दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कौन सा है? - duniya ka sabase bada solar plaant kaun sa hai?

भारतीय सीमा पर फिलहाल चीन से विवाद चल रहा है पर अभी जो खबर आपको हम दिखाने जा रहे हैं वो किसी सीमा विवाद या राजनैतिक संकट की नहीं बल्कि चीन के एक और इंजीनियरिंग के कमाल की है। चीन हर बार इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कुछ ऐसा काम करता है कि दुनिया देखती रह जाती है, कुछ ऐसा ही चीन ने इसबार भी किया है। चीन ने 248 एकड़ में तैयार किया है 100 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट और इसे शक्ल दी है प्यारे से पांडा की।

अबू धाबी, आइएएनएस। अबू धाबी (Abu Dhabi) के दक्षिण पूर्व में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट (Solar Plant) है। अबू धाबी के स्वेहान (Sweihan) में स्थित इस प्लांट का नाम नूर अबू धाबी (Noor Abu Dhabi)  है। अरबी भाषा में इसका अर्थ 'प्रकाश यानि रोशनी' होता है। इसमें 3.2 मिलियन सोलर पैनल लगे हैं।   इससे पैदा होने वाले रिन्यूएबल एनर्जी से एमीरात के नागरिकों को बिजली मिल रही है। बुधवार को अबू धाबी मीडिया ऑफिस द्वारा रिलीज किए गए वीडियो में प्लांट का आकर्षक लुक दिखाया गया।

दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कौन सा है? - duniya ka sabase bada solar plaant kaun sa hai?

इस परियोजना की शुरुआत 2017 के मई माह में हुई थी और इसका कमर्शियल ऑपरेशन 2019 के अप्रैल में शुरू हुआ। पिछले साल जुलाई में अबू धाबी ने एक अन्य सोलर पावर प्लांट के निर्माण का ऐलान किया था जो नूर अबू धाबी से भी बड़ा होने की संभावना है। नूर अबू धाबी प्लांट अबू धाबी सरकार और जापान की मारुबेनी कार्प (Marubeni Corp) व चीन की जिनको सोलर होल्डिंग (Jinko Solar Holding) का संयुक्त प्रयास है। इसी तरह कैलिफोर्निया के रोसमोंड में सोलर स्टार पावर प्लांट की स्थापना 2015 में हुई। अमेरिका का यह सबसे बड़ा सोलर प्रोजेक्ट 13 किमी में फैला हुआ है और   इसमें 1.7 मिलियन सोलर पैनल लगे हैं जिससे 579 मेगावाट बिजली पैछा होती है। 

उल्लेखनीय है कि दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्रोत के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसके कारण दुनिया के विभिन्न देशों में सौर ऊर्जा के निर्माण के लिए नए-नए सौर ऊर्जा संयंत्रो (solar plants) को स्थापित किया जा रहा है| 

जयपुर, जागरण संवाददाता। देश में सोलर एनर्जी उत्पादन में राजस्थान का अग्रणी स्थान बना हुआ है। राज्य सरकार का दावा है कि देश के सबसे अधिक सोलर प्लांट्स राजस्थान में लगे हैं। इस साल 1745 मेगावाट क्षमता के प्लांट्स स्थापित हुए हैं। राजस्थान के बाद कर्नाटक में 1443 मेगावाट और तमिलनाडु में 1342 मेगावाट के सोलर प्लांट्स लगे हुए हैं। शेष राज्य सोलर पॉवर के मामले में दिलचस्पी नहीं ले रहे।

राज्य के उर्जा मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला का दावा है कि जोधपुर का भड़ला सोलर पार्क अब विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क हो गया है। 14 हजार एकड़ अर्थात 50 हजार वर्ग किलोमीटर में फैले इस पार्क में 900 कंपनियों ने प्लांट लगाने को लेकर अक्षय उर्जा निगम में पंजीकरण कराया है। 18 बड़ी कंपनियाो के 36 सोलर प्लांट्स पहले से लगे हुए है। कुछ समय पहले तक कर्नाटक का पावगढ़ सोलर पार्क दुनिया का सबसे बड़ा था लेकिन अब भड़ला सोलर पार्क में सूरज की रोशनी से 2245 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होने के बाद पावगढ़ पार्क पीछे रह गया है। भड़ला सोलर पार्क में 9900 करोड़ का निवेश हो चुका है। यहां सालाना 33 हजार 165 यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है। यहां बनने वाली बिजली को ग्रिड सब स्टेशन व हाइटेंशन लाइनों के माध्यम से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जा रहा है। दावा है कि यहां से करीब 800 मेगावाट बिजली उत्तरप्रदेश सप्लाई की जा रही है।

राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन अजिताभ शर्मा ने बताया कि राजस्थान देश में सोलर हब बन रहा है। यहां सोलर पार्क के लिए बड़ा लैंड बैंक भी है। सोलर प्लांट्स में लगातार निवेश बढ़ने के साथ ही बिजली की टैरिफ भी कम होगी। सोलर पार्क में कई कंपनियों ने निवेश किया है। इन कंपनियों में टेक्नीकल स्टाफ के साथ अन्य लोगों की बड़ी संख्या में जरूरत है। ऐसे में जोधपुर व बाड़मेर,जैसलमेर जिलों के युवाओं को पहले से अधिक रोजगार मिलने की उम्मीद है। जैसलमेर व बाड़मेर में भी बड़ी कंपनियां सोलर पॉवर प्लांट्स लगाने को लेकर दिलचस्पी ले रही है।

