दिल्ली कौन से राज्य में आया है? - dillee kaun se raajy mein aaya hai?

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लेटेस्ट अपडेट : Delhi Mumbai Expressway

Delhi-Mumbai Expressway (दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे) की खानपुर घाटी-हरियाणा / राजस्थान सीमा

जनवरी 2023: नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में खानपुर घाटी और हरियाणा/राजस्थान सीमा के बीच दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) खंड की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। तस्वीरें देखकर पता चलता है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माणकार्य अच्छी गति से चल रहा है और समय पर पूरा हो जाएगा।

दिल्ली कौन से राज्य में आया है? - dillee kaun se raajy mein aaya hai?

खानपुर घाटी-हरियाणा/राजस्थान सीमा खंड

उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा, "खानपुर घाटी और हरियाणा/राजस्थान सीमा के बीच का खंड जो दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे (NE-4) का भी हिस्सा है, वर्तमान में एक्सेस-नियंत्रित 8-लेन कैरिजवे के लेआउट के साथ बनाया जा रहा है।"

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के गुरुग्राम-दौसा खंड का उद्घाटन

जनवरी 2023: हालिया रिपोर्टों के अनुसार, गुरुग्राम और दौसा (हरियाणा तथा राजस्थान) के बीच दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) का पहला चरण जल्द ही जनता के लिए खुल जाएगा। यह 210 किलोमीटर लंबा हिस्सा एक्सप्रेसवे के मुंबई कॉरिडोर का पहला चरण है। इस हिस्से के सभी प्रमुख निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। अधिकारी सरकार द्वारा परीक्षण तथा यात्रियों के लिए इस चरण को खोलने की मंजूरी देने का इंतजार कर रहे हैं।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway)

हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा गुजरात से होकर गुजरने वाले दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) से दिल्ली से मुंबई का सफर महज 12 से 13 घंटे में पूरा हो सकेगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने के बाद अन्य सड़क मार्गो की तुलना में दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी में 130 किलोमीटर की कमी आएगी। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) भारत सरकार की एक दूरदर्शी परियोजना है। यह देश के दो सबसे बड़े फाइनेंशियल हब, यानी राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली एवं भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई को जोड़ेगा। आठ लेन का यह एक्सप्रेसवे विश्व का ऐसा पहला सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है जिसे बारह लेन तक बढ़ाया जा सकता है।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) का निर्माण एवं रखरखाव NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा किया जाता है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) परियोजना के दिसंबर 2023 तक पूरा होने का अनुमान है, जिससे दिल्ली तथा मुंबई के बीच यात्रा का समय 24 से घटकर 12 घंटे हो जाएगा।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे रुट, उपलब्ध सुविधाएं, लागत तथा इसके निर्माण के बारे में सभी जानकारी यहां पढ़ें।

यह भी पढ़ें: भारत के दस अगले एक्सप्रेसवे

क्या है दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे?

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) 1350 किमी लंबा आठ लेन का राजमार्ग है जो भारत के दो सबसे महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा में लगने वाले समय को आधा कर देगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) मार्ग की आधारशिला केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 9 मार्च, 2019 को रखी थी।

मुंबई दिल्ली एक्सप्रेसवे मार्ग हरियाणा (129 किमी), राजस्थान (373 किमी), मध्य प्रदेश (244 किमी), गुजरात (426 किमी) और महाराष्ट्र (171 किमी) सहित पांच राज्यों से होकर गुजरेगा। इन पांच राज्यों में दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण हेतु 15,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि का इस्तेमाल किया गया है।

एक्सप्रेसवे हरियाणा के गुड़गांव से शुरू होकर राजस्थान के जयपुर और सवाई माधोपुर से होकर गुजरेगा। इसके पश्चात्, यह मध्य प्रदेश में रतलाम और गुजरात के वडोदरा से होकर महाराष्ट्र के मुंबई में समाप्त होगा। दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे से जयपुर, अजमेर, किशनगढ़, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भोपाल, उज्जैन, अहमदाबाद, इंदौर, सूरत और वडोदरा जैसे महत्वपूर्ण शहरों तक कनेक्टिविटी में सुधार होगा। 

