स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में स्थित है? - svarnarekha nadee kaun se raajy mein sthit hai?

नेशनल डेस्क. भारत में एक ऐसी नदी है जिससे सोना निकलता है। झारखंड में एक जगह है रत्नगर्भा। यहीं पर स्वर्ण रेखा नाम की नदी बहती है। इस नदी की रेत से सालों से सोना निकाला जा रहा है। नदी  झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों में बहती है। कहीं-कही इसे सुबर्ण रेखा के नाम से भी पुकारते हैं।


474 Km. लंबी है नदी
स्वर्ण रेखा नदी रांची से 16 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित नगड़ी गांव में रानी चुआं नाम की जगह से निकलती है और उड़ीसा, पश्चिम बंगाल से होते हुए बालेश्वर नाम की जगह पर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। नदी की लंबाई 474 किमी. है। स्वर्ण रेखा की सहायक नदी करकरी है। 

कहां से आते हैं सोने के कण?

स्वर्ण रेखा और उसकी सहायक नदी करकरी की रेत में सोने के कण पाए जाते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि स्वर्ण रेखा में सोने का कण, करकरी नदी से ही बहकर पहुंचता है। करकरी नदी की लंबाई केवल 37 किमी. है। यह एक छोटी नदी है। आज तक यह रहस्य सुलझ नहीं पाया कि इन दोनों नदियों में आखिर कहां से सोने का कण आता है।

माही नदी
  • उद्गमः मध्यप्रदेश के अमरोरू जिले में मेहद झील से
  • उपनामः वागड़ की गंगा, कांठल की गंगा, आदिवासियों की गंगा, दक्षिण राजस्थान की स्वर्ण रेखा
  • यह अपने उद्गम स्थल से निकलकर 120 किमी दक्षिण की ओर बहते हुए राजस्थान में खांदू गांव (बांसवाड़ा) के निकट से प्रवेश करती है। यह अंग्रेजी के उल्टे यू के आकार में बहती है। इस क्षेत्र के मैदान को ‘छप्पन का मैदान’ भी कहते हैं। यह दक्षिण—पश्चिम दिशा की ओर बहती हुई गुजरात में प्रवेश करती है।
  • कुल लम्बाई 576 किमी है जबकि राजस्थान में 171 किमी लम्बाई है।
  • माही नदी दूसरी नित्यावाही नदी है।
  • यह डूंगरपुर, बांसवाड़ा एवं प्रतापगढ़ जिलों में बहती हुई गुजरात में प्रवेश कर खम्भात की खाड़ी में गिर जाती है।
  • बांसवाड़ा में लोहारिया गांव के समीप माही पर माही बजाज सागर बांध बनाया गया है।
  • गुजरात के पंचमहल जिले में कडाना बांध बनाया गया है।
  • सहायक नदियांः सोम, जाखम, अनास, चाप, इरू, भादर, मोरान आदि है। इरू नदी इसमें माही बांध के पास गिरती है।
  • नोट— माही नदी कर्क रेखा को दो बार पार करती है।
सहायक नदियां
सोम नदी
  • उद्गम स्थल: खेरवाड़ा में ऋषभदेव (उदयपुर) के पास बीछामेड़ा की पहाड़ियां
  • उदयपुर व डूंगरपुर में बहती है और इनकी सीमा का निर्माण भी करती है। यह माही नदी में बेणेश्वर धाम में मिल जाती है।
  • सहायक नदियां — जामख, गोमती, टीडी, सारनी
जाखम नदी
  • उद्गम स्थल: प्रतापगढ़ जिले में छोटी सादड़ी के निकट पहा​ड़ी से
  • प्रतापगढ़ व उदयपुर में बहती है।
  • बेणेश्वर के पास सोम नदी में मिल जाती है।
  • सूकली व करमाई नदियां सहायक

SwarnaRekha River: भारत में 400 से भी ज्यादा छोटी-बड़ी नदियां बहती हैं. देशभर में बहने इन नदियों की कुछ न कुछ खासियत है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सोने की नदी कहा जाता है. जी हां, यहां पानी में सोना मिलता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सैकड़ों सालों बाद भी वैज्ञानिकों को यह पता नहीं चल पाया है कि इस नदी में सोना (Gold river of india) क्यों बहता है. यानी इस नदी का सोना वैज्ञानिकों के लिए अभी भी रहस्य है.

https://zeenews.india.com/hindi/india/photo-gallery-swarnarekha-only-river-of-the-country-where-gold-flows-with-water-has-been-the-source-of-income-for-many-years/1103779

Updated:Feb 22, 2022, 07:33 AM IST

नदी से सोना छानने का काम करते हैं यहां के लोग

स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में स्थित है? - svarnarekha nadee kaun se raajy mein sthit hai?

