शुक्रवार को जन्मे बच्चों के नाम व राशि - shukravaar ko janme bachchon ke naam va raashi

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शुक्रवार को जन्म लेने वाले बच्चे होते हैं अत्यंत भाग्यशाली, जिंदगी भर रहते हैं लोगों के आकर्षण का केंद्र

आध्यात्मिक डायरी में जोड़ें।

शुक्रवार को जन्मे बच्चों के नाम व राशि - shukravaar ko janme bachchon ke naam va raashi

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सप्ताह के 7 दिनों का महत्व

सप्ताह के 7 दिनों का अलग-अलग महत्व है। सनातन धर्म के मुताबिक 7 दिन अलग-अलग देवताओं और भगवान समर्पित हैं। इन्हीं 7 दिनों में शुक्रवार का दिन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। आइए जानते हैं कि शुक्रवार को जन्मे बच्चे कैसे होते हैं और कैसा जीवन जीते हैं।

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शक्रवार को जन्मे लोग

शुक्रवार को जन्मे बच्चे अत्यंत भाग्यशाली माने जाते हैं। इनमें गजब का आकर्षण होता है। ऐसा कहा जा सकता है कि इनकी पर्सनैलिटी चुंबक की तरह होती है जो सभी को आकर्षित कर लेती है। इनके अंदर व्यावहारिक ज्ञान कूट कूटकर भरा होता है। लोग इनके ज्ञान के कारण तो कभी इनकी सुंदरता और आकर्षण के कारण इनकी तरफ आकर्षित होते हैं। इन्हें विलासितापूर्ण जीवन जीने का शौक होता है और अपने इस शौक को पूरा करने के लिए ये भरपूर मेहनत भी करते हैं। ये कई कलाओं के धनी होते हैं जैसे- गायन, वादन और नृत्य। इसके अलावा भीड़ में भी अगर ये बोलना शुरु कर दें तो इनकी बात लोग शांति से सुनते हैं। इनकी एक कमी है कि ये लोग बहुत जल्दी लोगों पर विश्वास कर लेते हैं।

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भाग्य के धनी

शुक्रवार को जन्मे जातक भाग्य के धनी होते हैं। शुक्र देवता की कृपा के कारण इन्हें जीवन में हमेशा कहीं ना कहीं से मदद मिलती है। ये खुद तो भाग्यशाली होते ही हैं साथ ही इनके आसपास के लोगों के लिए भी ये लकी साबित होते हैं। ये जीवन में अपनी मेहनत और भाग्य के दम पर सफलता जरूर प्राप्त करते हैं। यदि कुंडली में भी इनके ग्रह शुभ बैठे हैं तो यह बड़े लीडर के तौर पर भी उभर सकते हैं।

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लक्ष्मी की कृपा

शुक्रवार को जन्मे बच्चों को जीवनभर धन की कमी नहीं होती है। इनके पास किसी ना किसी साधन से धन जरूर आता है। या यूं कहें कि इनके ऊपर भगवान की स्पेशल कृपा होती है। ये जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।

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लव लाइफ

शुक्रवार को जन्मे लोगों के प्रेम सम्बंध ज्यादा होते हैं। इनकी चंचलता के कारण इनके प्रेम सम्बंध स्थिर नही रह पाते। इनका शादीशुदा जीवन अच्छा होता है। इनके जीवन साथी इनको पाकर खुश रहते हैं।

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उपाय

ये जातक माता के भक्त होते है। इन्हे कन्याओं को मीठा भोजन निस्वार्थ भावना से करवाना चाहिये। ये किसी संस्था से जुडकर सेवा कर्म करें तो निश्चित पूर्वक अपने जीवन में सफलता प्राप्त करते है। अत्यधिक कामुकता इनकी सबसे बडी कमी होती है।