इसे बनाने में लगभग 80 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) से हजारों कुशल सिविल इंजीनियरों और पचास लाख से अधिक कर्मियों को रोजगार मिलने का अनुमान है।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) रूट मैप

नीचे दिया गया नक्शा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) का रुट और इस रूट पर पड़ने वाले प्रमुख शहरों को दर्शाता है।

दिल्ली कौन से राज्य में आया है? - dillee kaun se raajy mein aaya hai?
     
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) पर पड़ने वाले प्रमुख शहरों का नक्शा

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दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के बारे में कुछ प्रमुख जानकारी इस प्रकार हैं:

ब्यौरे

विवरण

परियोजना की लंबाई

1,350 किमी

परियोजना की लागत

1,00,000 करोड़ रुपये (लगभग)

लेन

8 लेन (इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक अलग लेन सहित। साथ ही इसका 12 लेन तक विस्तार भी किया जा सकता है।)

एक्सप्रेसवे पर पड़ने वाले राज्य

दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र

शुरुआत और अंतिम बिंदु

शुरुआत - डीएनडी फ्लाईवे, दिल्ली और सोहना, हरियाणा

अंत - विरार, महाराष्ट्र और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट, महाराष्ट्र

पूरा होने की तिथि

दिसंबर 2023 (अपेक्षित)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) की लागत

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को बनाने की लागत लगभग 1,00,000 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि खरीदने की लागत भी शामिल है। यह परियोजना भारतमाला परियोजना चरण-1 के अनुसार क्रियान्वित की गई है। आधिकारिक बयान के अनुसार, 1380 किमी में से 1200 किमी के निर्माण का कार्य अनुबंध के अनुसार प्रदान किया गया है तथा निर्माणाधीन है।

सरकार दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट को 52 कंस्ट्रक्शन पैकेज में लागू करेगी। भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) मार्ग के संचालन एवं निर्माण के वित्तपोषण हेतु एक विशेष-प्रयोजन इकाई (SPV) का गठन किया है। SPV 29 अगस्त, 2020 को DME डेवलपमेंट लिमिटेड के नाम पर होगा। NHAI द्वारा दिये गए बयान के अनुसार, DMEDL को CARE, CRISIL और इंडिया रेटिंग्स से AAA रेटिंग मिली है।

NHAI के अनुसार, DMEDL ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) परियोजना के वित्तपोषण हेतु लगभग 9731 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वित्तीय सहायता का मुख्य हिस्सा SBI से आया, यानी 5,000 करोड़ रुपये। DMEDL में अन्य प्रमुख निवेशक बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पीएनबी और एक्सिस बैंक हैं।

हरियाणा से गुजरने वाले एक्सप्रेसवे के 160 किमी से अधिक लंबे खंड का निर्माण लगभग 10,400 करोड़ रु. में किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्रालय के अनुसार, इस खंड से लगभग 73 गांवों को लाभ होगा, और एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को 27% तक कम करने में मदद करेगा। एक्सप्रेसवे राजस्थान राज्य में 375 किलोमीटर के हिस्से को कवर करेगा जिसका निर्माण 16,600 करोड़ रुपये में किया जाएगा। यह मार्ग अलवर, दौसाई, भरतपुर, कोटा, माधोपुर आदि विभिन्न स्थानों से होकर गुजरेगा।

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बाणगंगा, मेज्रीवर, चंबल आदि नदियों पर कई पुलों का निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में अधिकांश पुल निर्माणाधीन हैं। अलीपुर (गुरुग्राम) - दौसा (राजस्थान) खंड को अगस्त 2022 तक यातायात के लिए खोले जाने का लक्ष्य है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) मार्ग मध्य प्रदेश राज्य में 250 किमी को कवर करेगा। एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग 8,500 करोड़ रु. में किया जाएगा। 

