पैर की सर्जरी कैसे की जाती है? - pair kee sarjaree kaise kee jaatee hai?

पैर की सर्जरी कैसे की जाती है? - pair kee sarjaree kaise kee jaatee hai?

वैरिकोज वेंस टेढ़ी-मेढ़ी नसें हैं, जो शिराओं में मौजूद वाल्व के कमजोर अथवा डैमेज हो जाने के कारण होती हैं। यह नसों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाने के कारण हो सकता है।

आमतौर पर शिराओं में उपस्थित एकतरफा वाल्व रक्त को सिर्फ हृदय की तरफ भेजने में मदद करता है। लेकिन जब यह क्षतिग्रस्त हो जाता है तो रक्त हृदय में जाने के बजाय एक जगह एकत्रित होने लगता है। खून के एक ही जगह इकट्ठा होने से नसें सूज जाती हैं और टेढ़े-मेढ़े आकार में तब्दील हो जाती हैं।

यह शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में पैरों में देखा जाता है। गर्भावस्था, मोटापा, बढ़ती उम्र, एक ही जगह खड़े या बैठे रहना आदि इसके जोखिम कारक हैं।

पढ़ें – वैरिकोज वेंस और वैरीकोसेल में क्या अंतर है?

वाल्वस की स्थिति और वैरिकोज वेंस की गंभीरता का निदान करने के लिए एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन आदि कुछ टेस्ट किए जा सकते हैं।

वैरिकोज वेंस का इलाज सर्जरी अथवा अन्य मेडिकल प्रोसीजर से ही किया जा सकता है। गंभीरता के अनुसार डॉक्टर सर्जिकल या मेडिकल प्रोसीजर में से किसी एक का चयन करते हैं।

वैरिकोज वेंस की सर्जरी की जरूरत कब पड़ती है?

यदि वैरिकोज अधिक गंभीर नहीं है तो डॉक्टर लाइफस्टाइल में बदलाव करने, कंप्रेशन सॉक्स पहनने, एक्सरसाइज करने आदि को कहेंगे।

यदि ये सब अपनाने के बाद भी वैरिकोज वेंस की नसों के कारण असहजता और दर्द हो रहा है तो डॉक्टर नॉन-सर्जिकल मेडिकल प्रोसीजर जैसे स्क्लेरोथेरेपी की सलाह दे सकते हैं। 

नॉन-सर्जिकल तकनीक फेल हो जाने अथवा वैरिकोज वेंस के गंभीर होने पर सर्जरी का निर्णय लिया जाता है। ऑपरेशन करने की कई विधियां हैं। परिस्थिति के अनुसार डॉक्टर उचित प्रक्रिया का चयन करेंगे।

  • वैरिकोज वेंस का सर्जिकल और मेडिकल इलाज क्या है?
  • ऑपरेशन से पहले
  • वैरिकोज वेंस की सर्जरी – प्रकार और प्रक्रिया
    • एम्बुलेटरी फ्लेबेक्ट्मी (Ambulatory Phlebectomy)
    • लेजर सर्जरी
      • सिंपल लेजर सर्जरी 
    • एंडोवेनस लेजर सर्जरी
    • इंडोस्कोपिक वेनस रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन
    • इंडोस्कोपिक वेन सर्जरी
    • वैरिकोज वेंस स्ट्रिपिंग
  • ऑपरेशन के बाद देखभाल
  • डॉक्टर से कब बात करें?
  • वैरिकोज वेंस का उपचार के लिए किस सर्जिकल प्रक्रिया का चयन करना चाहिए?
  • Pristyn Care से कराएं वैरिकोज वेंस की दर्द रहित मिनिमल इनवेसिव सर्जरी

वैरिकोज वेंस का सर्जिकल और मेडिकल इलाज क्या है?

