अनौपचारिक पत्र या घरेलु पत्र। Show
A – ब्लॉक, पटेल नगर, सादर प्रणाम, हम सब यहाँ पर कुशलपूर्वक हैं। आशा करता हूँ कि आप भी वहाँ कुशल होंगे। दादा जी आपको जानकर ख़ुशी होगी कि मैं अपनी कक्षा में प्रथम आया हूँ और मुझे स्कूल की तरफ से पुरस्कार भी मिला है। आपका पोता प्रिय दादा जी, सादर चरण स्पर्श मैं यहां पर बिल्कुल ठीक-ठाक हूं और आपकी कुशलता की भी प्रार्थना करता हूं अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना। मुझे पता है कि आप नियमित रूप से सैर और योगाभ्यास तो करते ही हैं। आप के लिए मैंने एक बहुत ही सुंदर छड़ी और सैर करने वाले जूते खरीदे हैं। जब आऊंगा तो लेता आऊंगा। मेरे योग्य अगर कोई और काम हो तो अवश्य बताना। तुम्हारा
प्यारा पोता, Incoming Search Terms:
विषयसूची दादाजी को पत्र लिखते समय संबोधन में क्या लिखना चाहिए?इसे सुनेंरोकेंपूज्य दादा जी, प्रणाम। प्रिय विवेक स्नेह। औपचारिक पत्रों में संबोधन के रूप में प्रायः महोदय, प्रिय महोदय का प्रयोग किया जाता है। अभिवादन का शब्द लिखने के बाद पूर्ण विराम (1) अथवा संबोधन-चिह्न (!) दादाजी को पत्र कैसे लिखते हैं?इसे सुनेंरोकेंदादा जी आपको जानकर ख़ुशी होगी कि मैं अपनी कक्षा में प्रथम आया हूँ और मुझे स्कूल की तरफ से पुरस्कार भी मिला है। माता-पिता जी ने मुझे उपहार में एक साइकिल दी है। मैं बहुत खुश हूँ और आप से वादा करता हूँ कि आगे भी इसी तरह अच्छे अंक लाऊंगा। मेरी ओर से दादी जी को प्रणाम। महामारी या छूत की बीमारी होने पर दादी मां क्या करती थी?इसे सुनेंरोकेंउत्तर – दादी माँ को गाँव की पचासों किस्म की दवाओं के नाम याद थे। भूत से लेकर मलेरिया, सरसाम, निमोनिया तक का अनुमान वह विश्वास के साथ सुनाती थी। महामारी और विशूचिका के दिनों में वह साफ़ सफाई का खास ध्यान रखती थी। मेरी दादी मां का क्या नाम है? इसे सुनेंरोकेंमेरी दादी माँ का नाम सुनीता देवी है। 2. मेरी एक बहन और दो भाई है औऱ मेरी दादी माँ हम सब भाई बहनों को बहुत प्यार करती है। दादा जी की पुण्यतिथि पर क्या लिखें? इसे सुनेंरोकेंदादा जी को श्रद्धांजलि status | दादा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि | I miss you grandpa death quotes in Hindi. 01. अब आप दुनिया छोड़ कर चले गए ! ईश्वर आपकी आत्मा को अपार शांति दे ओम शांति! अपने दादा जी को एक पत्र लिखकर बताइए कि परिवार का उनके जीवन में क्या स्थान है?इसे सुनेंरोकेंदादा-दादी परिवार की जड़ के रूप में जाने जाते हैं। अपने अनुभव और समझ की वजह से वह नई पीढ़ियों को आगे बढ़ने में उनकी मदद करने के लिए अपने जीवन के मूल्यवान सबकों को साझा करते हैं। वे निस्वार्थ अपने बच्चों और पोता-पोती की सेवा करते हैं और उन्हें बेहतर इंसान बनने में उनकी मदद करते हैं। अपने दादाजी नानाजी को पत्र लिखिए और बताइए कि आप उन्हें क्यों याद करते हैं?इसे सुनेंरोकेंआपने मुझे जो कविता सुनाई थी, मैंने वही कविता कक्षा में गाई। सभी को वह कविता बहुत पसंद आई। मैंने अपनी शिक्षिका को बताया कि मुझे यह कविता मेरे दादा जी ने सिखाई है। अगली बार जब आप आएँगे, तो मैं आपसे और भी कविताएँ सीखूँगा। औपचारिक पत्र किस कहते हैं इसके अंतरगत कौन से पात्र आते हैं?इसे सुनेंरोकेंऔपचारिक पत्र उन्हें लिखा जाता है जिनसे हमारा कोई निजी संबंध ना हो। व्यवसाय से संबंधी, प्रधानाचार्य को लिखे प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, सरकारी विभागों को लिखे गए पत्र, संपादक के नाम पत्र आदि औपचारिक-पत्र कहलाते हैं। औपचारिक पत्रों की भाषा सहज और शिष्टापूर्ण होती है। किसको कौन सा प्रकार का पत्र और संबोधन लिखा जाएगा? वैयक्तिक पत्र लिखते समय प्रयोग में आने वाली औपचारिकताएँ अर्थात सम्बोधन एवं अभिवादन
पुण्यतिथि पर क्या लिखना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंएक महान पिता की पुण्यतिथि पर सादर नमन, ईश्वर आपको अपने चरणों में स्थान प्रदान करें ! Ek Mahan Pita Ki Punyatithi Par Sadar Naman, Ishwar Aapko Apne Charno Mein Sthan Pradan Kare ! श्रद्धांजलि कैसे लिखें?इसे सुनेंरोकेंShradhanjali Message in Hindi आप हमसे दूर चले गए लेकिन आप हमेशा हमारे दिल में रहेंगे, आपका प्यार महान था। आपकी ________ की अवसान पर आपको और आपके परिवार को हमारी संवेदना। हमारी प्रार्थना आपको इस कठिन समय से बाहर निकालने में मदद करेगी। आपके [ माता/पिता ] की मृत्यु का दुखद समाचार सुनकर हम बहुत दुखी हैं। वेनका ने दादा जी को लिखे पत्र का क्या किया?इसे सुनेंरोकेंप्रश्न वेनका ने अपनी उम्र के बच्चों के बारे में दादा जी को क्या लिखा? उत्तर उसने लिखा कि उसकी उम्र के बच्चे सुबह सुबह बसते लटकाकर स्कूल जाते हैं। उनके बच्चे में रंगीन किताबें होती हैं और उनकी माय उन्हें दूर तक जाते हुए देखती हैं। अपने दादा दादी से पूछो कि उनका बचपन कैसे बीता?इसे सुनेंरोकेंहम अपना बचपन शहर की धूल भरी हवा में बिताते हैं जबकि हमारे दादा दादी ने यही बचपन खुली हवा में बिताया था। हमारे दादा दादी हमारी तरह मोबाइल या प्ले स्टेशन पर ना खेल कर गिल्ली और डंडे से खेलते थे। उनका बचपन हमारी तरह चारदीवारी के बीच में नहीं मिलता का उनका बचपन जानवरों एवं पेड़ पौधों के साथ बीता था। अपने पिता जी को पत्र लिखकर बताइए कि ग्रीष्मावकाश में आपने क्या क्या कार्यक्रम बनाया है? अपने पिता जी को पत्र लिखकर बताइए कि ग्रीष्मावकाश में आपने क्या-क्या कार्यक्रम बनाया है? सादर चरण स्पर्श। आपका भेजा हुआ पत्र मिला। पत्र पढ़कर सब हाल-चाल मालूम किया।…
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