अधिकारियों के अनुसार, एक्सप्रेसवे रतलाम, झाबुआल, मंदसौर आदि सहित राज्य के विभिन्न स्थानों से होकर गुजरेगा। 250 किमी में से लगभग 106 किमी का निर्माण पूरा हो गया है। गुजरात में 426 किलोमीटर के दायरे में कुल 60 पुल, 17 फ्लाईओवर, 17 इंटरचेंज तथा आठ ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के निर्माण चरण

पूरे दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) को कुल 52 निर्माण निविदाओं/पैकेजों के साथ चार खंडों में विभाजित किया गया है, जहां प्रत्येक पैकेज की अनुमानित लंबाई 8 किमी से 46 किमी है।

खंड

किमी में लंबाई

पैकेजों की संख्या

DND-फरीदाबाद-केएमपी

59

03 - 1 दिल्ली में और 2 हरियाणा में

सोहना-KMP-वडोदरा

844

31 - 3 हरियाणा में, 13 राजस्थान में, 9 मध्य प्रदेश में और 6 गुजरात में

वडोदरा - विरार

354

13 - 10 गुजरात में और 3 महाराष्ट्र में

विरार-JNPT

92

05 - 05 महाराष्ट्र में

कुल

1350

6 राज्य

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर उपलब्ध सुविधाएँ

दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे की विशेषताएं इस प्रकार हैं:

सड़क के किनारे उपलब्ध सुविधाएं: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के लगभग 93 स्थानों पर होटल, ATM, फूड कोर्ट, बर्गर किंग, सबवे, मैक डोनाल्ड्स जैसे सिंगल-ब्रांड फूड, रिटेल शॉप, ईंधन स्टेशन और साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं होंगी। मुंबई दिल्ली एक्सप्रेसवे पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिसमें दुर्घटना के शिकार यात्रियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने हेतु हर 100 किमी पर पूरी तरह से सुसज्जित ट्रॉमा सेंटर व हेलीपैड उपलब्ध होंगे।

पर्यावरण के अनुकूल: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) पर्यावरण के अनुकूल होगा। एक्सप्रेसवे पर लगभग 20 लाख पेड़ लगाये जाएंगे। इन पेड़ों को हर 500 मीटर पर वर्षा जल संचयन प्रक्रिया के ज़रिए ड्रिप सिंचाई पद्धति का इ्स्तेमाल करके पानी दिया जाएगा। एक्सप्रेसवे पर होने वाले वृक्षारोपण से लगभग 850 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कटौती होने का अनुमान है। इस परियोजना से ट्रैफिक की समस्या को कम करके लगभग बत्तीस लीटर ईंधन की बचत होने की संभावना है। सोलर एनर्जी और स्टेट ग्रिड दोनों का इस्तेमाल करके दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) पर सड़क की किनारे लाइट की व्यवस्था की जाएगी।

इलेक्ट्रिक हाईवे या ई-हाईवे: केंद्रीय मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) को इलेक्ट्रिक हाईवे या ई-हाईवे के रूप में बनाने की योजना है। इस एक्सप्रेस-वे पर बसें व ट्रक 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकते हैं। एक्सप्रेसवे पर अच्छी गति व भीड़भाड़ की कमी से लॉजिस्टिक खर्च लगभग 70% कम हो जाएगा, क्योंकि भारी वाहन ईंधन के रूप में डीजल की जगह बिजली का उपयोग करेंगे। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के आठ लेन में से चार लेन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए होंगी। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर सुरक्षा कारणों से 1.5 मीटर ऊंचा बैरियर बनाया जाएगा और स्लिप लेन के अंदर टोल प्लाजा बनाया जाएगा।