यदि वैरिकोज वेंस अपनी सामान्य स्थिति में है तो डॉक्टर कुछ ख़ास प्रकार के केमिकल की मदद से इसे ठीक कर देते हैं। मेडिकल प्रोसीजर में निम्न प्रक्रियाएं शामिल हैं-

  • स्क्लेरोथेरेपी – यह तकनीक छोटे आकार और नार्मल स्टेज के वैरिकोज वेंस को ठीक करने के लिए इस्तेमाल होती है। स्क्लेरोथेरेपी में डॉक्टर नसों में एक ख़ास-प्रकार का केमिकल इंजेक्ट करते हैं। इससे नसें सिकुड़ने लगती हैं और बंद हो जाती हैं। हालांकि आपको एक से अधिक ट्रीटमेंट सेशन की जरूरत पड़ेगी। दूसरा सेशन 4 से 6 सप्ताह बाद होगा।
  • माइक्रो स्क्लेरोथेरेपी –  इसकी प्रक्रिया स्क्लेरोथेरेपी की तरह है, लेकिन यह स्पाइडर वेंस अथवा बहुत छोटे आकार के वैरिकोज वेंस को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है।

पढ़ें- वैरिकोज वेंस क्या है? कारण, लक्षण और उपचार

सर्जिकल इलाज में डॉक्टर क्षतिग्रस्त नसों को हटा देते हैं। इसकी कई प्रक्रियाएं हैं।

ऑपरेशन से पहले

वैरिकोज वेंस का ऑपरेशन शुरू करने से पहले, डॉक्टर व्यक्ति का फिजिकल एवं हेल्थ चेकअप करेंगे। कुछ जाँच प्रक्रियाएं जैसे-डॉपलर टेस्ट, सीटी स्कैन आदि किए जा सकते हैं।

यदि रोगी को अपने रहन-सहन में कोई परिवर्तन करने की जरूरत है तो डॉक्टर कुछ निर्देश देंगे। आमतौर पर हर रोगी के लिए अलग-अलग निर्देश होते हैं, लेकिन कुछ कॉमन निर्देश हैं जो लगभग हर पेशेंट को दिए जाते हैं।

  • सर्जरी के 2 सप्ताह पहले से धूम्रपान या मदिरापान वर्जित है।
  • यदि रोगी किसी दवा का सेवन कर रहा है अथवा वह किसी बीमारी से ग्रस्त है तो डॉक्टर को बता देना चाहिए।
  • ब्लड थिनर का उपयोग न करें।
  • कई मामलों में डॉक्टर आपके खान-पान में भी परिवर्तन करने को कह सकते हैं।
  • डॉक्टर सप्लीमेंट और कुछ अनावश्यक दवाइयों से परहेज करने को कह सकते हैं।
  • सर्जरी के 8 घंटे पहले से आप कुछ खा या पी नहीं सकते हैं।
  • यदि आप किसी चीज के प्रति एलर्जिक हैं तो अपने डॉक्टर को बता दें।
  • अगर आपके हेल्थ केयर प्रोवाइडर केयर बड्डी नहीं दे रहे हैं तो सर्जरी के बाद घर जाने के लिए अपने परिजन/दोस्त को साथ में जरूर लाएं।

वैरिकोज वेंस की सर्जरी – प्रकार और प्रक्रिया

वैरिकोज वेंस का ऑपरेशन करने के लिए कई सर्जिकल प्रक्रियाएं हैं। बीमारी की गंभीरता के अनुसार डॉक्टर इलाज के लिए किसी एक प्रक्रिया का चयन करते हैं।

एम्बुलेटरी फ्लेबेक्ट्मी (Ambulatory Phlebectomy)

यह एक मिनिमल इनवेसिव सर्जरी है, जो बड़ी आकार की वैरिकोज वेंस के लिए इस्तेमाल होती है। यह प्रक्रिया तब की जाती है जब इंजेक्शन या अन्य नॉन-सर्जिकल विधि से वैरिकोज वेंस का इलाज नहीं हो पाता है।

ऐसे लोग जो अपने कदम पर नहीं चल सकते हैं अथवा कम्प्रेशन सॉक्स नहीं पहन सकते हैं, वे इस प्रक्रिया से वैरिकोज वेंस का ऑपरेशन नहीं करा सकते हैं।

पढ़ें- वैरिकोज वेंस की पतंजलि दवा

प्रक्रिया

यदि व्यक्ति एम्बुलेटरी फ्लेबेक्ट्मी  के लिए फिट है तो सर्जरी की प्रक्रिया शुरू की जाती है।

