घर पर बाज बैठने से क्या होता है? - ghar par baaj baithane se kya hota hai?

कहा जाता है कि बिल्ली अगर रास्ता काट दे तो शुभ नहीं होता और अगर बिल्ली रास्त काट ही दे तो या तो रास्ता बदल लिया जाता है या फिर इंतजार किया जाता है कि कोई दूसरा उस रास्ते से गुजर जाए, उसके बाद जाया जाए।

  • ऐसी धारणा है कि घर में कबूतर, कौआ, उल्लू, बाज, चमगादड़ का निवास उचित नहीं। इससे धन हानि होती है तथा व्यक्ति चिंताओं से घिरा रहता है।
  • किसी के घर में अगर बाज निवास करने लगे तो समाज में उस व्यक्ति का प्रभाव या आतंक बढ़ेगा, परंतु धन संचय नहीं होगा बल्कि धनाभाव की स्थिति बन जाएगी। अगर बाज किसी प्रकार घर में घायल होकर गिरता है तो परिवार के बड़े व्यक्ति को सांघातिक कष्ट होता है।
  • घर की मुंडेर पर उल्लू बैठने लगे तो समझिए कि यह घर उजड़ने का संकेत है। धन की कमी होगी, शारीरिक पीड़ा झेलनी पड़ेगी तथा मृत्यु भी हो सकती है।
  • काली या नीली चिडि़या का घर में निवास करना दरिद्रता का सूचक है, जबकि कोयल का घर के आसपास किसी पेड़कर बैठकर कूकना सुखद भविष्य का संके त माना जाता है। कोयल पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करके बोलती है तो परिवारजनों के यश, प्रतिष्ठा तथा धन में बढ़ोतरी होती है।
  • सुबह-सबेरे मुंडेर पर कौआ बोले तो यह प्रिय व्यक्ति के आगमन का संकेत है। पूर्व की ओर मुंह करके बोले तो कोई प्रभावशाली व्यक्ति आता है। उत्तर की ओर मुंह करके बोले तो धनवान व्यक्ति आता है। हां यदि कौआ,मांस, मछली या हड्डी घर में गिरा दे तो चिंताएं बढ़ती हैं।
  • यदि घर में किसी भी पक्षी द्वारा चांदी, तांबा, जेवरात या किसी भी धातु के गहने गिराए जाएं तो आकस्मिक धन की प्राप्ति होती है। मुकदमों का फैसला हक में होता है। पक्षी के द्वारा स्वर्ण गिराने से चिंता के साथ लाभ और सुख मिलता है।
  • मोर का घर पर नाचना अत्यंत शुभ है। मोर की केका ध्वनि परिवार में सुख का संकेत है, पर मोर का कंद्रन संकट का संकेत होता है।
  • चील-गिद्ध घर पर आ बैठें या मंडराएं तो यह अशुभ है।
  • मधुमक्खियों का घर में छत्ता बनाना शुभ है, जबकि पतंगों और टिड्डियों का घर में प्रवेश विवाद और कलह ले आता है।
  • किसी भी पक्षी का अनायास ही आंगन में आकर गिरना और मर जाना किसी बड़े संकट की ओर संकेत करता है।
  • गौरेया या छोटी चिडि़या एक जगह एकत्र होकर शोर करें तो समझें कि कोई विषैला जीव आसपास है।
  • कमरे की अंदरुनी छत पर चींटियों का रेंगना धन संपत्ति एवं प्रतिष्ठा बढ़ने की सूचना है, जबकि लाल चींटियां हानि देती हैं।
  • बिल्ली या कुत्ते का रोना गहरे संकट अथवा मृत्यु का संकेत है।
  • घोड़ा प्रसन्नता से हिनहिनाए और हाथी झूमे तो यह शुभ संकेत है।

मुर्गा : दिन के प्रथम प्रहर या दूसरे प्रहर में मुर्गे की आवाज सुनाई दे तो किसी पुराने व्यक्ति से मिलन होता है तथा सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकती है। तीसरे और चैथे पहर में सुनाई दे तो चोट लगने तथा जलने का योग रहता है।

अगले पन्ने पर दसवीं मान्यता...