पशुओं के लिए क्रॉसिंग: आठ-लेन चौड़ा मुंबई दिल्ली एक्सप्रेसवे पर लगभग पांच प्राकृतिक वन्यजीव क्रॉसिंग होगा, जिसमें मुकुंदरा राष्ट्रीय उद्यान, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान, सरिस्का टाइगर रिजर्व शामिल हैं, जिनकी कुल लंबाई लगभग 2.5 किमी होगी। वन्यजीव क्रॉसिंग का मुख्य आकर्षण मुकुंदरा राष्ट्रीय उद्यान और माथेरान पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र में बनी सुरंग होगी, जो भारत में पहली 8-लेन चौड़ी सुरंग होगी। सबसे लंबे दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर जानवरों के लिए देश का पहला ओवरपास या ओवर ब्रिज होगा जो परियोजना के निर्माण से वन्यजीवों को अप्रभावित रखने के लिए बनाये गए हैं।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) रूट

दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे रुट को चार खंडों में विभाजित किया गया है जिसमें विभिन्न भाग हैं, और इसका मार्ग संरेखण नीचे बताया गया है:

खंड 1: DND-फरीदाबाद-KMP मार्ग: 59 किमी

(9 किमी दिल्ली और 50 किमी हरियाणा)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे दिल्ली में दिल्ली नोएडा ड्राइववे (DND) फ्लाईवे से शुरू होगा, और यह शाहीन बाग, ओखला, कालिंदी कुंज जैसी जगहों से होकर गुजरेगा। हरियाणा में सोहना भी एंट्री/एग्जिट प्वाइंट की सुविधा होगी। एंट्री/एग्जिट प्वाइंट से आने वाले वाहन वडोदरा / मुंबई की ओर जाने के लिए हरियाणा के नूंह में KMP एक्सप्रेसवे पर मिल जाएंगे।

खंड 2: सोहना-KMP-वडोदरा रूट: 845 किमी

(79 किमी हरियाणा, 373 किमी राजस्थान, 244 किमी मध्य प्रदेश और 149 किमी गुजरात)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के खंड दो में हरियाणा राज्य के कुछ क्षेत्र शामिल हैं जो अलीपुर गांव, सोहना, सांचोली गांव, भिरावती व खलीलपुर (नूह जिला), नौरंगाबाद, पूर्व उजीना, भादास के पूर्व, पश्चिम पिनांगवान, पूर्व फिरोजपुर झिरका और कोलगांव गांव हैं। इसके पश्चात्, यह राजस्थान राज्य से होकर गुजरता है और नौगांव गांव (अलवर जिला), राजगढ़-मंडावर रोड, दौसा पूर्व, लालसोट के दक्षिण-पश्चिम, सवाई माधोपुर के दक्षिण-पश्चिम, इंद्रगढ़ के पूर्व, (बूंदी) के पूर्व रावतभाटा और कोटा पूर्व से गुजरता है।

इसके अलावा, एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश से होकर गुजरेगा और पूर्व भानुपुरा, पूर्व गरोठ, पूर्व सीतामऊ, पूर्व जावरा, पश्चिम रतलाम और पश्चिम थांदला जैसे स्थानों को कवर करेगा। उसके बाद, यह गुजरात राज्य में प्रवेश करेगा जहां यह दाहोद के उत्तर में छायन गांव, गोधरा के कुछ हिस्से, डोडका गांव और वडोदरा जैसे स्थान कवर करेगा

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खंड 3: वडोदरा-विरार रुट: 356 किमी

(277 किमी गुजरात और 79 किमी महाराष्ट्र)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का खंड 3 गुजरात के विभिन्न स्थानों को कवर करता है, जिसमें डोडका गांव, फजापुर गांव, समियाला और लक्ष्मीपुरा गांव, देहगाम गांव, मोती नरोली गांव, पूर्व नवसारी और पूर्व वलसाड को कवर करता है। इसके अलावा, यह खंड महाराष्ट्र राज्य में कुछ स्थानों को कवर करता है जो गुजरात-महाराष्ट्र सीमा और विरार, पालघर का हिस्सा हैं।