  • इलाज की जाने वाली नसों को रेखांकित या चिह्नित किया जाता है।
  • लोकल एनेस्थीसिया को प्रभावित जगह में इंजेक्ट किया जाता है।
  • डॉक्टर सर्जिकल ब्लेड से त्वचा पर 2-3 छोटे-छोटे कट करते हैं।
  • एक कट के जरिए हुक डाला जाता है और डॉक्टर प्रभावित नस को हुक में फंसा देते हैं।
  • आवश्यकता पड़ने पर और कट किए जा सकते हैं।
  • अब डॉक्टर एडवांस सर्जिकल उपकरण की मदद से वैरिकोज वेंस को बाहर निकाल देते हैं।
  • सर्जरी के बाद एक सप्ताह तक कम्प्रेशन सॉक पहनने को कहा जाता है।

फायदे-

  • रिकवरी में अधिक समय नहीं लगता है।
  • जनरल एनेस्थीसिया की जरूरत नहीं पड़ती है।
  • बड़ी आकार की नसों के लिए एक अच्छी प्रक्रिया।

नुकसान

  • यह सर्जिकल प्रक्रिया थोड़ी महंगी है।
  • कुछ लोगों में इन्फेक्शन हो सकता है।

लेजर सर्जरी

इसे दो तरह से किया जा सकता है-

  1. सिंपल लेजर सर्जरी
  2. एंडोवेनस लेजर सर्जरी

सिंपल लेजर सर्जरी 

छोटी वैरिकोज वेंस का इलाज करने के लिए यह एक नॉन-इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें त्वचा पर कोई कट नहीं किया जाता है।

एक पिन पॉइंट लेजर बीम की मदद से नसों को ब्लॉक कर दिया जाता है और वैरिकोज वेंस का हमेशा के लिए अंत हो जाता है।

हालांकि, इसमें  एक से अधिक सेशन की जरूरत पड़ती है। दूसरे सेशन के बीच में 6 से 12 सप्ताह का अंतराल होता है। कोई कट और ब्लीडिंग नहीं होने की वजह से यह लोगों की पसंदीदा प्रक्रिया है।
पढ़ें – वैरिकोज वेंस के घरेलू उपाय

प्रक्रिया 

  • प्रभावित क्षेत्र को सुन्न करने के लिए लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है।
  • अब प्रभावित नसों पर लेजर किरणें डाली जाती हैं।
  • लेजर हीत से वेंस डैमेज हो जाती है जिससे स्कार टिश्यू बन जाते हैं।
  • ये स्कार टिश्यू नस को बंद कर देते हैं।
  • नस बंद हो जाने से खून का सप्लाई बंद हो जाता है और ये मर जाती हैं।

फायदे 

  • कोई कट नहीं
  • कोई दर्द नहीं
  • 30 मिनट की प्रक्रिया
  • उसी दिन अस्पताल से डिस्चार्ज
  • कोई ब्लीडिंग नहीं
  • अगले दिन से अपने सभी सामान्य काम कर सकते हैं।
  • कुछ सेशन में वैरिकोज वेंस से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।

नुकसान

  • एक से अधिक सेशन की जरूरत पड़ती है।

एंडोवेनस लेजर सर्जरी

वैरिकोज वेंस की लेजर सर्जरी की इस प्रक्रिया का इस्तेमाल बड़े आकार की वैरिकोज वेंस को ठीक करने के लिए किया जाता है।

यह प्रक्रिया स्कार टिशू के जरिए नसों को ब्लॉक करके काम करती है। इसका ब्लड सर्कुलेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। खून पास की दूसरी नसों के माध्यम से प्रवाहित होता है।

यह उपचार की एक एडवांस प्रक्रिया है, जिसमें सिर्फ एक सेशन की जरूरत पड़ती है और वैरिकोज वेंस हमेशा के लिए ख़त्म हो जाता है।