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नामकरण को सोलह संस्कारों में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। भारत में राशि के नाम तथा नक्षत्र के आधार पर नाम रखने की प्राचीन परंपरा रही है। अच्छे भविष्य के लिए लड़कों के नाम और लड़कियों के नाम वैदिक ज्योतिष के मानदंडों के अनुसार रखने की आवश्यकता होती है। ज्योतिषीय रूप से सही नाम जानने के लिए कृपया नीचे जन्म-विवरण भरें–

शुक्रवार को जन्मे बच्चों के नाम व राशि - shukravaar ko janme bachchon ke naam va raashi

भारत एक परम्पराओं का देश है, जहाँ शादी-ब्याह से लेकर बच्चे का नामकरण तक पूरे रीति-रिवाज़ के साथ की जाती है। धर्म चाहे कोई भी हो सभी अपने आने वाले या फिर जन्म ले चुके बच्चे का नाम बहुत ही आकर्षक रखना चाहते हैं।

हमारे समाज में लोगों की ऐसी सोच है कि नाम से ही व्यक्ति की पहचान होती है इसीलिए नाम दमदार होना चाहिए। और यह बात बहुत हद तक सही भी है क्यूंकि सबसे पहली चीज़ जो कोई व्यक्ति हमसे पूछता है वह होता है हमारा नाम।

क्या है नामकरण ?

नामकरण एक प्रथा होती है जिसे लोग बच्चे के इस दुनिया में आने के बाद करते हैं। किसी भी व्यक्ति का नाम उसकी पहचान के लिए रखा जाता है। हिन्दू धर्म में बहुत से लोग नामकरण की इस प्रक्रिया को पूरे विधि-विधान से करते हैं, जिसे नामकरण संस्कार कहा जाता है।

जन्म के दसवें या बारहवें दिन नामकरण संस्कार किया जाता है, जिसमें बच्चों के राशि के नाम रखे जाते हैं। नामकरण की प्रथा बहुत ही पुराने समय से चली आ रही है। वैदिक काल में चार प्रकार से नाम रखने का प्रचलन था।

  • नक्षत्र नाम - इसमें शिशु का नाम जन्म से समय नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर नाम रखा जाता था।
  • गुप्त नाम - जातकर्म के समय माता-पिता द्वारा रखा जाने वाला नाम।
  • व्यावहारिक नाम - नामकरण संस्कार के वक़्त रखा गया बच्चे का नाम।
  • याज्ञिक नाम - यज्ञकर्म के संपादन के आधार पर रखा गया नाम।

नामकरण का महत्व

अगर देखा जाये तो बच्‍चे की पहली पहचान नाम ही तो बनता है जो जिंदगी भर उसके साथ जुड़ा रहता है। हमें बच्‍चे का नाम रखते समय कई बातों का खयाल रखना पड़ता है जैसे पारिवारिक रीति-रिवाज, परंपराओं, सामाजिक नियम और भी ढेर सारी बातों को ध्यान में रखकर ही नाम रखा जाता है।

अगर देखा जाये तो नाम ऐसा रखना चाहिए जो अर्थपूर्ण होने के साथ-साथ उच्‍च‍ारण में भी आसान हो। आपको अपने बच्‍चे के नाम का चुनाव करने से हर तरह की पहलुओं पर गौर करना चाहिए।

कभी-कभी व्यक्ति अपने बुज़ुर्गों से लगाव आदि के कारण अपने बच्चे का नाम उनके नाम पर रख देते है लेकिन उन्हें यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि आपका बच्चा आधुनिक समय में पैदा हो रहा है तो कहीं उसे आपके द्वारा दिए गए नाम की वजह से भविष्य में हास्य का पात्र तो नहीं बनना पड़ जायेगा।

वहीं कुछ लोगों की धारणा यह भी होती है कि यदि हम अपने बच्चे का नाम किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के नाम पर रखते हैं तो वह उस व्यक्ति की भांति प्रसिद्धि पाएगा जैसे क से लड़कियों के नाम में देखें तो कुछ लोग अपनी बच्ची का नाम करीना, करिश्मा, कटरीना आदि रख देते हैं ताकि उनकी बेटी भी इन अभिनेत्रियों की तरह नाम, शोहरत और पैसा कमाएंगी तो हम आपको बता दें कि कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों से बड़ा बनता है और अपने प्रयासों के कारण ही आगे बढ़ता है। इसीलिए नाम हमेशा सोच कर रखें।