खंड 4: विरार-JNPT रुट: 92 किमी

(92 किमी महाराष्ट्र)

खंड चार में महाराष्ट्र के विरार, अमाने, बदलापुर जैसे विभिन्न स्थान शामिल हैं और एक्सप्रेसवे JNPT, मुंबई में समाप्त होता है।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) राज्य-वार रूट की लंबाई

Delhi Mumbai Expressway राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश तथा गुजरात सहित पांच प्रमुख राज्यों से होकर गुजरेगा। यहां Delhi Mumbai Expressway दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे मार्ग की राज्यवार लंबाई है।

राज्यों के नाम

मार्ग की लंबाई

राजस्थान

380 कि.मी

हरियाणा

80 कि.मी

महाराष्ट्र

120 कि.मी

मध्य प्रदेश

370 कि.मी

गुजरात

300 कि.मी

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) पर स्थित मुख्य आकर्षण

इस सबसे लंबे एक्सप्रेसवे पर कई पर्यटक स्थल मौजूद हैं। आइए एक नजर डालते हैं उन कुछ जगहों पर जहां आप एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करते हुए जा सकते हैं:-

शहर

घूमने के स्थान

जयपुर

अंबर किला, जंतर मंतर, जौहरी बाजार, हवा महल, सिटी पैलेस

अजमेर

ख्वाजा ग़रीब नवाज़ दरगाह शरीफ़, जवाहर सर्कल, आना सागर झील और भी बहुत कुछ

उदयपुर

पिछोला झील, फतेह सागर झील, सिटी पैलेस, जगदीश मंदिर

अहमदाबाद

साबरमती नदी, लॉ गार्डन मार्केट, ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार म्यूजियम

सूरत

गोपी तलाव, जगदीशचंद्र बोस एक्वेरियम, गलतेश्वर

वडोदरा

लक्ष्मी विलास पैलेस, सयाजी बाग, अजवा निमेता गार्डन

दमन

जामपोर बीच, देवका बीच, मोती दमन किला, बोम जीसस चर्च

मुंबई

सिद्धिविनायक मंदिर, गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, हाजी अली दरगाह

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का कंस्ट्रक्शन पैकेज

भारत के विभिन्न राज्यों से गुजरने वाले दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के 52 पैकेजों पर काम करने वाली निर्माण कंपनियों (ठेकेदारों) की सूची नीचे दी गई है।

ठेकेदारों का नाम

राज्य

किमी में लंबाई

पैकेजों की संख्या

एप्को इंफ्राटेक

हरियाणा

47

2

अशोका बिल्डकॉन

गुजरात

13

1

एटलस कंस्ट्रक्शन - NKC JV

30

1

आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर

52

2

इरकॉन इंटरनेशनल

32

1

पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर

53

2

पीएनसी इंफ्राटेक

42

2

रोडवे सॉल्यूशंस इंडिया इंफ्रा

87

3

सद्भाव इंजीनियरिंग

25

1

धया माजू - क्रिसेंट EPC JV

राजस्थान

57

2

दिलीप बिल्डकॉन - एल्टिस होल्डिंग जेवी

08

1

ग्वार कंस्ट्रक्शन

31

1

एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग

116

3

केसीसी बिल्डकॉन

67

2

मोंटेकार्लो कंस्ट्रक्शन

महाराष्ट्र

26

1

आरकेसी इन्फ्राबिल्ट

26

1

शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी

27

1

जियांगशी कंस्ट्रक्शन - एमकेसी इंफ्रास्ट्रक्चर जेवी

मध्य प्रदेश

62

2

लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी)

मध्य प्रदेश

37

1

राजस्थान

1

जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स

गुजरात

224

1

राजस्थान

1

महाराष्ट्र

1

मध्य प्रदेश

5

दिनेशचंद्र आर. अग्रवाल इंफ्राकॉन (DRA)