बाज़ एक शिकारी पक्षी है जो कि गरुड़ से छोटा होता है। इस प्रजाति में दुनिया भर में कई जातियाँ मौजूद हैं और अलग-अलग नामों से जानी जाती हैं।

वयस्क बाज़ के पंख पतले तथा मुड़े हुए होते हैं जो उसे तेज़ गति से उड़ने और उसी गति से अपनी दिशा बदलने में सहायता करते हैं।

आमतौर पर हम चीते को उसकी तेज रफ्तार से जानते है मगर कई ओर भी पशु-पक्षी है जो अपनी श्रेणियों में स्पीड के लिए पहचाने जाते है | इसे पेरेग्राइन फाल्कन के नाम से भी जाना जाता है |

यह पक्षी 320 किमी प्रति घंटे से भी अधिक गति से उड़ सकता है | यह माँसाहारी होता है | जंगलो में इसका जीवनकाल 17 वर्षो का होता है | मादा आकार में नर से ज्यादा बड़ी होती है | इनके शरीर की लम्बाई 13-23 इंच तथा पंख की लम्बाई 29-47 इंच | यह सिर्फ आसमान का सबसे तेज पक्षी ही नही बल्कि धरती पर सबसे तेज दौड़ने वाला पक्षी है | छाती की मजबूत मांसपेशियाँ , लम्बे पंख और स्ट्रीमलाइन आकार के फाल्कन सही मायने में रफ्तार के लिए ही बने है | यह अंटार्टिका के अलावा अन्य सभी महाद्वीपों पर पाया जाता है | यह ऊँचे पहाडो , विस्तृत रेगिस्तान और जंगलो में रहना पसंद नही करता है | इसे नीली स्लेटी और उसी रंग के लम्बे नुकील पंखो और पेट पर सफेद एवं काले धब्बो से पहचाना जाता है | यह मीडियम साइज़ के चिड़िया जैसे बत्तख और चमगादड़ को अपना शिकार बनाता है | ये 2-3 वर्षो में ब्रीड करते है | इसकी नाक पर एक टयूबर सेल्स होते है जो डाइविंग के दौरान साँस लेने में मदद करते है | इसकी 1500-2000 प्रजाति होती है | मादा फाल्कन एक बार में 3-5 अंडे देती है | इन्हें सबसे अच्छा फ्लाइंग मशीन कहा जाता है,यह 320 से 350 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भरती है| घुमन्तु बाज UAE का राष्ट्रीय पक्षी है और इसे शिकागो का भी सिटी बर्ड घोषित किया हुआ है | द्वितीय विश्व युद्ध में कबूतरों द्वारा भेजे संदेशो को रोकने के लिए घुमन्तु बाज का इस्तेमाल किया जाता था। ये एक बार उड़ान भरने के बाद लगभग 6 से 8 घटें हवा में रह सकता है|

इसे सुनेंरोकेंपुरानेजमाने में छोटे पशु-पक्षियों के शिकार के लिए बाज का उपयोग किया जाता था। बाज एक प्राकृतिक शिकारी पक्षी है, जिस बाज का उपयोग ग्रामीण शिकार के लिए करते हैं, उसे स्थानीय बोली में छछन या शिकारा कहा जाता है। यह छोटी प्रजाति का सफेद बाज है।

चील बाज और गिद्ध में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंये गिद्ध की तुलना में छोटी और हलकी होती है। चील Accipitridae फैमिली से सम्बन्ध रखने वाला प्राणी है। यह माध्यम आकार का पक्षी है। चील का सर छोटा, चोंच भी छोटी किन्तु नुकीली और पॉइंटेड होती है पर पंख लम्बे और संकरे होते हैं।

इसे सुनेंरोकेंपुरानेजमाने में छोटे पशु-पक्षियों के शिकार के लिए बाज का उपयोग किया जाता था। आज भी इस क्षेत्र के कई गांवों में आदिवासी शिकार के लिए बाज का सहारा ले रहे हैं। बाज एक प्राकृतिक शिकारी पक्षी है, जिस बाज का उपयोग ग्रामीण शिकार के लिए करते हैं, उसे स्थानीय बोली में छछन या शिकारा कहा जाता है। यह छोटी प्रजाति का सफेद बाज है।

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चील कितने साल तक जी सकता है?

