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वैरिकोज वेंस टेढ़ी-मेढ़ी नसें हैं, जो शिराओं में मौजूद वाल्व के कमजोर अथवा डैमेज हो जाने के कारण होती हैं। यह नसों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाने के कारण हो सकता है। आमतौर पर शिराओं में उपस्थित एकतरफा वाल्व रक्त को सिर्फ हृदय की तरफ भेजने में मदद करता है। लेकिन जब यह क्षतिग्रस्त हो जाता है तो रक्त हृदय में जाने के बजाय एक जगह एकत्रित होने लगता है। खून के एक ही जगह इकट्ठा होने से नसें सूज जाती हैं और टेढ़े-मेढ़े आकार में तब्दील हो जाती हैं। यह शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में पैरों में देखा जाता है। गर्भावस्था, मोटापा, बढ़ती उम्र, एक ही जगह खड़े या बैठे रहना आदि इसके जोखिम कारक हैं। पढ़ें – वैरिकोज वेंस और वैरीकोसेल में क्या अंतर है? वाल्वस की स्थिति और वैरिकोज वेंस की गंभीरता का निदान करने के लिए एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन आदि कुछ टेस्ट किए जा सकते हैं। वैरिकोज वेंस का इलाज सर्जरी अथवा अन्य मेडिकल प्रोसीजर से ही किया जा सकता है। गंभीरता के अनुसार डॉक्टर सर्जिकल या मेडिकल प्रोसीजर में से किसी एक का चयन करते हैं। वैरिकोज वेंस की सर्जरी की जरूरत कब पड़ती है? यदि वैरिकोज अधिक गंभीर नहीं है तो डॉक्टर लाइफस्टाइल में बदलाव करने, कंप्रेशन सॉक्स पहनने, एक्सरसाइज करने आदि को कहेंगे। यदि ये सब अपनाने के बाद भी वैरिकोज वेंस की नसों के कारण असहजता और दर्द हो रहा है तो डॉक्टर नॉन-सर्जिकल मेडिकल प्रोसीजर जैसे स्क्लेरोथेरेपी की सलाह दे सकते हैं। नॉन-सर्जिकल तकनीक फेल हो जाने अथवा वैरिकोज वेंस के गंभीर होने पर सर्जरी का निर्णय लिया जाता है। ऑपरेशन करने की कई विधियां हैं। परिस्थिति के अनुसार डॉक्टर उचित प्रक्रिया का चयन करेंगे।
वैरिकोज वेंस का सर्जिकल और मेडिकल इलाज क्या है?यदि वैरिकोज वेंस अपनी सामान्य स्थिति में है तो डॉक्टर कुछ ख़ास प्रकार के केमिकल की मदद से इसे ठीक कर देते हैं। मेडिकल प्रोसीजर में निम्न प्रक्रियाएं शामिल हैं-
पढ़ें- वैरिकोज वेंस क्या है? कारण, लक्षण और उपचार सर्जिकल इलाज में डॉक्टर क्षतिग्रस्त नसों को हटा देते हैं। इसकी कई प्रक्रियाएं हैं। ऑपरेशन से पहलेवैरिकोज वेंस का ऑपरेशन शुरू करने से पहले, डॉक्टर व्यक्ति का फिजिकल एवं हेल्थ चेकअप करेंगे। कुछ जाँच प्रक्रियाएं जैसे-डॉपलर टेस्ट, सीटी स्कैन आदि किए जा सकते हैं। यदि रोगी को अपने रहन-सहन में कोई परिवर्तन करने की जरूरत है तो डॉक्टर कुछ निर्देश देंगे। आमतौर पर हर रोगी के लिए अलग-अलग निर्देश होते हैं, लेकिन कुछ कॉमन निर्देश हैं जो लगभग हर पेशेंट को दिए जाते हैं।
वैरिकोज वेंस की सर्जरी – प्रकार और प्रक्रियावैरिकोज वेंस का ऑपरेशन करने के लिए कई सर्जिकल प्रक्रियाएं हैं। बीमारी की गंभीरता के अनुसार डॉक्टर इलाज के लिए किसी एक प्रक्रिया का चयन करते हैं। एम्बुलेटरी फ्लेबेक्ट्मी (Ambulatory Phlebectomy)यह एक मिनिमल इनवेसिव सर्जरी है, जो बड़ी आकार की वैरिकोज वेंस के लिए इस्तेमाल होती है। यह प्रक्रिया तब की जाती है जब इंजेक्शन या अन्य नॉन-सर्जिकल विधि से वैरिकोज वेंस का इलाज नहीं हो पाता है। ऐसे लोग जो अपने कदम पर नहीं चल सकते हैं अथवा कम्प्रेशन सॉक्स नहीं पहन सकते हैं, वे इस प्रक्रिया से वैरिकोज वेंस का ऑपरेशन नहीं करा सकते हैं। पढ़ें- वैरिकोज वेंस की पतंजलि दवा प्रक्रिया यदि व्यक्ति एम्बुलेटरी फ्लेबेक्ट्मी के लिए फिट है तो सर्जरी की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
फायदे-
नुकसान
लेजर सर्जरीइसे दो तरह से किया जा सकता है-
सिंपल लेजर सर्जरीछोटी वैरिकोज वेंस का इलाज करने के लिए यह एक नॉन-इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें त्वचा पर कोई कट नहीं किया जाता है। एक पिन पॉइंट लेजर बीम की मदद से नसों को ब्लॉक कर दिया जाता है और वैरिकोज वेंस का हमेशा के लिए अंत हो जाता है। हालांकि, इसमें एक से अधिक सेशन की जरूरत पड़ती है। दूसरे सेशन के बीच में 6 से 12 सप्ताह का अंतराल होता है। कोई कट और ब्लीडिंग नहीं होने की वजह से यह लोगों की पसंदीदा प्रक्रिया है। प्रक्रिया
फायदे
नुकसान