पढ़ें – वैरिकोज वेंस की आयुर्वेदिक दवा

प्रक्रिया 

  • सर्जरी होने वाली जगह को सुन्न करने के लिए लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है।
  • आँखों को लेजर लाइट से बचाने के लिए एक विशेष किस्म का चश्मा पहनने को दिया जाता है।
  • त्वचा में एक छोटा सा कट किया जाता है।
  • कट के जरिए कैथेटर (एक पतली ट्यूब) को वैरिकोज वेंस में ले जाएंगे।
  • अब लेजर फाइबर को कैथेटर के अंदर डालेंगे।
  • धीरे-धीरे कैथेटर निकाल लेंगे और लेजर फाइबर से लेजर एनर्जी रिलीज की जाएगी।
  • ये लेजर एनर्जी नसों को सिकोड़ देंगी।
  • ब्लड सप्लाई ख़त्म हो जाने की वजह से कुछ दिनों में नसें नहीं दिखाई देंगी।
  • अब कट को बंद करने के लिए टांका लगा दिया जाएगा।

फायदे- 

  • 30 से 40 मिनट की प्रक्रिया।
  • कोई दर्द नहीं।
  • कम ब्लीडिंग।
  • वैरिकोज वेंस की अन्य सर्जिकल पक्रिया के तुलना में अधिक प्रभावी।
  • दोबारा होने की बहुत कम संभावना।
  •  दो दिन बाद सभी सामान्य काम कर सकते हैं।

नुकसान-

  • फिलहाल इस प्रक्रिया के कोई नुकसान नहीं है।

इंडोस्कोपिक वेनस रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन

इसकी पूरी प्रक्रिया एंडोवेनस लेजर सर्जरी की ही तरह होती है। फर्क यह है कि इस सर्जरी में लेजर बीम की जगह रेडियो फ्रीक्वेंसी वेब्स का इस्तेमाल होता है। रेडियो फ्रीक्वेंसी वेब्स हीत में परिवर्तित हो जाते हैं और नसों को सिकोड़ देते हैं।

इंडोस्कोपिक वेन सर्जरी

यह एक मोर इनवेसिव प्रक्रिया है, जो वैरिकोज वेंस के गंभीर मामलों में इस्तेमाल होती है। वहीं रोगी को अपने सामान्य महसूस करने  में 2-3 सप्ताह तक का समय लगता है। हालांकि, ज्यादातर डॉक्टर सर्जरी के लिए लेजर प्रक्रिया के इस्तेमाल की सलाह देते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इंडोस्कोपिक वेन सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है।

प्रक्रिया-

  • प्रक्रिया की शुरुआत स्पाइनल/जनरल एनेस्थीसिया से होती है।
  • अब सर्जन वैरिकोज वेंस के करीबी त्वचा में एक कट करता है।
  • एक पतली ट्यूब (जिसके अंत में कैमरा लगा होता है) को कट के जरिए अंदर डाला जाता है।
  • कैमरे के अंत में लगा एक सर्जिकल डिवाइस, वेंस को बंद कर देता है।
  • सर्जरी के बाद टाँका लगा देते हैं।
  • कुछ हफ़्तों में व्यक्ति आपने सामान्य जीवनशैली में वापिस आ जाता है।

फायदे-

  • वैरिकोज वेंस का हमेशा के लिए इलाज

नुकसान-

  • ऑपरेशन करने में अधिक समय लगता है
  • रोगी को नॉर्मल होने में 2 से 3 हफ्ते लग सकते हैं।

वैरिकोज वेंस स्ट्रिपिंग

जब वैरिकोज वेंस की स्थिति अत्यंत दयनीय होती है तब डॉक्टर इसका इलाज करने के लिए स्ट्रिपिंग सर्जरी का उपयोग करते हैं। यह एक मोर इनवेसिव तकनीक है जो निम्न स्थिति पर सलाहीकृत की जाती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर पैरों के लिए  उपयोग की जाती है।

  • जब वैरिकोज वेंस का आकार बहुत बड़ा हो।
  • पैरों में लगातार दर्द होने, नसों के धड़कने और त्वचा में कोमलता एवं सूजन होने पर।
  • त्वचा में घाव या छाले आ जाने पर।
  • खून के थक्के बनना।
  • नसों से खून बहना।

