शब्द की परिभाषा और उसके भेद - shabd kee paribhaasha aur usake bhed

नमस्कार साथियों 🙏 आपका स्वागत है। आज हम आपको हिंदी विषय के अति महत्वपूर्ण पाठ शब्द की परिभाषा | शब्द के प्रकार | shabd in hindi से परिचित कराएंगे।

दोस्तों आप UPTET, CTET, HTET, BTC, DELED,
SUPERTET, या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते होंगे। आप जानते है की परीक्षाओं में हिंदी विषय का उतना ही स्थान है जितना अन्य विषयो का है।

इसीलिए हिंदी की महत्ता को देखते हुए हम आपके लिए अपनी वेबसाइट hindiamrit.com पर हिंदी के शब्द की परिभाषा | शब्द के प्रकार | shabd in hindi पाठ का विस्तृत रूप से अध्ययन प्रदान कर रहे हैं। आप हमारी वेबसाइट पर हिंदी के समस्त पाठ का विस्तृत अधिगम प्राप्त कर सकेंगे।


Contents

  • 1 शब्द की परिभाषा | शब्द के प्रकार | shabd in hindi
    • 1.1 शब्द की परिभाषा | शब्द के प्रकार | shabd in hindi
  • 2 वर्ण किसे कहते हैं
  • 3 शब्द किसे कहते हैं || शब्द की परिभाषा
  • 4 पद किसे कहते है
  • 5 शब्द के प्रकार | शब्दों का वर्गीकरण | shabd in hindi
  • 6 शब्द कितने प्रकार के होते हैं || शब्दों के प्रकार | hindi me shabd ke prakar
  • 7 (1) अर्थ के आधार पर शब्दो के प्रकार
    • 7.1 (i) सार्थक शब्द
      • 7.1.1 सार्थक शब्दों के प्रकार
    • 7.2 (ii) निरर्थक शब्द
    • 7.3 (i) वाचक (अभिधा शब्द शक्ति)
    • 7.4 (ii) लक्षक (लक्षणा शब्द शक्ति)
    • 7.5 (iii) व्यंजक (व्यंजना शब्द शक्ति)
  • 8 (2) उत्पत्ति / स्रोत / इतिहास / भाषायी विकास के आधार पर शब्दों के प्रकार
    • 8.1 (i) तत्सम शब्द
    • 8.2 (ii) तद्भव शब्द
    • 8.3 (iii) देशज / देशी शब्द
    • 8.4 (iv) विदेशज / विदेशी / आगत शब्द
    • 8.5 (v) संकर शब्द
  • 9 (3) रचना /बनावट  के आधार पर शब्दो के प्रकार
    • 9.1 (i) रूढ़ शब्द
    • 9.2 (ii) यौगिक शब्द
    • 9.3 (iii) योगरूढ़ शब्द
  • 10 (4) प्रयोग / व्याकरणिक विवेचन  के आधार पर शब्दो के प्रकार
    • 10.1 (i) विकारी शब्द
    • 10.2 (ii) अविकारी शब्द
  • 11 शब्द की परिभाषा | शब्द के प्रकार | shabd in hindi से जुड़े परीक्षा उपयोगी प्रश्न
  • 12 👉 सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण पढ़िये टच करके
    • 12.1 final words

शब्द की परिभाषा | शब्द के प्रकार | shabd in hindi

शब्द की परिभाषा और भेद,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,shabd in hindi,shabd ke prakar,शब्द की परिभाषा क्या है,शब्द किसे कहते हैं परिभाषा,शब्द की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,shabd in hindi,shabd ke prakar,शब्द विचार,अर्थ के आधार पर शब्द के प्रकार,शब्द भेद व प्रकार,शब्द भेद हिंदी व्याकरण,वाक्य की परिभाषा,शब्द और अर्थ का सम्बन्ध,अर्थ के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं,उत्पत्ति के आधार पर शब्द कितने प्रकार के होते हैं,

Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,शब्द के प्रकार,shabd in hindi,shabd ke prakar,तत्सम शब्द किसे कहते हैं,शब्द किसे कहते हैं उदाहरण सहित बताइए,शब्द किसे कहते हैं इन हिंदी,शब्द किसे कहते हैं और उसके भेद,शब्द किसे कहते हैं Class 10,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,shabd in hindi,shabd ke prakar,सार्थक शब्द किसे कहते हैं,पद किसे कहते हैं,देशज शब्द किसे कहते हैं,शब्द किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं,यौगिक शब्द किसे कहते हैं,शब्द भेद व प्रकार,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,

shabd in hindi,shabd ke prakar,शब्द की परिभाषा और भेद,अर्थ के आधार पर शब्द के प्रकार,विकारी शब्द के प्रकार,शब्द भेद व प्रकार,उत्पत्ति के आधार पर शब्द कितने प्रकार के होते हैं,रचना के आधार पर शब्द कितने प्रकार के होते हैं,अर्थ के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं,रचना के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं,शब्द भेद हिंदी व्याकरण,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,शब्द के प्रकार,shabd in hindi,

shabd ke prakar,शब्द किसे कहते हैं परिभाषा,शब्द विचार,शब्द की परिभाषा और भेद,उत्पत्ति के आधार पर शब्द के कितने भेद है,शब्द विचार का वर्गीकरण,शब्द भेद व प्रकार,शब्द की परिभाषा और भेद,शब्द भेद हिंदी व्याकरण,शब्द विचार किसे कहते हैं,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,shabd in hindi,shabd ke prakar,शब्द विचार का चार्ट,शब्द विचार की परिभाषा,शब्द की परिभाषा इन हिंदी,शब्द के प्रकार,शब्द किसे कहते हैं परिभाषा,Hindi me shabd,शब्द की परिभाषा,shabd in hindi,

shabd ( hindi words )

____________________________________________

ये भी पढ़ें:

Complete Hindi Vyakaran व्याकरण :

Bhasha भाषा,    Varn वर्ण and Varnmala वर्णमाला,   Shabd शब्द,   Vakya वाक्य ,   Sangya संज्ञा

Sarvnam सर्वनाम,   Ling लिंग,   Vachan वचन ,   alankar अलंकार,   visheshan विशेषण ,

pratyay प्रत्यय ,  Kriya क्रिया ,    Sandhi संधि,  karak कारक,    kal काल kaal Vilom Shabd विलोम शब्द 

_____________________________________________

शब्द की परिभाषा shabd ki paribhasha

दो या दो से अधिक वर्णो से बने ऐसे समूह को ‘शब्द’ कहते है जिसका कोई न कोई अर्थ निकलता हो। या वर्णों या ध्वनियों के सार्थक वर्णसमुदाय को ‘शब्द’  कहते है।

जैसे-  घर, कार, रोटी, कपड़ा आदि।

इन शब्दों की रचना दो या दो से अधिक वर्णों के मेल से हुई है। वर्णों के ये मेल सार्थक है जिनसे किसी अर्थ का बोध होता है।

शब्द के अकेले प्रयोग और अन्य शब्दों के साथ प्रयोग से उनके अर्थ प्रकट होते हैं।

सही शब्द वर्णों को सही क्रम में मिलाने से ही बनते हैं, उन्हीं शब्दों का महत्त्व है, जो सार्थक हैं, जिनका अर्थ स्पष्ट और सुनिश्र्चित है। व्याकरण में निरर्थक शब्दों पर विचार नहीं होता।

शब्द और पद- यहाँ शब्द और पद का अंतर समझ लेना चाहिए। ध्वनियों के मेल से शब्द बनता है। जैसे- प+आ+न+ई= पानी। यही शब्द जब वाक्य में अर्थवाचक बनकर आये, तो वह पद कहलाता है।
जैसे- पुस्तक लाओ। इस वाक्य में दो पद है- एक नामपद ‘पुस्तक’ है और दूसरा क्रियापद ‘लाओ’ है।

शब्द के भेद

अर्थ, प्रयोग, उत्पत्ति, और व्युत्पत्ति की दृष्टि से शब्द के कई भेद है। इनका वर्णन निम्न प्रकार है-

  1. 1. अर्थ की दृष्टि से शब्द-भेद

(i)साथर्क शब्द (ii) निरर्थक शब्द

(i)सार्थक शब्द:- जिस वर्ण समूह का स्पष्ट रूप से कोई अर्थ निकले, उसे ‘सार्थक शब्द’ कहते है।
(ii)निरर्थक :- जिस वर्ण समूह का कोई अर्थ न निकले, उसे निरर्थक शब्द कहते है।