कई जगहों पर आप नाम से बच्चे के धर्म का अंदाज़ा लगा सकते हैं क्यूंकि कुछ लोग अपने धर्म के अनुसार भी बच्चों के नाम रखते हैं। हिन्दू बच्चों के नाम, मुस्लिम, सिख, ईसाई बच्चों के नाम में थोड़ी भिन्नता देखने को मिलती है। जैसे हिन्दू लड़को के नाम की बात करें तो राम, कृष्णा, अखिल, राहुल, शिव आदि होते हैं और मुस्लिम लड़कों के नाम देखे तो अब्दुल, रहीम, आसिफ़, फ़िरोज़ आदि। अब इन नामों को सुनते ही आप बच्चे का धर्म बता सकते हैं।

वैसे, देखा जाये तो आज के इस मॉडर्न समय में अब लोग नामकरण करते समय धर्म आदि को ज्यादा तरजीह नहीं देते हैं। उन्हें अपने बच्चे के लिए चाहिए होता है तो बस एक आकर्षक और आसान नाम।

कैसे करें नामकरण?

बच्‍चे का नामकरण करना किसी भी माता-पिता के लिए मुश्किल भरा होता है। सभी चाहते हैं कि उनके बच्चे का नाम सबसे हटकर और अलग हो। कुछ लोग तो अपने बच्चे का नाम अपने धर्म से अलग भी रखते हैं। नामकरण के लिए नाम का चुनाव हमेशा पूरे परिवार की मर्ज़ी से ही किया जाना चाहिए।

कभी-कभी आप किसी बच्चे का नाम सुनकर इतने आकर्षित हो जाते हैं कि आपको लगता है कि आपके बच्चे का नाम भी ऐसा ही होना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे कि एक बार अगर आपने अपने बच्चे का नाम कुछ रख दिया तो उसे पूरी ज़िन्दगी उसी नाम से जाना जाता है। इसीलिए जल्दबाज़ी में नाम रखने की जगह आप दिए गए बिंदुओं को ध्यान में रख कर ही नामकरण करें।

  • अगर आपको अपने बच्चे के लिए कुछ अच्छा नाम समझ नहीं आ रहा तो आप किसी दोस्त, रिश्तेदार आदि से भी सलाह ले सकते हैं।
  • नामकरण बच्चे की राशिफल, ग्रह और नक्षत्रों को ध्‍यान में रखकर ही करें। धार्मिक मान्यतों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इन सब चीज़ों को ध्यान में रखकर नाम रखने से बच्चा भाग्यशाली होता है।
  • बच्चे का नाम ऐसा रखे जो प्रचलित हो और जल्द ही सबकी ज़ुबान पर चढ़ जाये। प्रचलित नाम आसान होते हैं और सबको जल्दी ही याद हो जाते हैं।
  • हमारे समाज में हर तरह के लोग होते हैं, कुछ ऐसे होते हैं जो बहुत ही आस्तिक होते हैं। ऐसे लोग अपने बच्चे का नाम साधू-संन्यासियों पर रख सकते हैं। ऐसे नाम अन्य लोगों के लिए प्रेरणा की तरह होते हैं।
  • आप अपने बच्चों के नाम रखने के लिए बाजार में मौजूद किताबों की मदद ले सकते हैं। इन किताबों में सभी तरह के नाम और उनके अर्थ मौजूद होते हैं।
  • आज कल सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर हर तरह की सुविधा मौजूद है। आपको यहाँ पर एकदम अलग नामों का भण्डार मिल सकता है। बस आपको धैर्य रखकर तलाश करने की जरूरत है। आपको जिस भी अक्षर से नाम चाहिए उसका पहला अक्षर डाल दें और देखेंगे की बच्चों के नाम की लिस्ट आपके पास आ जाएगी। जैसे स से लड़कियों के नाम - सोनिया, सपना, संस्कृति, संभावना आदि।
  • बहुत सरे लोग ऐसे होते है जो अपने आने वाले बच्चे का नाम दादा-दादी, नाना-नानी या फिर घर के किसी पूर्वज के नाम पर रख देते हैं।