प्रक्रिया-

  • रोगी को स्पाइनल/जनरल एनेस्थीसिया दिया जाता है।
  • प्रभावित पैर में 2 से 3 कट किए जाएंगे। एक कट पैर के ऊपरी हिस्से में होगा और बाकी कट नीचे की तरफ होंगे और अंतिम कट टखने के पास होगा।
  • अब शुरुआती कट के माध्यम से एक पतली प्लास्टिक की पाइप नसों में डाली जाएगी और नीचे के कट से निकाल ली जाएगी।
  • पाइप को नसों के साथ बांधकर नीचे की तरफ खींच लेंगे।
  • वैरिकोज वेंस से प्रभावित नस बाहर निकल जाएगी। रक्त प्रवाह पास स्थित दूसरी नसों से होता रहेगा।
  • यदि आस-पास छोटी-छोटी अतिरिक्त वैरिकोज वेंस हैं तो उन्हें छोटे-छोटे कट के जरिए अलग कर दिया जाएगा।
  • अब कट को टांके से सिल देंगे।
  •  प्रक्रिया खत्म होने के बाद बैंडेज और कम्प्रेशिंग मोज़े पहना दिए जाएंगे।

प्रक्रिया खत्म होने में 1 से 1.5 घंटे का समय लग सकता है।

फायदे- 

  • बड़े आकार की वैरिकोज वेंस का परमानेंट इलाज है।
  • सारे उपचार विफल हो जाने पर यह उपचार विधि काम आती है।

नुकसान

  • यह एक लंबी प्रक्रिया है।
  • रिकवर होने में अधिक समय लगता है।

ऑपरेशन के बाद देखभाल

  • सभी दवाइयों का सही समय पर सेवन करें।
  • तरल पदार्थ का भरपूर मात्रा में सेवन करें।
  • कब्ज से बचें।
  • स्मोकिंग और ड्रिंकिंग न करें।
  • किसी भी एक्सरसाइज या क्रियाकलाप को करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • दौड़ना, साइकिल चलाना आदि गतिविधियाँ डॉक्टर से सलाह लेने के बाद करें।
  • डॉक्टर द्वारा बताए गए सभी देखभाल टिप्स का ध्यानपूर्वक अनुसरण करें।
  • एक ही जगह देर तक खड़े या बैठे रहने से परहेज करें।
  • कम से कम 2 सप्ताह तक गर्म पानी से न नहाएं, मोर इनवेसिव प्रक्रिया में यह समय बढ़ सकता है।

डॉक्टर से कब बात करें?

सर्जरी के बाद निम्न लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लें-

  • यदि सर्जरी वाले क्षेत्र में इन्फेक्शन के लक्षण (खुजली, ब्लीडिंग या तरल पदार्थ का स्राव होना) नजर आने पर।
  • सर्जरी के बाद अधिक या कई दिनों तक सूजन होने पर।
  • प्रभावित हिस्से में बहुत तेज दर्द होने पर।
  • 101 डिग्री सेल्सियस से अधिक बुखार होने पर।

वैरिकोज वेंस का उपचार के लिए किस सर्जिकल प्रक्रिया का चयन करना चाहिए?

वैरिकोज वेंस का इलाज के लिए लेजर सर्जरी सबसे प्रभावी तरीका है। क्योंकि-

  • एक छोटी प्रक्रिया है, जिसमें सिर्फ 30-40 मिनट का समय लगता है।
  • वैरिकोज वेंस से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
  • रिकवरी के दौरान कोई दर्द नहीं होता है।
  • वैरिकोज वेंस की अन्य सर्जिकल पक्रिया के तुलना में अधिक प्रभावी।
  • दोबारा होने की बहुत कम संभावना।
  • दर्द या ब्लीडिंग होने की बहुत कम संभावना।

हालांकि, कुछ मामलों में वैरिकोज वेंस का उपचार के लिए स्ट्रिपिंग या अन्य इनवेसिव सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर की बात माननी चाहिए।

वैरिकोज वेंस के कारण होने वाली असहजता और दर्द से हमेशा के लिए राहत पाना चाहते हैं तो हम आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। 