राजस्थान

84

1

दिल्ली

1

हरियाणा

2

GHV इंडिया

मध्य प्रदेश

80

1

गुजरात

2

CDS इंफ्रा प्रोजेक्ट्स

हरियाणा

61

1

राजस्थान

1

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) की वर्तमान स्थिति

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे की मौजूदा स्थिति इस प्रकार है:

  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) जेवर में आगामी नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ जाएगा। लिंक रोड फरीदाबाद-बल्लभगढ़ बाईपास व डीएनडी फ्लाईवे का भी लिंक होगा।

  • सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने चेन्नई और सूरत के बीच एक एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है जो सूरत में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) को जोड़ेगा।

  • NHAI के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) का दिल्ली वडोदरा खंड दिसंबर 2022 तक तैयार होने की उम्मीद है।

  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) परियोजना की समय सीमा शुरू में 2020 तक निर्धारित की गई थी, लेकिन इसे 26 जनवरी, 2023 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। परियोजना अब दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।

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दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे: रियल एस्टेट में अवसर 

एक नया रियल हॉटस्पॉट बनेगा सोहना : दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की शुरुआत के साथ, हरियाणा स्थित सोहना एक नया रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन सकता है। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। इसलिए, इस प्रोजेक्ट से शहर में अधिक निवेशक आकर्षित होंगे। द्वारका एक्सप्रेसवे और दिल्ली-अलवर एक्सप्रेसवे (NH-248A) के आसपास कई सेक्टरों का निर्माण किया जा रहा है। 

रियल एस्टेट एक्सपर्ट का मानना ​​है कि सोहना NCR के बीच में स्थित है तथा कई अन्य शहरों से कनेक्टेड है। किसी भी शहर की रियल एस्टेट ग्रोथ काफी हद तक इलाके की कनेक्टिविटी और फिजिकल व सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर निर्भर करती है। विकास के लिए जिम्मेदार अन्य कारक आसपास के रेजिडेंशियल और कमर्शियल विकास हैं। 

टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग (DTCP) द्वारा बताई गई संख्या के अनुसार, सोहना में दस किफायती समूह आवास परियोजनाएँ, 19 समूह-आवास परियोजनाएँ और दीन दयाल आवास योजना के तहत 15 परियोजनाएँ हैं, इसके अलावा छह से सात कमर्शियल परियोजनाएँ हैं।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway): नवीनतम जानकारी

  • अलीपुर (गुरुग्राम) से दौसा (राजस्थान) के बीच का मार्ग 15 अगस्त, 2022 से यात्रियों के लिए खुला रहेगा। यात्रा का समय घटाकर 2.5 घंटे हो जाएगा, जो अभी 4 घंटे हैं। 8 लेन का यह एक्सप्रेसवे निश्चित ही सड़क पर ट्रैफिक और भीड़ को कम करने में मदद करेगा।

  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे पर ऑप्टिक फाइबर केबल नेटवर्क बिछा रहा है। यह भारत के नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन (NBM) का एक हिस्सा है। ऑप्टिक फाइबर केबल नेटवर्क दूरसंचार कनेक्टिविटी को बढ़ाने में मदद करेगा।

निष्कर्ष - दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) इस तरह का पहला एक्सप्रेसवे है क्योंकि इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग से लेन भी होंगे, जिसे ई-लेन कहा जाता है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे को 12 लेन तक किया जा सकता है। 1,350 किलोमीटर लंबा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) सोहना, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, कोटा, मंदसौर, रतलाम, दाहोद, वडोदरा, भरूच, सूरत, नवसारी, वलसाड, विरार और मुंबई सहित कई शहरों को कवर करेगा। साथ ही, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पहला ई-वे होगा जिसपर पशुओं के लिए पांच पुल होंगे। इस एक्सप्रेसवे का एक मुख्य आकर्षण मुकुंदरा नेशनल पार्क एवं माथेरान इको-सेंसिटिव जोन से गुजरने वाली 4 किमी लंबी सुरंग होगी। आठ लेन वाले दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।