हम बात कर रहे हैं झारखंड में बहने वाली स्वर्णरेखा (Swarna Rekha River in jharkhand)  नदी की. नदी में पानी के साथ सोना बहने की वजह से इसे स्वर्णरेखा नदी के नाम से जाना जाता है. झारखंड में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां स्थानीय आदिवासी इस नदी में सुबह जाते हैं और दिन भर रेत छानकर सोने के कण इकट्ठा करते हैं. इस काम में उनकी कई पीढ़ियां लगी हुई हैं. तमाड़ और सारंडा जैसे इलाके ऐसे हैं जहां पुरुष, महिलाएं और बच्चे सुबह उठकर नदी से सोना इकट्ठा करने जाते हैं.

सीधे बंगाल की खाड़ी में गिरती है नदी

स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में स्थित है? - svarnarekha nadee kaun se raajy mein sthit hai?

ये नदी झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में बहती है और इसका उद्गम झारखंड के रांची शहर से लगभग 16 किमी दूर है. इस नदी से जुड़ी हुई एक हैरान कर देने वाली बात ये है कि रांची स्थित ये नदी अपने उद्गम स्थल से निकलने के बाद उस क्षेत्र की किसी भी अन्य नदी में जाकर नहीं मिलती, बल्कि यह नदी सीधे बंगाल की खाडी में गिरती है.

सोने की सच्चाई का आज तक नहीं लगा पता

स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में स्थित है? - svarnarekha nadee kaun se raajy mein sthit hai?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां रिसर्च कर चुके कई भूवैज्ञानिकों का मानना है कि ये नदी चट्टानों से होकर आगे बढ़ती है और इस वजह से इसमें सोने के कण आ जाते हैं. हालांकि, इस बात में कितनी सच्चाई है इस बात का पता आज तक नहीं लग सका है.

स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में स्थित है? - svarnarekha nadee kaun se raajy mein sthit hai?

स्वर्ण रेखा की एक सहायक नदी ‘करकरी’ की रेत में भी सोने के कण मिलते हैं. जबकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि स्वर्ण रेखा नदी में जो सोने के कण पाए जाते हैं, वह करकरी नदी से बहकर ही आते हैं.

आसान नहीं है नदी से सोना निकालना

स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में स्थित है? - svarnarekha nadee kaun se raajy mein sthit hai?

नदी की रेत से सोना इकट्ठा करने के लिए लोगों को दिनभर मेहनत करनी पड़ती है. आदिवासी परिवार के लोग दिनभर पानी में सोने के कण ढूंढने का काम करते हैं. दिनभर काम करने के बाद आमतौर पर एक व्यक्ति एक या दो सोने के कण ही निकाल पाता है. एक कण को बेचकर 80 से 100 रुपए कमाते हैं. इस तरह सोने के कण बेचकर एक शख्स औसतन महीने में 5 से 8 हजार रुपये ही कमाता है. 

स्वर्णरेखा नदी कौन से राज्य में है?

भारत के झारखंड राज्य में यह नदी बहती है जिसका नाम स्वर्णरेखा (Swarnrekha Nadi) है। यह नदी पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी बहती है। झारखंड की राजधानी रांची से 16 किलोमीटर दूर छोटा नागपुर के पठार में स्थित नगड़ी गांव में चुआं से निकलती है। इस नदी की कुल लंबाई 474 किमी है।

भारत के कौन से नदी में सोना पाया जाता है?

इस नदी का नाम है स्वर्णरेखा नदी जो झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों में बहती है. झारखंड में रत्नगर्भा नाम की जगह है. यहीं पर स्वर्णरेखा नाम की नदी बहती है. इस नदी की रेत से सालों से सोना निकाला जा रहा है.

स्वर्ण रेखा नदी पर कौन सा बांध है?

सुवर्णरेखा नदी के पास कई जगह हैं, जैसे कि चांडिल डैम, जो क्षेत्र में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहों में से एक है। चांडिल बांध के पास स्थित संग्रहालय में चट्टानों पर लिखी गई लिपियाँ हैं, जो 2,000 वर्ष पुरानी हैं।

स्वर्ण रेखा नदी का उद्गम स्थल कहाँ है?

छोटा नागपुर पठारसुबर्णरेखा नदी / स्रोतnull