टेढ़ी-मेढ़ी और सूजी नसों का उपचार करने के लिए हम भारत के 30 से अधिक शहरों में विख्यात हैं। USFDA द्वारा प्रमाणित लेटेस्ट लेजर टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हम रोगियों को दर्द रहित एवं एडवांस उपचार प्रदान करते हैं। 

निम्नलिखित कारण वैरिकोज वेंस का इलाज के लिए हमें पूरे भारत में नंबर 1 बनाते है-

  • नो-कॉस्ट ईएमआई के तहत जीरो ब्याज में सर्जरी करवा सकते हैं।
  • हमारे वैस्कुलर सर्जन को कई वर्षों का अनुभव है।
  • यदि आपका इलाज नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया से हो सकता है तो उसे अपनाया जाएगा।
  • यदि आप एक इंश्योरेंस होल्डर हैं तो अपनी जेब से खर्च किए बिना उपचार करा सकते हैं।
  • सर्जरी करने के लिए एडवांस, लेटेस्ट एवं मॉडर्न उपकरण का उपयोग होता है, जिससे सफलता दर अच्छी रहती है।
  • रोगी के ट्रांसपोर्ट खर्च को बचाने के लिए अस्पताल आने और घर जाने के लिए कैब की मुफ्त सुविधा दी जाती है।
  • फ्री फॉलो-अप्स के तहत आप पोस्ट सर्जरी कंसल्टेशन मुफ्त में कर सकते हैं।
  • एक केयर बड्डी दिया जाता है जो एडमिशन से लेकर मरीज के डिस्चार्ज होने तक उसकी देखभाल करता है।

यदि आप इन सभी लाभ के साथ वैरिकोज वेंस की सर्जरी एक अनुभवी सर्जन से करवाना चाहते हैं तो हमें फोन करें या अपॉइंटमेंट बुक करें।

निष्कर्ष – वाल्व के डैमेज या खराब हो जाने के कारण वैरिकोज वेंस की शिकायत होती है। इसे सिर्फ मेडिकल उपचार की मदद से ठीक किया जा सकता है। शुरुआत में डॉक्टर उपचार के लिए नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया का चयन करते हैं। यदि रोगी को अपने रहन-सहन में कोई परिवर्तन करने की जरूरत है तो डॉक्टर कुछ निर्देश देंगे। यदि सर्जरी की जरूरत पड़ती है तो नॉन या मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया का चयन किया जाता है। कुछ गंभीर मामलों में वैरिकोज वेंस स्ट्रिपिंग ही उपचार का अंतिम विकल्प बचता है। टेढ़ी-मेढ़ी और सूजी नसों का उपचार करने के लिए हम भारत के 30 से अधिक शहरों में विख्यात हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

पैर की हड्डी का ऑपरेशन कैसे होता है?

वर्तमान में मेजर फ्रैक्चर पर हड्डियों को जोड़ने ऑपरेशन किया जाता है। डॉक्टरों की माने तो इस पद्धति को एनेल और वीनेल के रूप में विभाजित किया गया है। जिसमें एनेल विधि से पैरों की जांघ की फीमर हड्डी और बांह के ज्वाइंट का उपचार किया जाता है। वीनेल के अंतर्गत हाथ की हड्डी और पैरों में रॉड लगाकर ऑपरेशन किए जाते हैं।

पैर की सर्जरी कैसे करते हैं?

ज्यादातर के लिए, पैर ऑर्थोटिक्स, दवा और अच्छे जूते आरए में पैर के स्वास्थ्य का प्रबंधन करने के लिए पर्याप्त हो सकते हैं, लेकिन कुछ मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है, चाहे वह दर्दनाक गोखरू या अधिक व्यापक सुधारात्मक संयुक्त सर्जरी को हटाना हो।

पैर की सर्जरी में कितना खर्च आता है?

आमतौर पर लिपोसक्शन सर्जरी का खर्च 1-2.5 लाख तक आता है।

ऑपरेशन के बाद कितने दिन ठीक होता है?

ऑपरेशन के कुछ साइड इफेक्ट आपको अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही बेहतर होने लगेंगे, मगर पूरी तरह ठीक होने में छह से आठ हफ्तों का समय लग सकता है।