एंडोवेनस लेजर सर्जरीवैरिकोज वेंस की लेजर सर्जरी की इस प्रक्रिया का इस्तेमाल बड़े आकार की वैरिकोज वेंस को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह प्रक्रिया स्कार टिशू के जरिए नसों को ब्लॉक करके काम करती है। इसका ब्लड सर्कुलेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। खून पास की दूसरी नसों के माध्यम से प्रवाहित होता है। यह उपचार की एक एडवांस प्रक्रिया है, जिसमें सिर्फ एक सेशन की जरूरत पड़ती है और वैरिकोज वेंस हमेशा के लिए ख़त्म हो जाता है। पढ़ें – वैरिकोज वेंस की आयुर्वेदिक दवा प्रक्रिया
फायदे-
नुकसान-
इंडोस्कोपिक वेनस रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशनइसकी पूरी प्रक्रिया एंडोवेनस लेजर सर्जरी की ही तरह होती है। फर्क यह है कि इस सर्जरी में लेजर बीम की जगह रेडियो फ्रीक्वेंसी वेब्स का इस्तेमाल होता है। रेडियो फ्रीक्वेंसी वेब्स हीत में परिवर्तित हो जाते हैं और नसों को सिकोड़ देते हैं। इंडोस्कोपिक वेन सर्जरीयह एक मोर इनवेसिव प्रक्रिया है, जो वैरिकोज वेंस के गंभीर मामलों में इस्तेमाल होती है। वहीं रोगी को अपने सामान्य महसूस करने में 2-3 सप्ताह तक का समय लगता है। हालांकि, ज्यादातर डॉक्टर सर्जरी के लिए लेजर प्रक्रिया के इस्तेमाल की सलाह देते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इंडोस्कोपिक वेन सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। प्रक्रिया-
फायदे-
नुकसान-
वैरिकोज वेंस स्ट्रिपिंगजब वैरिकोज वेंस की स्थिति अत्यंत दयनीय होती है तब डॉक्टर इसका इलाज करने के लिए स्ट्रिपिंग सर्जरी का उपयोग करते हैं। यह एक मोर इनवेसिव तकनीक है जो निम्न स्थिति पर सलाहीकृत की जाती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर पैरों के लिए उपयोग की जाती है।
प्रक्रिया-
प्रक्रिया खत्म होने में 1 से 1.5 घंटे का समय लग सकता है। फायदे-
नुकसान
ऑपरेशन के बाद देखभाल
डॉक्टर से कब बात करें?सर्जरी के बाद निम्न लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लें-
वैरिकोज वेंस का उपचार के लिए किस सर्जिकल प्रक्रिया का चयन करना चाहिए?वैरिकोज वेंस का इलाज के लिए लेजर सर्जरी सबसे प्रभावी तरीका है। क्योंकि-
हालांकि, कुछ मामलों में वैरिकोज वेंस का उपचार के लिए स्ट्रिपिंग या अन्य इनवेसिव सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर की बात माननी चाहिए। वैरिकोज वेंस के कारण होने वाली असहजता और दर्द से हमेशा के लिए राहत पाना चाहते हैं तो हम आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। टेढ़ी-मेढ़ी और सूजी नसों का उपचार करने के लिए हम भारत के 30 से अधिक शहरों में विख्यात हैं। USFDA द्वारा प्रमाणित लेटेस्ट लेजर टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हम रोगियों को दर्द रहित एवं एडवांस उपचार प्रदान करते हैं। निम्नलिखित कारण वैरिकोज वेंस का इलाज के लिए हमें पूरे भारत में नंबर 1 बनाते है-
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पैर की हड्डी का ऑपरेशन कैसे होता है?वर्तमान में मेजर फ्रैक्चर पर हड्डियों को जोड़ने ऑपरेशन किया जाता है। डॉक्टरों की माने तो इस पद्धति को एनेल और वीनेल के रूप में विभाजित किया गया है। जिसमें एनेल विधि से पैरों की जांघ की फीमर हड्डी और बांह के ज्वाइंट का उपचार किया जाता है। वीनेल के अंतर्गत हाथ की हड्डी और पैरों में रॉड लगाकर ऑपरेशन किए जाते हैं।
पैर की सर्जरी कैसे करते हैं?ज्यादातर के लिए, पैर ऑर्थोटिक्स, दवा और अच्छे जूते आरए में पैर के स्वास्थ्य का प्रबंधन करने के लिए पर्याप्त हो सकते हैं, लेकिन कुछ मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है, चाहे वह दर्दनाक गोखरू या अधिक व्यापक सुधारात्मक संयुक्त सर्जरी को हटाना हो।
पैर की सर्जरी में कितना खर्च आता है?आमतौर पर लिपोसक्शन सर्जरी का खर्च 1-2.5 लाख तक आता है।
ऑपरेशन के बाद कितने दिन ठीक होता है?ऑपरेशन के कुछ साइड इफेक्ट आपको अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही बेहतर होने लगेंगे, मगर पूरी तरह ठीक होने में छह से आठ हफ्तों का समय लग सकता है।
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