तरोताजा रखने में मदद करता है।

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डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

रोज रोज दौड़ने से क्या होता है?

बॉडी से बीमारियों को दूर रखना चाहते हैं और मोटापा, डायबिटीज , दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के लिए रनिंग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। वहीं यदि गठिया रोग, हड्डियों से जुड़ी अन्य समस्या रहती है तो आपके लिए मॉर्निंग वाक भी बेहतर होता है।

दौड़ने से शरीर में क्या होता है?

रनिंग एक बिल्कुल साधारण सा वर्कआउट है, लेकिन इससे हमारे शरीर को बड़े फायदे होते हैं. रनिंग से न सिर्फ हमारी हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि ये बढ़ते वजन को कंट्रोल रखने और दिल की सेहत की लिए भी फायदेमंद है. इसमें किसी खास उपकरण की भी जरूरत नहीं होती. इसलिए कई लोगों की ये सबसे पसंदीदा एक्सरसाइज है.

रनिंग करने से क्या क्या फायदा होता है?

अध्ययनों से पता चलता है कि रोजाना मध्यम गति से केवल 5 से 10 मिनट रनिंग करने की आदत आपको कई प्रकार के जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकती है। हृदय रोग का खतरा कम होता है। कैंसर के विकास का कम जोखिम होता है। अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसे न्यूरोलॉजिकल रोगों से बचाव में सहायक।

1 दिन में कितने किलोमीटर दौड़ना चाहिए?

ज्यादातर लोग शुरुआत में कम से कम 5 किलोमीटर दौड़ते हैं। लेकिन एक अनुभवी धावक तेज दौड़ना पसंद करता है। 5- ध्यान रखने वाली बात है कि कितना दौड़ना चाहिए। बेहतर रिजल्ट के लिए मंगलवार और गुरुवार को 30 मिनट दौड़ें, संडे को दूरी बढ़ा सकते हैं।