  1. 2. प्रयोग की दृष्टि से शब्द-भेद

 (i)विकारी शब्द (ii)अविकारी शब्द

 

(i)विकारी शब्द :- जिन शब्दों के रूप में लिंग, वचन, कारक के अनुसार परिवर्तन का विकार आता है, उन्हें विकारी शब्द कहते है।

विकारी शब्द चार प्रकार के होते है- 
(i) संज्ञा (noun) (ii) सर्वनाम (pronoun) (iii) विशेषण (adjective) (iv) क्रिया (verb)

 

(II)अविकारी शब्द :- जिन शब्दों के रूप में कोई परिवर्तन नही होता, उन्हें अविकारी शब्द कहते है।

ऐसे शब्द जिनमें लिंग, वचन, कारक आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता, अविकारी शब्द कहलाते हैं।
अविकारी शब्द भी चार प्रकार के होते है-
(i) क्रिया-विशेषण (Adverb) (ii) सम्बन्ध बोधक (Preposition) (iii) समुच्चय बोधक(Conjunction) (iv)विस्मयादि बोधक(Interjection)

 

  1. उत्पति की दृष्टि से शब्द-भेद

(i)तत्सम शब्द (ii )तद्भव शब्द (iii )देशज शब्द एवं (iv)विदेशी शब्द।

(i) तत्सम शब्द :- संस्कृत भाषा के वे शब्द जो हिन्दी में अपने वास्तविक रूप में प्रयुक्त होते है, उन्हें तत्सम
शब्द कहते है। या हिंदी में प्रयुक्त संस्कृत के मूल शब्दों को ‘तत्सम’ कहते है।
जैसे-  पुष्प, पुस्तक, कार्य, मृत्यु आदि।


(ii) तद्धव शब्द :- ऐसे शब्द, जो संस्कृत और प्राकृत से विकृत होकर हिंदी में आये है, ‘तदभव’ कहलाते है।
यानि संस्कृत भाषा के ऐसे शब्द, जो बिगड़कर अपने रूप को बदलकर हिन्दी में मिल गये है, ‘तद्धव’ शब्द कहलाते है।

जैसे- अग्नि के स्थान पर आग इत्यादि

iii) देशज शब्द :-  जो शब्द देश के विभिन्न प्रदेशों में प्रचलित आम भाषा से हिंदी में आ गए हैं, वे देशज शब्द कहलाते हैं। देशज वे शब्द है, जिनकी व्युत्पत्ति का पता नही चलता। ये अपने ही देश में बोलचाल से बने है, इसलिए इन्हे देशज कहते है।

शब्द की तीन शक्तियाँ हैं – 

 

अभिधा, लक्षणा में और व्यंजना। जिनमें वे शक्तियाँ होती हैं वे शब्द भी तीन प्रकार के होते हैं- वाचक, लक्षक और व्यंजक। इनके अर्थ भी तीन प्रकार के होते हैं- वाच्यार्थ, लक्ष्यार्थ और व्यंग्यार्थ।

वाचक शब्द साक्षात संकेतित अर्थ का बोधक होता है। वाचक शब्दों के चार भेद होते हैं- जातिवाचक शब्द, गुणवाचक शब्द (विशेषण), क्रियावाचक तथा द्रव्यवाचक शब्द।

अभिधा शक्ति– मुख्य अर्थ की बोधिका शब्द की प्रथमा शक्ति का नाम अभिधा है। अभिधा शक्ति से पद-पदार्थ का पारस्परिक सम्बन्ध ज्ञात होता है। अभिधा शक्ति से जिन वाचक शब्दों का अर्थ बोध होता है, उन्हें क्रमश: रूढ़ , यौगिक तथा योगरूढ़ कहा जाता है।

मुख्यार्थ से भिन्न लक्षणा शक्ति द्वारा अन्य अर्थ लक्षित होता है, उसके अर्थ को लक्ष्यार्थ कहते हैं। शब्द में यह आरोपित है और अर्थ में इसका स्वाभाविक निवास है। जैसे- ‘वह बड़ा शेर है’ में ‘शेर’ बहादुर का लक्ष्यार्थ है।