बाज, बहरी आदि शिकारी चिड़ियों से इसके डैने बड़े, टाँगें छोटी और चोंच तथा पंजे कमजोर होते हैं। चील उड़ने में बड़ी दक्ष होती है।…चील

चील Kiteजगत:जंतुसंघ:रज्जुकी (Chordata)वर्ग:पक्षी (Aves)गण:ऐकीपिट्रीफ़ोर्मीस (Accipitriformes)

बाज कितनी स्पीड से उड़ता है?

इसे सुनेंरोकें- बाज एक बड़ा और अनोखा पक्षी होता है। तेज रफ्तार से उड़ान भरने वाला यह पक्षी २१० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।

गरुड़ और बाज में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंबाज और चील मिलती जुलती प्रजाति के शिकारी पक्षी हैं। बाज कुछ आकार मे छोटा दिखता है। चील आसमान में उंचा उडती दिखाई देती हैं।

घर के छत पर चील बैठने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंघर की छत पर या दीवार पर चील का बैठना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि यह घर में परेशानियां आने का संकेत देता है।

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बाज़ को क्या पसंद था?

इसे सुनेंरोकेंदुनिया की भाग-दौड़ से वह बहुत दूर रहता था। उसे किसी चीज़ की ऐसी आवश्यकता नहीं है कि किसी से छीन कर उसे अपना पेट भरना पड़े। वह अपने इस जीवन में बहुत ही सुख महसूस करता था क्योंकि वह दुनिया की हर परेशानी से कोसों दूर था। एक दिन एकाएक आकाश में उड़ता हुआ खून से लथपथ एक बाज साँप की उस गुफा में आ गिरा।

बाज नाम का क्या महत्व था?

इसे सुनेंरोकेंसवाल: बाज नामक कर का क्या महत्व था? सुरक्षित यात्रा के लिए यात्रियों को पास जिसे फ़ारसी में पैज़ा (Paiza) और मंगोल भाषा मेंजेरेज़ (Gerege) जारी किए जाते थे। इस सुविधा के लिए व्यापारी बाज नामक कर अदा करते थे जिसका यह तात्पर्य था, कि वे मंगोल शासक (खान) की सत्ता स्वीकार करते थे।

गिद्ध की उम्र कितनी होती है?

इसे सुनेंरोकेंउम्र 50 से 60 वर्ष तक होती है। गिद्ध पैनी नजर का पक्षी है। गिद्ध ऊंचे पेड़ों पर रहते हैं और अंडे देते हैं।

छत पर बाज बैठने से क्या होता है?

घर की छत पर या दीवार पर चील का बैठना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि यह घर में परेशानियां आने का संकेत देता है।

बाज पक्षी की क्या खासियत है?

बाज़ एक शिकारी पक्षी है जो कि गरुड़ से छोटा होता है। इस प्रजाति में दुनिया भर में कई जातियाँ मौजूद हैं और अलग-अलग नामों से जानी जाती हैं। वयस्क बाज़ के पंख पतले तथा मुड़े हुए होते हैं जो उसे तेज़ गति से उड़ने और उसी गति से अपनी दिशा बदलने में सहायता करते हैं।

बाज नाम का क्या महत्व था?

यात्री सरलतापूर्वक एक स्थान से दूसरे स्थान को जा सकते थे। सुरक्षित यात्रा के लिए यात्रियों को 'पास' दिए जाते थे। इन्हें फ़ारसी में 'पैजा' और मंगोल भाषा में 'जेरेज़' कहा जाता था। इस सुविधा का उपयोग करने के लिए व्यापारी 'बाज' नामक कर का भुगतान करते थे।

बाज की ताकत क्या है?

बाज एक ऐसा शक्तिशाली पक्षी है जो की लगभग 6 किलो तक का वजन उठा कर आसमान में उड़ सकता है जो की अपने आप में एक रिकॉर्ड है। 4. बाज़ मांसाहारी होते हैं और उनके शिकार में मछली, खरगोश, गिलहरी, चूहे, कम रफ़्तार में उड़ने वाले दुसरे पक्षी, यहाँ तक की लोमड़ी व हिरन भी शामिल हैं।