ज्योतिष के अनुसार नामकरण

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में नाम का बहुत महत्व होता है। ज्योतिष विद्या में एक व्यक्ति के नाम से उसकी प्रवृति और नाम के अनुसार भविष्य के बारे में जानने की कला होती है। नाम में मौजूद अक्षर व्यक्ति के व्यवहार, गुण, आचरण आदि के बारे में भी बताते हैं।

विवाह के समय ज्योतिष जन्म पत्रिका के अनुसार गुप्त नामों को भी ध्यान में रख कर कुंडली मिलान करता है। नाम के अक्षरों को जोड़ कर नामांक निकाला जाता है, जिसकी मदद से ज्योतिष आपकी कमज़ोरियों, आपके मूल स्वभाव, आपकी शक्तियां, मित्र राशियां, व्यवसाय को बताने में सक्षम हो पता है।

एस्ट्रोसेज पर क्या है खास

एस्ट्रोसेज के माध्यम से आप अपने बच्चे का नामकरण कर सकते हैं। यहाँ सिद्ध ज्योतिष द्वारा आपके बच्चे के जन्म से जुड़े तथ्यों का पूर्ण रूप से अध्ययन करने के बाद ही नामकरण किया जाता है।

हमारे द्वारा ग्रह-नक्षत्र, चन्द्रमा की दशा और राशि के नाम सुझाए जाते हैं। ये नाम न केवल अलग होते हैं, बल्कि बच्चे के भाग्य उदय में भी मदद करते हैं। तो अगर आप भी अपने बच्चे के नाम को ले कर चिंतित हो रहे हैं तो एस्ट्रोसेज आपकी पूरी मदद करेगा।

शुक्रवार को जन्मे बच्चे की राशि क्या होगी?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्रवार के दिन जन्म लेने वाले लोगों को फिल्म, संगीत, फैशन इंडस्ट्री और लेखन जैसे क्षेत्रों में अच्छी सफलता प्राप्त होती है। ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों का जन्म शुक्रवार के दिन होता है उन पर शुक्र ग्रह के प्रभाव की वजह से उनका मन चंचल होता है।

नवजात बच्चे का नाम कैसे निकाले?

बच्चों के और अधिक नाम जानने के लिए www.babynamesindia.com पर लॉग ऑन करें। बच्चे का जेंडर सेलेक्ट करें और जिस अक्षर से नाम चाहते हैं, उस पर क्लिक कर कई नाम देख सकते हैं। आप पूरी ई-बुक को भी डाउनलोड कर अपने सिस्टम पर बच्चों के 17 हजार से अधिक नाम पा सकते हैं।

कौन से महीने के बच्चे भाग्यशाली होते हैं?

जुलाई और अगस्त :- महीना में जो व्यक्ति के जन्म होता है बहुत सरल स्वभाव के होते हैं और भाग्यशाली भी होते हैं । यह लोग अपने माता पिता के सेवा करने में तनिक भी विलंब नहीं करता है । इस महीने के जन्मे लोग दयालु होते हैं और दूसरे की सहायता करते हैं । ऐसे लोग दूसरे की दुख को समझने में समर्थ है।

सुबह जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं?

-सुबह जन्म लेने वाले जातक हिन्दू धर्म में इस प्रहर में पूजा-पाठ और अन्य मंगल कार्य किए जाते हैं. इस प्रहर में जन्म लेने वाला व्यक्ति जीवन में सदैव उन्नति करता है, लेकिन जीवन के प्रारंभिक काल में इनका स्वास्थ्य थोड़ा ख़राब रहता है. प्रथम प्रहर में जन्मे व्यक्ति जल्द ही इस समस्या से उबर कर उन्नति करते हैं.