लक्षणा शक्ति– मुख्यार्थ की बाधा होने पर रूढि़-प्रयोजन को लेकर जिस शक्ति के द्वारा मुख्यार्थ से सम्बन्ध रखने वाला अन्य अर्थ लक्षित हो, उसे लक्षणा शक्ति कहते हैं। लक्षणा के लक्षण में तीन बातें मुख्य हैं- मुख्यार्थ की बाधा, मुख्यार्थ का योग, रूढि़ या प्रयोजन।

व्यंजना शक्ति – व्यंजना के दो भेद हैं- शाब्दी व्यंजना और आर्थी व्यंजना। शाब्दी व्यंजना के दो भेद होते हैं एक अभिधामूला और दूसरी लक्षणामूला।

____________________________________________

ये भी पढ़ें:

Complete Hindi Vyakaran व्याकरण :

Bhasha भाषा,    Varn वर्ण and Varnmala वर्णमाला,   Shabd शब्द,   Vakya वाक्य ,   Sangya संज्ञा

Sarvnam सर्वनाम,   Ling लिंग,   Vachan वचन ,   alankar अलंकार,   visheshan विशेषण ,

pratyay प्रत्यय ,  Kriya क्रिया ,    Sandhi संधि,  karak कारक,    kal काल kaal   Vilom Shabd विलोम शब्द 

_____________________________________________

  • क्रिया की परिभाषा KRIYA KI PARIBHASHA

    क्रिया किसे कहते हैं ? KRIYA KISEKAHTE HAIN क्रिया की परिभाषा KRIYA KI PARIBHASHA : ऐसे शब्द जो हमें किसी काम के…

  • सर्वनाम परिभाषा और उदाहरण sarvnam ki paribhasha

    सर्वनाम – भेद परिभाषा और उदाहरण sarvnam kise kahte hainसर्वनाम की परिभाषा : sarvnam ki paribhasha :

  • वचन की परिभाषा Vachan in Hindi Grammar

    वचन की परिभाषा, भेद और उदाहरण- Vachan in Hindi Grammar शब्द का वह रूप जिससे संख्या का बोध हो उसे वचन कहते हैं…

  • व्याकरण की परिभाषा Defination Of Hindi Grammar

    व्याकरण की परिभाषा ____________________________________________ ये भी पढ़ें: Complete Hindi Vyakaran व्याकरण : Bhasha भाषा,    Varn वर्ण and Varnmala वर्णमाला,   Shabd शब्द,…

  • कारक की परिभाषा व भेद

    कारक किसेकहते हैं karak kise kahte hain कारक की परिभाषा karak ki paribhasha कारक के भेद Karak ke Bhed कर्ता कारक Karta…

  • संज्ञा की परिभाषा sangya definition in hindi संज्ञा किसे कहते हैं ? Sangya in Hindi संज्ञा के भेद sangya ke bhed in hindi…

    शब्द किसे कहते हैं और कितने भेद होते हैं?

    दो या दो से अधिक वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैंशब्द के दो भेद हैं। 1. सार्थक शब्द :- जिन शब्दों के अर्थ ग्रहण किए जाते हैं, उन्हें सार्थक शब्द कहते हैं

    शब्द के भेद क्या है?

    Answer. Explanation: व्युत्पत्ति (बनावट) के आधार पर शब्द के निम्नलिखित तीन भेद हैं- रूढ़, यौगिक तथा योगरूढ़। रूढ़ शब्द: जो शब्द किन्हीं अन्य शब्दों के योग से न बने हों और किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हों तथा जिनके टुकड़ों का कोई अर्थ नहीं होता, वे रूढ़ कहलाते हैं।

    शब्द के भेद कितने होते हैं Class 4?

    Answer. रूढ़, यौगिक तथा योगरूढ़।

    शब्द भेद कैसे?

    प्रयोग के आधार पर शब्द-भेद जैसे-कुत्ता, कुत्ते, कुत्तों, मैं मुझे, हमें अच्छा, अच्छे खाता है, खाती है, खाते हैं। इनमें संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं। अविकारी शब्द: जिन शब्दों के रूप में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे-यहाँ, किन्तु, नित्य और, हे अरे आदि।