राज्य में पिछले साल सोलर पॉवर पॉलिसी जारी होने के बाद अब तक 23 हजार मेगावाट क्षमता के प्लांट्स लगने की योजना बनाई जा चुकी है। अगले तीन साल में 30 हजार मेगावाट के सोलर प्लांट्स लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही सोलर प्रदेश के जैसलमेर, बाड़मेर व जोधपुर में सोलर विकिरण के कारण उत्पादन काफी अधिक हो रहा है। हालांकि कोरोना महामारी का असर सोलर पॉवर प्लांट्स पर भी हुआ है, इनमें काम करने वाले कर्मचारियों के नहीं होने के कारण काफी समय तक काम बंद रहा है। 

राजस्थान में स्थित भादला सोलर पार्क (Bhadla Solar Park) दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर पार्क (world’s largest solar park) है।

मुख्य बिंदु 

  • यह सोलर पार्क राजस्थान के सूखे और रेतीले क्षेत्र भादला में स्थित है।
  • यह 14,000 एकड़ में फैला है।
  • इस पार्क में 10 मिलियन सौर पैनल शामिल हैं। ये सौर पैनल 2245 मेगावाट की परिचालन क्षमता में योगदान करते हैं।

भादला सोलर पार्क (Bhadla Solar Park)

2020 तक, भादला सोलर पार्क दुनिया भर में सबसे बड़ा सोलर पार्क है। यह राजस्थान के जोधपुर जिले के भादला में 5,700 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क की कुल क्षमता 2245 मेगावाट है।

भादला क्षेत्र 

जोधपुर जिले के भादला क्षेत्र को आधिकारिक तौर पर लगभग 45 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र के साथ रेतीले, शुष्क और शुष्क क्षेत्र के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह जोधपुर से लगभग 200 किमी उत्तर में और जयपुर से 320 किमी पश्चिम में स्थित है। इसकी जलवायु के कारण, इस क्षेत्र को “लगभग रहने योग्य नहीं” (almost unlivable) के रूप में वर्णित किया गया है। इस क्षेत्र का सामान्य तापमान 46-48 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है, जबकि गर्म हवाएं और रेतीले तूफान अक्सर आते हैं।

परियोजना की कमीशनिंग

NTPC ने 22 फरवरी, 2017 को इस सौर पार्क में 115 मेगावाट क्षमता को चालू करने की घोषणा की थी। वर्तमान में, इसकी पूर्ण क्षमता 2,245 मेगावाट है, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा सौर पार्क बन गया है, जिसका निवेश बढ़कर 100 अरब रुपये हो गया है।

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Tags:Bhadla Solar Park , Hindi Current Affairs , NTPC , world’s largest solar park , भादला क्षेत्र , भादला सोलर पार्क

विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क कौन सा है?

जयपुर (श्याम राज शर्मा). प्रदेश के जोधपुर में स्थित भड़ला सोलर पार्क अब विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क हो गया है। यह सोलर पार्क 14 हजार एकड़ यानि करीब 50 हजार वर्ग किमी में फैला है तथा यहां पर 18 बड़ी कंपनियों के 36 सोलर प्लांट लगे हुए है। पहले कर्नाटक का पावागढ़ सोलर पार्क सबसे बड़ा था।

भारत का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कहाँ स्थित है?

Detailed Solution. तमिलनाडु के कामुती में सौर ऊर्जा संयंत्र हाल ही में विश्व का सबसे बड़ा संयंत्र बन गया। 648 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की क्षमता के साथ, संयंत्र में 2.5 मिलियन व्यक्तिगत सौर मॉड्यूल शामिल हैं और इसमें 10 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र शामिल हैं।

विश्व का सबसे बड़ा पावर प्लांट कौन सा है?

दुनिया का सबसे बड़ा पावर प्लांट पोकरण में शुरू.
100 मेगावाट ग्रीन एनर्जी जनरेट की जा रही है ..... - रिलायंस कंपनी ने केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिनेवल एनर्जी (एमएनईआर) के तहत जवाहर लाल नेहरू सोलर मिशन में दुनिया का सबसे बड़ा थर्मल सोलर पावर प्लांट मंगलवार को शुरू किया। ... .
2100 करोड़ से तैयार हुआ है प्लांट.

एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कौन सा है?

Share: Jabalpur News: मध्यप्रदेश में एशिया का सबसे बड़ा सोलर पॉवर प्लांट बनकर तैयार है. ओंकारेश्वर बांध में फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट में पानी के ऊपर सोलर पैनल बनाकर सूरज से बिजली बनाई जाएगी. यह बहुउद्देश्यीय परियोजना पर्यावरण को बचाने का भी काम करेगी.